MP News: आतंकी फिरोज को रतलाम से भोपाल शिफ्ट किया गया, पनाह देने वालों से अब तक नहीं हुई पूछताछ

भोपाल- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। MP News: जयपुर में हुए सीरियल ब्लास्ट की साजिश में शामिल एनआईए राष्ट्रीय जांच एजेंसी के मोस्ट वांटेड आतंकी फिरोज 48 को रतलाम जेल से भोपाल सेंट्रल जेल शिफ्ट कर दिया गया है। सुरक्षा कारणों से गुरुवार रात ही पुलिस और जेल प्रशासन उसे कड़ी निगरानी में भोपाल ले गए।

घर की तलाशी लेती हुई रतलाम पुलिस

अब तक पनाह देने वालों से नहीं हुई पूछताछ

आतंकी फिरोज रतलाम में अपनी बहन रेहाना के घर में छिपकर रह रहा था। हालांकि उसे पनाह देने वालों से अब तक रतलाम पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की और न ही किसी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि एनआईए ने इस मामले में केस दर्ज किया है इसलिए जांच की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं की होगी।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष के भाई के घर से पकड़ा गया था

बता दें कि फिरोज को बुधवार तड़के 4:30 बजे पुलिस ने आनंद कॉलोनी से गिरफ्तार किया था। उसे भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मंसूर जमादार के भाई मसरूफ जमादार के घर से पकड़ा गया था। मसरूफ फिरोज का जीजा है और पुलिस का कहना है कि वह अपनी बहन रेहाना के घर पर छिपा था।

गिरफ्तारी के दौरान भागने की कोशिश की थी

पुलिस के अनुसार गिरफ्तारी के समय फिरोज ने भागने की कोशिश की और पुलिस टीम के साथ धक्का मुक्की की। इस वजह से उसके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का भी केस दर्ज किया गया है। गुरुवार को कोर्ट में पेशी के बाद उसे जेल भेज दिया गया और रात में सुरक्षा कारणों से भोपाल शिफ्ट कर दिया गया।

एनआईए ने तेज की जांच प्रोडक्शन वारंट लेकर ले जा सकती है अपने साथ

तीन साल से फरार फिरोज राजस्थान के बांसवाड़ा और रतलाम जिले के आसपास छिपकर रह रहा था। इस दौरान वह बांसवाड़ा में मस्जिदों में नमाज भी पढ़ता रहा लेकिन पुलिस के खुफिया विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब रतलाम पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद एनआईए की टीम भी रतलाम पहुंच चुकी है और वह जल्द ही प्रोडक्शन वारंट लेकर फिरोज को अपने साथ ले जा सकती है।

घर में मिला बिखरा सामान पुलिस जुटा रही इनपुट

आनंद कॉलोनी में जहां फिरोज छिपा था वह 18 कमरों का दो मंजिला आलीशान मकान है। पुलिस अधिकारियों की टीम जब वहां पहुंची तो कमरे में बिस्तर पलंग पेटी और अलमारी समेत पूरा सामान बिखरा मिला। एसपी अमित कुमार और एएसपी राकेश खाखा ने मौके का निरीक्षण किया और सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया को निर्देश दिए कि घर के सभी सदस्यों की जानकारी जुटाई जाए।

जीजा की आय और संपत्ति की होगी जांच

एसपी अमित कुमार ने बताया कि घर में रहने वाले लोगों और फिरोज को पनाह देने वालों की भूमिका की जांच एनआईए करेगी। साथ ही पुलिस अपने स्तर पर भी जानकारी जुटा रही है। फिरोज के जीजा मसरूफ की आय के स्रोतों की जांच की जाएगी और अगर कोई अवैध संपत्ति मिली तो उसे नियमानुसार अटैच किया जाएगा।

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MP News: रतलाम में बीजेपी नेता के भाई के घर छिपा था आतंकी: जयपुर सीरियल ब्लास्ट का आरोपी फिरोज गिरफ्तार, 5 लाख का इनामी था

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। MP News: रतलाम पुलिस ने जयपुर सीरियल ब्लास्ट के फरार आतंकी फिरोज खान (48) को गिरफ्तार कर लिया है। वह आनंद कॉलोनी स्थित अपने रिश्तेदार के घर में छिपा था। यह घर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मंसूर जमादार के भाई मसरूफ जमादार का है। पुलिस के अनुसार, फिरोज किसी बड़ी आतंकी वारदात की योजना बना रहा था, हालांकि इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है।

रतलाम के आनंद कॉलोनी स्थित घर में आतंकी फ़िरोज़ को पकड़ा

ईद मनाने बहन के घर आया था आतंकी

फिरोज खान रतलाम में अपनी बहन के घर ईद मनाने के लिए आया था। पुलिस को उसकी लोकेशन का इनपुट मिला था, जिसके बाद बुधवार सुबह 4:30 बजे आनंद कॉलोनी से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। फिरोज बीते तीन साल से फरार था और एनआईए का मोस्ट वांटेड आतंकी था। उस पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।

10 बार हुई थी सर्चिंग, अब हुआ गिरफ्तार

रतलाम एसपी अमित कुमार के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में एनआईए और एटीएस की टीमें 10 बार फिरोज की तलाश में रतलाम आईं, लेकिन उसे पकड़ नहीं पाईं। अब पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और आतंकी को शरण देने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

बीजेपी नेता के भाई के घर छिपा था फिरोज

जिस मकान से आतंकी फिरोज को गिरफ्तार किया गया, वह मसरूफ जमादार का है, जो बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मंसूर जमादार का भाई है। मसरूफ की पत्नी रेहाना, फिरोज की बहन है। यह मकान काफी बड़ा है और इसमें तीन भाइयों के परिवार रहते हैं। मसरूफ मकान के पिछले हिस्से में रहता है, वहीं से फिरोज को गिरफ्तार किया गया।

बीजेपी नेता मंसूर जमादार ने कहा, “मैं मकान के आगे के हिस्से में रहता हूं और मेरे भाई मसरूफ पीछे रहते हैं। मुझे फिरोज के वहां होने की जानकारी नहीं थी।”

जयपुर ब्लास्ट का 11वां आरोपी था फिरोज

30 मार्च 2022 को राजस्थान के निंबाहेड़ा में 12 किलो आरडीएक्स के साथ जयपुर ब्लास्ट की साजिश में शामिल तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने साजिश में शामिल 11 आतंकियों के नाम बताए थे, जिनमें से 10 जयपुर के थे और एक महाराष्ट्र का।

एनआईए पहले ही 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी, जबकि फिरोज फरार था। अब एनआईए की टीम जयपुर से रतलाम के लिए रवाना हो चुकी है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा।

स्लीपर सेल सूफा से जुड़ा था फिरोज

एनआईए ने 19 जुलाई 2023 को पुणे से आतंकी इमरान खान और मोहम्मद यूनुस साकी को गिरफ्तार किया था। ये सभी आतंकी संगठन सूफा के स्लीपर सेल से जुड़े हुए थे। जयपुर ब्लास्ट की साजिश का मास्टरमाइंड माहन नगर का इमरान खान था, जिसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

NIA ने शहर में लगाए थे पोस्टर

फिरोज की गिरफ्तारी के लिए एनआईए ने रतलाम में इनाम वाले पोस्टर तक लगवा दिए थे। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि वह इतनी आसानी से पुलिस की नजरों से कैसे बचता रहा और क्या वह किसी नई आतंकी साजिश में शामिल था।