Ratlam News: रतलाम में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नवकार मंत्र का सामूहिक जाप, तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित  

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क।  Ratlam News: रतलाम में आगामी 9 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नवकार मंत्र का सामूहिक जाप आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन की तैयारियों को लेकर सेठ जी का बाजार स्थित तेरापंथ सभा भवन में जीतो लेडीज विंग के तत्वावधान में रतलाम नगर की विभिन्न जैन महिला मंडलों के पदाधिकारियों की सामूहिक बैठक आयोजित की गई।  

जीतो अध्यक्ष संध्या गांधी और सचिव ऊषा भंडारी ने बताया कि बैठक का शुभारंभ मंगलाचरण से हुआ, जिसे सुनीता मूणत ने प्रस्तुत किया। इस दौरान उपस्थित महिला मंडलों की पदाधिकारियों को सीमा बोथरा ने कार्यक्रम को सफल बनाने की शपथ दिलाई और नवकार मंत्र का जाप करवाया।  

इस अवसर पर जिज्ञासा व समाधान का संचालन योगीषा बरमेचा, आस्था बोथरा और रीतिका संघवी ने किया।  

कार्यक्रम का शेड्यूल  

8 अप्रैल मंगलवार  

स्थान: लक्कड़ पिठा स्थित छोटू भाई की बगीची डीपी परिसर  

समय: दोपहर 2 बजे से 5 बजे  

कार्यक्रम: नवकार मंत्र पर लघु नाटिका और स्तवन  

9 अप्रैल बुधवार  

स्थान: डीपी परिसर  

समय: सुबह 8 बजे से 9:36 बजे  

कार्यक्रम: सामूहिक नवकार मंत्र जाप  

संभागिता: 5 हजार से अधिक जैन महिलाएं  

बैठक के अंत में रूचि मांडोत और राखी मेहता सहित सभी महिलाओं ने सामूहिक राष्ट्रगान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन सीमा बोथरा ने किया और आभार ऊषा भंडारी ने व्यक्त किया।  

रतलाम में होने वाले इस विशाल आयोजन को लेकर जैन समाज में उत्साह है। आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी महिला मंडल सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं।

Ratlam News: तीर्थंकर नेमीनाथ भगवान को गिरनार पर्वत से मोक्ष की प्राप्ति  

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: माघ कृष्ण द्वितीया के पावन दिन पर 22वें तीर्थंकर भगवान नेमीनाथ को गिरनार पर्वत से मोक्ष की प्राप्ति हुई। इस अवसर पर समस्त जैन समाज ने मोक्षकल्याणक की विशेष पूजा-अर्चना कर श्रद्धा और आस्था व्यक्त की। सौधर्म इंद्र-इंद्राणी के साथ अन्य पात्रगणों ने इस शुभ अवसर को मनाया और मोक्षकल्याणक की पूजा संपन्न की।  

गुरुदेव श्री के प्रवचनों और निर्वाणकांड का वाचन कर मोक्ष के महत्व को समझा गया। इसके बाद शांति यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें सभी ने विश्व शांति की कामना की। कार्यक्रम में समाजजनों ने निर्वाण लड्डू चढ़ाकर मंगलकामनाएं व्यक्त की।  

जिनेन्द्र शोभायात्रा ने बढ़ाया आयोजन का आकर्षण  

पंचकल्याणक महोत्सव के समापन पर सुंदर जिनेन्द्र शोभायात्रा निकाली गई। इस भव्य यात्रा में रजत विमान में भगवान श्रीजी को विराजमान कर रतलाम नगर का भ्रमण कराया गया। मंगलगान के साथ शोभायात्रा जिन मंदिर तक पहुंची, जहां भक्तों ने भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।  

मंगल महोत्सव के अंतर्गत नवीन जिन मंदिर में मानस्तंभ में मनोहारी प्रतिमाएं विराजमान की गईं। शोभायात्रा के उपरांत ध्वजारोहण और मंदिर उद्घाटन की विधि आयोजित की गई। कार्यक्रम में अरिहंत कैपिटल के अशोक जैन और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया।  

