
रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ रतलाम के लिए यह अत्यंत गौरव का क्षण रहा जब महासती दक्षिण चंद्रिका डॉ. संयमलता म.सा. का 10 वर्षों के पश्चात मध्यप्रदेश में मंगल आगमन हुआ। आगामी वर्षावास 2025 हेतु उनका रतलाम आगमन प्रस्तावित है।

डॉ. संयमलता म.सा. ने राजस्थान के उदयपुर में सम्पन्न चातुर्मास के पश्चात साध्वी अमितप्रज्ञा म.सा., साध्वी कमलप्रज्ञा म.सा., साध्वी सौरभप्रज्ञा म.सा. सहित ठाना 4 के साथ निम्बाहेड़ा होते हुए मध्यप्रदेश की सीमा स्थित नयागांव में प्रवेश किया।
इस अवसर पर रतलाम से संघ नीमचौक अध्यक्ष अजय खमेसरा के नेतृत्व में महेन्द्र बोथरा, सुरेश कटारिया, अमृत कटारिया, प्रदीप पोखरना, निलेश बाफना, संजय खमेसरा, अनिल गांधी, प्रकाश मेहता, आशीष कटारिया, रीतेश मूणत सहित अनेक श्रद्धालुजनों ने महासती मंडल की भव्य अगवानी की।
डॉ. संयमलता म.सा. ने कहा,
“10 वर्षों बाद आज मध्यप्रदेश की पुण्य भूमि पर पदार्पण का सौभाग्य मिला है। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे अपनी जन्मस्थली रतलाम में वर्षावास करने का अवसर मिला है। इस वर्षावास को जप, तप और साधना से सार्थक बनाना हम सभी का कर्तव्य है।”
इस दौरान साध्वी मंडल द्वारा मंगल प्रार्थना की गई और श्रद्धालुजनों ने धर्मसभा में महासती म.सा. के विहार की कुशलता पूछी। संघ अध्यक्ष अजय खमेसरा, सुरेश कटारिया, आशीष कटारिया, आनंद सालेचा, आस्था बोथरा आदि ने भी सभा को संबोधित किया।
महासती म.सा. वर्तमान में नयागांव (जिला नीमच) में विराजमान हैं और 2 व 3 जून को नीमच शहर में पधारने की संभावना है।
रतलाम आगमन आगामी 25 जून तक संभावित है।
इसकी जानकारी संघ मीडिया प्रभारी निलेश बाफना ने दी।