स्वास्थ शिविर : जेल में बंद कैदियों का हुआ हेल्थ चेकअप, जान लेने वालों को दी “जान बचाने” की ट्रेनिंग

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जेल में बंद कैदियों को बेहतर स्वास्थ मिले इसके लिए रतलाम सर्किल जेल में हेल्थ चेकअप का आयोजन किया गया। जिसमें जिला चिकित्सालय की डॉक्टरों की टीम ने कैदियों का चेकअप कर उन्हें जरूरी सलाह भी दी। जेल में बंद कैदियों के अलावा जेल स्टाफ का भी स्वास्थ डॉक्टरों की टीम ने जांचा। वहीं शिविर में हेल्थ चेकअप के अलावा हत्या, चोरी, मारपीट जैसे  कई मामलों में सजा काट रहे या विचारधीन कैदियों ने जान बचाने की ट्रेनिंग भी ली।

देखे वीडियो : CPR ट्रेनिंग देते डॉक्टर


स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के दौरान कैदियों को सीपीआर ट्रेनिंग (CPR TRAINING) भी दी गई। आपको बता दे सीपीआर का मतलब है कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन। यह भी एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा यानी फर्स्ट एड है। जब किसी पीड़ित को सांस लेने में दिक्कत हो या फिर वो सांस न ले पा रहा हो और बेहोश जो जाए तो सीपीआर से उसकी जान बचाई जा सकती है।

जेल परिसर में मौजूद डॉक्टर्स की टीम व स्टाफ

जेल अधीक्षक लक्ष्मणसिंह भदौरिया ने बताया की चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा बंदियों एवं जेल स्टाफ को विभिन्न बीमारियों से संबंधित प्राथमिक उपचार के तरीके एवं सीपीआर की ट्रेनिंग प्रदाय की गई। चिकित्सकों द्वारा 82 बंदियों की जांच एवं उपचार दिया गया। इस दौरान जेलर ब्रजेश मकवाने जेलर, डॉ निर्मल जैन, डॉ कृपालसिंह राठौर, डॉ. कैलाश चारेल, डॉ अदिति भावसार, डॉ ममता शर्मा, डॉ गोपाल यादव, डॉ एस एस गुप्ता व जेल स्टाफ मौजूद रहा।

Health Alert : पत्तागोभी का कीड़ा जो पेट के रास्ते पहुंचता है दिमाग तक, खाने से पहले रखनी होगी सावधानी

ऐसा कीड़ा जो गर्म पानी में उबालने से भी नहीं मरता, जानिए पूरी खबर!

पब्लिक वार्ता – हेल्थ डेस्क,
जयदीप गुर्जर। कहा जाता है हरी सब्जियों का सेवन करना स्वास्थ के लिए लाभदायक होता है। मगर एक ऐसी हरी सब्जी की बात की जाए जो जानलेवा सबित हो सकती है तो हर कोई अचंभित होगा। सर्दियों का मौसम आ चुका है, सर्दियों में पत्तागोभी या बंदगोभी की आवक भी खूब होती है। पत्तागोभी (Cabbage) में अन्य सब्जियों की तरह न्यूट्रिशन और प्रोटीन से भरपूर होती है। पत्ता गोभी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो डाइटिंग करने वालों के लिए फायदेमंद है। इन सब के बीच एक चर्चा काफी चल रही है जिसमें पत्तागोभी खाने से कीड़े दिमाग में चले जाते हैं, पत्तागोभी का कीड़ा दिमाग को गला देता है जैसी बातें सामने आ रही है। इसी बारे में हम विस्तार से जानेंगे और सावधानियों पर भी चर्चा करेंगे।

ऐसा कीड़ा जो नहीं दिखता
पत्तागोभी में कुछ कीड़े दिखाई देते हैं, जिनका रंग हल्का हरा और कभी-कभी सफ़ेद होता है। मगर कुछ कीड़े ऐसे भी होते हैं जो दिखाई नहीं देते जैसे कि टेपवर्म (tapeworm)। ये कीड़े और परजीवी इतने छोटे होते हैं कि इन्हें हमारी नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता है। यही टेपवर्म पत्तागोभी से हमारे पेट तक पहुंचता है और फिर दिमाग तक। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि पत्तागोभी को अगर सही तरह से पकाकर नहीं खाया जाए तो इसमें मौजूद टेपवर्म (कीड़ा) शरीर में पहुंच सकता है जो कि जानलेवा साबित हो सकता है। कहा जाता है कि यह कीड़ा खाने के साथ पेट में जाता है और फिर आंतों से होता हुआ ब्लड फ्लो की मदद से दिमाग तक पहुंच जाता है।

