रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: रतलाम शहर के तेजा नगर क्षेत्र में शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जहां एक महिला का शव नाले में औंधे मुंह पड़ा मिला। शव के पास बिजली के टूटे तार और कचरा बीनने का थैला मिलने से करंट लगने से मौत की आशंका जताई जा रही है। यह घटना न सिर्फ प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि नागरिक सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है।

जानकारी के अनुसार, घटना माणक चौक थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 23 अंतर्गत तेजा नगर की है। शनिवार सुबह करीब 9:30 बजे स्थानीय लोगों ने नाले में महिला का शव देखा, जिसके बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। तुरंत पुलिस और स्थानीय पार्षद अक्षय संघवी मौके पर पहुंचे। जांच के दौरान शव के पास बिजली के टूटे हुए तार और एक थैला मिला, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिला कि मृतका कचरा बीनने का कार्य करती थी।
बाद में शव की पहचान ईश्वर नगर निवासी 45 वर्षीय कमला के रूप में हुई, जो सुबह करीब 6 बजे रोज़ की तरह कचरा बीनने निकली थी। प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि नाले में गिरे बिजली के तारों से करंट फैल गया और कमला उसकी चपेट में आ गई।
सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया ने जानकारी दी कि महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है और मर्ग कायम कर लिया गया है। साथ ही महिला के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
लापरवाही बनी मौत की वजह?
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब रतलाम में बीते दिन तेज आंधी-तूफान के कारण कई पेड़ और विद्युत पोल धराशायी हो गए थे। 20 घंटे बीत जाने के बाद भी कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई है। खुले तारों और गिरे पोलों को हटाने में देरी जानलेवा साबित हो रही है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस क्षेत्र में पहले भी बिजली संबंधित हादसे हो चुके हैं, लेकिन न तो बिजली विभाग ने और न ही नगर निगम ने स्थायी समाधान की ओर कदम बढ़ाया।
अब बड़ा सवाल यह है कि —
क्या इस मौत के बाद किसी की जवाबदेही तय की जाएगी या यह मामला भी बाकी हादसों की तरह फाइलों में दफन हो जाएगा?