मुख्य आयोजक परिवारों का योगदान  

इस आयोजन में कई सौभाग्यशाली परिवारों ने प्रतिमाएं और मानस्तंभ विराजित करने में योगदान दिया।  

– मानस्तंभ भेंटकर्ता शांतिकुमार सरावगी परिवार, कोलकाता  

– नेमिनाथ भगवान प्रतिमा संजयकुमार गोधा परिवार, रतलाम  

– आदिनाथ भगवान प्रतिमा हीरालाल बड़जात्या परिवार, रतलाम  

– मंदिर शिखर स्वर्ण कलश झमकलाल बड़जात्या परिवार, रतलाम  

अध्यक्ष राजकुमार अजमेरा ने बताया कि इस छह दिवसीय महोत्सव को सफल बनाने में सभी समाजजनों और मीडिया का विशेष सहयोग रहा। महोत्सव के समापन पर सभी ने एकता और शांति का संदेश फैलाने का संकल्प लिया।  

Ratlam News: युवराज नेमीकुमार को हुआ वैराग्य, वन गमन कर लिया दिगंबर दीक्षा  

आज मनाया जाएगा ज्ञानकल्याणक महोत्सव  

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: स्वर्ण नगरी रतलाम में श्री नेमीनाथ दिगंबर जिनबिंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत चौथे दिन तपकल्याणक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सागोद रोड स्थित ऋषभधाम शौरीपुर नगरी में प्रातःकाल सामूहिक पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस दौरान इंद्रसभा और राज्यसभा में आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया।  

नेमीकुमार को मिला वैराग्य  

प्रश्नोत्तरी के बाद प्रतिष्ठाचार्य रजनीभाई दोशी के मार्गदर्शन में युवराज नेमीकुमार के वस्त्राभूषण परिवर्तन की विधि संपन्न हुई। इसी बीच राजसभा में युवराज नेमीकुमार के विवाह की चर्चा हुई और उनका विवाह जूनागढ़ की राजकुमारी राजुल से तय किया गया। बारात बड़े धूमधाम से शौरीपुर से जूनागढ़ के लिए प्रस्थान कर चुकी थी कि रास्ते में पशुओं के क्रंदन को सुनकर युवराज नेमीकुमार को वैराग्य हो गया। इसके बाद उन्होंने सांसारिक मोह त्यागकर दिगंबर दीक्षा ग्रहण करने का संकल्प लिया और गिरनार वन की ओर प्रस्थान किया।  

दीक्षा की भव्य विधि  

गिरनार वन में दीक्षा से पहले देवताओं और मनुष्यों के बीच पालकी उठाने को लेकर संवाद हुआ। अंततः संयम के पक्ष में निर्णय हुआ, और देवताओं ने प्रथम पांच कदम पालकी उठाई। इसके बाद राजाओं ने बारह भावना पाठ के साथ पालकी उठाई। दीक्षा विधि के दौरान युवराज नेमीकुमार के केशों का क्षेपण कर जयघोष किया गया। इस अवसर पर ब्रह्मचारी नन्हे भैया सागर, डॉ. मनीष शास्त्री मेरठ और डॉ. मनोज जैन जबलपुर के वैराग्यमय प्रवचनों का भी लाभ समाजजनों ने लिया।  

सांस्कृतिक प्रस्तुतियां बनीं आकर्षण का केंद्र  

संध्या के समय सकल समाज ने श्री जिनेंद्र भक्ति का लाभ लिया और विद्वानों के प्रवचन सुने। तत्पश्चात, तत्व लहर महिला मंडल रतलाम द्वारा नाटक चंद्रगुप्त और अहमदाबाद की सुश्री मान्या मेहता द्वारा भरत का अंतर्द्वंद्व नाटिका की सुंदर प्रस्तुति दी गई।  

