
पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। शिवगढ़-बाजना के नजदीक हेवड़ा गांव में दो साल की मासूम बच्ची के अपहरण का मामला सामने आया है। मगर बदमाश इसमें सफल नहीं हो सके, क्योंकि ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना देकर कार का पीछा किया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। हालांकि पुलिस ने राजापुरा माताजी के पास बेरिकेड्स लगाकर घेराबंदी की थी जिसे आरोपी तोड़ते हुए निकल गए। बाद में बीच रास्ते क्रेन लगाकर आरोपियों को पकड़ा गया। इस दौरान लोगों ने उनकी धुनाई भी कर दी।
पकड़ाए तीनों आरोपी रविवार तक भी पुलिस को गुमराह करते रहे। उनके द्वारा अब तक अपहरण की असल वजह नहीं बताई गई है। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के अनुसार आरोपी प्रेमिका से शादी नहीं होने जैसी बात कर रहे है। उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड लेकर गहन पूछताछ की जाएगी। जिसके बाद ही पूरा मामला स्पष्ट होगा। ऐसे में एक बड़ा सवाल है की क्या आरोपी ऐसे छोटे बच्चों का अपहरण कर उनकी तस्करी में लिप्त है या और कोई निजी वजह है? क्या पुलिस इसे मानव तस्करी से जोड़ कर आगे जांच बढ़ाएगी क्योंकि आरोपी ढाबे का संचालन करते ऐसे में ढाबे ट्रैफिकिंग का एक आसान जरिया है। कई ढाबों से मादक पदार्थों की तस्करी के मामले सामने आ चुके है। एसपी के अनुसार मुख्य आरोपी नामली का लोकेश जाट (23 ) है, जो कि नामली में ही ढाबे का संचालन करता है। इसके अलावा दो अन्य आरोपी अर्जुन गायरी (22) व और कागली खेड़ा का गौतम झोड़िया (21) हैं, जो ढाबे पर काम करते है। गौतम बाजना का ही रहने वाला है, जबकि अर्जुन नामली में रहता है।
ऐसे हुआ पूरा घटनाक्रम
शनिवार शाम को हेवड़ा गांव में एक महिला हैंडपंप पर पानी भर रही थी, उसके घर के सामने ही बालिका खेल रही थी। हैंडपंप घर से थोड़ी दूर ही है। इतने में ही एक कार आई और घर के बाहर खेल रही मासूम को बिठाकर ले गए। बालिका की मां ने शोर मचाया तो आसपास के लोग एकत्रित हुए और कार का पीछा करना शुरू कर दिया। राजपुरा माताजी के पास पुलिस ने रोकने के बंदोबस्त किए लेकिन वे नाकाबंदी तोड़ते हुए शिवगढ की और भागे। ग्रामीणों और पुलिस को पीछे देखकर आरोपियों ने कार रोकी और खेरियापड़ा में भाग गए। ग्रामीणों ने पीछा कर उन्हें दबोच लिया। चारों तरफ से कार को ग्रामीणों ने घेर लिया। पुलिस पहुंचती इसके पहले कुछ लोगों ने आरोपियों की धुनाई कर दी।