
रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: स्वामी ज्ञानानंद के 34वें निर्वाण महोत्सव के पावन अवसर पर सैलाना बस स्टैंड स्थित अखंड ज्ञान आश्रम में संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ अमृत महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। यह आयोजन चित्रकूट पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित डॉ. स्वामी दिव्यानंद महाराज की अध्यक्षता में सोमवार को प्रारंभ हुआ।

कथा के प्रारंभ से पूर्व कथा परीक्षित कैलाश जाट, कलाबाई जाट और जाट परिवार सहित नगर के श्रद्धालुओं ने विधिवत पोथी पूजन कर आयोजन की शुरुआत की। कथा वाचक पंडित मोहनलाल दुबे ने श्रीमद् भागवत की अमृतमयी गाथा सुनाते हुए श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ज्ञान से ओतप्रोत किया।
उन्होंने कहा कि ज्ञानी व्यक्ति प्रभु की भक्ति के माध्यम से धर्म, ईश्वर की प्राप्ति और आत्म कल्याण कर सकता है। अर्थ का उपयोग धर्म और भोग दोनों के लिए किया जा सकता है, परंतु संसार संचालन हेतु काम आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि जिसकी वाणी संयमित नहीं होती, वह सच्ची भक्ति नहीं कर सकता। धर्म कभी नफरत नहीं फैलाता, बल्कि प्रेम, करुणा और भाईचारे की भावना को जन्म देता है।
पंडित दुबे ने बताया कि भक्त और भगवान का मिलन ज्ञान और वैराग्य की प्राप्ति कराता है, जिससे जीवन सफल होता है और भक्ति से हृदय में करुणा उत्पन्न होती है। कथा के अंत में आरती कर प्रसादी वितरित की गई।
इस अवसर पर आश्रम व्यवस्थापक स्वामी देव स्वरूपानंद महाराज ने बताया कि कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से आयोजित होगी। आयोजन में राजेन्द्र पुरोहित, स्वामी ब्रह्म प्रकाश महाराज, स्वामी सूजाना नंद महाराज, स्वामी शास्वतानंद महाराज सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।