भोपाल – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क । Train Time: पश्चिम रेलवे के वडोदरा मंडल में आणंद-गोधरा खंड के दोहरीकरण कार्य हेतु प्रस्तावित ब्लॉक के कारण रतलाम मंडल से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनें प्रभावित होंगी। यात्रियों की सुविधा और सुगम यात्रा के मद्देनजर कुछ ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है, जबकि कुछ ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द रहेंगी। प्रभावित ट्रेनों का विवरण इस प्रकार है:
1. गाड़ी संख्या 09350 (दाहोद-आणंद स्पेशल)
यह ट्रेन 24 अक्टूबर तक दाहोद से गोधरा के बीच ही चलेगी, जबकि गोधरा से आणंद के बीच इसका परिचालन रद्द रहेगा।
2. गाड़ी संख्या 20935 (गांधीधाम-इंदौर एक्सप्रेस)
यह ट्रेन 21 अक्टूबर को गांधीधाम से इंदौर के लिए परिवर्तित मार्ग से चलेगी। नया मार्ग: गांधीधाम-विरमगाम-अहमदाबाद-आणंद-बाजवा-छायापुरी-गोधरा-रतलाम-उज्जैन-इंदौर।
3. गाड़ी संख्या 19320 (इंदौर- वेरावल एक्सप्रेस)
22 अक्टूबर को इंदौर से वेरावल के लिए चलने वाली यह ट्रेन भी परिवर्तित मार्ग से चलेगी। नया मार्ग: इंदौर-उज्जैन-रतलाम-गोधरा-छायापुरी-बाजवा-आणंद-अहमदाबाद-विरमगाम।
4. गाड़ी संख्या 09452 (भागलपुर-गांधीधाम स्पेशल)
21 अक्टूबर को भागलपुर से गांधीधाम के लिए चलने वाली इस ट्रेन का मार्ग भी परिवर्तित किया गया है। नया मार्ग: गोधरा-छायापुरी-बाजवा-आणंद-गीर-अहमदाबाद।
यात्रियों से अनुरोध है कि वे यात्रा से पहले अपने ट्रेन शेड्यूल की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह बदलाव किए हैं।
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Karwa Chauth 2024: कल है करवा चौथ, जानें कब निकलेगा चंद्रमा और पूजन का शुभ मुहूर्त
पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Karwa Chauth 2024 Date and Significance:
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाने वाला करवा चौथ का व्रत इस साल 20 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। यह व्रत सौभाग्यवती महिलाओं द्वारा पति की दीर्घायु और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना के लिए रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह व्रत भगवान कृष्ण ने द्रौपदी को और भगवान शिव ने माता पार्वती को बताया था। व्रत के दिन भगवान गणेश, माता गौरी और चंद्रमा की पूजा की जाती है।
करवा चौथ 2024 शुभ मुहूर्त (Karwa Chauth 2024 Shubh Muhurat):
हिंदू पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर को सुबह 6:46 बजे होगी और इसका समापन 21 अक्टूबर को सुबह 4:16 बजे होगा। पूजा के लिए मुख्य रूप से दो शुभ मुहूर्त मिलेंगे:
– अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:43 से दोपहर 12:28 तक।
– विजय मुहूर्त: दोपहर 1:59 से 2:45 तक।
चंद्रोदय का समय (Karwa Chauth Moonrise Time):
इस साल करवा चौथ पर चंद्रमा का उदय शाम 7:54 बजे होगा।
करवा चौथ की पूजन विधि (Karwa Chauth Pujan Vidhi)
– सूर्योदय से पहले स्नान करके पूजा घर की सफाई करें।
– सास द्वारा दिए गए भोजन का सेवन करें और निर्जला व्रत का संकल्प लें।
– शाम को एक मिट्टी की वेदी पर सभी देवताओं की स्थापना करें और करवे रखकर पूजा प्रारंभ करें।
– चंद्रोदय से एक घंटा पहले पूजा शुरू करें और करवा चौथ की कथा सुनें।
– चंद्रमा के दर्शन के बाद छलनी से चंद्र दर्शन करके अर्घ्य दें। फिर सास को थाली में मिष्ठान, फल और उपहार देकर आशीर्वाद प्राप्त करें।