टेपवर्म जानवरों और मनुष्यों को संक्रमित करते है। वह आंतों में रहते हैं और आपके द्वारा खाए जाने वाले पोषक तत्वों को खाते हैं जिससे उनकी कमी के कारण मतली, कमजोरी, दस्त और थकान जैसे लक्षण दिखने लगते है। आपको बता दें कि गोभी के कीड़े में रिजिस्टेंस पावर इतना ज्यादा होता है कि वह पेट में पाए जाने वाले एसिड और एंजाइम से भी नहीं मरता है। यह दिमाग पर असर डालता है। रोगी को दौरे पड़ने लगते हैं।

दिमाग में कीड़े के क्या होते लक्षण?
अगर टेपवर्म शरीर में पहुंच जाते हैं तो वे आंत में छेद करके ब्लड वेसिल्स तक पहुंच जाते हैं और फिर खून के साथ शरीर के दूसरे हिस्से जैसे दिमाग, लिवर और आंख में भी चले जाते है। डॉक्टर्स के अनुसार ‘पेट दर्द, मिरगी के दौरे, डायरिया, कमजोरी, उल्टी, चक्कर आना, सांस फूलने जैसी कई समस्याएं इसके लक्षण हो सकती है। यह लक्षण कई बार तुरंत, कई बार लंबे समय के बाद नजर आते है। दिमाग में कीड़े की बीमारी न्यूरोसिस्टीसर्कोसिस कहा जाता है।

ऐक्सपर्टस की माने तो पत्तागोभी को ना खाना इसका उपाय नहीं है बल्कि अच्छे से साफ करने की जरूरत है। घबराने की जरूरत नहीं है। अगर किसी को यह बीमारी हो भी जाती है तो भी इसका पूरा इलाज है और कोई भी सर्जरी की जरूरत नहीं होती। समय पर इलाज ना मिलने से यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में टेपवर्म के करीब 12 लाख से ज्यादा मरीज है।

क्या रखे सावधानी?
डॉक्टर्स के अनुसार कई बार टेपवर्म गर्म पानी मे उबलने से भी नहीं मरता। पत्तागोभी या जमीन में उगी किसी भी सब्जी को गुनगुने पानी में नमक डालकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें। उसके बाद उस पानी के फेंक कर पुनः सब्ज़ियों को रगड़ के कम से कम दो बार धोकर ही इसका भोजन में इस्तेमाल करें। कीड़ों से बचे रहने के लिए ये ही सबसे कारगर उपाय हो सकता है। इसके अलावा सब्जी को ठीक से पकाया जाना बहुत जरूरी है।

ऐसा नहीं है कि आपको पत्तागोभी खाना बिल्कुल बंद कर देना चाहिए, पर खाने से पहले उसे सही से धोना और सुरक्षात्मक उपाय करना बहुत जरूरी है। सिर्फ पत्तागोभी ही नहीं जमीन के नीचे उगने वाली सब्जियां (गाजर, आलू, मूली, अदरक) को भी खाने से पहले अच्छी तरह से साफ करना जरूरी है। गंदे पानी के संपर्क में आने के कारण इनमें भी कीड़े हो सकते हैं जिनके कारण बीमारियों के विकसित होने का जोखिम रहता है। फलों-सब्जियों की साफ-सफाई बहुत जरूरी है।

(DISCLAIMER : यह लेख विभिन्न रिपोर्ट्स पर आधारित है। इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)

शादी में टोकना पड़ा महंगा : चाकू लहराकर नाचने से मना किया तो कर दी हत्या, घर के जमाई को ढाबे पर मारे चाकू

