दाखिल हुआ सांसदी का पर्चा! : मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भरवाया प्रत्याशी अनिता नागरसिंह चौहान का नामांकन, कई दिग्गजों को होना पड़ा शामिल

झाबुआ से कांग्रेस को बड़ा झटका, जिले के दो बड़े नेता कांग्रेस से भाजपा में शामिल!

पब्लिक वार्ता – रतलाम/झाबुआ,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बजने के बाद गुरुवार को रतलाम-झाबुआ-अलीराजपुर संसदीय क्षेत्र या रतलाम लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिता नागरसिंह चौहान ने अपना नामांकन फार्म जमा किया। सूबे के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते, केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, निर्मला भूरिया सहित कई दिग्गज नेता इस नामांकन रैली के शक्ति प्रदर्शन में मौजूद रहे। दिग्गजों के इस जमावड़े का बड़ा कारण विधानसभा चुनाव के दौरान आदिवासी अंचल में भाजपा की कमजोर पकड़ को बताया जा रहा है। केंद्रीय नेतृत्व खासकर इस सीट पर अपना फोकस जमाये हुए है। पार्टी सूत्रों के अनुसार रतलाम लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री के करीब 2 दौरे होने की संभावनाएं है। वहीं योगी उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस सीट पर प्रचार का जिम्मा संभाल सकते है।

रतलाम लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार अनिता नागर सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में झाबुआ में जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा मीणा के समक्ष नामांकन फार्म जमा किया। नामांकन से पहले झाबुआ के बस स्टेंड पर जनसभा हुई। सभा के दौरान रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महापौर प्रहलाद पटेल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन एवं जिला प्रभारी प्रदीप पांडेय के नेतृत्व में तीन विधानसभा क्षेत्र रतलाम शहर, ग्रामीण और सैलाना के हजारों कार्यकर्त्ता शामिल हुए। इसके अलावा झाबुआ व अलीराजपुर के भी कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए।

नामांकन रैली के दौरान हुंकार भरते भाजपा के दिग्गज नेता

कांग्रेस के पास हर चुनाव में सिर्फ एक उम्मीदवार
बस स्टेण्ड पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्र की मोदी सरकार व भाजपा की प्रदेश सरकार के।कार्यों को बताया। यादव ने कहा कि भाजपा आदिवासियों का विकास करने वाली पार्टी है। प्रदेश और केंद्र की सरकार में विकास कार्य आगे भी जारी रहेगा। भाजपा का काल मोदी राज में राम राज्य की तरह है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को अगर अन्य किसी बड़े अस्पताल में भर्ती कराना हो, तो उसे आवश्यक होने पर एयरलिफ्ट करने का निर्णय भी प्रदेश सरकार ने लिया है। मुख्यमंत्री ने कांतिलाल भूरिया पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के पास यहां सिर्फ एक ही उम्मीदवार है, विधायक बनाना हो तो वही और सांसद का चुनाव लड़ाना हो तो भी वही। कांग्रेस ने कभी आदिवासीयों का भला नहीं किया, लेकिन भाजपा ने आदिवासीयों को राष्ट्रपति पद तक पहूंचाया है।

फोटो : बाएं से पहले नंबर पर विजय भाभर व दूसरे पर ममता बहादुर हटीला

दो बड़े कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल
वोटिंग से पहले और नामांकन आखरी दौर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दो कांग्रेसी नेता ने जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में भाजपा का दामन थाम लिया।जिसमें झाबुआ जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य विजय भाभर और जिला पंचायत सदस्य ममता बहादुर हठिला ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसके अलावा इनके समर्थकों ने भी भाजपा की सदस्यता ली।


भीलांचल के गांधी : मामा बालेश्वर दयाल स्मारिका का लोकार्पण, पुण्यतिथि पर हुआ भव्य आयोजन

पब्लिक वार्ता – झाबुआ,
जयदीप गुर्जर। वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पूर्व राज्यसभा सदस्य समाजवादी चिंतक मामा बालेश्वर दयाल की 25वीं पुण्यतिथि भील आश्रम, बामनिया में मनाई गई। इस अवसर पर मामा बालेश्वर दयाल के लाखों अनुयायियों ने 25 दिसंबर की सुबह से 26 दिसंबर की शाम तक समाधि स्थल पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बामनिया स्थित आश्रम पर 25 दिसंबर को रात भर सभा के साथ भजन व कीर्तन होता रहा।