करवा चौथ पर विशेष सावधानियां (Karwa Chauth Precautions):
– पूजा के बाद विवाहित महिलाओं में करवा बांटें।
– दिन भर निराहार रहकर गणेश मंत्र का जाप करें।
– चंद्रमा को अर्घ्य प्रदान करने के साथ गणेश जी और चतुर्थी माता को भी अर्घ्य दें।
– नमक युक्त भोजन से दूर रहें।
– व्रत को कम से कम 12 या 16 साल तक रखें और इसके बाद उद्यापन करें।
करवा चौथ व्रत से जुड़ी इन परंपराओं और नियमों का पालन करके महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं।
MP News: आस्था या अंधविश्वास: रावण की तरह देवी को खुश करने के लिए युवक ने काटा खुद का गला, जिंदगी और मौत के बीच कर रहा संघर्ष
पन्ना – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। MP News: नवरात्रि (Navratri) के पावन पर्व पर जहां पूरा देश माता के चरणों में श्रद्धा से नतमस्तक है, वहीं मध्यप्रदेश के पन्ना जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक युवक ने दशानन रावण की तरह अपने सर की बलि देने की कोशिश की। जिस तरह भगवान शिव को रावण प्रसन्न करना चाहता था उसी तरह इस युवक ने देवी को प्रसन्न करने की घातक कोशिश की। पन्ना (Panna News) के धरमपुर थाना क्षेत्र के केवटपुर गांव में आस्था और अंधविश्वास के बीच उलझे एक युवक ने अपनी गर्दन काटकर देवी को अर्पित करने की कोशिश की। यह घटना विजयासन देवी मंदिर में नवरात्रि के अंतिम दिन घटित हुई, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
जानकारी के अनुसार राजकुमार यादव नामक युवक ने देवी के प्रति अपनी अटूट आस्था के चलते यह खौफनाक कदम उठाया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, युवक ने नवरात्रि के नवें दिन हंसिये से अपनी गर्दन काटकर देवी को अर्पित करने की कोशिश की। यह घटना देवी मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं के बीच गहरे सदमे का कारण बनी।
पुलिस और प्रशासन का त्वरित एक्शन
घटना की जानकारी मिलते ही धरमपुर थाना पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और युवक को अजयगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। डॉक्टरों की टीम ने समय पर इलाज शुरू किया, जिससे उसकी जान बच सकी। फिलहाल युवक की हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और इस घटना के पीछे के मानसिक और सामाजिक कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
अंधविश्वास या अटूट आस्था?
यह घटना समाज में बढ़ते अंधविश्वास पर सवाल खड़े करती है। नवरात्रि का यह पर्व भक्ति और आस्था का प्रतीक है, लेकिन ऐसी घटनाएं अक्सर धर्म और अंधविश्वास के बीच की धुंधली रेखा को उजागर करती हैं। क्या यह युवक की आस्था थी या फिर अंधविश्वास की हद? समाज को अब इस पर गहराई से सोचने की जरूरत है।
पुलिस कर रही जांच
फिलहाल पुलिस युवक के बयान और परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है। इस घटना ने इलाके में भय और चिंता का माहौल बना दिया है। आगे की कार्रवाई पुलिस द्वारा की जा रही है।
Ratlam News: शास्त्र पूजन एवं आरती कार्यक्रम: विहिप का शस्त्रों की महत्ता पर जोर, शहर के गरबा पांडालों में हुए शस्त्र पूजन