ऐसे विवादों से सतर्क व सावधान रहने की जरुरत

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। अगर आप शादी में जा रहे है और नाचने गाने के बीच किसी को टोकने का मन बनाया हो तो आपको सावधान होने की जरूरत है। ऐसा ही मामला जिले के सैलाना थाने के गांव दिवेल से सामने आया है। यह गांव धामनोद चौकी के अंतर्गत आता है। जहां कुछ युवकों ने मिलकर नाचने के दौरान हुए विवाद में एक युवक की चाकू घौंपकर हत्या कर दी। पूरी वारदात देर रात की है, जिसे आरोपियों ने धामनोद के कालिका रेस्टोरेंट नाम के ढाबे पर अंजाम दिया। 
गांव दिवेल के एक परिवार में शादी समारोह आयोजित हो रहा था। रात में बारात आई जिसका प्रोसेशन (सेल) निकल रहा था। इसी दौरान उसी बारात में शामिल एक युवक चाकू लेकर नाच रहा था। जिस घर बारात आई उसके ही जमाई ने चाकू लेकर नाचने से युवक को मना करते हुए भगा दिया। नाचने के दौरान बरातियों से विवाद हुआ और यह विवाद इतना बड़ा कि बाराती ने जिस घर बारात आई थी उसके जमाई की ही चाकू घौंपकर हत्या कर दी। एक अन्य मनोज भी इसमें सिर पर पत्थर लगने से घायल हुआ जिसका मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।

धामनोद के ढाबे पर हुई हत्या
सैलाना थाना प्रभारी अय्यूब खान ने बताया दिवेल में हुए हत्याकांड के आरोपी थाना बिलपांक अंतर्गत शिवपुर निवासी सूरज पिता गेंदालाल दायमा, जितेंद्र पिता रामचंद्र व भोला पिता रामजी है। यह युवक शादी में चाकू लेकर नाच रहा था तो जिस घर बारात वहां के जमाई मृतक नरेंद्र पिता जगदीश राठौड़़ (23) निवासी राजपुरा थाना भाटपचलाना जिला उज्जैन ने यह देखा तो उसे मना किया। नहीं माना तो वहां से भगा दिया। बरात वापस लौट रही थी तो आरोपी और उसके साथियों ने लोगों पर पत्थर फैंके और भाग गए। इसके बाद उनसे पूछा कि कहां चले गए तो वे ढाबे पर पहुंच चुके थे। नरेंद्र और अन्य ढाबे पर पहुंचे तो यहां फिर विवाद हुआ और आरोपी सूरज ने नरेंद्र को चाकू घोंप दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

खेल में उपलब्धि : राष्ट्रीय स्तरीय खो – खो प्रतियोगिता में रतलाम की रुपाली का चयन, 1 दिसंबर को नासिक होंगे रवाना

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश द्वारा बुरहानपुर में आयोजित अंडर-17 राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें अपने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन से रतलाम की बालिका कु. रुपाली सोलंकी ने शहर का नाम रोशन करते हुए मध्यप्रदेश अंडर-17 खो – खो टीम में जगह बनाई। रुपाली अब मध्यप्रदेश की टीम का हिस्सा बनकर राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली खो-खो प्रतियोगिता में भाग लेगी। चयनित छात्रा शहर के श्री जैन विद्या निकेतन विद्यालय में कक्षा 9वीं में अध्ययनरत है। छात्रा कु. रूपाली सोलंकी का चयन राष्ट्रीय स्तर पर होने से पूरे विद्यालय परिवार ने हर्ष जताया है।

राष्ट्रीय स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता आगामी 3 दिसंबर से 7 दिसंबर तक महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित होगी। प्रतियोगिता की तैयारी हेतु मध्यप्रदेश टीम का प्रशिक्षण केंद्र 26 से 30 नवंबर तक बुरहानपुर में आयोजित होगा। जहां से टीम 1 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रतियोगिता हेतु नासिक रवाना होगी।

चोर मचाए “शोर” : रतलाम की पुलिस टीम पर गुना में हुई फायरिंग, मामला पूर्व गृहमंत्री के भतीजे के यहां हुई हाई प्रोफाइल चोरी का

पारदी बदमाश महिला व बच्चों को बनाते है ढाल, इनके सामने दो जिलो की पुलिस बेबस!

