कांग्रेस का प्रहार : विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रेस कांफ्रेंस में लगाए गंभीर आरोप, मंत्री नागरसिंह चौहान को बताया महिला विरोधी और माफिया

गांव के स्कूलों में शराब और धान भरा, जनसंख्या से ज्यादा बंदूके – डॉ. विक्रांत भूरिया

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव में मतदान का दिन जैसे – जैसे करीब आ रहा है वैसे -वैसे कांग्रेस और भाजपा के नेताओं का आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। रतलाम में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के बेटे व कांग्रेस विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। जिसमें उन्होंने भाजपा के अलीराजपुर विधायक व मंत्री नागरसिंह चौहान पर कई गंभीर आरोप लगाए। डॉ. भूरिया ने कहा कि अलीराजपुर क्षेत्र में वन मंत्री और उनके परिवार का आतंक है। रतलाम इनके हाथों में कभी सुरक्षित नहीं रहेगा। उन्होंने मंत्री नागरसिंह को लेकर और भी कई प्रश्न खड़े किए। आपको बता दे प्रदेश के वन मंत्री नागरसिंह चौहान की पत्नी अनिता चौहान भाजपा से रतलाम लोकसभा की प्रत्याशी है।

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मौजूद कांग्रेस नेता

हालही में अलीराजपुर जिले में जोबट में हुए 11 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस लगातार इस मामले में भाजपा प्रत्याशी अनिता व उनके मंत्री पति नागरसिंह चौहान पर हमलावर होती नजर आ रही है। कांग्रेस का आरोप है की भाजपा के मंत्री व प्रत्याशी का करीबी रिश्तेदार इस रेपकांड में शामिल है, जिसे दबाने की कोशिश की जा रही है और पीड़ित परिवार पर भी दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि रेपकांड और विक्रांत भूरिया के आरोपों पर अब तक लोकसभा प्रत्याशी अनिता चौहान व मंत्री पति नागरसिंह चौहान चुप्पी साधे हुए है।

वहीं दूसरी और इस रेपकांड के खुलासे के बाद पीड़ित परिवार के पास पहुंचे मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विक्रांत भूरिया पर एक महिला के आवेदन पर पुलिस ने FIR दर्ज की है। इन पर आलीराजपुर के जोबट थाना क्षेत्र में गैंगरेप पीड़ित परिवार की पहचान उजागर करने का आरोप है।

एफआईआर दर्ज होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में विक्रांत भूरिया ने  मीडिया से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने एलईडी स्क्रीन के माध्यम से नागरसिंह चौहान का दिवंगत आदिवासी नेता कलावती भूरिया के खिलाफ बोलते हुए वीडियो दिखाया। कुछ लोगों के हाथों में बंदूकों के साथ खड़े नागरसिंह चौहान का फोटो व वन मंत्री के गांव डोबलाछिरी के एक सरकारी स्कूल का वीडियो भी दिखाया, जिसमें मक्का भरी हुई थी।

फोटो में दर्जनभर बंदूकधारियों के साथ खड़े नजर आते वन मंत्री नागरसिंह चौहान

होती रहती है ऐसी घटनाएं, डरते है लोग!
विक्रांत भूरिया ने कहा कि जोबट विधानसभा में खट्टाली गांव में एक 10 साल की आदिवासी बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। ऐसी घटनाएं होना आम बात हो गई है, क्योंकि वहां मजदूर आदिवासियों की कोई सुनवाई नहीं होती है। जब बच्ची की हालत खून ज्यादा बहने से गंभीर हो गई और उसे इंदौर रेफर करना पड़ा तो मामला सामने आया। इसमें एक आरोपी मंत्री नागरसिंह चौहान के परिवार से है। जिसे बचाने की पूरी कोशिश की गई। हमने एसपी पर दबाव बनाया कि कोई भी आरोपी छूटना नहीं चाहिए। तब जाकर कार्रवाई हुई। जब उस बच्ची के गांव गए तो गांव वाले इकठ्ठा हुए और चौंकाने वाली बात बताई की इस तरह की घटनाएं होती रहती है। कार्रवाई करने पर झुंड बनाकर लोग आते है और डराया धमकाया जाता है। डर के मारे हम कुछ नहीं कर पाते। रेप पीड़िता नाबालिग बच्ची को इंदौर में भर्ती किया। जहां वह जीवन व मौत के संघर्ष से लड़ रही है। नहीं भूरिया ने कहा कि बच्ची की मां अस्पताल में है। पिता पलायन पर गए थे। प्रदेश में 20 साल से सरकार होने के बावजूद आदिवासियों भाईयों को पलायन पर जाना पड़ रहा है। इनके जाने के बाद बच्चों की सुरक्षा करने वाला कोई नहीं है।

रेप पीड़िता के घर पर मौजूद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी व विक्रांत भूरिया

कई बार जेल गए मंत्री, मुख्यमंत्री को भरोसा नहीं
विक्रांत भूरिया ने आरोप लगाया की वन मंत्री नागरसिंह चौहान पर कई आपराधिक मामले दर्ज हुए है। जिनको डरा धमकाकर बंद करवा दिया गया है। कितनी ही बार वे जेल जा चुके है। एक माफिया की तरह उनका अलीराजपुर में आतंक है। बच्ची के साथ बलात्कार हुआ तो भाजपा के किसी नेता का बयान नहीं आया ना ही बुल्डोजर चलवाया। इनके खुद के गांव के स्कूल का रिजल्ट 12 प्रतिशत रहा। क्योंकि इनके गांव के स्कूलों में मक्का व शराब की पेटियां रखी जाती है। भाजपा ने चोर के हाथ में चाबी दे दी है। जिस व्यक्ति ने आदिवासी अंचल के कट्ठीवाड़ा जंगल को अंदर से साफ कर दिया उसी को अब वनमंत्री बना दिया गया। जिसने मंत्री बनने के बाद ही जंगल की अंधाधुंध कटाई का ठेका दे दिया है।

