रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क।Ratlam News: रतलाम कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान उस वक्त हंगामा हो गया जब एक बुजुर्ग महिला को अपनी बात रखने से रोका गया। मामला तब गरमा गया जब महिला को SDM अनिल भाना द्वारा धक्का देने का वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि अधिकारी महिला का हाथ पकड़कर उसे जबरन बाहर निकालते हैं। इस घटना के बाद प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
महिला का आरोप- “20 साल से नहीं हुए समिति के चुनाव, फर्जीवाड़ा चल रहा है”
महिला अमरीबाई जलांद्रिया, जो इंदिरा मत्स्योद्योग सहकारी संस्था मर्यादित मलवासा की सदस्य हैं, पिछले 20 साल से समिति में चुनाव नहीं होने और आर्थिक गड़बड़ियों का आरोप लगा रही हैं। उनका कहना है कि शासन से मिलने वाला अनुदान अध्यक्ष खुद रख लेते हैं और सदस्यों को उनका हक नहीं मिलता।
SDM का जवाब- “महिला आक्रोशित थी, कोई धक्का नहीं दिया”
SDM अनिल भाना ने वीडियो के वायरल होने के बाद सफाई दी कि महिला बार-बार व्यवधान पैदा कर रही थी। उन्हें समझाने की कोशिश की गई और बातचीत के लिए बैठाया गया। अधिकारी ने यह भी कहा कि महिला संतुष्ट होकर वापस गई, लेकिन वीडियो ने प्रशासन की दलीलों पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।
महिला पुलिस और कॉन्स्टेबल की मौजूदगी में हुआ सब कुछ
घटना के दौरान वहां महिला पुलिस अधिकारी और महिला कॉन्स्टेबल भी मौजूद थीं, लेकिन किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया। सोशल मीडिया पर भी यह सवाल उठ रहा है कि बुजुर्ग महिला के साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया गया।
पुराना विवाद भी आया सामने
बताया जा रहा है कि 2012 में अमरीबाई ने खाराखेड़ी तालाब में सिंगाड़े की खेती बिना अनुमति के की थी, जिसके बदले ₹20,000 का जुर्माना वसूला गया था। अब पट्टा किसी और को दे दिया गया है, जिससे नाराज होकर महिला ने चुनाव की मांग फिर दोहराई है।
कलेक्टर की प्रतिक्रिया- “शिकायत की हो चुकी है जांच, आरोप निराधार”
रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने बताया कि महिला की शिकायत की जांच पहले ही हो चुकी है और उसे निराधार पाया गया है। उन्हें समझाया गया, लेकिन वे बार-बार एक ही बात को दोहराते हुए हंगामा कर रही थीं।