पब्लिक वार्ता – रतलाम/गुना,
जयदीप गुर्जर। जिले के जावरा में हुए हाई प्रोफाइल चोरी कांड को 2 माह से अधिक समय बीत चुका है। लाख कोशिशों के बावजूद पुलिस के हाथ खाली नजर आ रहे। वहीं बीती रात पुलिस टीम पर गुना में फायरिंग की घटना ने सभी को सकते में डाल दिया। चोरी के आरोप में रतलाम पुलिस ने गुना जिले के पारदी बदमाशों की घेराबंदी की। रतलाम पुलिस ने धरनावदा थाना क्षेत्र के खेजड़ा चक गांव में घेराबंदी करते हुए बदमाशों की धरपकड़ की योजना बनाई। लेकिन जैसी ही पुलिस गांव में पहुंची तो बदमाशों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पारदी बदमाशों के पास रायफल, पिस्टल, 12 बोर बंदूक, देसी कट्टे थे। जिनके सहारे वे पुलिस पर फायरिंग करते हुए जंगल की तरफ भाग गए। हमले में बाल-बाल बची रतलाम पुलिस ने धरनावदा थाने में FIR दर्ज कराई है। घटना के बाद पुलिस ने कई घरों में दबिश भी दी लेकिन कुछ सुराग नहीं मिला।

मामला पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी के भतीजे व सराफा व्यापारी प्रकाश कोठारी के यहां हुई चोरी का है। इस सनसनीखेज वारदात के आरोपियों को पकडने गुना गई रतलाम पुलिस की टीम पर बदमाशों व अन्य ग्रामीणों ने फायरिंग कर दी। बताया जा रहा है की दोनों तरफ से यह फायरिंग हुई है। हालांकि पुलिस ने बदमाशों की तरफ से फायरिंग की पुष्टि की है लेकिन दोनों तरफ से फायरिंग की घटना से इनकार किया है। जावरा सीएसपी दुर्गेश आर्मो ने बताया की हम लगातार पुलिस टीम के संपर्क में हैं। आरोपी लगातार अपना स्थान बदलते हुए मूवमेंट कर रहे हैं और हमारी टीम उनका पीछा कर रही है।

पूरे भारत में पारदी बदमाश कुख्यात
पारदी बदमाश पूरे भारत में चोरी-डकैती करने के लिए कुख्यात  हैं। गुना जिले के खेजड़ा चक, बीलाखेड़ी, कनारी चक , कनेरा समेत कुछ ऐसे गांव हैं जहां पारदी बदमाशों का डेरा है। यहीं से भारत के विभिन्न राज्यों में जाकर अपराध घटित करते है।बदमाशों के पास चौबीसों घंटे अच्छा खासा असलहा हथियार भी मौजूद रहता है। इनकी चोरी जैसी वारदात को अंजाम देने का तरीका भी एक सा होता है। रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा जो कि गुना एसपी भी रहे है, उन्होंने इस चोरी को तरीका ए वारदात से ही ट्रेस किया। जिस कारण से आरोपी जल्द ट्रेस हो गए। मगर अब तक पुलिस की गिरफ्त से सभी आरोपी दूर है और बेखौफ पुलिस पर फायरिंग भी कर रहे है।

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दबिश टीम में 30 से अधिक जवान
जावरा में हुई चोरी की सनसनीखेज वारदात के आरोपियों का पता चलने के बाद रतलाम पुलिस की टीम लगातार गुना में डेरा जमाए हुए हैं। वहां की स्थानीय पुलिस से भी सपोर्ट लेकर आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। टीम में जावरा सिटी थाना टीआई हरीश जेजुरकर समेत जिले के करीब 30 से ज्यादा पुलिस अधिकारी और पुलिस जवान शामिल हैं। आरोपी महिलाओं और बच्चों को आगे करके सुरक्षा का ढाल भी बनाते हैं जिससे पुलिस की कार्रवाई में बाधा उत्पन्न हो रही है।

