रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: चिकित्सा महाविद्यालय रतलाम में मेडिकल टीचर एसोसिएशन रतलाम के सदस्यों ने शासकीय स्वशासी चिकित्सा महासंघ के तत्वाधान में अमानक दवाइयों का प्रतीकात्मक सामूहिक दहन किया। यह विरोध प्रदर्शन 21 फरवरी 2025 को दोपहर 1:30 बजे आयोजित किया गया, जिसमें डॉक्टरों ने शासकीय अस्पतालों में बांटी जा रही अमानक दवाइयों के खिलाफ नाराजगी जताई।

डॉक्टरों ने जताई चिंता
एमटीए रतलाम के अध्यक्ष डॉ प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि शासकीय अस्पतालों में अमानक दवाइयां आवंटित की जा रही हैं, जिससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसके कारण मरीजों की तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों को जिम्मेदार ठहराया जाता है, जबकि असली गुनहगार कोई और होता है।
डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच बढ़ रहे विवाद
डॉ बघेल ने कहा कि घटिया दवाइयों की वजह से मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार नहीं होता, जिससे डॉक्टरों और मरीजों के परिजनों के बीच झगड़े की नौबत आ जाती है। डॉक्टरों ने सरकार से मांग की है कि शासकीय अस्पतालों में गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं, ताकि मरीजों को सही उपचार मिल सके और डॉक्टरों को अनावश्यक विवादों का सामना न करना पड़े।
प्रदर्शन में शामिल चिकित्सक
इस विरोध प्रदर्शन में मेडिकल टीचर एसोसिएशन रतलाम के सचिव डॉ देवेंद्र नरगावे, डॉ अनिल मीणा, डॉ योगेश तिलकर, डॉ देवेंद्र चौहान, डॉ शैलेंद्र डावर सहित कई अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।
डॉक्टरों की सरकार से मांग
डॉक्टरों ने सरकार से शासकीय अस्पतालों में दवाइयों की गुणवत्ता की जांच कराने और अमानक दवाइयों की आपूर्ति पर तुरंत रोक लगाने की मांग की। यदि इस मुद्दे पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो डॉक्टरों ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।
डॉ प्रवीण सिंह बघेल, अध्यक्ष, मेडिकल टीचर एसोसिएशन रतलाम
डॉ देवेंद्र नरगावे, सचिव, मेडिकल टीचर एसोसिएशन रतलाम