MP News: धनतेरस पर करोड़ों की सजावट देखने पहुंचेंगे सीएम डॉ. मोहन यादव, धनतेरस पर रतलाम के महालक्ष्मी मंदिर में करेंगे दर्शन

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। MP News: सीएम डॉ. मोहन यादव का दिवाली से पहले धनतेरस पर रतलाम दौरा संभावित है। 29 अक्टूबर को सीएम के आगमन की संभावना है, जिसमें वे माणकचौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर में दर्शन कर सकते हैं। गौरतलब है की रतलाम का महालक्ष्मी मंदिर अपनी अनोखी साज – सज्जा के कारण विश्व में प्रसिद्ध है। यहां नोटों की लड़ियों व हीरे – जवाहरातों से मंदिर सजाया जाता है। जिसकी अनुमानित कीमत करोड़ों में होती है। सीएम के दौरे को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं। कलेक्टर राजेश बाथम ने शनिवार को मंदिर का दौरा कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया, ताकि श्रद्धालुओं और वीआईपी आगंतुकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने मंदिर में सजावट कार्य का भी जायजा लिया, जहां करीब 1 करोड़ से अधिक मूल्य के नोटों व आभूषणों से मंदिर को सजाया जा रहा है।

मंदिर के बाहर पूजन सामग्री विक्रेताओं से चर्चा करते एएसपी राकेश खाखा


सीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सीएम के संभावित दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन भी सतर्क है। एसपी अमित कुमार ने महालक्ष्मी मंदिर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया और जिले के सभी पुलिस अधिकारियों की बैठक में दिशा-निर्देश जारी किए। सीएम का दौरा अभी औपचारिक रूप से घोषित नहीं हुआ है, परंतु सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। एएसपी राकेश खाखा ने भी सायं को चौराहे का निरीक्षण कर यातायात व्यवस्था का जायजा लिया और पूजन सामग्री विक्रेताओं से चर्चा कर उन्हें वैकल्पिक स्थान पर अस्थायी रूप से दुकान लगाने का सुझाव दिया। इस दौरान सीएपी अभिलाष भलावी, टीआई सुरेंद्रसिंह गडरिया, ट्रैफिक डीएसपी अनिल यार, ट्रैफिक सुबेदार अनोखीलाल परमार आदि मौजूद थे।

मंदसौर में कार्यक्रम के बाद रतलाम आने की संभावना
29 अक्टूबर को सीएम डॉ. मोहन यादव मंदसौर में किसान सम्मान निधि वितरण और मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद उनके रतलाम पहुंचने और महालक्ष्मी मंदिर के दर्शन करने की संभावना है। हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय से दौरे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

भाजपा पदाधिकारियों की बैठक में तैयारियों पर चर्चा 
मुख्यमंत्री के दौरे की तैयारियों को लेकर भाजपा पदाधिकारियों की एक बैठक हुई, जिसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप, जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महापौर प्रहलाद पटेल, और अन्य प्रमुख नेता शामिल हुए। बैठक में मुख्यमंत्री के आगमन पर उनका भव्य स्वागत करने का निर्णय लिया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का 29 अक्टूबर को प्रातः 10.30 बजे नगर आगमन संभावित है।

Ratlam News: महालक्ष्मी मंदिर में पुजारी को लेकर विवाद, आरोप; सूतक के दौरान मंदिर में पहुंचा, शुध्दिकरण कर खोला मंदिर

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: रतलाम के प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर में पंडित संजय पुजारी द्वारा सूतक के दौरान पूजा करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने इस कृत्य का विरोध जताया। विवाद बढ़ने के बाद रविवार रात को प्रशासन ने मंदिर का ताला लगा दिया और सोमवार सुबह 11 घंटे बाद मंदिर का ताला खोला गया। प्रशासन ने संजय पुजारी को हटाकर सत्यनारायण व्यास को अस्थायी पुजारी नियुक्त कर दिया।

शहर के माणक चौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर को हर साल दिवाली पर करोड़ों रुपए के नोटों और जेवरों से सजाया जाता है। इस वर्ष भी सजावट का काम शुरू हो चुका है, लेकिन पंडित संजय पुजारी के बड़े भाई के निधन से सूतक के चलते उन्हें पूजा से दूर रहने का कहा गया था। फिर भी उन्होंने पूजा की, जिससे श्रीमाली समाज में नाराजगी फैल गई। गौरतलब है की श्रीमाली ब्राह्मण समाज लक्ष्मी जी को कुलदेवी के रूप में पूजता है। पुजारी को समझाईश देने आए बाद भी उसने मंदिर में प्रवेश करना नहीं बंद किया। जिसके बाद समाज के लोग आक्रोशित होकर मंदिर पहुंचे और उन्होंने प्रशासन की मौजूदगी में ताला लगवा दिया।

मंदिर शुद्धिकरण करते श्रीमाली ब्राह्मण समाजजन

समाज का विरोध और शुद्धिकरण
श्री माली ब्राह्मण समाज ने मंदिर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और गंगाजल व गोमूत्र से शुद्धिकरण किया। समाज के अनुसार, सूतक के दौरान पूजा नहीं होनी चाहिए थी, लेकिन पुजारी संजय ने नियमों का पालन नहीं किया। नायब तहसीलदार आशीष उपाध्याय की मौजूदगी में विवाद के समाधान के लिए पुजारी को बदला गया और सजावट का काम जारी रखने का निर्णय लिया गया।