फायरिंग के बाद भाग निकले आरोपी
फायरिंग का यह मामला गुना जिले के धरनावदा थाने के खेजड़ा चक गांव में बुधवार को उस समय हुआ जब पुलिस दल आरोपियों तक पहुंचने ही वाला था। इसी दौरान टीम पर आरोपियों की तरफ से फायरिंग होना शुरू हो गई। सूत्रों की माने तो स्थानीय टीआई व जावरा सिटी टीआई बाइक पर सवार थे जो बदमाशों से करीब 100 मीटर की दूरी पर थे। फायरिंग के दौरान बाइक खेत में जा गिरी और पुलिस अधिकारियों ने खुद को कवर किया। तीन-चार दिन से बड़े इनपुट होने से पुलिस की बड़ी पार्टी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी।

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यह है पूरा मामला
जावरा के बड़े सराफा व्यापारी और प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी के भतीजे जावरा व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष बजाजखाना निवासी प्रकाश कोठारी की दुकान में बदमाशों ने 5 करोड़ से अधिक की चोरी को अंजाम दे दिया था। बदमाश उनके यहां से 5 किलो सोना और 4 क्विंटल चांदी के जेवर ले गए। 16 सितंबर की सुबह चोरी का पता चला तो पूरे जावरा में सनसनी फैल गई थी। बदमाश उनके मकान के पीछे के कमलीपुरा तरफ मकान के निर्माणाधीन हिस्से से आए और चोरी की वारदात करके उसी रास्ते वापस चले गए। इतनी बड़ी चोरी होने की सूचना के बाद पुलिस के तमाम आला अधिकारी भी जावरा पहुंचे थे। व्यापारी कोठारी ने आरोपियों को पकडऩे वाले को 11 लाख रुपए इनाम देने की घोषणा भी की थी।

यह है जावरा चोरी कांड के आरोपी
गंगाराम उर्फ गंगू पिता बापूडा पारदी निवासी खेजड़ाचक थाना धरनावदा, पवन पिता बापुडा पारदी निवासी सदर गुना, कालिया उर्फ हरिसिंह पिता सागरिया निवासी सदर गुना, मुरारी पिता जगन्नाथ निवासी बिलाखेड़ी थाना धरनावदा के साथ एक अज्ञात आरोपी है। आरोपियों की गिरफ्तारी एवं चोरी की वस्तु बरामदगी के लिए पुलिस ने कई ठिकानों पर दबिशें दी है परंतु अभी आरोपी पुलिस गिरफ्तार से दूर है। इस वारदात को अंजाम देने के लिए जिस वाहन का उपयोग चोरों ने किया था वह एक पुलिस दरोगा का है, जिसको वह किराए पर ले गए थे।
फायरिंग कर भाग जाने के बाद झागर पुलिस चौकी ने नामजद पांच आरोपियों और पन्द्रह अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस पर फायरिंग करने आदि के तहत मामला दर्ज कर लिया है। रतलाम जिले की दो टीमें अभी गुना जिले में हैं, जो जावरा चोरी कांड के आरोपियों की धरपकड़ के लिए अलग-अलग जगह दबिश भी देती रही।

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निर्विघ्न मतदान संपन्न : जिले में प्रत्यशियों की चुनावी परीक्षा खत्म, अब 3 दिसंबर तक रिजल्ट का इंतजार

शहर में सबसे कम रहा मतदान प्रतिशत, कई अच्छी तस्वीरों के अलावा त्रुटियां भी आई सामने

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अपनी – अपनी किस्मत आजमाने उतरे प्रत्याशियों की चुनावी परीक्षा समाप्त हुई। अब सभी को 3 दिसंबर के दिन जारी होने वाले रिजल्ट का इंतजार है। रतलाम जिले में मतदान का अनुमानित आंकड़ा जारी हो चुका है। इसी के साथ प्रदेशभर में चुनावी बिगुल का शोर भी थम गया। रतलाम जिले में शाम 7 बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार करीब 83.62 प्रतिशत मतदान हुआ। रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा में सबसे अधिक 89.50 प्रतिशत, रतलाम ग्रामीण 86.25 प्रतिशत, जावरा 85.48 प्रतिशत, आलोट 83.33 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। वहीं शहर की विधानसभा सीट पर 73.55 प्रतिशत मतदान हुआ, जो कि 5 विधानसभाओं में सबसे कम रहा। कई स्थानों पर समय समाप्त होने के बाद लंबी कतारें लगी रही। जहां नियमानुसार कतार में खडे लोगों को टोकन वितरित कर मतदान करवाया गया।