इनके खुदके गांव में लोगों के पास वैध हथियार के अलावा अवैध हथियार की भी भरमार है। सवाल यही उठता है की आखिर क्या आवश्यकता है? मंत्री खुलेआम बयान देते है की मुझे गन मैंन की आवश्यकता नहीं है क्योंकि गांव में ही बहुत है। युवाओं को बहला फुसलाकर पढ़ाई छीनकर उन्हें अवैध धंधों में शामिल किया जा रहा है। महिला सम्मान की बात करने वाले बीजेपी व उनके मंत्री नागरसिंह चौहान ने विधायक रही बहन कलावती भूरिया का भी खुलेआम अपमान किया। उन्हें मंच पर निपटाने की धमकी दी जाती है। यह वीडियो बताता है की वे महिला विरोधी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव अनिता चौहान की नामांकन रैली में आते है। रैली की सारी तैयारियां हो जाती है बेरिकेडिंग होती है रास्ते बंद कर दिए जाते है। लेकिन वे केवल भाषण देकर चले जाते है रैली नहीं करते। क्योंकि उनको उनके लोगों पर भरोसा नहीं है, कब मार डाले!

प्रेस कांफ्रेंस में LED स्क्रीन पर वन मंत्री नागरसिंह का वीडियो दिखाते भूरिया

प्रेम प्रसंग और आपसी रंजिश : लड़की लेकर भागा था जिलाबदर गुंडा राहुल बम, रैकी कर उतारा मौत के घाट

सूदखोर दीपु टांक से थी पुरानी दुश्मनी, लड़की के बाप को भी दे रहा था धमकी, दोनो ने मिलकर दिया वारदात को अंजाम!

पब्लिक वार्ता – रतलाम/धार
जयदीप गुर्जर। शहर के जिलाबदर गुंडे राहुल उर्फ बम दरबार उर्फ बबलू बैरागी का शव 3 दिन पहले धार जिले के कानवन में फोरलेन पर मिलेने से सनसनी फैल गई थी। हत्या के मामले में कानवन (धार) पुलिस ने रतलाम निवासी 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। राहुल बम द्वारा लड़की भगाने और लड़की के बाप को धमकी देने की बात सामने आई है। इसके अलावा रतलाम के जिलाबदर सुदखोर दीपक उर्फ दीपु टांक का भी नाम हत्या में शामिल है। दीपु टांक से राहुल बम की पुरानी रंजिश थी, इसी के चलते लड़की के पिता और दीपु टांक ने मिलकर राहुल उर्फ बम दरबार की हत्या की साजिश रची। 18 अप्रैल को ही मृतक राहुल उर्फ बम को जिलाबदर किया गया था।

पुलिस ने प्रेसवार्ता कर बताया कि मुख्य आरोपी की बेटी को राहुल भगाकर ले गया था, जिसे वह वापस लेकर आ गया था। लेकिन राहुल लगातार धमकियां दे रहा था। इसलिए साथियों के साथ मिलकर पहले उसका अपहरण किया और फिर गला घोंटकर मार डाला। आरोपियों ने हत्या को हादसा दिखाने के लिए लाश फोरलेन पर फेंक दी थी। पुलिस ने मामले में रतलाम निवासी लड़की के पिता दयाराम उर्फ भुरू राठौर पिता फतेहचन्द राठौर, अमर उर्फ कालू पिता गोविन्द सोनी, राजेन्द्र उर्फ राहुल पिता शान्तीलाल गवली और दीपक पिता प्रकाश उर्फ दीपु टांक को गिरफ्तार किया है। दीपु टांक पर सूदखोरी जैसे मामले दर्ज है, जिस पर बड़ी कार्रवाई भी प्रशासन कर चुका है। वहीं राहुल उर्फ बम पहले दीपु टांक का करीबी माना जाता है, जिसके बाद इनमे मन मुटाव हुआ और दोनो एक दूसरे के दुश्मन बन गए। कुछ समय पहले राहुल बम ने दीपु को फोन पर धमकाया था जिसका ऑडियो भी वायरल हुआ था। बस इसी बात को लेकर दीपु टांक काफी समय से मौके की तलाश में था। आरोपी दीपु टांक पर 25 से अधिक कैस दर्ज है और खुद भी जिलाबदर है।

ऐसे रची पूरी साजिश
कानवन थाना टीआई रामसिंह राठौर ने बताया कि महू-नीमच फोरलेन पर ग्राम खजूरिया रोड के किनारे 24 अप्रैल को एक लाश मिली थी। उसकी शिनाख्तरतलाम निवासी राहुल उर्फ बबलू उर्फ बम पिता हीरादास बैरागी निवासी दीनदयालनगर के रूप में हुई थी। शव पर चोट के निशान मिलने पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शरू की और जहां लाश मिली वहां से लेकर फोरलेन के दोनों तरफ की होटल व ढाबो के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। साथ ही मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली। इससे पता चला कि रतलाम निवासी दयाराम उर्फ भूरू पिता फतेहचंद गवली ने 3 साथियों के साथ मिलकर राहुल की हत्या की है। पुलिस पूछताछ में दयाराम उर्फ भुरू ने बताया की राहुल बम उसकी बेटी को भगाकर ले गया था। मृतक उसके यहां ड्राइवर था। इसी दौरान उसका प्रेम प्रसंग आरोपी की लड़की से हो गया था। बताया जा रहा है राहुल बम पहले से शादी शुदा था और उसके एक बेटा भी है।

