Best Farmer Award : आप किसान है? तो आपके पास है 25 हजार जीतने का मौका, यह खबर जरूर जान ले

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Best Farmer Award : कृषि विस्तार योजना ( ATMA/आत्मा योजना) के अंतर्गत जिले के सर्वोत्तम कृषक (Best Farmer) और कृषक समूहों (Best Farmer Groups) को पुरस्कृत करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर 2024 है। 

परियोजना संचालक निर्भयसिंह नर्गेश के अनुसार, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में कार्यरत जिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक को 25 हजार रुपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा, विकासखंड स्तरीय सर्वोत्तम कृषक को 10 हजार रुपए और जिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक समूह को 20 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। यह राशि डीबीटी ( DBT Account/डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधा उनके खातों में जमा होगी।

कौन होंगे पात्र
पुरस्कार के लिए उन्हीं उन्नतिशील कृषकों को पात्र माना जाएगा, जिन्होंने वैज्ञानिक तरीकों से नई कृषि तकनीकों को अपनाकर कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन और कृषि अभियांत्रिकी में उत्कृष्ट उत्पादन प्राप्त किया हो।

कार्यालय से ले फॉर्म
आवेदन पत्र का प्रारूप विकासखंड स्तर के संबंधित कार्यालयों से प्राप्त किया जा सकता है। वे कृषक या कृषक समूह जो पूर्व में पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें इस बार पुरस्कार के लिए शामिल नहीं किया जाएगा। पुरस्कार का चयन कलेक्टर की अध्यक्षता में आत्मा गर्वनिंग बोर्ड द्वारा किया जाएगा और उनका निर्णय अंतिम होगा।

10 अक्टूबर अंतिम तिथी
कृषक अपने आवेदन पत्र को निर्धारित प्रारूप में पूरी जानकारी और आवश्यक दस्तावेजों के साथ 10 अक्टूबर 2024 तक विकासखंड स्तर के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी या आत्मा परियोजना के बीटीएम और एटीएम कार्यालय में जमा कर सकते हैं।

Kangana ranaut: BJP नेताओं के विरोध के बाद कंगना रनौत ने मांगी माफी, कृषि कानूनों पर दिया था बयान

पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Kangana ranaut on Farmer Law: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद कंगना रनौत ने हाल ही में दिए गए अपने बयान पर माफी मांगी है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की मांग की थी। यह बयान देते ही विपक्षी दलों ने भाजपा और कंगना पर निशाना साधा।

कंगना ने माफी मांगते हुए कहा कि यदि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वे अपने शब्द वापस लेती हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी मंशा किसी की भावनाओं को आहत करने की नहीं थी। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी कंगना के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर बोलने का अधिकार नहीं है।

वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर किसानों के खिलाफ कोई कदम उठाया गया तो फिर से प्रधानमंत्री को माफी मांगनी पड़ेगी। कंगना के इस बयान से किसानों के बीच नाराजगी थी, विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा के किसानों में, जो पहले भी कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर चुके थे।

कंगना ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपनी स्थिति स्पष्ट की और कहा कि उनका सुझाव था कि किसानों को खुद प्रधानमंत्री से इन कानूनों को वापस लाने की अपील करनी चाहिए, जिससे उनकी समृद्धि बाधित न हो। यह मामला तब उठा जब कंगना ने 23 सितंबर को हिमाचल प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान तीनों कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की वकालत की थी। गौरतलब है की 14 महीने के किसान आंदोलन के बाद केंद्र सरकार ने नवंबर 2021 में कानूनों को वापस ले लिया था।