मतदान के दौरान उत्साहित मतदाता

रतलाम जिले में निर्विघ्न रूप से मतदान संपन्न हुए। कहीं से भी कोई अप्रिय स्थिति बनने जैसी बात सामने नहीं आई। मतदान के दौरान सुबह 7 बजे से लेकर शाम की 6 बजे तक कई तस्वीरे सामने आई। कई स्थानों पर ईवीएम मशीन ने काम करना बंद कर दिया। जिसके बाद तुरंत उसे बदलकर मतदान जारी रखा गया। मतदान कर रहे कई लोगों के नाम दूसरे मतदान केंद्रों पर ट्रांसफर हो जाने से उन्हें काफी परेशानी हुई वहीं कई को यह जानकारी भी नहीं लग पाई की उनका नाम दूसरे केंद्र पर है। इसके अलावा कई लोगों के नाम डिलीट करने की भी समस्या सामने आई।

रतलाम एसपी राहुलकुमार लोढा ने किया मतदान
शहर सीएसपी अभिनव वारंगे ने भी पत्नी के साथ किया मतदान


मतदान के समय पुलिस प्रशासन खासा मुस्तेद दिखाई दिया। बुजुर्गों को बेलेट पेपर की विशेष सुविधा देने के बाद भी उन्होंने इंकार किया और मतदान वाले दिन उत्साह से भाग लिया। कई दिव्यांग लोग भी केंद्र पर मतदान करते नजर आए। ग्रामीण व ट्राइबल क्षेत्रों में लोगों की लंबी लाइन नजर आई। लोगों ने बढ़चढ़कर लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लिया। प्रथम बार मतदान कर रहे युवाओं को प्रशासन की और से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। खबर लिखे जाने तक लीड कॉलेज में मत पेटियां जमा करने का दौर जारी रहा।

अंचल में लगी लंबी कतारें

उत्साह के साथ मतदान : नागरिक पहुंच रहे लोकतंत्र के महायज्ञ में आहूति देने, अब तक जिले में 68 प्रतिशत वोटिंग

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। नागरिक लोकतंत्र के महायज्ञ में आहुति देने के लिए सुबह से मतदान केंद्र पहुंच रहे है। हालांकि सुबह सुबह शुरुआती दो घंटों में कम वोटिंग ने प्रशासन के साथ ही राजनीतिक दलों की चिंता बढा दी थी। जिसके बाद मतदाताओं के आने से सभी ने राहत की सांसे ली। निर्वाचन कार्यालय के अनुसार दोपहर 3 बजे तक जिले में 68 फीसदी से अधिक वोटर अपने मताधिकार का उपयोग कर चुके है। सबसे ज्यादा वोटिंग सैलाना विधानसभा में 75.28 फीसदी दर्ज की गई जबकि सबसे कम रतलाम शहर में 58.02 फीसदी ही वोटिंग हो पाई है। आखरी समय शाम 6 बजे तक मतदान का प्रतिशत और बढ़ने की संभावनाएं है।

कहीं लंबी कतारें तो कहीं इक्का दुक्का लोग:
शहर में सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया था। कई मतदान केंद्रों पर साढ़े सात और आठ बजे तक लाइनें लग गई तो कुछ मतदान केंद्र सुबह से दोपहर तक सुने दिखाई दिए।

जिले में मतदान की स्थिति :
सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक का मतदान प्रतिशत-
जावरा विधानसभा 68.66%
रतलाम ग्रामीण विधानसभा 73.13%
रतलाम शहर विधानसभा 58.02%
सैलाना विधानसभा 75.28%
आलोट विधानसभा 68.66%
जिले का कुल मतदान प्रतिशत 68.66%

