रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: रतलाम ज़िले के रावटी कस्बे में एक 6 साल की बच्ची की मौत इलाज के दौरान हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि एक होम्योपैथिक डॉक्टर ने बिना किसी जांच के एलोपैथिक इंजेक्शन लगाया, जिसके कुछ ही घंटों बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
मृतक बच्ची की पहचान अरुणा, पिता नाथुलाल भाभर, निवासी रावटी के रूप में हुई है। मंगलवार सुबह उसे बुखार था, जिसके बाद परिजन उसे रावटी के पंचायत चौराहे स्थित अजय सिंह चौहान के निजी क्लिनिक पर लेकर गए। डॉक्टर ने बिना जांच के बच्ची को इंजेक्शन लगा दिया। बाजार ले जाते समय अरुणा को उल्टी हुई और दोबारा क्लिनिक लाया गया, जहां दोपहर 1 बजे उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद डॉक्टर मौके से फरार हो गया, लेकिन रावटी पुलिस ने देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी डॉक्टर के पास केवल होम्योपैथी की डिग्री है, लेकिन वह वर्षों से एलोपैथिक इलाज कर रहा था।
पहले भी हो चुकी है मौत इसी क्लिनिक में
यह पहली घटना नहीं है। छह साल पहले 26 जनवरी 2019 को ग्राम गंगायता पाड़ा निवासी रमेश चारेल (30) की भी इसी क्लिनिक में इलाज के दौरान मौत हुई थी। तब भी डॉक्टर ने बिना जांच के इंजेक्शन लगाया था।
स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही
जानकारी के अनुसार, आरोपी अजय सिंह चौहान पिछले 10–12 साल से यह क्लिनिक चला रहा था और रतलाम के एक होम्योपैथिक कॉलेज में शिक्षक भी है। मार्च 2025 में स्वास्थ्य विभाग ने उसे नोटिस जारी कर डिग्री और क्लिनिक संचालन की जानकारी मांगी थी, लेकिन जवाब नहीं मिला।
क्षेत्र में 50 से ज्यादा अवैध क्लिनिक
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, रावटी क्षेत्र में 50 से अधिक अवैध क्लिनिक संचालित हो रहे हैं। इन क्लिनिकों में बिना योग्य डिग्री और पंजीयन के इलाज किया जा रहा है, जो कि गंभीर जनस्वास्थ्य संकट है।
पुलिस और प्रशासन सख्त कार्रवाई की तैयारी में
पुलिस ने बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए रतलाम मेडिकल कॉलेज भेजा और क्लिनिक को सील कर दिया है। आरोपी डॉक्टर से पूछताछ जारी है।