MP News: कचरा फेंकने वालों के फोटो लो और बदले में पाओ 50 रुपए, नगर निगम की पहल पर 5 लोग हुए कैप्चर

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: मध्यप्रदेश की रतलाम नगर निगम ने अनोखी पहल शुरू की है। यहां खुले में कचरा फेंकने वालों के फोटो खींचकर अगर आप भेजते हो तो आपको 50 रूपए का इनाम दिया जाएगा। इसके अलावा फेंकने वाले पर स्पॉट फाइन भी किया जाएगा।

शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए महापौर प्रहलाद पटेल ने इस अनोखी पहल को 2 अक्टूबर से शुरू किया। जिसका सकारात्मक असर अब दिखने लगा है। खुले में कचरा फेंकने वालों पर सख्ती करते हुए नगर निगम ने 5 व्यक्तियों पर जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई महापौर द्वारा शुरू की गई योजना के तहत की गई, जिसमें नगर के नागरिकों से अपील की गई थी कि वे ऐसे लोगों की तस्वीरें साझा करें जो कचरा फेंककर शहर को गंदा कर रहे हैं।

महात्मा गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर को महापौर प्रहलाद पटेल ने एक मोबाईल नंबर 7471144937 जारी किया, जिस पर शहरवासी उन लोगों की फोटो और पता भेज सकते है, जो खुले में कचरा डाल रहे है। इसके बदले में सूचना देने वालों को 50 रुपए की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई। इस पहल के परिणामस्वरूप नगर निगम को 5 लोगों की तस्वीरें प्राप्त हुईं, जिन्होंने खुले में कचरा फेंका था। इन सभी पर 250-250 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इनमें शहर की एक प्रतिष्ठित नमकीन व्यवसायी पर भी जुर्माना लगाया गया है।

जिन लोगों पर जुर्माना लगाया गया है, उनमें चांदनी चौक के अनिल छाजेड़, धनजीभाई के नोहरा के संजय परमार, श्रीमालीवास के गोपाल वर्मा और सुमीत व्यास, और आरोग्य हनुमान मंदिर क्षेत्र के बालकिशन राठौड़ शामिल हैं। इन सभी ने अपने घरों या दुकानों से निकलने वाला कचरा नगर निगम के संग्रहण वाहन में डालने की बजाय खुले में फेंका था, जिससे शहर की स्वच्छता प्रभावित हो रही थी।

महापौर प्रहलाद पटेल ने इस संबंध में कहा कि शहर को स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है, और इस पहल का उद्देश्य नागरिकों को जागरूक करना है। रतलाम को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी। महापौर ने नागरिकों से अपील की है कि वे नगर निगम के कचरा संग्रहण व्यवस्था का पालन करें और अपने शहर को स्वच्छ रखने में योगदान दें।

नालों पर पक्का अतिक्रमण : तेज बारिश के बाद घुसा था घरों में पानी, निगम ने चलाया बुल्डोजर

नाले पर बना था नाहर पब्लिक स्कूल का मेन गेट, कबाड़ की दुकाने भी हटाई

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। नगर में हुई तेज बारिश से शहर के संत रविदास चौक करमदी रोड पर घरो में पानी जा घुसा था। जिसके बाद आक्रोशित रहवासियों ने अवैध अतिक्रमण को लेकर कलेक्टर व निगम कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। जिसके बाद निगम की टीम मौके पर पहुंची। यहां लोगों ने नाले पर अवैध रूप से पक्की दुकाने बनाई हुई थी। वहीं एक निजी स्कूल नाहर पब्लिक स्कूल का मेन गेट अवैध रूप से नाले पर बना मिला। कार्रवाई से बौखलाए स्कूल संचालक व प्राचार्य नीलेश नाहर की निगम अधिकारियों से बहसबाजी भी हुई। मौके पर स्कूल संचालक नीलेश नाहर अधिकारियों को कोई दस्तावेज भी नहीं दिखा पाया।