लड़की को परिजन वापस लेकर आ गए थे लेकिन राहुल रंजिश रखते हुए धमका रहा था। इसी बात को लेकर दयाराम ने साथियों के साथ मिलकर उसके अपहरण की साजिश रची। उसका साथ सूदखोर दीपु टांक ने भी दिया और सभी ने उसकी रैकी शुरू कर दी। मृतक राहुल रतलाम पेशी पर आया और इस दौरान आरोपियों ने उसका अपहरण कर लिया। फिर नागदा (धार ) के पास ले जाकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद हत्या को हादसा दिखाने के लिए लाश को कार में डालकर फोरलेन पर ग्राम खजूरिया रोड तक ले गए और सड़क किनारे फैंक दिया। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से सोमवार तक उन्हें रिमांड पर भेजा है।  मृतक राहुल बैरागी उर्फ बम दरबार पर 6 केस दर्ज थे। इसमें मारपीट, धमकी, अवैध वसूली और 2 आर्म्स एक्ट शामिल है।

अजीब मामला : बाप ने किया अपने ही 4 साल के बेटे का अपहरण, मां ने थाने में करवाई एफआईआर

सीसीटीवी में कैद हुआ घटनाक्रम, देखिए वीडियो…

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश के रतलाम में एक बाप द्वारा अपने ही 4 साल के बेटे का अपहरण करने का मामला सामना आया है। घटना के बाद मां ने औद्योगिक क्षेत्र थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वहीं बेटे को उठाकर ले जाने का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिला है। घटना 5 दिन पहले यानी 22 अप्रैल की है।

रतलाम के ग्राम जुलवानिया निवासी यशोदाबाई (21) पिता जगदीश डाबी ने एफआईआर दर्ज करवाई है। उसने पुलिस को बताया कि कि मेरी शादी 2017 में सरवनी जागीर के सोनू पिता नानूराम गिरवाल से हुई थी। मेरे दो बेटे हैं। 4 साल का नागेश्वर और 2 साल का निहाल। तीन महीने पहले पति सोनू ने किसी दूसरी युवती को लेकर यहां से चला गया। इस कारण मैं अपने बच्चों को लेकर मायके जुलवानिया आ गई। 22 अप्रैल को मेरी छोटी बहन अनिता की शादी का कार्यक्रम चल रहा था, इसलिए मैं व्यस्त थी। मेरा बड़ा बेटा नागेश्वर दोपहर ढाई बजे बजे घर के पास में ही जाट बा की दुकान पर पेप्सी लेने गया था लेकिन वापस नहीं लौटा। दोपहर 4 बजे जब नागेश्वर नहीं दिखा तो हमने उसकी तलाश शुरू की। जाट बा की दुकान के सीसीटीवी कैमरे देखे तो पता चला कि मेरा पति सोनू ही उसका अपहरण कर ले गया है। फुटेज में दिखाई दे रहा है कि मेरा पति सोनू एक साथी के साथ बाइक लेकर जाट बा की दुकान के सामने आया। यहां पति का साथी बाइक से उतरा और नागेश्वर को जबरन उठाकर बाइक पर बैठा लिया। इस तरह मेरा पति और उसका साथी मेरे बेटे नागेश्वर का अपहरण कर ले गए। हमने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज दिए हैं। 

 

बेटा मांगा, नहीं दिया तो उठा लिया
पेशे से ड्राइवर सोनू गिरवाल का कहना है कि पहली पत्नी यशोदा की रजामंदी से ही मैंने दूसरी शादी की। दो बेटों में से एक को मेरे साथ रखने के लिए यशोदा को कई बार कॉल किया लेकिन उसने देने से मना कर दिया। इसलिए मैं ही उसे उठाकर ले गया। यशोदा के भाई अंबाराम ने बताया कि सोनू मेरी बहन पर झूठा आरोप लगा रहा है। टीआई राजेंद्र वर्मा ने बताया कि बच्चे के पिता और उसके साथी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

HANUMAN JAYANTI : रतलाम में होगा 51 हजार हनुमान चालिसा पाठ, 11 हजार लोग होंगे शामिल – PUBLIC VARTA

PUBLIC VARTA : 23 अप्रैल 2024 के दिन देशभर में श्री हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन मध्यप्रदेश के रतलाम शहर में सामुहिक  51 हजार हनुमान चालिसा पाठ का आयोजन होगा। यह आयोजन मंगलनाथ महाकाल रक्तदान मंडल – सेवा वीर परिवार द्वारा किया जाएगा। जिसमें करीब 11 हजार लोग शामिल होंगे। कार्यक्रम शहर के नेहरू स्टेडियम (पोलो ग्राउंड) में सुबह 7.30 बजे शुरू होगा। कार्यक्रम को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। सोशल मीडिया पर हर तरफ कार्यक्रम का प्रचार प्रसार तेजी से हो रहा है। हनुमान भक्तों में कार्यक्रम की सहभागिता को लेकर खासी रुची भी देखी जा रही है।

कार्यक्रम कैसे व कब होगा। सामुहिक 51 हजार पाठ का जो लक्ष्य लिया गया है उसकी गिनती कैसे होगी। लोगों की संख्या का अनुमान कैसे लगाया जाएगा? और भी कई सवालों के जवाब जानने के लिए पब्लिक वार्ता ने मंडल के प्रमुख पंकज भाटी से विशेष बातचीत की। पंकज सामाजिक कार्यकर्ता है और सभी धार्मिक कार्यों में आगे रहते है। ब्लड डोनेशन कैंप के लिए जाने जाने वाले पंकज अब हनुमान चालिसा पाठ के लिए जाने जाते है। विगत ढाई वर्षो से पंकज भाटी द्वारा प्रत्येक मंगलवार को शहर के हनुमान मंदिर पर जाकर हनुमान चालिसा का पाठ किया जा रहा है। अब तक इनके साथी शहर के ही अलग – अलग 150 हनुमान मंदिरों में सामुहिक पाठ कर चुके है। और जानने के लिए देखिए वीडियो –

 

ट्रेन में चोरी : आरपीएफ जवान मेवालाल यादव की सतर्कता से पकड़ में आया चोर, महिला यात्री के करीब 6 लाख के सामान पर किया था हाथ साफ

