पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद दल बदल की राजनीति का दौर शुरू हो चुका है। रतलाम ग्रामीण में इसका असर ज्यादा दिखाई दे रहा है। मंगलवार को जिले के सागोद गांव में 35 भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली। इसका बड़ा कारण कार्यकर्ताओं की लगातार अनदेखी बताई जा रही है। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश पटेल सहित कांग्रेस के अन्य नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले दिनेश गुर्जर ने बताया कि भाजपा के शासन में रहवासी क्षेत्रों में कोई कार्य नहीं किए गए। जिस कॉलोनी में हम रहते है उसे ही अवैध घोषित करते हुए कई बार नोटिस दे दिए गए। लेकिन भाजपा के किसी नेता ने हमारी सुध नहीं ली। गौरतलब है कि सागोद गांव से भाजपा प्रत्येक चुनाव में लीड लेती है। यहां करीब 1400 वोटर्स है।
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। जिले की कुल जनसंख्या 17 लाख 17 हजार 915 है, जिसमें से इस साल पांचों विधानसभा क्षेत्रों के 1295 पोलिंग बूथों पर 1101741 मतदाता मतदान करेंगे। उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 550814 महिला और 550811 पुरुष मतदाता के हाथ रहेगा। इसमें पहली बार 18 वर्ष से अधिक उम्र के 40 हजार मतदाता भी शामिल होंगे। पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। अनावश्यक भीड़ लगाने, बिना अनुमति प्रदर्शन, आयोजनों पर कार्रवाई होगी। इस बार चुनाव में 24 मतदान केंद्र मंदसौर जिले की सीमा, 20 केंद्र राजस्थान सीमा से लगे हैं जबकि 88 संवेदनशील मतदान केंद्र रहेंगे। इन केंद्रो पर पुलिस प्रशासन विशेष नजर रखेगी।
जिले में कुल 333 मतदान केंद्र को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। जिले में केवल एक बूथ को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। यह बूथ ग्राम पंचायत करमदी है, जहां धार्मिक विवाद हुआ था। संवेदनशील बूथों पर केंद्रीय सुरक्षाबलों की विशेष निगरानी में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। मंगलवार शाम आईटीबीपी के जवानों की एक कंपनी रतलाम पहुंची। स्थानीय पुलिस ने कंपनी के ठहरने आदि की व्यवस्थाएं की। इन कंपनियों की तैनाती संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में की जाएगी। कुछ दिनों में सुरक्षाबलों की और कंपनियां भी पहुंचने की भी संभावना है। कंपनियों के पहुंचने के बाद इनको मतदान में विशेष ड्यूटी के लिए ट्रेनिंग का दौर शुरू होगा। विशेष दिशा निर्देश देने के बाद जवानों को मतदान स्थल पर तैनात किया जाएगा। सुरक्षाबलों के जवान मतदान केंद्रों पर राइफल्स के साथ तैनात रहेंगे। इनकी तैनाती के पीछे मुख्य कारण बूथ कैप्चरिंग व संवेदनशील घटनाओं से निपटना है। इस बार चुनाव में जिलेभर में 333 मतदान केंद्र संवेदनशील की श्रेणी में रखे गए हैं जहां अतिरिक्त पुलिस की व्यवस्था की जाएगी।
जिले में 25 फीसदी केंद्र संवेदनशील : आमतौर पर हर विधानसभा में 10 फीसदी मतदान केंद्रों को निर्वाचन आयोग संवेदनशील केंद्र मानकर अतिरिक्त बलों की व्यवस्था करता आया है। इस बार जिले में संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 25 फीसदी से ज्यादा है। जिले में 1295 मतदान केंद्रों में से 333 मतदान केंद्र इस श्रेणी में मिले हैं। इन मतदान केंद्र पर पुलिस और प्रशासन की तैयारियां अब दिखाई देने लगी है।
जानिए क्या है सी-विजिल एप (C – VIGIL App) और कैसे करेगा काम!