बुजुर्गों ने भी दिखाया उत्साह :
बुजुर्ग मतदाताओं ने भी मतदान को लेकर खासा उत्साह दिखाया। जिन्होंने घर पर वोटिंग नहीं करके मतदान केंद्रों पर ही मतदान की बात कही थी वे बकायदा मतदान केंद्र पहुंचे। 70 साल से ऊपर के मतदाताओं में जहां उत्साह दिखाई दिया तो नव मतदाताओं ने भी अपने मनपसंद के जनप्रतिनिधि को चुनने के लिए पहली बार अपना वोट दिया। कई लोग अपने माता पिता व परिवार के साथ पहुंचे। उकाला रोड मतदान केंद्र पर एक व्यक्ति अपनी दिव्यांग मां को गोद में लेकर पहुंचा। वहीं एक पोता अपनी दादी के साथ पहुंचा जहां बैसाखी के सहारे दादी ने आकर वोट डाला।

मतदाता जागरूकता संदेश : जैन विद्या निकेतन में बनाई बच्चों ने 100 फिट की रंगोली, “छोड़ो अपने सारे काम –  पहले चलो करे मतदान”

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव शुरू होते ही प्रत्याशी अपने – अपने प्रचार में जुटे हुए है। आगामी 17 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में शत प्रतिशत मतदान कराने के उद्देश्य से सामाजिक संस्थाएं, प्रशासन व विद्यालय मतदाताओं में जागरूकता लाने का कार्य कर रहे है। जिससे लोगों में जागरूकता आए और वे शत प्रतिशत मतदान कर लोकतंत्र के इस उत्सव में अपनी भूमिका सुनिश्चित कर सके।

फूलों से सजाई मनमहोक रंगोली

इसी को लेकर शहर के सागोद रोड़ स्थित जैन विद्या निकेतन स्कूल के विधार्थियो ने करीब 100 फिट की रंगोली बनाई। मतदाता जागरूकता अभियान के तहत 50 फिट लंबी व 50 फिट चोड़ी रंगोली का निर्माण कश्यप सभागृह में किया गया। रंगोली में भारत देश के नक्शे के साथ मतदान का संदेश “छोड़ो अपने सारे काम – पहले चलो करे मतदान” लिखा गया। इसके अलावा मतदान के विषय में कई मनमोहक व आकर्षक रंगोलीयां फूलों व रंगों से विद्यार्थियों ने बनाई। स्कूल प्राचार्य मृदुला शर्मा ने बताया कि विद्यालय के सभी कक्षा के करीब 45 विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया। इस मौके पर विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य एवं सभी शिक्षक उपस्थित थे।

भारत के नक्शे के साथ उकेरी गई रंगोली

जावरा की जंग : निर्दलीय जीवनसिंह ने बिगाड़ा दो दलों का समीकरण, जनसंपर्क में जमकर बरसे शेरपुर

भाजपा में परिवारवाद, नेताओं को बेटों के भविष्य की चिंता – जीवनसिंह शेरपुर

पब्लिक वार्ता – रतलाम/जावरा,
जयदीप गुर्जर। रतलाम की जावरा विधानसभा में चुनावी माहौल बड़ा ही रोचक बनता जा रहा है। निर्दलीय मैदान में उतरे जीवनसिंह शेरपुर ने दो प्रमुख दलों की मेहनत बढ़ा दी है। यहां त्रिकोणीय मुकाबले में निर्दलीय के पड़ला ज्यादा भारी नजर आ रहा है। चुनावी शोर शांत होने में 8 दिन और बाकी है। ऐसे में सभी प्रत्याशी जनता का समर्थन मांगने में अपना अपना जोर लगा रहे है। अपने बोलने के अंदाज और बेबाक छवि से जीवनसिंह की बच्चों व युवाओं में लोकप्रियता खासी बढ़ चुकी है। कई आन्दोलनों व सामाजिक मुद्दों को लेकर जीवनसिंह आगे रहे है। ऐसे में अब इस चुनाव में उसका नतीजा साफ देखा जा सकता है।