मामा बालेश्वर दयाल

समाधि स्थल पर इंदौर के वरिष्ठ पत्रकार रामस्वरूप मंत्री द्वारा संपादित स्मारिका “भीलांचल के गांधी : मामा बालेश्वर दयाल” का लोकार्पण पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम, वरिष्ठ पत्रकार क्रांति कुमार वैद्य, पर्यावरणविद् डॉ खुशालसिंह पुरोहित, गोविंद यादव, जयस संरक्षक डॉ अभय ओहरी, समाजवादी नेता राजू अग्रवाल, मास्टर रामलाल निनामा, पत्रकार सत्यनारायण शर्मा, दिनेश सिंह कुशवाह, लीलाधर चौधरी, डॉ सोमेश्वर सिंह एवं इंद्रसेन निमोनकर द्वारा किया गया।

इस अवसर पर समाजवादी विचारक व पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने कहा कि मामा जी की पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में अनुयायी बामनिया पहुंचते हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा अनुयायियों के लिए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नही की जाती है बल्कि परेशानियां पैदा की जाती है। सरकार मामाजी को भारत रत्न देने की बजाए उन्हें तिरस्कृत कर रही है। डॉ सुनीलम ने कहा कि गुजरात मॉडल की नहीं मामाजी के सामाजिक आर्थिक मॉडल की देश को जरूरत है।    

जयस संरक्षक डॉ अभय ओहरी ने कहा कि समाधि स्थल का  विकास एक शिक्षण केंद्र के तौर पर किया जाना चाहिए तथा मामाजी का संग्रहालय स्थापित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा जयस मामाजी के सपनों को साकार करेगा।


  
डॉ खुशाल सिंह पुरोहित ने कहा कि समाज परिवर्तन हेतु मामा जी ने अपना पूरा जीवन लगाया था। इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को मामा बालेश्वर दयाल शोध पीठ की स्थापना करनी चाहिए। जिससे नई पीढ़ी मामा जी के विचारों से जुड़ सके।
    वरिष्ठ पत्रकार रामस्वरूप मंत्री ने कहा कि मामा बालेश्वर दयाल के विचारों के प्रचार प्रसार को लेकर हमने क्रांति कुमार वैद्य एवं डॉ सुनीलम के साथ मिलकर अब तक 20 पुस्तिकाएं एवं स्मारिकाएं प्रकाशित की है, प्रकाशन का कार्य आगे भी जारी रहेगा।
    वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजवादी चिंतक कांति कुमार वैद्य ने कहा कि मामा बालेश्वर दयाल का मूल्यांकन होना अभी बाकी है। ज्यों ज्यों समय बीतता जा रहा है त्यों त्यों मामा जी के विचारों की प्रासंगिकता लगातार बढ़ती जा रही है। युवा पीढ़ी भी मामाजी के प्रति आकर्षित हो रही है।
     सुशीला बहन ने कहा कि मेरे लिए यह गर्व की बात है कि मामाजी के जीवनकाल में  उनकी सेवा करने का मौका मिला तथा अब मेरा जीवन मामा जी के विचारों के प्रचार प्रसार के लिए समर्पित है।
    मास्टर रामलाल निनामा ने बताया कि हर वर्ष की तरह  इस वर्ष भी राजस्थान के हजारों अनुयायियों ने 21 दिसंबर को पदयात्रा शुरू की थी। उन्होंने बताया कि मेरी आठ पीढ़ियां मामा जी के विचारों से प्रभावित रही है। हम मामाजी को देवताओं का देवता मानते हैं। उन्होंने कहा की नई पीढ़ी को जोड़ने के लिए साहित्य प्रकाशन और उसका वितरण जरूरी है।

    समाजवादी नेता गोविंद यादव ने कहा कि वर्तमान समय में पूंजीवाद का मुकाबला मामा जी द्वारा प्रतिपादित प्रकृतिवाद एवं समाजवाद से चल रहा है।उन्होंने कहा मामा जी के विचारों पर चलकर ही मानवता के अस्तित्व को बचाया जा सकता है।
बामनिया कार्यक्रम राजस्थान की वयोवृद्ध समाजवादी नेत्री मालती बहन की उपस्थिति एवं संरक्षण में संपन्न हुआ।