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। स्टेशन के प्लेटफॉर्म 5 पर बुधवार रात 2.30 बजे के करीब ट्रेन में सवार महिला यात्री का पर्स चोरी होने की घटना सामने आई। जिसके बाद यह सूचना आरपीएफ जवान मिली और वह हरकत में आया। जवान ने बिना देरी किए सर्चिंग की और चोर को पकड़ लिया। दरअसल शांति एक्सप्रेस के ऐसी कोच बी-3 में सवार महिला का पर्स चोरी कर रतलाम प्लेटफॉर्म पर उतरे आरोपी चोर को आरपीएफ जवान मेवालाल यादव ने सूझबूझ से धरदबोचा। महिला के पर्स में गहने, नगदी व मोबाइल सहित 6 लाख रुपए से अधिक का सामान था।

जानकारी के अनुसार ट्रेन संख्या 19309 शांति एक्सप्रेस रात 2 बजे रतलाम आकर रवाना हुई। इसमें सवार महिला यात्री को अपना लेडिस पर्स नहीं मिला। चोरी की आशंका होने पर घबराई महिला ने इसकी जानकारी नागदा आरपीएफ को दी। जिसके बाद हरकत में आई आरपीएफ ने वायरलेस सेट पर रतलाम में प्लेटफार्म पर तैनात जवान मेवालाल यादव को इसकी जानकारी दी। यादव ने तुरंत सर्चिंग शुरू की और चोर को पकड़ लिया। चोरी करने वाला आरोपी रूपेश उर्फ पिंटू नागर पिता ओमप्रकाश नागर (40 वर्ष) निवासी अमृत नगर, पंवासा, जिला-उज्जैन का रहने वाला है। जिसके बाद आरपीएफ ने मामला रतलाम जीआरपी के सुपुर्द किया। जीआरपी ने मामले में 6 लाख17 हजार रूपयेे चोरी का आंकलन कर महिला यात्री के परिजन जीतू निवासी अहमदाबाद की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।

RPF की गिरफ्त में आरोपी

यादव की सूझबूझ से ऐसे धराया चोर
जब ट्रेन रतलाम आई थी तब प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर ड्यूटी में तैनात आरपीएफ पोस्ट के कांस्टेबल मेवालाल यादव कोच चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान कोच अटेंडेंट ने बताया कि सिग्नल होते ही एक आदमी जल्दबाजी में उतरकर तेजी से चलता बना। ट्रेन निकलने के बाद जवान यादव प्लेटफॉर्म पर सर्चिंग कर ही रहे थे कि नागदा से सूचना आई कि रतलाम ट्रेन ठहरने के वक्त ऐसी कोच से पर्स चोरी हुआ है। आशंका पुख्ता होने के बाद कोच अटेंडेंट के बताए हुलिए के मुताबिक जवान यादव ने सभी सफाई कर्मचारीयों को प्लेटफॉर्म पर जुटाया। तब एक व्यक्ति प्लेटफॉर्म के आखरी छोर पर बैठा हुआ दिखाई दिया। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से लेडीज पर्स मिला।
पूछताछ में ठीक से जवाब नहीं देकर गुमराह करता रहा। जिसके बाद उसे आरपीएफ़ पोस्ट रतलाम पर ले जाया गया। जहां उप निरीक्षक सतीश तंवर व सहायक उप निरीक्षक महेंद्र सिंह द्वारा सख्ती से पूछताछ की। तब आरोपी ने अपना नाम रूपेश उर्फ पिंटू नागर पिता ओमप्रकाश नागर बताया और चोरी की घटना कबूली। आरपीएफ ने उसके पास से मिले लेडीज पर्स की जांच की तो उसमें एक मोबाइल वीवो कंपनी, अंदर रखा एक छोटा पर्स जिसमें 6,900 रुपए नगदी, एक सोने की डायमंड लगी चैन, एक सोने की डायमंड लगी अंगूठी मिली।

भए प्रगट कृपाला… : बनारस का गंगा घाट बना हमारे रतलाम का महलवाड़ा, असंख्य भक्तों ने मनाई अलौकिक राम नवमीं

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौसल्या हितकारी। हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी… इस स्तुति को रामचरित मानस में तुलसीदास जी ने लिखा। जब वे प्रभु श्रीराम के जन्म का वर्णन कर रहे होते है। जिसका अर्थ है दीनों पर दया करने वाले, माता कौशिल्‍या के हितकारी प्रगट हुए हैं। मुनियों के मन को हरने वाले भगवान के अदभुत रूप का विचार कर माता कौशल्या हर्ष से भर गई। ठीक इसी प्रकार के भाव आज रतलाम नगर के रोम रोम में थे। जब पुरा रतलाम शहर राममय हो गया। यह मौका था श्रीराम नवमीं के पावन पर्व का जब भगवान श्रीराम धरती पर अवतरित हुए। रतलाम नगर का महलवाड़ा करीब 25 मिनट तक बनारस के गंगा घाट में तब्दील हो चुका था। सभी ने आरती के मनमोहक दृश्य को अपने मन में उतारा। हजारों की संख्या में पहुंचे राम भक्तों ने महाआरती का लाभ लिया। 21 हजार लड्डुओं का भोग भगवान को अर्पित किया गया। समिति द्वारा आरती में उपस्थित सभी राम भक्तों को दीपक एवं भोग की थाल उपलब्ध कराई गई, जिससे प्रत्येक रामभक्त ने महाआरती भी की और प्रभु को भोग लगा कर प्रसादी ग्रहण की। वहीं मध्यप्रदेश शासन में कैबिनेट मंत्री अपने पूरे परिवार के साथ इस आयोजन में शामिल हुए।