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग की तरफ से पिछले दिनों तारीखों की घोषणा के साथ ही इन राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है। आचार संहिता में कई तरह के नियम होते हैं, जिनका पालन उम्मीदवारों को चुनाव होने तक करना पड़ता है। चुनाव आयोग का भी पूरा फोकस आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराने पर होता है। चुनाव के दौरान कई प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं। आमजन शिकायत कहां व कैसे करनी है इस जानकारी के अभाव में शिकायत नहीं कर पाते। शिकायत के तरीके को आसान बनाने के लिए चुनाव आयोग ने सी-विजिल एप (cVIGIL app) बनाया है। आयोग का दावा है की 100 मिनट यानी 2 घंटे से भी कम समय में शिकायत का निवारण कर दिया जाएगा।
हालांकि मतदाता सीधे जिला निर्वाचन अधिकारी या कलेक्टर से भी शिकायत कर सकते हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भास्कर लक्षकार ने बताया कि कोई भी व्यक्ति यदि जिले में किसी भी प्रकार की निर्वाचन संबंधी आचार संहिता का उल्लंघन देखा है तो उसकी शिकायत कॉल सेंटर 1950 पर या जिला स्तरीय कंट्रोल रूम 07412-270487 कर सकता है।
शिकायत मिलते ही फ्लाइंग स्क्वॉड टीम मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करेगी। आपको बता दे चुनावों में हर बार 300 से 800 तक शिकायतें आचार संहिता उल्लंघन की आती हैं। इनसे निपटने के लिए ही चुनाव आयोग ने पिछले कुछ साल से तकनीक का सहारा लेना शुरू किया है। इस कड़ी में आयोग का सी-विजिल (C-VIGIL) ऐप काफी कारगर साबित हो रहा है। इस ऐप के जरिये आम लोग भी आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत कर सकते है। जानिए इस ऐप को उपयोग करने का पूरा तरीका।
स्टेप बाय स्टेप इस तरह करे उपयोग : इस ऐप को आप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। अगर आप एंड्रॉयड मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं तो आपको प्ले स्टोर पर जाकर C-VIGIL लिखना होगा। इसके बाद इंस्टॉल पर क्लिक करे। अगर आप आईफोन यूजर हैं तो आपको ऐप स्टोर पर जाकर यही प्रोसेस फॉलो करना होगा।
शिकायत करने के लिए अपनाए यह प्रोसेस: ऐप डाउनलोड करने के बाद आपको इसे ओपन करके अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के दौरान जब आप ऐप खोलेंगे तो सबसे पहले भाषा सेलेक्ट करने का विकल्प आएगा, कोई एक भाषा चुनकर आगे बढ़ें। अब दूसरे पेज पर डिस्क्लेमर होगा, जिसके नीचे I Agree का चेक बॉक्स होगा। इसे सेलेक्टर करें और इसके आगे लिखे नेक्स्ट ऑप्शन पर क्लिक करें। अब आपसे आपका मोबाइल नंबर मांगा जाएगा, मोबाइल नंबर डालकर सेंड ओटीपी पर क्लिक करें। अगर आप अपना मोबाइल नंबर डालकर रजिस्ट्रेशन नहीं चाहते हैं तो सेंड ओटीपी के नीचे लिखे Anonymous ऑप्शन पर क्लिक करें। अब आपके सामने इमेज, वीडियो और ऑडियो अपलोड करने का विकल्प आएगा। अगर आपके पास आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ा कोई भी वीडियो, ऑडियो या इमेज है तो उसे संबंधित कैटिगरी में अपलोड करके सब्मिट कर दें। इस तरह आपकी शिकायत सीधे चुनाव आयोग तक पहुंच जाएगी।