आज मनाया जाएगा ज्ञानकल्याणक महोत्सव  

महोत्सव के मीडिया प्रभारी राकेश पोरवाल और दीपक राज जैन ने बताया कि मंगलवार, माघ कृष्ण एकम को ज्ञानकल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। प्रातः 6:30 बजे शांति जाप के साथ शुभारंभ होगा। इसके बाद श्री जिनेंद्र पूजन, मंगल प्रवचन और मुनिराज नेमीनाथजी की आहार दान विधि होगी। दोपहर 2 बजे प्रतिष्ठाचार्य प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे। 3:15 बजे से समवशरण रचना, दिव्य ध्वनि का स्तवन और केवल ज्ञान कल्याणक की पूजन होगी।  

संध्या 6 बजे जिनेंद्र भक्ति, 7 बजे प्रवचन और रात्रि 9:30 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसमें सकल जैन समाज को आमंत्रित किया गया है।  

Ratlam News: पंचकल्याणक महोत्सव: राज्यपाल थावरचंद गहलोत और मंत्री चैतन्य काश्यप ने दी धर्म और पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा  

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

 न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: सागोद रोड स्थित ऋषभधाम में श्री आदिनाथ कुंदकुंद कहान दिगंबर जैन मंदिर परमार्थिक समिति द्वारा आयोजित पंचकल्याणक महोत्सव के जन्म कल्याणक महोत्सव में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और कैबिनेट मंत्री  चैतन्य काश्यप ने शिरकत की। इस मौके पर महोत्सव समिति के अध्यक्ष राजकुमार अजमेरा, सचिव जिनेंद्र जैन, सुशील अजमेरा, गौरव अजमेरा, मुकेश मोठिया, कीर्ति बड़जात्या, और महेंद्र अजमेरा ने राज्यपाल और मंत्री का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।  

 राज्यपाल गहलोत ने धर्म और मोक्ष का संदेश दिया  

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल गहलोत ने कहा, “पंचकल्याणक महोत्सव जैन धर्म का एक विशिष्ट धार्मिक अनुष्ठान है, जो हमें धर्म, करुणा, अहिंसा और संयम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। यह महोत्सव तीर्थंकर भगवान के जीवन के पांच महत्वपूर्ण चरणों को आत्मसात करने और आत्मा की दिव्यता को पहचानने का मार्गदर्शक है।”  

उन्होंने 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ के आदर्श जीवन का उल्लेख करते हुए कहा, “भगवान नेमिनाथ का जीवन करुणा, अहिंसा और सत्य का उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने पंचशील सिद्धांत (अहिंसा, सत्य, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह) पर चलने का संदेश दिया, जो आज भी मानवता के लिए प्रेरणादायक है।”  

मंत्री कश्यप ने सांस्कृतिक और पर्यावरण संरक्षण पर दिया जोर  

कैबिनेट मंत्री चैतन्य काश्यप ने भारतीय संस्कृति की प्राचीनता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमारी परंपरा ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के दर्शन पर आधारित है। भारतीय संस्कृति सर्वे भवंतु सुखिनः और ‘जियो और जीने दो’ की भावना को आत्मसात करती है।”  

उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “भारतीय संस्कृति में वृक्ष, जल, भूमि और जीव-जंतुओं की पूजा की परंपरा है। हर व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करे।”  

सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति  

इस अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल और मंत्री के साथ कलेक्टर, डीआईजी और एसपी भी मौजूद रहे। समिति की ओर से कलेक्टर का भी सम्मान किया गया।  

महोत्सव का महत्व  

पंचकल्याणक महोत्सव जैन धर्म के आदर्शों को प्रचारित करने और समाज में नैतिक और मानवीय मूल्यों को स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण आयोजन है। इस महोत्सव ने धर्म और प्रकृति संरक्षण के प्रति समाज को प्रेरित किया।  

Ratlam News: श्री जिनेन्द्र शोभायात्रा से हुआ पंचकल्याणक महोत्सव का शुभारंभ, आज मनेगा गर्भ कल्याणक महोत्सव