सजावट की जिम्मेदारी और सुरक्षा
मंदिर में दिवाली के दौरान सजावट के लिए भक्त बड़ी मात्रा में रुपए और आभूषण दान कर रहे हैं। विवाद के बाद लोगों ने चिंता जताई कि अब सजावट की जिम्मेदारी कौन संभालेगा। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सजावट का कार्य रुकेगा नहीं और पुराने पुजारी के सहयोगी इसे पूरा करेंगे। साथ ही, मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए पुलिस और पटवारियों की तैनाती की गई है, ताकि दान की गई धनराशि और आभूषणों का सही रिकॉर्ड रखा जा सके।

अस्थायी रूप से नया पुजारी नियुक्त
तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने बताया कि फिलहाल मंदिर में पटवारियों को तैनात किया गया है, जो अलग-अलग समय पर मंदिर में मौजूद रहेंगे। मंदिर के पुजारी परिवार में सूतक समाप्त होने के बाद, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार संजय पुजारी के मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। मंदिर में दीपावली पर होने वाली सजावट को लेकर प्रशासन ने सभी संबंधित पक्षों को शांति बनाए रखने की अपील की है ताकि किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।

Mahalaxmi Temple Ratlam: विदेशों से आ रहे फोन, हमारा “धन भी चढ़ाना है!”, हीरे – जवाहरातों की सजावट हुई शुरू

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Mahalaxmi Temple Ratlam: विश्व प्रसिद्ध श्री महालक्ष्मी मंदिर दीपोत्सव के अवसर पर भक्तों द्वारा लाई जा रही स्वर्ण आभूषणों और नोटों की श्रृंगार सामग्री से सजने के लिए तैयार है। मंदिर में कार्यकर्ता नोटों की लड़ियां बनाते नजर आएंगे। जहां 10, 20, 50 से लेकर 2000 के नोट की लड़ियां बनाई जा रही है, जो मंदिर में सजने के लिए तैयार है। भक्तजन बड़ी संख्या में माणक चौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर में पहुंच रहे हैं, जहां हर साल की तरह इस बार भी महालक्ष्मी का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जिसमें मंदिर परिसर में 29 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस बल और पटवारियों की भी तैनाती की गई है, ताकि मंदिर में लाई जाने वाली सामग्री और दान-दक्षिणा का सही हिसाब रखा जा सके।

इस बार मंदिर में चढ़ावे के लिए दुबई और अमेरिका में रह रहे भारतीय भी उत्सुक है। वहां से भक्त रतलाम में अपने रिश्तेदारों से फोन पर संपर्क कर रहे है। उन्हें जानना है की वे किस माध्यम से अपनी धनराशि मां लक्ष्मी के चरणों में साज सज्जा के लिए दे सकते है। हालांकी मंदिर में फिलहाल बैंक एकाउंट व अन्य डायरेक्ट माध्यम से राशि व आभूषण लेने की कोई सुविधा नहीं है। जिससे विदेश में रहने वाले भक्त अपनी धन सामग्री चढ़ा नहीं सकते है। गौरतलब है की मध्यप्रदेश के रतलाम का महालक्ष्मी मंदिर दिवाली पर नोट, सोना – चांदी, हीरे – जवाहरातों की अपनी सजावट के लिए विश्व प्रसिद्ध है। लोग दूर – दूर से यहां दर्शन के लिए आते है। मान्यता है की यहां धन चढ़ाने से उसे वापस प्रसाद के रूप में ले जाने से घर व व्यापार – व्यवसाय में धन की वृद्धि होती है।

देखिए वीडियो : मंदिर में होती सजावट

भक्तों ने स्वर्ण आभूषण और नोट किए दान
मंदिर में भक्त अपनी ओर से स्वर्ण आभूषणों और नोटों की गड्डियां मां के श्रृंगार के लिए भेंट कर रहे हैं। रतलाम के अलावा इंदौर, नागपुर, मुंबई, झाबुआ आदि अन्य राज्यों व शहरों से आए भक्तों ने आभूषणों और नोटों की गड्डियां दान की है। अब तक करीब 400 भक्तों ने महालक्ष्मी के श्रृंगार के लिए नोटों की गड्डियां सौंपी, जिसके बदले उन्हें मंदिर प्रशासन की ओर से टोकन प्रदान किया गया। यह टोकन दिवाली के बाद दिखाने पर ही श्रृंगार सामग्री भक्तों को वापस सौंपी जाएगी।

सुरक्षा और रिकॉर्ड रखने की विशेष व्यवस्था
मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है। मंदिर प्रशासन ने हर आने-जाने वाले भक्तों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 29 सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की है। इसके साथ ही, प्रशासन की ओर से पटवारियों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है ताकि मंदिर में आई सामग्री और दान-दक्षिणा का पूरा रिकॉर्ड रखा जा सके। तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने बताया कि मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 6 लाख रुपये का स्टीमेट तैयार किया गया है। बाहर से रंगरोगन का काम जल्द करवा लिया जाएगा। जीर्णोद्धार का कार्य दीपोत्सव के बाद शुरू किया जाएगा, ताकि भक्तों को किसी तरह की असुविधा न हो।

नोट कैसे जमा कराएं
महालक्ष्मी मंदिर में पांच दिवसीय दीपोत्सव का आयोजन हर साल की तरह इस बार भी धूमधाम से मनाया जाएगा। धनतेरस से शुरू होने वाले इस उत्सव में मंदिर को सजाने का काम भक्तों द्वारा लाई गई नोटों की गड्डियों से किया जाएगा। मंदिर के पुजारी ने बताया कि श्रद्धालुओं द्वारा 28 अक्टूबर तक श्रृंगार सामग्री स्वीकार की जाएगी। भक्तों को अपने साथ श्रृंगार सामग्री के अलावा नाम, पता, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो लाना अनिवार्य होगा ताकि रजिस्टर में उनकी एंट्री की जा सके।