100 मिनट में कार्रवाई का दावा : चुनाव आयोग का कहना है कि अगर कोई भी व्यक्ति इस ऐप के द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत करता है तो हमारी टीम 100 मिनट के अंदर उस शिकायत पर कार्रवाई करेगी। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी। चुनाव आयोग ऐप पर हुई शिकायत और कार्रवाई की जानकारी भी अपडेट करता रहेगा। यहां इस बात का ध्यान रखें कि यह ऐप ऑटोमेटिक लोकेशन रीड करता है और उसी एरिया में काम करता है जहां चुनाव होना है।मान लीजिए आप अभी दिल्ली में हैं और इस ऐप पर कुछ अपलोड करना चाहेंगे तो वह नहीं हो पाएगा। इस स्थिति में आपके सामने एक मैसेज आएगा कि अभी इस एऱिया में कोई चुनाव नहीं है।
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। जिले में विधानसभा चुनाव के चलते कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और एसपी राहुल लोढा ने मंगलवार को इंटर स्टेट चेक पोस्ट निरीक्षण किया। बांसवाड़ा जिले से लगी हुई सीमा पर कुंडा, जांबूखादन, गड़ीकटारा कला चेक पोस्ट पहुंचकर तैयारी का जायजा लिया। कलेक्टर ने चेक पोस्ट पर स्टैटिक निगरानी टीम की तैनाती, टीम द्वारा किए जाने वाले कार्य की चेक लिस्ट बनाने तथा अन्य आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही मौजूद एसएसटी दल के सदस्यों को ड्यूटी के दौरान सतर्कता बरतने, प्रत्येक गतिविधि को रजिस्टर में नोट करने, सावधानी के साथ वाहनों की चेकिंग, अनावश्यक रूप से किसी को परेशान नहीं करने के निर्देश भी दिए।
बांसवाड़ा कलेक्टर एसपी के साथ संयुक्त बैठक : बाजना में कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी और एसपी राहुल लोढ़ा द्वारा बांसवाड़ा कलेक्टर प्रकाशचंद शर्मा और एसपी अभिजीत सिंह के साथ बैठक आयोजित की। अधिकारियों द्वारा इंटर स्टेट बाउंड्री पर आपराधिक तत्वों की आवाजाही पर नियंत्रण, अवैध शराब तथा अवैध धन की रोकथाम पर गंभीरता से चर्चा की गई। विधानसभा के निष्पक्ष एवं स्वतंत्र निर्वाचन हेतु नियमित जानकारियो का आदान-प्रदान तय किया गया। निर्वाचन के दौरान दोनों जिलों के अधिकारी समन्वय के साथ आपसी संपर्क रखेंगे, आवश्यक जानकारी को साझा करेंगे। इस दौरान एसडीएम सैलाना मनीष जैन, एसडीओपी, जनपद सीईओ सुश्री अल्फिया खान, तहसीलदार मृगेंद्र सिसोदिया तथा बांसवाड़ा जिले के थाना स्तर के पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
राजस्थान की सरहद पर विशेष निगरानी : मध्यप्रदेश के साथ राजस्थान में भी विधानसभा चुनाव है। ऐसे में राजस्थान की सरहद को छूते 39 मतदान केन्द्रों पर प्रशासन की विशेष निगाहें हैं। इसमें सर्वाधिक 20 बूथ जावरा विधानसभा क्षेत्र में हैं। यहां न केवल चैकिंग पाइंट बढ़ाए गए हैं बल्कि तीसरी आंख से भी आवाजाही पर नजर रखी जा रही है।
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। एक माह पहले रतलाम में पुलिस ने 13 किलो से अधिक का सोना (GOLD) पकड़ा था। जिसमें दो युवकों के पास से करीब 8 करोड़ रुपए से अधिक का सोना जप्त हुआ था। जप्ती के बाद रतलाम सहित अन्य जिलों के सराफा व्यापारियों में हड़कंप मच गया था। यह सोना मुंबई से रतलाम लाया गया था। एक माह बाद फिर रतलाम में जीआरपी पुलिस ने अवैध रूप से परिवहन हो रहे गोल्ड (GOLD) पर शिकंजा कसा है। जप्त गोल्ड, ज्वैलरी के रूप में था जिसमें गले के हार, कंगन, झुमके आदि शामिल है।