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: मध्यप्रदेश की स्वर्ण नगरी रतलाम आज सुबह से ही मंगलगान और जयघोष से गूंज उठी। पौष शुक्ल द्वादशी के शुभ अवसर पर श्री नेमीनाथ दिगंबर जिनबिंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य आगाज हुआ। दिगंबर जैन समाज द्वारा आयोजित इस महोत्सव का शुभारंभ शांति जाप और श्री जिनेन्द्र पूजन से हुआ।  

इसके बाद हनुमान रुंडी स्थित नवकार भवन से एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें श्री जिनेन्द्र भगवान और मां जिनवाणी को रजत विमान में विराजमान किया गया। शोभायात्रा में गजराज पर माता-पिता, बग्गियों में सुधर्म इंद्र, अन्य इंद्र और राजा-रानी शामिल हुए। मंगलगान और जयघोष करते हुए अपार जनसमूह के साथ शोभायात्रा सागोद रोड स्थित ऋषभ धाम पहुंची। रास्ते में विभिन्न स्थानों पर इस चल समारोह का भव्य स्वागत किया गया।  

ऋषभ धाम पहुंचकर श्री जिनेन्द्र पूजन और ध्वजारोहण की रस्म संपन्न हुई, जिसका सौभाग्य प्रदीप चौधरी परिवार (किशनगढ़) को प्राप्त हुआ। प्रतिष्ठा मंडप का उद्घाटन भीलवाड़ा के मंजू प्रदीपकुमार गदिया परिवार द्वारा किया गया। इसके साथ ही प्रतिष्ठा मंच का उद्घाटन अचरज देवी निहालचंद पीतल फैक्ट्री (जयपुर) और याग मंडल विधान का उद्घाटन गेंदालाल महेन्द्रकुमार मोठीया परिवार द्वारा किया गया।  

महत्वपूर्ण अनुष्ठान

नांदी कलश की स्थापना माता-पिता शिवा देवी समुद्र विजय जी द्वारा की गई। प्रतिष्ठाचार्य द्वारा इंद्र प्रतिष्ठा विधि सम्पन्न कराई गई। दोपहर में याग मंडल विधान में माता-पिता, सौधर्म इंद्र-इंद्राणी, कुबेर और यज्ञ नायक सहित सभी इंद्रों ने भाग लिया।  

शाम को बाल कक्षा का आयोजन हुआ और अतिथि विद्वानों के प्रवचनों का लाभ लिया गया। सभा के अंत में माता के सोलह स्वप्नों का प्रदर्शन और नृत्यगान के साथ छप्पन कुमारिकाओं द्वारा सेवा की गई।  

आज गर्भ कल्याणक महोत्सव का आयोजन

महोत्सव के दूसरे दिन, 11 जनवरी, पौष शुक्ल तेरस को गर्भ कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा।  

अध्यक्ष राजकुमार अजमेरा और मीडिया प्रभारी राकेश पोरवाल ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 6 बजे प्रभात मंगल गीत, शांति जाप और श्री जिनेन्द्र पूजन के साथ होगा।  

सुबह 8:30 बजे माताजी के जागरण, इंद्र सभा और राज सभा का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद सौधर्म इंद्र द्वारा गर्भ कल्याणक पूजन होगा।  

दोपहर 2:15 बजे वेदी शुद्धि हेतु घट यात्रा निकाली जाएगी, जो जैन स्कूल से नव निर्मित दिगंबर जिन मंदिर (राम मोहल्ला) तक पहुंचेगी। यहां सौभाग्यशाली परिवारों द्वारा वेदी की शुद्धि की जाएगी।  

शाम 6 बजे बाल कक्षा, 6:30 बजे जिनेन्द्र भक्ति और रात 7 बजे गुरुदेव श्री के प्रवचन की सीडी का लाभ लिया जा सकेगा। 7:30 बजे मोटिवेशनल स्पीकर शुद्धात्मप्रकाश भारिल्ल (जयपुर) का विशेष सत्र होगा। अंत में 8:30 बजे माता शिवा देवी और अष्ट कुमारिकाओं की चर्चा के साथ गर्भ कल्याणक महोत्सव की खुशियां मनाई जाएंगी।  