निगम अधिकारियों से बहस करते स्कूल संचालक

आखिरकार निगम ने नाले पर बना अवैध गेट बुल्डोजर से तोड़ दिया। शाम 6 बजे शुरू हुई कार्रवाई रात 10 बजे तक जारी रही। इस दौरान रहवासियों ने कार्रवाई का विरोध करते हुए नारेबाजी की और चक्काजाम कर दिया। माणक चौक थाना प्रभारी रणजीत सिंगार बल सहित मौके पर पहुंचे और रहवासियों को आश्वस्त करने के बाद जाम खुलवाया। निगम की कार्रवाई के दौरान सिटी इंजीनियर जीके जायसवाल, सब इंजीनियर राजेश पाटीदार, शिवम गुप्ता, स्वास्थ्य अधिकारी एपी सिंह आदि मौजूद रहे।

धराशाई किया अतिक्रमण

जानकारी के अनुसार निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट द्वारा अतिक्रमण हटाने को लेकर निर्देश दिए गए। आदेश मिलने के तुरंत बाद निगम की टीम मौके पर पहुंची और अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी। निगम टीम ने नाले पर बनी 5 पक्की दुकाने हटाई। साथ ही निजी स्कूल का पक्का निर्माण किया हुआ गेट भी हटाया। रहवासियों के अनुसार 20 सालों से स्कूल संचालक ने नाले के गेट के अलावा 25 फिट अंदर तक अवैध कब्जा किया हुआ है। राजनीतिक पहुंच के चलते स्कूल पर कोई कार्रवाई नहीं होती।

रहवासियों का आरोप है कि यहां भी अतिक्रमण है

अतिक्रमण को लेकर संचालक नीलेश नाहर से जब सवाल किया तो उन्होंने सवालों से बचते हुए कहा की दस्तावेज प्रशासन को बताएंगे। कार्रवाई के दौरान संचालक नाहर ने खूब फोन घनघनाएं लेकिन कहीं बात नहीं बनी। गौरतलब है की शहर में इसके अलावा भी कई निजी स्कूल व नागरिकों ने नालों पर अवैध अतिक्रमण कर रखा है। अधिकारियों के अनुसार निगम की अवैध नालों पर से अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।

दुकानों को हटाती जेसीबी

ऐसी कारिस्तानी : भाजपा पार्षद बलराम भट्ट की थी हरे-भरे पेड़ कटवाने की तैयारी, पर्यावरण प्रेमियों के विरोध के बाद रुके

फायदा पहुंचाने के लिए बगैर अनुमति सड़क निर्माण कार्य की आड़ में उजाड़ दिए फलदार पेड़!,

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जिम्मेदार जब अपनी जिम्मेदारी भूल कर अवैधानिक काम करने लगे तो फिर किसे दोष दिया जाए। ऐसा ही एक मामला वार्ड क्रमांक 11 में सामने आया है। वार्ड के भाजपा पार्षद बलराम भट्ट ने हरे – भरे फलदार पेड़ो की कटाई करवा दी। और भी पेड़ काटे जाते उससे पहले सूचना शहर के पर्यावरण प्रेमियों तक पहुंची जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर बाकी बचे पेड़ो की कटाई को रुकवाया। पेड़ो की कटाई सड़क निर्माण की आड़ में अवैध रूप से की जा रही थी। क्षेत्रवासियों का कहना है की पार्षद बलराम भट्ट गिने चुने 2-3 परिवारों को फायदा दिलवाने के लिए पेड़ों की कटाई करवा रहे थे। पर्यावरण प्रेमियों और अन्य लोगों ने वहां जाकर सभी पक्षों से बात की और अधिकारियों को सूचित किया। इस दौरान जमकर हंगामा भी हुआ। जिसके बाद अधिकारियों ने आश्वस्त किया की यहां पेड़ों की कटाई नहीं होगी। सूचना मिलते ही अधिवक्ता एवं समाजसेवी अदिति दवेसर, बबीता नागर, शिल्पा जोशी, हेमा हेमनानी, पत्रकार अदिति मिश्रा आदि मौके पर पंहुचे।