जीआरपी थाना प्रभारी बीएस देवड़े के अनुसार रतलाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 4 पर किसी व्यक्ति के गोल्ड ज्वैलरी तस्करी की सूचना मिली थी। जिसके बाद सघन चेकिंग शुरू की गई। इस दौरान प्लेटफार्म 4 पर फुटओवर ब्रिज के नीचे एक व्यक्ति बैग लिए खड़ा था। तलाशी लेने पर उसके बैग से गोल्ड की अलग-अलग प्रकार ज्वैलरी मिली। जिसका कुल वजन 1.56 किग्रा था। जिसकी बाजार में कुल कीमती लगभग 85 लाख रुपये बताई जा रही है। उक्त व्यक्ति ने पूछताछ के दौरान अपना नाम कमलेश सिंह बताया। कमलेश के पास अपने साथ ले जाए जा रहे गोल्ड का बिल व अन्य दस्तावेज मौके पर नहीं थे। पुलिस ने तुरंत तस्करी के संदेह में जीएसटी व आयकर अधिकारी को सूचना दी। जिसके बाद विधिवत जप्ती की कार्रवाई करते हुए मामला जीएसटी व आयकर विभाग के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने संबंधित फर्म को सूचना कर दी है।
मुंबई की फर्म का है गोल्ड, दिखाने लाया था सेंपल : राउंडअप किया गया युवक कमलेश मुंबई की फर्म टीएस गोल्ड का कर्मचारी बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार वह मुंबई से बाय रोड उदयपुर गया जहां उसने व्यापारियों को अपने पास रखी गोल्ड ज्वैलरी बतौर सेम्पल बताई। जिसके बाद वह बस से रतलाम आया। यहां उसने कुछ व्यापारियों से संपर्क किया मगर सैंपल नहीं दिखाया। रात को ट्रेन से वह फिर मुंबई के लिए रवाना होने वाला था। जिसके पहले ही पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। आगामी धार्मिक त्योहारो एवं विधानसभा चुनाव को देखते हुए ट्रेनो में सघन चेकिंग, स्टेशनों में फ्लैग मार्च, मुसाफिरखाना, आउटर, प्लेटफार्म तथा रेलवे स्टेशन परिसर में संदिग्धों की चेकिंग, ऑटो चालको से सघन पूछताछ, अवैध मादक पदार्थों के परिवहन व अवैध गतिविधियो के विरुद्ध कार्यवाही, प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, व मोटर व्हीकल एक्ट की कार्यवाही लगातार जारी रहेगी। रेलवे का उपयोग अवैध परिवहन हेतु नही करने दिया जायेगा।
सूची आते ही कार्यकर्ताओं ने शुरू की आतिशबाजी, बांटी मिठाईयां
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर जहां आयोग ने सोमवार को तारीखों का एलान किया वहीं दूसरी और भाजपा ने भी उम्मीदवारों की अपनी तीसरी सूची जारी की। जिसमें रतलाम शहर विधानसभा के लिए विधायक चेतन्य काश्यप पर तीसरी बार भरोसा जताया गया है। यह तीसरी बार होगा जब रतलाम शहर विधानसभा से चेतन्य काश्यप की उम्मीदवारी भाजपा से तय हुई है। शहर विधानसभा पर भाजपा के टिकट उम्मीदवारी की तमाम अटकलें अब समाप्त हुई। भाजपा ने रतलाम की 5 में से 2 विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इससे पहले दूसरी सूची में सैलाना से संगीता चारेल का टिकट तय हुआ है। आलोट, जावरा और रतलाम ग्रामीण में भाजपा किसको टिकट देगी यह अब भी सस्पेंस है। फिलहाल रतलाम में भाजपा के टिकट बंटवारे को लेकर सैलाना में और रतलाम शहर में कोई गुटबाजी या अंदरूनी विरोध सामने निकलकर नहीं आया है।
उम्मीदवारी की घोषणा होते ही कई भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं ने विधायक काश्यप के निवास पहुंचकर उन्हें बधाई दी। इसके अलावा कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की और नाचते हुए मिठाइयां बांटी। शहर विधायक काश्यप ने पार्टी द्वारा उन्हे पुनः रतलाम शहर से प्रत्याशी बनाए जाने पर शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद दिया। कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए विधायक निवास से जुलूस निकाला, जो कि शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरा। शहर के विभिन्न चौराहों पर आतिशबाजी की गई। मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में राजपत्र अधिसूचना जारी होने की तारीख -21अक्टूबर, नामांकन करने की अंतिम तारीख -30 अक्टूबर, नामांकन की जांच की तारीख -31 अक्टूबर, उम्मीदवारी वापस लेने की तारीख-2 नवंबर, मतदान की तारीख-17 नवंबर व मतगणना की तारीख -3 दिसंबर रहेगी।