सकल समाज को महोत्सव में सादर आमंत्रित किया गया है।

Ratlam News: पंचकल्याणक महोत्सव का भव्य शुभारंभ कल से, देशभर से जुटेंगे श्रद्धालु

श्री जिनेन्द्र एवं जिनवाणी शोभा यात्रा के साथ होगा ध्वजारोहण

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: श्री आदिनाथ कुंदकुंद कहान दिगंबर जैन पारमार्थिक समिति, तत्व लहर महिला मंडल और सकल दिगंबर जैन समाज के संयुक्त तत्वावधान में कल, 10 जनवरी, पौष शुक्ल द्वादशी के दिन भगवान अजितनाथ के ज्ञानकल्याणक महोत्सव के शुभ अवसर पर रतलाम में श्री 1008 नेमीनाथ दिगंबर जिनबिंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य शुभारंभ होगा। इस अवसर पर देशभर से सैकड़ों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।  

कार्यक्रम का विस्तृत विवरण

महोत्सव का शुभारंभ प्रातः मंगलाचरण और प्रभात गीत से होगा।  

– सुबह 6:30 बजे: शांति जाप का आयोजन सांगोद रोड स्थित ऋषभ धाम शौरीपुर नगरी में होगा।  

सुबह 7 बजे: श्री जिनेन्द्र पूजन नवकार भवन में होगा।  

सुबह 7:45 बजे: मंगल कलश एवं नांदी कलश विधि माता-पिता के घर राम मोहल्ला से प्रारंभ होगी।  

सुबह 8:30 बजे: श्री जिनेन्द्र एवं जिनवाणी शोभा यात्रा नवकार भवन से ऋषभ धाम तक निकाली जाएगी।  

सुबह 10:30 बजे: उद्घाटन समारोह।  

11:30 बजे: इंद्र प्रतिष्ठा।  

दोपहर 1:30 बजे: शास्त्र प्रवचन।  

– 2:15 बजे: याग मंडल विधान।  

शाम 6 बजे: बाल कक्षा और श्री जिनेन्द्र भक्ति।  

रात्रि 7 बजे: गुरुदेवश्री के सीडी प्रवचन।  

7:30 बजे: शास्त्र प्रवचन।  

8:15 बजे: इंद्र सभा, राज सभा, सोलह स्वप्नों का प्रदर्शन और नृत्य-गान के साथ 56 कुमारिकाओं द्वारा माता की सेवा।  

माता की गोद भराई और मेहंदी का आयोजन

महोत्सव से पूर्व, विभिन्न महिला मंडलों ने माता की गोद भराई और मेहंदी कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर तत्व लहर महिला मंडल, सकल दिगंबर महिला मंडल, विद्या सिंधु महिला मंडल, और सम्यक तरंग महिला मंडल ने अपनी विशेष प्रस्तुतियां दीं।  

तत्व लहर महिला मंडल की आभा अजमेरा, दीपा जैन, मेघना बड़जात्या, ललिता पाटौदी, प्रीति गोधा और श्वेता पाटनी ने सभी का आभार व्यक्त किया।  

समिति की अपील

महोत्सव समिति के अध्यक्ष राजकुमार अजमेरा, उपाध्यक्ष कीर्ति बड़जात्या, जिनेन्द्र जैन, सुशील अजमेरा, महेंद्र अजमेरा, विजय बड़जात्या, मुकेश मोठिया, कमल पाटनी, संजय गोधा और प्रमोद पाटनी ने सकल जैन समाज और धर्मप्रेमी बंधुओं से महोत्सव में भाग लेकर धर्म लाभ लेने की अपील की है।  

यह पंचकल्याणक महोत्सव रतलाम शहर के लिए न केवल आध्यात्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी ऐतिहासिक होगा। श्रद्धालु इस आयोजन का लाभ लेकर धर्म, ज्ञान और भक्ति का अनुभव करेंगे।

Ratlam News: रतलाम में होगा अद्भुत ‘महाशतावधान’ का आयोजन, जैन मुनि देंगे 200 सवालों के क्रमशः उत्तर