वीडियो : बनारस के पुजारियों द्वारा भव्य मां गंगा की आरती

श्रीराम नवमी पर रतलाम में पहली बार श्रीराम जन्मोत्सव समिति के तत्वावधान में एक विशाल आयोजन किया गया। इस आयोजन में बनारस के गंगा घाट के आरती दल ने मां गंगा जी की आरती के समान ही प्रभु श्रीराम की आरती उतारी। गंगा आरती करते पुजारी विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। भव्य आतिशबाजी और साज सज्जा ने सभी का मन मोह लिया।   आरती से पहले प्रसिद्ध संगीतकार व मंत्री पुत्र सिद्धार्थ काश्यप ने अपनी टीम अमित गुप्ता, साक्षी होलकर एवं ईशान खान के साथ राम भजनों की प्रस्तुतियां दी। जिसमें इंडियन आइडल आर्टिस्ट गिरीश बिस्वाजी ने संगत की।

भगवान श्री राम की आरती करते अतिथि

श्रीराम जन्मोत्सव समिति के इस भव्य आयोजन में नित्यानंद आश्रम के स्वामी श्री नर्मदानंद बाबजी महाराज, अखण्ड ज्ञान आश्रम के स्वामी श्री देवस्वरूपानंद जी महाराज, बड़ा राम द्वारा के श्री पुष्पराज जी रामस्नेही भी मौजूद रहे। इस मौके पर आरएसएस के विभाग प्रचारक विजेन्द्र गोटी, जिला प्रचारक राकेश कुशवाह, कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप एवं महापौर प्रहलाद पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय विशेष रूप से उपस्थित रहे। समिति अध्यक्ष गोविन्द काकानी, अनिल पोरवाल, मुन्नालाल शर्मा, राजेश कटारिया, प्रद्युम्न मजावदिया, निर्मल लुनिया, मुकेश जैन, रामबाबू शर्मा, सुदीप पटेल, महेश डोडियार, मनोहर डोडियार आदि द्वारा अतिथियों का स्वागत – सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन विकास शैवाल ने किया।

महलवाड़ा पर उपस्थित भक्तगण

अंधे कत्ल का पर्दाफाश : सेना का जवान निकला नर्सिंग छात्रा का हत्यारा, प्रेम प्रसंग के दबाव में आकर की हत्या

पुलिस ने जम्मू – कश्मीर से किया गिरफ्तार, आरोपी की पत्नी भी है शामिल!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जिले के ढोढर में हुई नर्सिंग छात्रा की जघन्य हत्या का खुलासा पुलिस ने 9 दिन बाद किया। गौरतलब है की 2 अप्रैल को ढोढर के समीप फोरलेन स्थित रुपनगर फंटे से अंदर एक खेत में अर्धनग्न युवती की लाश मिली थी। पुलिस ने प्रारंभिक जांच की तो पाया कि युवती की गला रेत कर हत्या की गई है। 5 दिनों तक युवती की शिनाख्ती के काफी प्रयास किए गए मगर कोई सफलता नहीं मिली। 5 दिन बाद 6 अप्रैल को  परिजन युवती को ढूंढते हुए रतलाम आए तब जाकर युवती की शिनाख्त हुई।  युवती रतलाम में किराये के मकान में अकेली रहकर नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। पुलिस ने परिजनों के सामने आने के बाद शव को गड्डा खोदकर वापस निकाला है। पुलिस ने हत्या के इस जघन्य कांड में सेना के जवान पिंटुसिंह पिता कालूसिंह राजपूत निवासी ग्राम कोठड़ी को गिरफ्तार किया है। वहीं आरोपी पिंटुसिंह की पत्नी शीतल अभी फरार है। जिसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

एसपी राहुल लोढा ने बताया की ढोढर के समीप युवती की गला रेतकर हत्या की गई थी। जिसकी शिनाख्त सविता (20) पिता भरतसिंह राठौर के रूप में हुई। शिनाख्ती के बाद पुलिस सीसीटीवी कैमरे और कॉल डीटेल्स की मदद से आरोपी तक पहुंची। आरोपी पिंटु सिंह हत्या करने के बाद नागदा से ट्रेन पकड़कर अपनी ड्यूटी करने जम्मू कश्मीर पहुंच गया था। जहां से टीम ने इसे गिरफ्तार किया। आरोपी ने पूछताछ में बताया की मृतिका के साथ उसका प्रेम प्रसंग का संबंध 3 साल से था। संबंध रहते हुए उसने जून 2023 में शीतल से शादी की। जिसके बाद मृतिका उसे रेप केस में फंसाने की धमकियां देने लगी और रुपयों की मांग करने लगी। मृतिका सविता और पिंटु सिंह के पारिवारिक संबंध थे। सविता, पिंटू की भुआ की लड़की की लड़की थी। पिंटु सिंह डेढ़ माह की छुट्टी पर अपने गांव आया था। ड्यूटी जाने से पहले उसने मृतिका को बुलाकर हत्या कर दी और शव को फोरलेन पर फेंक दिया।

ऐसे दिया घटना को अंजाम
आरोपी पिंटु सिंह ने 1 अप्रैल को शाम 4 बजे मृतिका सविता को फोन कर के पंचेड़ फंटे पर बुलाया। जहां से उसे अपनी बुलेट मोटरसाइकिल पर बैठाकर उसे रूपनगर फंटे के समीप सुनसान जगह पर ले गया। जहां पहले उसने मृतिका को पीटा और उसके बाद उसका गला रेत कर हत्या कर दी। आरोपी पिंटु घर पहुंचा जहां उसने अपनी पत्नी को घटना बताई। जिसके बाद वह अपनी पत्नी शीतल को लेकर घटनास्थल पहुंचा और साक्ष्य मिटाने के लिए कपड़े उतार दिए और घसीट कर झाड़ियों में डाल दिया। आरोपी पिंटु ने साक्ष्य मिटाने के भरपूर प्रयास किए। हत्या करने के बाद वह ट्रेन से अपनी डयूटी करने जम्मू – कश्मीर के कारगिल की अपनी आर्मी रेजिमेंट में पहुंच गया।