पब्लिक वार्ता – नई दिल्ली/भोपाल, जयदीप गुर्जर। देश के 5 राज्यों में आखिरकार विधानसभा 2023 के चुनावी रण का आगाज हो चुका है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने है। चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि छत्तीसगढ़ में दो फेज में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग होगी। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर और राजस्थान में 23 नवंबर को सिंगल फेज में चुनाव होगा। वहीं मिजोरम में 7 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को एक ही फेज में वोटिंग होगी। पांचों राज्यों का रिजल्ट एक दिन 3 दिसंबर को एक साथ घोषित होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इन राज्यों में कुल 16.14 करोड़ वोटर्स हैं। इनमें 8.2 करोड़ पुरुष, 7.8 करोड़ महिला वोटर्स हैं। 2023 में 60.2 लाख नए वोटर्स है जो पहली बार वोट डालेंगे।
आचार संहिता में रहेगी ये बंदिशें : नई सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की घोषणा नहीं हो सकेंगी। मंत्री-विधायक सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। सरकारी योजनाओं के बैनर, पोस्टर्स, सरकारी वेबसाइट से मुख्यमंत्री,मंत्रियों व अन्य राजनेताओं के पोस्टर हटाए जाएंगे। किसी भी प्रोजेक्ट का शिलान्यास या उद्घाटन नहीं हो सकेगा।
आचार संहिता का इन कामों पर नहीं होगा असर : जनता को जो सरकारी योजना शुरू हो चुकी हैं, उनका लाभ मिलता रहेगा। सरकार कोई तबादला नहीं कर पाएगी, लेकिन चुनाव आयोग अफसरों के तबादले कर सकेगा। सीएम- मंत्री रूटीन काम ही कर सकेंगे। सरकारी दफ्तर में जनता से जुड़े सामान्य काम पहले जैसे ही चलते रहेंगे।
5 राज्यों में आयोग की ऐसी रहेगी व्यवस्था : 5 राज्यों की 679 विधानसभा सीटों के लिए 1.77 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है। इसके अलावा 15.39 लाख वोटर ऐसे हैं, जो 18 साल पूरे करने जा रहे हैं और जिनके पहले से आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। 17,734 मॉडल बूथ, 621 पोलिंग बूथों को दिव्यांग कर्मचारी संभालेंगे। 8192 पोलिंग बूथों पर महिलाएं कमान संभालेंगी। 1.01 लाख पोलिंग बूथ पर वेबकास्टिंग होगी। आदिवासियों के स्पेशल बूथ होंगे। 2 किलोमीटर के अंदर पोलिंग बूथ होंगे। छत्तीसगढ़-उड़ीसा बॉर्डर पर चांदमेता और जगदलपुर बस्तर में बसे तुलसी डोंगरी हिल एरिया में पहली बार पोलिंग बूथ बनाया गया है। यहां पहले ग्रामीणों को वोट करने के लिए 8 किमी चलकर बूथ तक जाना पड़ता था। राजस्थान में माझोली बाड़मेर में बूथ 5 किमी दूर था। 49 वोटर्स के लिए नया बूथ 2023 के चुनाव के लिए बनाया गया है। सी विजिल ऐप से चुनावी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। लोग ऐप के जरिए शिकायत कर सकेंगे। मध्यप्रदेश में देवगांव और मंडला जिले के बिछिया में 350 वोटर्स के लिए बूथ बनाया जाएगा। ये बूथ SDM हेडक्वॉर्टर्स से 40 किमी दूर है। मध्यप्रदेश में ही नंदिया और नर्मदापुरम के पिपरिया में जिला मुख्यालय में 165 किमी दूर पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। पोलिंग पार्टी को देनवा नदी पार करके जाना होगा। इसके पहले उसे अलग गाड़ी से देनवा के किनारे तक पहुंचाया जाएगा।
हर खबर पर प्रशासन रखेगा नजर, क्या है MCMC और क्यों रहेगा सतर्क?
