माही बुझाएगी सैलाना की प्यास : हैदराबाद की कंपनी को जारी हुआ टेंडर, नगरवासियों को पानी की किल्लत से मिलेगी निजात

पब्लिक वार्ता – रतलाम/सैलाना,
जयदीप गुर्जर/प्रियेश उपाध्याय। सैलाना विधानसभा क्षेत्र में पेयजल संकट की समस्या से अब राहत मिलने की उम्मीद है। नगर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के दौरान पानी का बड़ा संकट खड़ा हो जाता है। इसके लिए सैलाना नगर परिषद लगातार माही के पानी को सैलाना लाने की मांग कर रही थी। जिसके बाद अब परिषद को बड़ी उपलब्धि मिली है। माही का पानी सैलाना लाने की मांग पर प्रशासन स्तर पर टेंडर फाइनल होने के बाद वर्क ऑर्डर जारी हो चुके है। यह काम 2 साल में पूरा हो जाने की संभावना है। जिसके बाद परिषद प्रतिदिन जनता तक पानी पहुंचा सकेगी। सैलाना से 45 किलोमीटर दूर स्थित गांव मांझोडिया डैम से पाइपलाइन द्वारा पानी लिफ्ट कर सैलाना तक पहुंचाया जाएगा।

शुक्रवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में परिषद अध्यक्ष चेतन्य (लक्की) शुक्ला ने पत्रकारों से चर्चा में बताया मार्च माह में जिला कलेक्टर द्वारा आयोजित पेयजल समीक्षा बैठक में सैलाना विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में माही नदी से जल स्त्रोत आधारित समूह जल योजना के तहत पेयजल आपूर्ति की जाना सुनिश्चित किए जाने की कार्य योजना पर वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली गई थी। इसी बैठक में परिषद की ओर से अध्यक्ष शुक्ला ने इस महत्वपूर्ण योजना में सैलाना नगर को शामिल करने की मांग करते हुए नगर की पेयजल समस्या को बताया था।
अध्यक्ष शुक्ला ने बताया कि यह जनहित का कार्य सैलाना विधायक हर्षविजय गेहलोत गुडडू, जिला कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी व सम्बंधित अधिकारियों के सहयोग से संभव हो पाया। इस योजना के टेंडर फाइनल होने के बाद वर्क आर्डर भी जारी हो गया है। अधिकारिक जानकारी के अनुसार हैदराबाद की कंपनी इस प्रोजेक्ट को पूरा करेगी। गाइडलाइन के मुताबिक 24 माह यानी 2 साल में कंपनी को कार्य पूरा करना होगा। इस दौरान नगर परिषद उपाध्यक्ष सुनीता पाठक, पार्षद मीरा पाटीदार, मंगलेश कसेरा आदि उपस्थित थे।

नया संपवेल बनेगा, पाइपलाइन से आएगी “माही” :
कंपनी पाइपलाइन के माध्यम से माही नदी का पानी संपवेल तक पहुंचाएगी। परिषद द्वारा इसके लिए नया संपवेल बनवाया जाएगा। इसके लिए स्थल चयन के साथ सम्पवेल का डीपीआर भी तैयार किया जा रहा है। संपवेल से पानी नगर में वितरण का जिम्मा परिषद के पास होगा। परिषद सीएमओ अनिलकुमार जोशी ने बताया कि प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद सैलाना नगर में पेयजल समस्या का हमेशा के लिए समाधान हो जाएगा। इसके बाद परिषद प्रतिदिन नगर में पेयजल प्रदाय कर सकेगी।
वर्तमान में नगर की पेयजल योजना गोवर्धन सागर तालाब से की जा रही है। लेकिन गर्मी के मौसम के दौरान किसानों द्वारा सिंचाई के लिए पानी ले लिया जाता है। जिससे पानी की कमी के साथ ही विवाद भी होता है। इस योजना के बाद नगर की पेयजल समस्या दूर होगी।

भ्रष्टाचार का खुला खेल : निगम के इंजीनियर ब्रजेश कुशवाह पर कमीशनखोरी का आरोप, ठेकेदार पहुंचे कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के पास

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। नगर निगम में भ्रष्टाचार होने की बाते तो हम सुनते आ रहे है। मगर आज शुक्रवार को निगम के भ्रष्ट व कमीशनखोर अधिकारी पूरी तरह बेनकाब हो गए। जब निगम कार्यों की टेंडर प्रक्रिया को पूरा करने वाले लगभग 10 से 20 ठेकेदार कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के पास शिकायत करने पहुंचे। ठेकेदारों ने निगम के सब इंजीनियर ब्रजेश कुशवाह पर कमीशनखोरी व मानसिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया है। यह ज्ञापन ठेकेदार यूनियन की और से दिया गया। देखिए वीडियो –