परिजन 5 दिन बाद आए थे सामने
दरअसल 2 अप्रैल को ढोढर के समीप फोरलेन स्थित रुपनगर फंटे से अंदर एक खेत में अर्धनग्न युवती की लाश मिली थी। पुलिस ने प्रारंभिक जांच की तो पाया कि युवती की गला रेत कर हत्या की गई है। युवती के गले में सोने की चेन, हाथ में अंगूठी व कान में सोने के टॉप्स थे। इससे संभावना जताई गई कि युवती की हत्या लूट के इरादे से नहीं की गई है। घटना के बाद से पुलिस शव की शिनाख्ती के प्रयास में जुटी हुई थी। शनिवार सुबह उज्जैन जिले के नरेड़ी गांव के धीरेंद्रसिंह पिता भरतसिंह राठौर परिजनों के साथ रतलाम औद्योगिक पुलिस थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि बहन का मोबाइल पिछले चार दिन से बंद है। किराये के घर पर ताला लगा हुआ है। तब पुलिस ने मंगलवार को ढोढर में मिले शव के फोटो परिजनों को दिखाए तो उन्होंने शिनाख्त कर ली। मृतिका का नाम सविता (20) पिता भरतसिंह राठौर है। भाई धीरेंद्रसिंह ने बताया कि उनके पिता नहीं है। बहन रतलाम में राम मंदिर के पीछे सखवाल नगर में अकेली रह कर नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। राम मंदिर क्षेत्र स्थित सुप्रीम नर्सिंग एकेडमी पर कोचिंग पर वह जाती थी। पिता का निधन दो साल पहले कोरोना के दौरान हुआ था। घर में मां राजू कुंवर, भाई धीरेंद्र सिंह (18) व एक छोटी 16 वर्षीय बहन है।

आरोपी को ले जाती पुलिस

अधिकांश समय स्विच ऑफ रहता था मोबाइल
मृतिका के भाई धीरेंद्र सिंह ने बताया की वह 6-7 महीनों से यहां अकेले रह रही थी। रविवार को आखिरी बार शाम करीब 6 से 7 बजे के बीच उसकी मृतिका सविता से सामान्य बात हुई थी। अगले दिन सोमवार को कॉल किया तो फोन बंद आया। बहन सविता अधिकांश समय मोबाइल स्वीच ऑफ रखती थी।  इसके बाद भी लगातार कॉल किया। लेकिन मोबाइल बंद ही मिला। इसके बाद चिंतित भाई और परिजन शनिवार सुबह रतलाम पहुंचे। औद्योगिक क्षेत्र थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराने के दौरान उन्हें पता चला कि उसका शव 2 अप्रैल को ढोढर क्षेत्र में मिला है। मृतिका के मामा गजरासिंह पिता शंभूसिंह ने बताया कि होली पर भानजी सविता घर आई हुई थी। वह रविवार को भानजे धीरेंद्र सिंह के साथ भानजी सविता को रतलाम लेकर आए थे। सुबह 9.30 बजे रतलाम बस स्टैंड पर छोड़ा था। भानजी सविता ने उनसे कहा था कि आपको जाना है तो चले जाओ बाद में आप घर आना। इसके कारण वह उसे बस स्टैंड पर ही छोड़कर वापस चले गए। उसके बाद हत्या की खबर सामने आ गई।

दारू में गोलमाल? : अवैध दारू से भरी बोलेरो बाइक से टकराई तो फूटा भांडा, वाइन शॉप के सामने ड्राइवर छोड़कर भागा

नए ठेकेदार का नाम आ रहा सामने, लगातार कार्रवाई से सुर्खियों में आई आबकारी टीम ने साधी चुप्पी!, जबकी लागू है आचार संहिता…

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। बुधवार दोपहर शहर के त्रिपोलिया गेट स्थित वाइन शॉप के सामने एक बोलेरो बाइक से टकरा गई। बोलेरो की टक्कर होने के बाद मौके से वाहन चालक फरार हो गया। जिसके बाद किसी ने बोलेरो का वीडियो बनाया और वायरल कर दिया। वीडियो में बोलेरो के अंदर शराब की कुछ पेटियां रखी हुई थी। जो कि देशी शराब बताई जा रही है। वीडियो के सामने आने से अवैध शराब का मामला उजागर हुआ। आबकारी के जिम्मेदारों ने कुछ मीडिया संस्थानों को कार्रवाई करने की बात कही है। जबकी चुनावी आचार संहिता लागू है और ऐसे मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश खुद चुनाव आयोग ने दिए हुए है।

देखिए वीडियो : बोलेरो में पड़ी अवैध शराब की पेटियां

मामले में पब्लिक वार्ता टीम ने सहायक आबकारी आयुक्त डॉ. शादाब अहमद सिद्दीकी व क्षेत्र के आबकारी वृत्त प्रभारी चेतन वैद से फोन पर चर्चा करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन नहीं रिसीव किया। फोन नहीं रिसीव होने के बाद जिम्मेदारों से जवाब लेने के लिए पब्लिक वार्ता की टीम आबकारी दफ्तर व कंट्रोल रूम भी पहुंची जहां कोई भी नहीं मिला। ऐसे में लोगों द्वारा कई गंभीर सवाल अब आबकारी विभाग और नए ठेकेदार के ऊपर उठाए जा रहे है। दारू किसकी थी?, कहां से आई?, कहां जा रही थी? इन सभी सवालों के जवाब फिलहाल कोई भी बताने को तैयार नहीं है।

कुछ इस प्रकार हुआ घटनाक्रम
सुबह करीब साढे दस बजे त्रिपोलिया गेट इलाके में एक सफेद बोलेरो क्र. MP 09 CN 4859 ने सामने से आ रहे एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। उक्त बोलेरो जीप किसी राकेश पिता मोहन यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है। इस दुर्घटना के बाद ये पता चला कि जीप में भारी मात्रा में अवैध शराब भरी हुई है। जहां यह दुर्घटना हुई उसी स्थान पर कम्पोजिट शराब की दुकान भी है। मौके से ड्राइवर के फरार होने के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया।