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए रतलाम जिले के वोटिंग टीम का प्रशिक्षण 8 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। तीन दिन कि ट्रेनिंग रतलाम पब्लिक स्कूल में होगी। इसमें लगभग 3 हजार कर्मचारी प्रशिक्षण लेंगे। आने वाले कुछ दिनों में मतदान की तारीखों का एलान भी संभवतः हो जाएगा। जिसके बाद आचार संहिता लागू होने के साथ निर्वाचन आयोग अहम भूमिका में आ जाएगा। चुनाव आयोग ऑब्जर्वर की मीटिंग कर चुका है, जिसमें अनुमान लगाया जा रहा है कि पांच राज्यों में होने वाले चुनावों को लेकर तारीख व व्यवस्थाओं पर निर्णय लिया गया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नरेंद्रकुमार सूर्यवंशी ने बताया कि वोटिंग के लिए जो टीम होगी उनकी ट्रेनिंग 8 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक रखी गई है। करीब 35 मास्टर ट्रेनर्स कर्मचारियों को वोटिंग करवाने से जुड़ी ट्रेनिंग देंगे। इसमें रिजर्व कर्मचारी भी सम्मिलित होंगे।
ट्रेनिंग लेने वालों में पीठासीन अधिकारी तथा मतदान अधिकारी क्रमांक एक सम्मिलित होंगे। सभी कर्मचारियों को निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार निष्पक्ष एवं स्वतंत्र निर्वाचन संपन्न करने के लिए गंभीरता के साथ प्रशिक्षण लेने हेतु निर्देशित किया गया है।वहीं ट्रेनिंग में अनुपस्थित रहने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
एमसीएमसी (MCMC) कक्ष का निरीक्षण : आगामी विधानसभा निर्वाचन 2023 को देखते हुए जिला पंचायत परिसर में जिला स्तरीय मीडिया सर्टिफिकेशन एवं मॉनिटरिंग कमेटी (MCMC) कक्ष बनाया गया है। कलेक्टर सूर्यवंशी ने शनिवार को जिला एमसीएमसी कक्ष पहुंचकर निरीक्षण किया। कलेक्टर द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश मौजूद जिला जनसंपर्क अधिकारी शकील अहमद खान को दिए गए। आपको बता दे कि जिला एमसीएमसी कक्ष में प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रकाशित, प्रसारित पेड़ न्यूज़ की मॉनीटरिंग की जाएगी। इसके लिए कक्ष में समाचार पत्रों के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक टीवी चैनल की निगरानी के लिए टेलीविजन सेट्स लगाए गए हैं। इलेक्ट्रॉनिक खबरों की रिकॉर्डिंग हेतु रिकॉर्डर की व्यवस्था भी की गई है। इसके साथ ही कलेक्टर द्वारा 24 घंटे मॉनिटरिंग हेतु 3 शिफ्ट में कर्मचारी तैनात किए गए हैं। जिला एमसीएमसी द्वारा प्रिंट मीडिया के अलावा स्थानीय लोकल चैनल के साथ ही प्रादेशिक तथा राष्ट्रीय टीवी चैनल पर प्रसारित खबरों की भी मॉनिटरिंग की जाएगी।
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। आलोट से जिले में प्रवेश करने के बाद शुक्रवार शाम कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा शहर में पहुंची। इसके पहले जावरा और सैलाना होते हुए यात्रा शिवगढ़ पहुंची। बाजना बस स्टैंड से नगर में प्रवेश करने के बाद यात्रा चांदनी चौक, चौमुखी पुल, डालूमोदी बाजार आबकारी चौराहा होते हुए रानीजी के मंदिर पहुंचकर आमसभा में तब्दील हो गई। यात्रा का जगह जगह कांग्रेस नेताओं ने मंच लगाकर स्वागत किया। यहां क्षेत्रीय यात्रा प्रभारी जीतू पटवारी, यात्रा संयोजक व युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष मयंक जाट, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया व अन्य नेताओं ने कुशासन को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। कार्यकर्ताओं से गुटबाजी छोड़कर मेहनत व लगन के साथ विधानसभा चुनाव में जुट जाने की नसीहत दी। साथ ही जनता से आगामी चुनाव में कांग्रेस को जिताने का आह्वान किया। इस दौरान कार्यवाहक अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह अठाना, प्रेमलता दवे, यास्मीन शेरानी आदि कांग्रेस नेता भी उपस्थित रहे।