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शिकायतकर्ता ठेकेदार चंदन बसेर ने बताया की निगम के कुछ अधिकारी ठेकेदारों को आए दिन परेशान करते रहते है। उनसे कमीशन की मांग की जाती है। कमीशन देने के बाद भी उनसे एडवांस में और तय से अधिक कमीशन मांगा जाता है। निगम के सब इंजीनियर ब्रजेश कुशवाह पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि कुशवाह द्वारा कमीशन ना देने पर फ़ाइल आगे नहीं बढाने जैसी धमकियां दी जाती है। इसके अलावा कार्य का बिल पास नहीं करना, कार्य को रुकवाना आदि हथकंडे अपनाए जाते है। बकौल इंजीनियर कुशवाह का कहना है कि शिकायत कर दो कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा। मेरी सेटिंग ऊपर तक है। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी को शिकायतकर्ताओं ने वीडियो व कुछ फोटो भी पैसे देते हुए आवेदन के साथ संलग्न किए है। आपको बता दे कि कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के कार्यालय में नहीं मिलने पर ठेकेदारों ने उनसे फोन पर चर्चा कर समस्या सुनाई। जिसके बाद व्हाटसएप से उन तक आवेदन व अन्य दस्तावेज भेजे गए। कलेक्टर ने ठेकेदारों को कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया है।

दूल्हा, दुल्हन और दलाल : 6 दिन घर में रही नई नवेली पत्नी 7वें दिन हुई रफू चक्कर, गांव पहुंचे पति को चाकू दिखाकर भगाया

सावधान! कहीं आप भी किसी दलाल के झांसे में तो नहीं?, लूटेरी दुल्हन की यह कारस्तानी कर देगी हैरान

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर।
शादी की बात आते ही कई कुंवारे युवाओं के मन में लड्डू फुट आते है। मशहूर लेखक शौकत थानवी ने अपनी एक कहानी “शादी हिमाकत है” के शुरुआत में ही लिखा है की शादी करना कोई होशियारी वाला काम है या मूर्खता करने वाला! आज का केस जानकर आप थानवी की इस बात पर जरूर गौर करेंगे। दरअसल मध्यप्रदेश के रतलाम में पुलिस ने एक लुटेरी दुल्हन के मामले का पर्दाफाश किया है। यहां खाचरोद का एक युवक शादी के चक्कर में दलालों के जाल में फंस गया। जहां उससे मोटी रकम वसूलने के बाद शादी तो हुई, मगर 6 दिन बाद दुल्हन घर लूट कर रफूचक्कर हो गई। जिसके बाद पीड़ित पुलिस के पास मदद की गुहार लेकर पहुंचा। रतलाम पुलिस ने तत्काल मामले में कार्रवाई करते हुए लुटेरी दुल्हन व उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार दिनांक 25 अगस्त 2023 को फरियादी मोहन पाटीदार निवासी मड़ावदा थाना खाचरोद जिला उज्जैन ने थाना बिलपांक में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी की दो माह पूर्व ग्राम धराड़ के एक परिचित आनंदीलाल पाठक ने फरियादी को बोला था कि, तुम्हारी शादी नहीं हो रही है तो मेरी नजर में एक लड़की है। थोड़े पैसे लगेंगे लेकिन तुम्हारी शादी करवा दूंगा। इस पर फरियादी, आरोपी आनंदीलाल पाठक की बातों में आकर शादी के लिए मान गया।
आनंदीलाल पाठक ने अपने परिचित दलाल गोपाल राव निवासी अमली थाना बेटमा जिला धार से चर्चा की। जिसके बाद फरियादी मोहन पाटीदार व दलाल गोपाल मिले। दोनों आरोपी दलालों ने फरियादी को एक अन्य दलाल कमलेश कटारे निवासी आड़ा बयड़ा थाना मनावर जिला धार से मिलवाया। जिसके बाद तीनों आरोपियों ने षडयंत्र बना कर फरियादी मोहन पाटीदार को आरोपी दुल्हन पायल उर्फ गीता कटारे से मिलवाया और शादी के लिए राजी किया। 29 जुलाई को 2 लाख रूपये लेकर दोनों की शादी मंदिर में करवा दी गई। शादी के 7वें दिन ही आरोपी दुल्हन पायल उर्फ गीता नगदी व आभूषण लेकर रफूचक्कर हो गई।

पुलिस की गिरफ्त में लूटेरी दुल्हन और दलाल.

