इस बार बन रहे दो विशेष योग, कैसे करे हनुमानजी की आराधना…
पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। 23 अप्रैल मंगलवार को हनुमान प्राकट्योत्सव ( Hanuman jayanti) धूमधाम से मनाया जाएगा। इसको लेकर नगर व जिले के प्रमुख हनुमान मंदिरों में तैयारियां पुरी हो चुकी है। हनुमान प्राकट्योत्सव मंगलवार को है। इस दिन सुबह से लेकर शाम तक मंदिरों में कई धार्मिक आयोजन एवं अनुष्ठान किए जाएंगे।
शहर के माणकचौक स्थित बड़ा हनुमानजी मंदिर साहू बावड़ी पर सुबह 7 बजे मंगला आरती होगी। भगवान हनुमानजी का विशेष श्रृंगार होगा। दोपहर 1 बजे श्रीराम मारुति यज्ञ शुरू होगा। जिसके समापन के बाद रात 8 बजे महा आरती कर प्रसादी वितरण का कार्यक्रम किया जाएगा। नगर निगम स्थित मेहन्दीकुई बालाजी मंदिर पर दोपहर 12 बजे पांच दिवसीय श्रीराम मारुति यज्ञ की पूर्णाहुति दी जाएगी। जिसके बाद शहर में शोभायात्रा निकाली जाएगी जो मंदिर पर आकर समाप्त होगी। भगवान बालाजी की महाआरती के बाद प्रसादी वितरण का कार्यक्रम होगा। बड़बड़ हनुमान मंदिर पर 5 दिवसीय मेले का समापन हनुमान प्राकट्योत्सव पर होगा।
नगर में श्री हनुमान प्राकट्योत्सव पर श्री मंगलनाथ महाकाल रक्तदान मंडल – सेवा वीर परिवार द्वारा 51 हजार हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया जाएगा। शहर के नेहरू स्टेडियम(पोलो ग्राउंड) में होने वाले इस कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई है। आयोजन से पूर्व रविवार को शाम 5 बजे महलवाड़ा से आमंत्रण वाहन रैली भी निकाली गई। मंडल के पंकज भाटी ने बताया कि मंगलवार सुबह 7.30 बजे भक्तों का आना शुरू होगा। 8 बजे हनुमान चालीसा (hanuman chalisa) पाठ शूर कर दिया जाएगा। कार्यक्रम में करीब 15 हजार लोगों के आने का अनुमान है।
बन रहे विशेष योग, हनुमानजी होंगे प्रसन्न
प्रभु श्रीराम के परम् भक्त चिरंजीवी श्री हनुमान जी का प्राकट्य चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन हनुमान जी की विशेष पूजा करने का प्रावधान है, ऐसा करके हम अपने जीवन में आने वाली तमाम बाधाओं को दूर कर सकते हैं। इस दिन विशेष तरह के प्रयोगों से हम ग्रहों को भी शांत कर सकते है। इस बार हनुमान जयंती 23 अप्रैल मंगलवार यानी कल मनाई जाएगी। पूर्णिमा तिथि इस बार 23 अप्रैल यानी कल सुबह 3 बजकर 25 मिनट से शुरू होगी और तिथि का समापन 24 अप्रैल, बुधवार को सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर होगा। हनुमान जयंती इस बार बहुत खास मानी जा रही है दरअसल, हनुमान जयंती पर कुछ खास संयोग बनने जा रहे है। हनुमान जयंती मंगलवार को होने के साथ ही इस दिन हनुमान जयंती चित्रा नक्षत्र और वज्र योग का संयोग बनने जा रहा है।
ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी (Hanuman Ji) आज भी कलयुग में जीवित रूप से मौजूद है। वहीं जो भी उनकी उपासना करता है उसे बल, बुद्धि, विधा, वैभव, कीर्ति और धन की प्राप्ति होती है। अगर आप भी बजरंगबली को प्रसन्न करना चाहते हैं और अपने जीवन के संकटों को दूर करना चाहते हैं, तो हनुमान जन्मोत्सव के दिन विधिवत उनकी पूजा करे।
ऐसे करे विधी विधान से पूजा – पाठ
- हनुमान जयंती के दिन उत्तर पूर्व दिशा में चौकी पर लाल कपड़ा रखें।
- फिर उसके बाद हनुमान जी के साथ भगवान श्रीराम के चित्र की स्थापना करें।
- फिर हनुमान जी को लाल और श्रीराम को पीले फूल चढ़ाएं।
- फिर हनुमान जी को सिंदूर का चोला और राम जी को चंदन, कुमकुम का तिलक लगाएं। इसके बाद घी का दीपक जलाएं और विधिवत पूजा करें।
- पहले प्रभु श्रीराम के मंत्र ‘ऊं राम रामाय नम: का जाप करें। और फिर हनुमान जी के मंत्र ‘ऊं हं हनुमते नम:’ का जाप करे। यह 11, 21, 51 या 101 कितनी भी बार अपनी श्रद्धा अनुसार कर सकते है।
- इसके बाद सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके बाद श्रीराम जी के नाम का जप और स्तुति भी करे।
- फिर हनुमान जी को लड्डूओं का भोग लगाएं और आखिरी में आरती करें।
(Disclaimer : यह लेख व पूजन विधि धार्मिक मान्यताओं पर या ज्योतिष जानकारों के अनुसार है।)