निर्दलीय प्रत्याशी जीवनसिंह शेरपुर ने जावरा के कई इलाकों में जनसपंर्क किया। इस दौरान लोगों ने जेसीबी से फूलों को उड़ाकर स्वागत किया। जनसंपर्क के दौरान जीवन सिंह बोले मैं कोई नेता नहीं बुजुर्गों, माताओं का बेटा हूं मे सुख-दुख में साथ हमेशा खड़ा रहुगा है। शेरपुर ने इस दौरान कहा की आज चुनाव के दौरान कुछ मौकापरस्त लोग जो अभी-अभी आपके सामने नजर आ रहे हैं, उनको आपने पहले कभी देखा नहीं होगा। यह वही लोग हैं, जो एक बार आएंगे और फिर शक्ल तक नहीं दिखाएंगे।आप सभी लोगों को यह तय करना होगा कि आपको विकास करने वालों को वोट देना है या भ्रमित व झूठे वादे करने वाले को। इस बार दोनो पार्टियों के खिलाफ जनता चुनाव लड़ रही है, इसलिए दोनो पार्टी के उम्मीदवारों की नींद उड़ गई है। दोनों पार्टियां को अब आप की याद आ रही है।
भाजपा के कुछ नेता यह नहीं चाहते हमारे परिवार के अलावा कोई सांसद या विधायक बने। इसलिए इन्हीं के पार्टी के नेताओं को चुनाव में हराने के लिए लगे रहते हैं क्योंकि इनको पता है। अगर किसी और ने चुनाव जीतकर विधानसभा का टिकट मांग लिया तो उनके बेटे का भविष्य खतरे में हो जाएगा।

पटाखों पर बैन नहीं : सोशल मीडिया के ज्ञान ने मचाया रतलाम के व्यवसायियों में हड़कंप, जानिए पूरी खबर

केवल बच्चे नहीं बड़े भी जलाते है क्रेकर्स! – सुप्रीम कोर्ट

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। भारत में पटाखों की बिक्री, खरीद और उपयोग पर बेन यानी प्रतिबंध लगाने की मांग वाली याचिकाओं पर आज सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की। इसी बीच रतलाम में पटाखा व्यवसायियों में हड़कंप मच गया। जब एक सोशल मिडिया इंस्टाग्राम पेज ने भ्रामक जानकारी प्रसारित कर दी। सोशल मीडिया के अधूरे ज्ञान और अपुष्ट खबरे अब कई लोगों की मुश्किलें बन चुकी है। कई व्यापारियों ने इस भ्रामक खबर के बाद ऑर्डर भी केंसल करवा दिए। पब्लिक वार्ता ने जब इस खबर की पड़ताल की तो मालूम हुआ की सुप्रीम कोर्ट ने कुछ और ही कहा।
पटाखा जलाने पर बैन को लेकर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पर्यावरण की चिंता करना केवल कोर्ट का काम नहीं हैं। यह गलत धारणा है कि पर्यावरण की चिन्ता केवल कोर्ट को होनी चाहिए। वहीं, जस्टिस सुंदरेश ने कहा कि आजकल केवल बच्चे ही क्रैकर्स नहीं जलाते, आजकल तो बड़े लोग भी पटाखा जलाते हैं।

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने विशेष रूप से दिवाली पर पटाखे फोड़ने पर रोक लगाने के लिए कोई भी आदेश पारित करने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि पटाखों के उपयोग पर पूर्व में जारी आदेश को लागू किया जाए। आपको बता दे सुप्रीम कोर्ट ने पहले त्योहारों और विशेष अवसरों के दौरान पटाखे फोड़ने के लिए एक विशेष समय और प्रकार के दिशानिर्देश दिए थे। यह निर्देश दिल्ली में बढ़ते प्रदुषण को लेकर थे। कोर्ट के अनुसार यह निर्देश केवल दिल्ली एनसीआर के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए थे जो अब भी लागू रहेंगे। बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण राजस्थान के उदयपुर में दिवाली त्योहार के दौरान पटाखे फोड़ने पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी।

सुप्रीम कोर्ट ने आज कोई भी निर्देश पारित करने से इनकार कर दिया और कहा कि राजस्थान सहित सभी राज्यों को वायु और ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए पटाखे फोड़ने पर पहले के आदेश को लागू करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि पटाखों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध केवल त्योहारों के दौरान ही नहीं बल्कि पूरे साल भर लगाया जाना चाहिए।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम राज्यों को उचित कदम उठाने का निर्देश दे सकते हैं।