चुने की लाइन से अंदर लगे पेड़

अदिती दवेसर ने बताया डोंगरे नगर में मेन रोड का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। यहां सड़क की चौड़ाई करीब 30 फीट है। इसके लिए चूने की लाईन भी डाली गई है। यहां पीपल, नीम, कल्पवृक्ष जैसे पेड़ हैं जो चूने की लाईन के बाहर हैं। यानी ये सड़क निर्माण में कहीं से भी बाधक नहीं है। इसके बावजूद एक पट्टी से 4 पेड़ काट दिए गए जिनमें आम, जामून और नीम के पेड़ शामिल थे। अब सड़क की दूसरी पट्टी पर भी पेड़ काटने की तैयारी कर ली गई। L तकनीकी जानकारी ली तो पता चला कि पेड़ सड़क निर्माण की अनुमति प्राप्त चौड़ाई में नहीं आ रहे हैं बल्कि सड़क के किनारे हैं। इसके बावजूद दो परिवारों की व्यक्तिगत शिकायत के चलते पेड़ काटने की तैयारी कर ली गई थी। क्षेत्र के अधिकांश रहवासी पेड़ों की कटाई के खिलाफ हैं, लेकिन कुछ लोगों द्वारा दबाव बनाए जाने पर पेड़ काटे जा रहे थे।

जुर्माने व सजा का है प्रावधान
वृक्ष अधिनियम के तहत भी बिना अनुमति पेड़ काटना कानूनन जुर्म है जिसके लिए पैनल्टी और सजा भी हो सकती है। अत्यावश्यक होने पर यदि नगर निगम द्वारा पेड़ काटने की अनुमति जारी भी की जाती है तो एक पेड़ काटने के बदले 5 पौधे पहले ही दूसरे स्थान पर लगाए जाना अनिवार्य है। इतना ही नहीं पौधों की पांच साल तक पूरी देखरेख करना भी काटने वाले के लिए अनिवार्य है।

निगमकर्मी की पिटाई : अतिक्रमण हटाने गए राजस्व विभाग के लिपिक के साथ मारपीट, घायल ने करवाई पुलिस एफआईआर

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार के आदेश के बाद निगमकर्मी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में लगे है। इसी बीच नगर निगम की राजस्व टीम जब कॉलेज रोड पर अतिक्रमण हटाने पहुंची तो अतिक्रमण कर बैठे दुकानदार ने निगमकर्मी की ही पिटाई कर दी। जिससे निगमकर्मी के दाहिने हाथ में चोट भी पहुंची है। निगमकर्मी ने पुलिस में शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज करवाई।

पुलिस के अनुसार राजस्व विभाग में लिपिक पवन पिता दिनेश सोलंकी निवासी स्टेशन रोड के साथ मारपीट की यह घटना हुई है। घायल पवन ने पुलिस को बताया की डिप्टी कमिश्नर विकास सोलंकी के आदेश के बाद वह सहायक राजस्व निरीक्षक सुनील कपूर के साथ नगर निगम व कॉलेज रोड पर अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचे। आरोग्यम हॉस्पिटल के सामने चश्मे की दुकान लगाने वाले मुन्ना को जब हटाने के लिए कहा गया तो उसने बोला में नहीं हटाऊंगा और मां बहन की नंगी गालियां देने लगा। उसे मना करने पर उसने किसी धारधार वस्तु से हमला कर दिया जिससे दाहिने हाथ पर चोट पहुंची। थाना स्टेशन रोड पुलिस ने निगमकर्मी पवन की शिकायत पर आरोपी मुन्ना निवासी मोचिपुरा के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 332,323 व 294 में प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।