Ratlam News: बाजना में बवाल; सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत का मामला, पुलिस पर पथराव, कई घायल, भांजगड़ा के खिलाफ आज बंद

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: जिले के शिवगढ़ में सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत के बाद बाजना क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है। बीती रात प्रदर्शनकारियों ने भारी मुआवजे की मांग को लेकर पुलिस बल पर पथराव कर दिया, जिसमें एसडीओपी समेत नौ पुलिसकर्मी के घायल होने की जानकारी सामने आई है। घटना के विरोध में आज बाजना के व्यापारियों ने बाजार बंद कर मौन जुलूस निकालने का ऐलान किया है। घटना के बाद बाजना में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

घटनास्थल पर जांच करते एसपी अमित कुमार

कैसे हुआ हादसा?
शुक्रवार रात करीब साढ़े 9 बजे बाजना निवासी कमल (22) और दीपक (20) मोटरसाइकिल से जा रहे थे, जब छावनी झोड़िया गांव के पास उनकी बाइक रतलाम से आ रही एक बस से टकरा गई। दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। शनिवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव उनके परिजनों को सौंपे गए।

मुआवजे की मांग और बवाल
शनिवार को परिजन शवों को लेकर बस मालिक के घर के सामने प्रदर्शन करने पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने मृतकों के लिए 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की। बस मालिक ने 13 लाख रुपये देने की पेशकश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इसे खारिज कर दिया। देर रात प्रदर्शन हिंसक हो गया, और भीड़ ने पुलिस बल पर पथराव शुरू कर दिया। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

बस मालिक के घर के बाहर रखे मृतकों के शव

पुलिसकर्मी घायल, कई गिरफ्तार
सूत्रों के अनुसार पथराव में बाजना एसडीओपी नीलम बघेल समेत नौ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि प्रदर्शनकारियों पर हत्या के प्रयास की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। अब तक कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है।

व्यापारियों का बंद और विरोध
इस घटना के विरोध में बाजना के व्यापारियों ने आज बाजार बंद रखा। उनका कहना है कि आदिवासी समुदाय अक्सर ऐसी घटनाओं में मुआवजे के नाम पर भारी रकम की मांग करता है, जिससे क्षेत्र में भय का माहौल बन गया है।

मुख्यमंत्री की घोषणा
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान कोष से प्रत्येक परिवार को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।

अपहरण कांड : मासूम बच्ची के अपहरण के पीछे की असल वजह नहीं आई सामने, कारण तस्करी है या शादी?

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। शिवगढ़-बाजना के नजदीक हेवड़ा गांव में दो साल की मासूम बच्ची के अपहरण का मामला सामने आया है। मगर बदमाश इसमें सफल नहीं हो सके, क्योंकि ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना देकर कार का पीछा किया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। हालांकि पुलिस ने राजापुरा माताजी के पास बेरिकेड्स लगाकर घेराबंदी की थी जिसे आरोपी तोड़ते हुए निकल गए। बाद में बीच रास्ते क्रेन लगाकर आरोपियों को पकड़ा गया। इस दौरान लोगों ने उनकी धुनाई भी कर दी।

देखे वीडियो: ग्रामीणों व पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

पकड़ाए तीनों आरोपी रविवार तक भी पुलिस को गुमराह करते रहे। उनके द्वारा अब तक अपहरण की असल वजह नहीं बताई गई है। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के अनुसार आरोपी प्रेमिका से शादी नहीं होने जैसी बात कर रहे है। उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड लेकर गहन पूछताछ की जाएगी। जिसके बाद ही पूरा मामला स्पष्ट होगा। ऐसे में एक बड़ा सवाल है की क्या आरोपी ऐसे छोटे बच्चों का अपहरण कर उनकी तस्करी में लिप्त है या और कोई निजी वजह है? क्या पुलिस इसे मानव तस्करी से जोड़ कर आगे जांच बढ़ाएगी क्योंकि आरोपी ढाबे का संचालन करते ऐसे में ढाबे ट्रैफिकिंग का एक आसान जरिया है। कई ढाबों से मादक पदार्थों की तस्करी के मामले सामने आ चुके है। एसपी के अनुसार मुख्य आरोपी नामली का लोकेश जाट (23 ) है, जो कि नामली में ही ढाबे का संचालन करता है। इसके अलावा दो अन्य आरोपी अर्जुन गायरी (22) व और कागली खेड़ा का गौतम झोड़िया (21) हैं, जो ढाबे पर काम करते है। गौतम बाजना का ही रहने वाला है, जबकि अर्जुन नामली में रहता है।

ऐसे हुआ पूरा घटनाक्रम
शनिवार शाम को हेवड़ा गांव में एक महिला हैंडपंप पर पानी भर रही थी, उसके घर के सामने ही बालिका खेल रही थी। हैंडपंप घर से थोड़ी दूर ही है। इतने में ही एक कार आई और घर के बाहर खेल रही मासूम को बिठाकर ले गए। बालिका की मां ने शोर मचाया तो आसपास के लोग एकत्रित हुए और कार का पीछा करना शुरू कर दिया। राजपुरा माताजी के पास पुलिस ने रोकने के बंदोबस्त किए लेकिन वे नाकाबंदी तोड़ते हुए शिवगढ की और भागे। ग्रामीणों और पुलिस को पीछे देखकर आरोपियों ने कार रोकी और खेरियापड़ा में भाग गए। ग्रामीणों ने पीछा कर उन्हें दबोच लिया। चारों तरफ से कार को ग्रामीणों ने घेर लिया। पुलिस पहुंचती इसके पहले कुछ लोगों ने आरोपियों की धुनाई कर दी।