
रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: माघ कृष्ण एकम मंगलवार को मध्य प्रदेश की स्वर्ण नगरी रतलाम में आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतर्गत श्रद्धा और भक्ति भाव से तीर्थंकर नेमीनाथ भगवान का ज्ञानकल्याणक महोत्सव मनाया गया। हजारों जैन अनुयायियों ने प्रातः शांति जाप और श्री जिनेन्द्र पूजन के साथ इस महोत्सव का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर गुरुदेवश्री कानजी स्वामी सहित अतिथि विद्वानों पंडित रजनीभाई दोशी, पंडित राजकुमार शास्त्री, डॉ. मनीष शास्त्री और अन्य आध्यात्मिक विद्वानों के मंगल प्रवचनों का लाभ लिया गया।
मुनिराज नेमीनाथजी को हुआ प्रथम आहार
108 दिगंबर महामुनिराज नेमीनाथजी का गिरनारी वन से शौरीपुर नगरी में आहार हेतु आगमन हुआ। “हे स्वामी नमोस्तु, नमोस्तु” की जयघोष से नगरी गुंजायमान हो उठी। खीर द्वारा मुनिराज नेमीनाथजी का प्रथम आहार हुआ। इस सौभाग्य का लाभ मुंबई के धनेशकुमार शाह परिवार को प्राप्त हुआ। आहार दान के बाद मुनिराज गिरनारी वन की ओर प्रस्थान कर ध्यान में लीन हो गए।
केवलज्ञान और समवशरण की रचना
घोर तपस्या के बाद मुनिराज नेमीनाथजी को केवलज्ञान की प्राप्ति हुई और वे 22वें तीर्थंकर बने। सौधर्म इंद्र के आदेश पर कुबेर ने समवशरण का निर्माण किया, जहां प्रभु की दिव्य ध्वनि का प्रसारण हुआ। इस अवसर पर इंद्र-इंद्राणियों और हजारों श्रद्धालुओं ने केवलज्ञान की पूजा की।
भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रम
संध्या समय भजन गायक पंडित संजीव शास्त्री के भजनों ने भक्तिभाव का संचार किया। समाज ने भक्ति संगीत के साथ वीतराग देव-शास्त्र-गुरु की स्तुति की।
आज मनेगा मोक्षकल्याणक महोत्सव
मीडिया प्रभारी दीपक राज जैन और उपाध्यक्ष कीर्ति बड़जात्या ने बताया कि आज मोक्षकल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 6 बजे मंगलाचरण से होगी। इसके बाद तीर्थंकर नेमीनाथजी की मोक्षकल्याणक विधि, पूजन और शांति यज्ञ आयोजित किए जाएंगे।
सुबह 10.30 बजे श्री जिनेन्द्र शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो नवीन जिनालय पर ध्वजारोहण, मंदिर उद्घाटन और जिनबिम्ब स्थापना के साथ संपन्न होगी। महोत्सव समिति ने सभी श्रद्धालुओं से धर्मलाभ लेने की अपील की है।