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: विज्ञान कहता है कि एक साधारण व्यक्ति एक समय में केवल 5 से 10 चीजें ही याद रख सकता है, लेकिन रतलाम में 20 अक्टूबर को जैन मुनि श्री चंद्रप्रभ चंद्र सागर जी महाराज इस धारणा को चुनौती देंगे। चंपा विहार में आयोजित होने वाले इस अद्वितीय कार्यक्रम ‘महाशतावधान’ में मुनिश्री 2000 से अधिक लोगों के सामने 200 सवालों को एक ही बार सुनकर क्रमशः उनके उत्तर देंगे। यह अद्भुत स्मरण शक्ति का प्रदर्शन आधुनिक विज्ञान के लिए एक आश्चर्यजनक घटना साबित होगी। यह सवाल वहां उपस्थित लोगों के बीच से होंगे।

भारतवर्ष की प्राचीन और वैदिक परंपरा में ऐसी अद्भुत स्मरणशक्ति की कहानियां मिलती हैं, जहां विद्यार्थी गुरु से एक बार सुनकर ही आगम और वेद ग्रंथ याद कर लेते थे। वर्तमान में जब मनुष्य की स्मरण शक्ति कमजोर होती जा रही है और अल्जाइमर एवं पार्किंसंस जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं, ऐसे समय में यह महाशतावधान कार्यक्रम मानवता के लिए एक नई आशा का संचार करेगा।

आचार्य श्री नयचंद्र सागर सुरीश्वर जी महाराज की प्रेरणा से आयोजित इस कार्यक्रम में मुनिश्री के 10 से अधिक शिष्य ‘शतावधानी’, ‘महाशतावधानी’, ‘अर्धसहस्त्रावधानी’, और ‘सहस्त्रावधानी’ के रूप में अपनी स्मरण शक्ति का प्रदर्शन कर चुके हैं। इनकी अनूठी सरस्वती साधना के जरिए अब तक 50,000 से अधिक विद्यार्थियों ने लाभ उठाया है।

रतलाम में आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के प्रति पूरे भारतवर्ष में उत्साह है। न्यायाधीश, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, और व्यवसायी सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रतलाम पहुँचेंगे। मध्यप्रदेश की जनता भी इस अद्वितीय स्मरण शक्ति के प्रदर्शन को देखने के लिए उत्सुक है, जिससे रतलाम इतिहास का साक्षी बनेगा। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए पूरे शहर में तैयारियां जोरों पर हैं, और इस आयोजन को देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं।

पर्वाधिराज पर्युषण : आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा.की निश्रा में हुई उपधान तप की जय -जयकार, 25 अक्टूबर से पूरा समाज होगा शामिल

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी म.सा. की निश्रा में पर्वाधिराज पर्युषण के दौरान रविवार को सैलाना वालों की हवेली मोहन टॉकीज में उपधान तप की जय -जयकार हुई। श्री देवसूर तपागच्छ चारथुई जैन श्रीसंघ गुजराती उपाश्रय, श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी जैन श्वेताम्बर तीर्थ पेढ़ी के तत्वावधान में 25 अक्टूबर से उपधान तप की शुरुवात करने के लिए सभी समाजजनों ने सहमति दी। कई भक्तो ने आचार्यश्री के हाथों से तप के फार्म लिए और सकल जैन श्री संघ से इसमें जुड़ने का आव्हान किया।

इसके पहले सुबह आचार्य श्री ने “संघर्ष, साधना और सिद्धि” विषय पर प्रवचन देते हुए उसके महत्व और भूमिका का वर्णन किया। दोपहर में “गणधरवाद” विषय पर प्रवचन हुए। आचार्य श्री ने संघर्ष की भूमिका के साथ ही साधना का महत्व और सिद्धि तप की प्राप्ती के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। प्रवचन में श्री देवसूर तपागच्छ चारथुई जैन श्रीसंघ गुजराती उपाश्रय एवं श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजी जैन श्वेताम्बर तीर्थ पेढ़ी के पदाधिकारी एवं श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित रहे।