धानमंडी में आयोजित सभा में कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और यात्रा संयोजक मयंक जाट ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। राउ विधायक जीतू पटवारी ने लाडली बहना योजना के कार्यक्रमों के नाम पर भाजपा द्वारा फिजूल खर्ची किए जाने का आरोप लगाया है। जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा के शासन में शराब की बिक्री हर घर तक दोगुना हो गई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि बड़े-बड़े पांडाल लगाकर फैशन शो की तरह लंबे-लंबे रैंप बनाए जाते हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह हाथ में माइक लेकर रैम्प पर चलकर भाषण देते हैं। कांग्रेस नेता पटवारी ने कहा कि विधानसभा में मेरे प्रश्न के जवाब में लाडली बहन के 13 कार्यक्रमों में 40 करोड रुपए खर्च करने की जानकारी दी गई।
सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता मयंक जाट ने कहा की 10 साल पहले शहर विधायक ने माही का पानी रतलाम में लाने की बात कही थी। 10 साल बाद माही का पानी तो नहीं आया मगर मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा का पानी लाने की नई घोषणा कर दी गई। जाट ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी रतलाम नगर निगम परिषद बैठक में भाजपा बाजार बैठक वसूली का प्रस्ताव लेकर आई। कांग्रेस पार्षदों ने जब इसका विरोध किया तो प्रस्ताव को स्थगित किया गया। भाजपा सरकार में गरीब, आमजन, व्यापारी सभी परेशान है।
शहर विधायक के सामने टिकट नहीं बल्कि इस बात की चिंता!, दोनों दलो के बीच चुनावी शंखनाद शुरू
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। प्रदेश में इस वक्त विधानसभा चुनाव 2023 (MP ELECTION 2023) की तैयारियां जोर शोर से जारी है। चुनावी साल में जहां एक तरफ बीजेपी जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है तो वहीं दूसरी और इसी के मुकाबले कांग्रेस ने जन आक्रोश यात्रा शुरू की है। कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा ने गुरुवार को आलोट से जिले में प्रवेश किया। आज यात्रा शहर में अपना डेरा डालेगी। कांग्रेस का दावा है कि यह यात्रा बीजेपी के कुशासन के खिलाफ है। यात्रा की कमान बेबाक छवि रखने वाले कांग्रेस के पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता जीतू पटवारी संभाले हुए है। यात्रा में AICC प्रभारी कुलदीप इंदौरा, MPCC जिला प्रभारी अमिताभ मंडलोई, विधायक कुणाल चौधरी व सैलाना विधायक हर्ष विजय गहलोत शामिल होंगे। बड़ा सवाल यही है की क्या आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस रतलाम में अपना परचम लहरा पाएगी? बीजेपी के लिए रतलाम शहर विधानसभा सेफ व सेक्योर सीट मानी जाती है। कहा जाता है कि यहां आंख बंद करके वोट बीजेपी में ही गिरते है। चाहे बीजेपी का उम्मीदवार कोई भी हो, इससे फर्क नहीं पड़ता। खेर कांग्रेस में फिलहाल ऐसी कोई चर्चा नहीं है जिसमें रतलाम शहर के लिए उम्मीदवार तय माना जा सके!
सवाल इसलिए भी वाजिब है क्योंकि निकाय चुनाव में सामने आए परिणाम ने सभी को चोंका दिया था। कांग्रेस के प्रत्याशी मयंक जाट ने बीजेपी के चेहरे पर चुनाव के दौरान शिकन ला दी थी। वहीं बीजेपी का वोट परसेंट भी बहुत अधिक गिर गया। जहां किसी समय 24 हजार का मार्जिन से जितने वाली बीजेपी को केवल 8 हजार पर ही संतुष्ट होना पड़ा। इसके बाद से सतर्क हो चुकी बीजेपी की हाइकमान ने रतलाम शहर को लेकर जमकर जोड़ घटाव किए है। बीजेपी विधानसभा चुनाव 2023 में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। वहीं शहर विधायक चेतन्य कश्यप भी अपने टिकट को लेकर तो आश्वस्त है मगर उन्हें चिंता अपने वोट मार्जिन की है। 2018 में इन्होंने 43 हजार से अधिक वोटों से कांग्रेस को शिकस्त दी थी। लेकिन निकाय चुनाव के बाद से यह मार्जिन बना लेना मुश्किल दिखाई पड़ता है। बहरहाल इसके बाद से राजनीति में शाम-दाम-दंड-भेद का खेल भी बीजेपी का शुरू हो चुका है। बीजेपी सीट बचाने के अलावा अपना मार्जिन बढाने या बनाने में जमकर कोशिश करेगी। वहीं कांग्रेस रतलाम शहर में कमीशनखोरी, भ्र्ष्टाचार, सड़क, सीवरेज व पानी जैसी मूलभूत समस्याओं पर बीजेपी को निशाना बनाएगी। फिलहाल देखना यह दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा की तरह कांग्रेस की यह जन आक्रोश यात्रा भी फेल रहेगी या जनता इससे सच में जुड़ेगी। बकौल जनता 14 दिन पहले निकली बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा केवल कार्यकर्ता और स्वागत यात्रा बनकर ही रह गई थी। वैसे ही कहीं कांग्रेस की इस यात्रा के हाल ना हो!