आचार संहिता में अब तक कार्रवाई क्यों नहीं ?
अवैध शराब परिवहन मामले में तुरंत कार्रवाई करने वाला आबकारी विभाग इस मामले को ठंडा करने में जुट गया है। नए वित्तीय वर्ष के शुरू होते ही एक के बाद एक कार्रवाई से सुर्खियों में आया विभाग बोलेरो में रखी अवैध शराब पर चुप्पी क्यों साधे हुए है यह एक बड़ा सवाल है। सूत्रों के अनुसार बोलेरो में रखी अवैध शराब नए ठेकेदार की पुरानी दुकान की होना बताई जा रही है। जो की जावरा से रतलाम लाई गई थी। वहीं विभागीय जानकारी के अनुसार इस वर्ष रतलाम शहर के सारे ठेके एक ही ठेकेदार के पास है, इसी के पास पिछले वित्तीय वर्ष में जावरा क्षेत्र की दुकानों के ठेके थे।

नियमानुसार जिले में शराब के ठेके बदल जाने के बाद पिछले वित्तीय वर्ष में दुकानों पर बची शराब, आबकारी विभाग को लौटाई जाना होती है। लेकिन जावरा की दुकानों में बची हुई शराब विभाग को लौटाई नहीं गई। यही अवैध शराब रतलाम की कंपोजिट दुकानों पर भेजकर उनको बेचे जाने का काम हो रहा था, लेकिन इस दुर्घटना ने यह मामला उजागर कर दिया। विभाग के जिम्मेदार इस अवैध शराब को वैध कराने की जुगत में लगे है, मगर डिपो से परमिट बनकर शराब बाहर निकलती है और कोई भी ठेकेदार इतनी कम मात्रा में डिपो से शराब नहीं मंगवाएगा। वहीं अगर यह शराब दुकान से बाहर जा रही थी तो इतनी बड़ी मात्रा में रिटेल शॉप से शराब कैसे बेची जा रही है यह भी बड़ा और गंभीर सवाल है।

ड्रग्स पर जारी है प्रहार : दो अलग-अलग मामले में पति-पत्नी सहित 9 आरोपी गिरफ्तार, 13 लाख की एमडी जप्त

तस्कर “भाभी” सलाखों के पीछे, महीनेभर में रतलाम पुलिस ने नशे के 29 सौदागरों को दबोचा

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जिले में बढ़ रही ड्रग्स तस्करी पर पुलिस का एक्शन जारी है। एसपी राहुल लोढा के निर्देशन में अब तक 29 नशे के सौदागर सलाखों के पीछे पहुंच गए है। पुलिस की यह कार्रवाई अब भी लगातार जारी है। पुलिस ने पति पत्नी सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया। यहां तस्करी के लिए महिला का उपयोग होता था जिसे आरोपी भाभी कोड वर्ड का इस्तेमाल कर बुलाते थे। आरोपी “भाभी” और उसका पति मंदसौर का रहने वाला है, भाभी का परिवार नशे के कारोबार के चलते एनडीपीएस एक्ट में पहले से ही जेल में बंद है।

जुलाई माह में हुए जन आंदोलन की तस्वीर

गौरतलब है की शहर के युवा नेता आशीष सोनी द्वारा 9 माह पहले तत्कालीन एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के रहते हुए शहर में सर्व समाज, महिलाओं व धार्मिक संगठनों के साथ मिलकर सामुहिक रूप से रैली निकालकर एमडी के नशे के खिलाफ आक्रोश जताया था। जिसके बाद पुलिस गंभीर हुई थी। एसपी बहुगुणा के जाने के बाद एसपी राहुल लोढा ने कमान संभालते हुए एमडी व अन्य नशीले पदार्थों पर सख्ती से कार्रवाई शुरू की। एसपी राहुल लोढा की कार्रवाई को लेकर जनता व पीड़ित परिवार भी खुश नजर आ रहे है और पुलिस का धन्यवाद दे रहे है। एमडी जैसे घातक नशे ने शहर के कई युवाओं को मौत का रास्ता दिखाया है, जिनके परिवार आज पूरी तरह से बिखर चुके है।

बुधवार को रतलाम एसपी राहुल लोढा ने प्रेस वार्ता कर एमडी ड्रग्स पर हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जावरा सीएसपी दुर्गेश आर्मो व शहर टीआई जितेंद्रसिंह जादौन भी मौजूद रहे। एसपी ने बताया की जावरा पुलिस ने एमडी ड्रग्स के दो अलग – अलग मामले में कार्रवाई की है। पहला मामला 2 अप्रैल के है, सूचना मिलने पर जावरा ईदगाह के सामने आमरोड से आरोपी शिवा उर्फ शिवनारायण पिता बसन्तीलाल परिहार उम्र 33 साल नि. सोनी कालोनी दलौदा मन्दसौर व उसकी पत्नी नीलु पति शिवा उर्फ शिवनारायण परिहार उम्र 30 साल के साथ साथ प्यारू मेव पिता नमीनुर मेव उम्र 57 साल निवासी हम्मालपुरा जावरा, आरिफ पिता मोहम्मद रईस खान पठान उम्र 23 साल निवासी अकब बिजली घर जावरा, फरीद उर्फ गोलु माडल पिता मोहम्मद साबीर खान उम्र 22 साल निवासी अकब बिजली घर जावरा को गिरफ्तार किया। इनके पास से 6 लाख रुपये किमत की 60 ग्राम एमडी जप्त की। यह एमडी ड्रग्स तस्करी के लिए महिला को रखते ताकी पुलिस को शक ना हो।आरोपी महिला निलु का परिवार भी एनडीपीएस के मामलो मे मंदसोर जैल मे है बंद । आरोपी कोडवर्ड मे “भाभी” लिखकर महिला निलु का मोबाईल नम्बर सेव रखते थे।

