रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: रतलाम वासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। मध्य प्रदेश के रतलाम संभाग में पहला आर्टिफिशियल वेटलैंड (कृत्रिम आर्द्रभूमि) बनने जा रहा है, जो अमृत सागर तालाब पर स्थापित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर कुल 2.71 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे और इसके पूरा होने की संभावित समयसीमा दिसंबर 2026 तय की गई है।
यह प्रोजेक्ट राष्ट्रीय झील संरक्षण योजना के अंतर्गत एको (पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन – EPCO) की देखरेख में तैयार किया जा रहा है। पहले यह योजना खतरे में पड़ गई थी क्योंकि EPCO के पोर्टल से यह प्रोजेक्ट हट गया था, जिसके चलते फंड रुक गया था। लेकिन नगर निगम कमिश्नर के हस्तक्षेप और EPCO अधिकारियों से समन्वय के बाद इसे दोबारा पोर्टल पर लाइव किया गया, जिससे अब फंडिंग का रास्ता साफ हो गया है।
क्यों है ये वेटलैंड प्रोजेक्ट जरूरी?
अमृत सागर तालाब में आसपास के नालों का गंदा पानी मिलने से पानी बदबूदार हो गया है और जलकुंभी की अधिकता से तालाब की सुंदरता और पारिस्थितिकी प्रभावित हो रही है। इससे आसपास की 12 से ज्यादा कॉलोनियों के रहवासी प्रभावित हो रहे थे। अब वेटलैंड बनने के बाद यह समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
वेटलैंड तकनीक कैसे काम करेगी?
- सबसे पहले गंदे नाले पर एक प्रायमरी टैंक बनाया जाएगा, जिसमें भारी गंदगी नीचे बैठ जाएगी।
- इसके बाद पानी 9 टैंकों से होकर गुजरेगा, जिनमें बजरी, पत्थर, कोयला और चूना पत्थर जैसे नेचुरल फिल्टर होंगे।
- इस प्रोसेस से पानी 75-80 प्रतिशत तक साफ होकर बाहर निकलेगा, जिससे तालाब में स्वच्छ जल पहुंचेगा।
अब तक कितना काम हो चुका है?
इस प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 22.84 करोड़ रुपए है, जिसमें पहले चरण में 12.43 करोड़ के कार्य पूरे हो चुके हैं। इनमें शामिल हैं:
- गैबियन वॉल
- पाल की स्टोन पीचिंग
- वॉच टॉवर
- एडमिन और टॉयलेट ब्लॉक
- दो एंट्री गेट
- लाइटिंग
- त्रिपोलिया गेट के पास मिनी चौपाटी
किसकी पहल से मिला जीवन?
करीब 5 साल पहले यह योजना लगभग ठप हो गई थी, लेकिन कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप की पहल पर इसे फिर से केंद्र सरकार की मंजूरी मिली और पहली किस्त में 6.85 करोड़ रुपए जारी किए गए थे।