MP News:  होली पर गलती से रंग लग जाए तो बुरा न मानें, मुस्कुराएं – रतलाम शहर काजी की अपील  

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क।MP News:  रमजान के पाक महीने में इस बार होली और जुमा (शुक्रवार) एक साथ आ रहे हैं, जिससे देशभर में इसे लेकर चर्चाएं हो रही हैं। कई जगहों पर जुमे की नमाज के समय में बदलाव किया जा रहा है, तो कहीं मुसलमानों को घर में ही नमाज पढ़ने की सलाह दी जा रही है।  

शहर काजी द्वारा जारी लेटर…

इसी बीच रतलाम शहर काजी मौलवी सय्यद अहमद अली ने मुसलमानों से एक अहम अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर होली के दौरान गलती से किसी हिंदू भाई से रंग लग जाए, तो मुस्कुराकर आगे बढ़ जाएं और इसे दिल से न लगाएं।  

 सब्र और भाईचारे का संदेश  

शहर काजी ने अपने पत्र में लिखा, हम सब आका (पैगंबर) के अच्छे उम्मती बनें और सब्र व अच्छे अखलाक (शिष्टाचार) का मुजाहेरा करें। उन्होंने मुसलमानों से आग्रह किया कि वे रमजान की पाकीजगी को ध्यान में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा नमाज अदा करें और मस्जिदों को आबाद रखें।  

उन्होंने आगे कहा, शहर में अमन, शांति और भाईचारे को बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। किसी भी प्रकार के फितने-फसाद (विवाद) से दूर रहें और एकता का परिचय दें।  

अन्य समुदायों ने किया स्वागत  

शहर काजी की इस अपील का अन्य समुदायों के लोगों ने भी स्वागत किया और इसे आपसी सौहार्द को मजबूत करने वाला कदम बताया।  

गौरतलब है कि इस बार होली और जुमे की नमाज एक ही दिन होने के कारण प्रशासन भी सतर्क है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।

नवीन नियुक्ति : रतलाम के नए शहर काजी सैय्यद आसिफ अली का हुआ स्वागत, मुश्ताक अली होंगे नायब काजी

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। ईद उल-अज़हा (बकरीद) के मौके पर मुस्लिम समुदाय के नए शहर काजी की नियुक्ति की गई। साथ ही नायब काजी की भी नियुक्ति की गई। यह नियुक्ति काजी परिवार की एक बैठक के बाद सभी सदस्यों की अनुसंशा पर हुई। आपको बता दे मुस्लिम समुदाय में काजी पद एक अहम भूमिका रखता है। काजी द्वारा मुसलमानी धर्म के अनुसार धर्म-अधर्म संबंधी विवादों का निर्णय किया जाता है। इसके अलावा ईद की नमाज, चांद का ऐलान, निकाह करवाने जैसे सभी मुख्य काम काजी द्वारा पूरे किए जाते है। 12 साल से सैय्यद एहमद अली रतलाम शहर काजी का दायित्व संभाल रहे थे।

शहर काजी के पद पर अपनी नियुक्ति के बाद सैय्यद आसिफ अली ने बताया की मुझसे पूर्व में सैय्यद एहमद अली साहब शहर काजी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके खराब स्वास्थ व बढ़ती उम्र के कारण नमाज अदायगी, निकाह पढ़ने जैसे जकात के कार्य नहीं हो पा रहे थे। जिसके बाद परिवार के सदस्यों ने काजी हॉउस में आम बैठक रखी और सर्वसम्मति से शहर काजी व नायब काजी के नाम की घोषणा की गई। इस महत्वपूर्ण दायित्व के मिलने के बाद मुस्लिम समुदाय के हित में जो भी कार्य या फैसले होंगे उन्हें ईमानदारी से पूरा करेंगे। सैय्यद आसिफ अली की नवीन शहर काजी के रूप में नियुक्ति होने के बाद सभी ने शुभकामनाएं प्रेषित की। रतलाम में शहर काजी की नियुक्ति रियासतकालीन समय से काजी परिवार के सभी सदस्यों की सहमति से होती आ रही है। काजी की नियुक्ति से पहले सभी परिवार के लोग बैठक आयोजित करते है। जिसमें सभी की सहमति से एक नाम का चयन किया जाता है।