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: देवरा देव नारायण नवयुवक मंडल और विश्व हिंदू परिषद के श्रीराम प्रखंड द्वारा शास्त्र पूजन एवं आरती का एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर बालिकाओं और जिले के पदाधिकारियों ने शास्त्रों की पूजा की। बजरंग दल के जिला संयोजक मुकेश व्यास ने कहा कि शास्त्रों की पूजा के साथ-साथ हर घर में शस्त्रों का होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि हमारे भगवानों ने भी अधर्म और विधर्मियों का नाश करने के लिए शस्त्र उठाए थे, इसलिए सभी सनातनियों को अपने घरों में शस्त्र रखना चाहिए।
कार्यक्रम में नगर निगम एमआईसी सदस्य भगत सिंह भदोरिया, जिला संयोजक मुकेश व्यास, जिला मंत्री अक्षय गोमैं, जिला प्रचार प्रसार प्रमुख मोंटी जायसवाल, विद्यार्थी प्रमुख कृष्णा भामा, श्री राम प्रखंड के नीरज सतवानी, विजय प्रजापत अन्य प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। विशेष अतिथि के रूप में आरएसएस के नगर कार्यवाह किशन माहेश्वरी और मनीष रावल भी शामिल हुए। विशेष रूप से, विहिप द्वारा नो दिन तक अलग-अलग पंडालों में शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस पहल का उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ावा देना है, बल्कि युवाओं में शस्त्रों के प्रति जागरूकता भी फैलाना है। शास्त्रों की पूजा के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि शस्त्र केवल सुरक्षा का साधन नहीं, बल्कि धर्म और संस्कृति की रक्षा का प्रतीक भी हैं।
“Ashtami 2024: व्रत, कन्या पूजन के महत्व और शुभ मुहूर्त जानें”
पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क| ashtami 2024: हर वर्ष नवरात्रि का पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है, जिसमें माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान अष्टमी और नवमी का विशेष महत्व है, जब कन्या पूजन का आयोजन किया जाता है।
(Ashtami)अष्टमी तिथि:
इस वर्ष, शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रही है और 12 अक्टूबर को समाप्त होगी। अष्टमी का व्रत 11 अक्टूबर को मनाया जाएगा, क्योंकि इस दिन अष्टमी तिथि सुबह 6:52 बजे समाप्त होगी।
कन्या पूजन का उत्तम समय:
कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। इस बार अष्टमी पर कन्या पूजन का शुभ समय सुबह 9 बजे से 10 बजे के बीच रहेगा।
व्रत और पूजा का शुभ मुहूर्त:
– अष्टमी तिथि: 10 अक्टूबर दोपहर 12:23 बजे से शुरू होकर 11 अक्टूबर सुबह 6:52 बजे समाप्त होगी।
– नवमी तिथि: 11 अक्टूबर सुबह 6:52 बजे से शुरू होकर 12 अक्टूबर भोर 5:12 बजे तक रहेगी।
– अष्टमी का व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए 11अक्टूबर का दिन पूजा और हवन के लिए शुभ है।
कन्याओं को विदाई:
कन्या पूजन के बाद, सभी कन्याओं को विदा करते समय पान, फल, दक्षिणा और लाल चुनरी अर्पित करना न भूलें। यह माता दुर्गा की कृपा का मार्ग प्रशस्त करता है।
इस नवरात्रि, श्रद्धालुओं को माता दुर्गा की आराधना में पूरी श्रद्धा के साथ शामिल होने का निमंत्रण है।
नवमी तिथि के कारण महाष्टमी और महानवमी एक ही दिन हो जा रहा
उन्होंने कहा कि क्षयवती नवमी तिथि के कारण महाष्टमी और महानवमी एक ही दिन हो जा रहा है। माता दुर्गा का प्राण- प्रतिष्ठा तिथि सप्तमी और मूल नक्षत्र के योग 9 अक्टूबर बुधवार को मध्याह्न मे किया जाएगा। सामान्यतः माता – बहन गोदी भरने का कार्य प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही आरम्भ कर देती है जो नवमी तक चलता है। इस हिसाब से यह कार्य 9 अक्टूबर बुधवार मध्याह्न बेला से 11 अक्टूबर शुक्रवार तक कर सकते है।