पुलिस ने मामले में गंभीरता से जांच करते हुए आरोपी गीता उर्फ पायल पिता लिमसिंह कटारे उम्र 35 साल निवासी आड़ा बयड़ा चौकी उमरबन थाना मनावर जिला धार, कमलेश कटारे पिता बंडूसिंह कटारे उम्र 30 साल निवासी अडा बयड़ा चौकी उमरबन थाना मनावर जिला धार, गोपाल राव पिता रामचंद्र राव निवासी आमली थाना बेटवा जिला धार व आनंदीलाल पिता उच्चव पाठक निवासी धराड़ थाना बिलपांक जिला रतलाम को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। पूछताछ में मालूम हुआ कि आरोपी महिला गीता उर्फ पायल पहले से शादीशुदा है। 12 साल पहले इसने अपने पति अमरसिंह पांडर पिता नंदराम पंडार निवासी लटामली थाना तिरला जिला धार को छोड़ दिया था। इसके 10 व 15 साल की उम्र के दो बच्चे भी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीस हजार रुपए और घटना में उपयोग किया चाकू व मोबाइल जप्त किया। फिलहाल पुलिस मामले में और भी कई एंगल से जांच कर रही है। सूत्रों की माने तो धराड़ का आरोपी पाठक इसके पूर्व भी कई लोगों को लूट चुका है। जो मामले पुलिस तक पहुंचे ही नहीं है।

ऐसे रचा लूटेरी दुल्हन कहानी का षडयंत्र :
कहानी में फरियादी दूल्हा मोहन धराड़ के आनंदीलाल पाठक के संपर्क में आता है। पाठक उसे अपने दो अन्य साथियों कमलेश कटारे व गोपाल राव से मिलवाता है। षडयंत्र के मुताबिक कमलेश चचेरा भाई बनकर मोहन को लूटेरी दुल्हन पायल उर्फ गीता कटारे नाम की लड़की से मिलवाता है। दूल्हा- दुल्हन की मुलाकात धराड़ गांव के बाहर फोरलेन पर स्थित सगस बाबजी मंदिर के पास करवाई जाती है। जहां दोनों एक दूसरे को पसंद करते है और शादी फिक्स कर दी जाती है। यह सौदा 2 लाख रूपये में तय होता है, जो कि शादी वाले दिन दलालों को देने की बात होती है। शादी के लिए 29 जुलाई की तारीख तय होती है। शादी का पूरा घटनाक्रम जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर स्थित बिरमावल के सातरुंडा माता मंदिर की पर होता है। यहां दूल्हा मोहन व उसके परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
मंदिर में शादी के बाद 1 लाख 60 हजार रुपये व कुछ ज्वेलरी आरोपी महिला को दिए जाते है।

दूल्हा पहुंचा गांव तो दिखा दिया चाकू! :

पीड़ित मोहन पाटीदार ने बताया कि शादी के बाद वह अपनी दुल्हन पायल उर्फ गीता को लेकर अपने घर चले गया। गीता 6 दिनों तक घर में रही और 7वे दिन सुबह 5 बजे पहनी हुई ज्वेलरी और घर में रखे 50 हजार रुपये लेकर फरार हो गई। जिसके बाद उसने आरोपी दलाल आनंदीलाल पाठक और गोपाल राव को इसकी जानकारी दी। दोनों ही उस लड़की के बारे में कुछ नहीं जानते यह बोलकर पल्ला झाड़ लेते है। इसके अलावा मोहन को धमकाते भी है कि तुम ज्यादा खोज बीन करोगे तो वो लड़की पुलिस में रिपोर्ट करके किसी केस में तुम्हें फंसवा देगी। जिसके बाद डर के कारण कई दिनों तक मोहन पुलिस के पास तक नहीं पहुंचा। मोहन अपने स्तर पर ही इस मामले में छानबीन करते हुए अपने कुछ साथियों के साथ दुल्हन का पता करने उसके गांव आड़ा बयडा पहुंचता है। गांव में आरोपी महिला गीता उर्फ पायल और दलाल कमलेश कटारे उससे मिलते है। दोनों मोहन व साथियों को गांव के बाहर ले जाकर चाकू दिखाकर डराते व धमकाते है और गांव से भगा देते है। जिसके बाद दूल्हा मोहन परेशान होकर थाने पर जाकर अपनी आपबीती सुनाता है।

सराहनीय भूमिका :
टीआई बिलपांक ओपी सिंह, एसआई अल्केश सिंगाड़, एसआई सुरेश गोयल, प्रधान आरक्षक रमेश डाबी व आरक्षक गजेंद्र झाला की सराहनीय भूमिका रही।