जानकारी देते एसपी राहुल लोढा व सीएसपी दुर्गेश आर्मो

वहीं दूसरे मामले में पुलिस ने जावरा उपजेल के पीछे आमरोड से आरोपी नितिन पिता प्रदीपसिह मीणा उम्र 25 साल निवासी होलीथडा डग थाना डग जिला झालावाड, नदीम पिता अब्दुल कादर उम्र 35 साल निवासी नाना साहब का मोहल्ला जावरा,  उमर पिता पुत्तन खाँ शेख मकसुदी उम्र 36 साल निवासी ऊंटखाना जावरा, शाकीर उर्फ मुर्गा पिता हमजा बक्श उम्र 62 साल निवासी नाना साहब का बाग जावरा को अवैध मादक पदार्थ एमडी 65 ग्राम किमती 6 लाख 50 हजार रूपये के साथ गिरफ्तार किया। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।

आरोपियों की धड़पकड़ व मामले को उजागर करने में जावरा शहर थाना के एसआई रघुवीर जोशी, हेड कांस्टेबल गोपाल परिहार, कांस्टेबल अंतिम चौधरी, राधेश्याम चौहान, राजेश पवार, यशवंत जाट, जीवन विश्वकर्मा, ललीत जगावत,   रामप्रसाद मीणा, महिला आरक्षक अंजना सहित सायबर सेल के मनमोहन शर्मा व विपुल भावसार की सराहनीय भुमिका रही।

हत्या का पर्दाफाश: गज्जू और केशव को मारकर फेंका था हाईवे पर, मामले में 7 आरोपी गिरफ्तार

मामला चार दिन पहले मिली दो दोस्तों की लाश का, पुलिस ने किया खुलासा

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जिले के नामली थाना क्षेत्र के ग्राम कांडरवासा फंटे पर चार दिन पहले दो दोस्तों के शव मिले थे। प्रारंभिक तौर पर पुलिस इसे दुर्घटना मान रही थी, लेकिन परिजनों ने जब हंगामा किया तो पुलिस सतर्क हुई और जांच में जुटी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और घटना वाली रात क्षेत्र में एक्टिव मोबाइल की जानकारी जुटाई। दुर्घटना ग्रस्त कार के मालिक से पूछताछ की। जिसमें एक बाद एक इस मर्डर की कड़ियां खुलती गई। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि दोनों दोस्तों को 10 से अधिक हमलावरों ने लाठियों, हॉकियों से हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। कांडरवासा फंटे पर गुरुवार की रात को गजेंद्र उर्फ राहुल (गज्जू) उम्र 25 वर्ष पिता पूनमचंद डोडिया निवासी अमलेटा और केशव उम्र 29 वर्ष पिता विष्णुलाल गुर्जर निवासी सेमलिया के शव मिले थे। पुलिस इसे सड़क हादसा मान रही थी, लेकिन मृतकों के परिजन ने हत्या की आंशका जताते हुए इप्का फैक्टरी के यहां जाम लगाया था। इसके बाद एएसपी मौके पर पहुंचे और मौजूद लोगों को प्रकरण में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया था। मंगलवार को एसपी राहुल कुमार लोढा ने प्रेस वार्ता करते हुए हत्या के इस मामले का खुलासा किया। पुलिस ने मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं 14 आरोपी फरार है। आरोपियों में सूर्यपाल पिता मदनसिंह पडियार निवासी ग्राम बड़ोदिया, राहुल पिता शंकरलाल जाट निवासी ग्राम रामगढ़ सैलाना, बबलू पिता अमृतलाल गुर्जर निवासी ग्राम बिबड़ोद, शैलेन्द्र उर्फ शैलू पिता रमेश डिंडोर निवासी नामली, अंकित पिता मुकेश कुमावत निवासी नामली, योगेश पिता भवरलाल राठौर निवासी नामली, अभिषेक पिता रणछोड़ जाट निवासी ग्राम धमोत्तर नामली शामिल है। पुलिस फरार 14 आरोपियों की तलाश कर रही है।

ऐसे रची गई थी साजिश
एसपी राहुल लोढा ने बताया की मुख्य आरोपी सूर्यपालसिंह व साथियों ने योजना बनाकर हत्या की साजिश को अंजाम दिया। मृतक केशव व गज्जू बांगरोद में अपने दोस्त की जन्मदिन की पार्टी में गए थे। वहां से आने के दौरान आरोपियों ने ब्लेक क्रेटा कार से बांगरोद से नेगड़दा के बीच मृतकों की बाइक को टक्कर मारी। जिसके बाद हॉकी, फावड़े व गेती से उनके साथ मारपीट कर उनकी हत्या कर दी। आरोपियों ने दोनों के शव कार में रखकर हाईवे पर फेंक दिए जिससे यह हत्या एक्सीडेंट लगे और वहां से भाग निकले। पुलिस जांच के दौरान सामने आया की आरोपियों का मृतकों से पुराना विवाद था। और बदला लेने की नीयत से उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने सायबर व अन्य तथ्यों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपी पुलिस रिमांड में है इनसे और भी पूछताछ जारी है। इनके द्वारा आपराधिक गतिविधियों को कारित करने के लिए केसरिया ग्रुप व विश्वास ग्रुप की भी बाते सामने आ रही है। जिन पर भी पुलिस जांच कर रही है।

फरार आरोपी
कान्हा जाट निवासी नेगडदा, दीपक जाट निवासी नेगडदा, प्रदीप जोशी निवासी नेगडदा, समरथ चौधरी निवासी ग्राम नेगड़दा, रोहित कुमावत निवासी नामली, दीपक गेहलोत निवासी नामली, विजय मेट निवासी नामली, सौरभ गेहलोत निवासी नामली, सौरभ मराठा रोंगे जाति मराठा निवासी मिडटाऊन कालोनी रतलाम, राजाराम चौधरी जाति गायरी निवासी जड़वासा कला, दीपक गुर्जर निवासी बिबडोद थाना डीडीनगर रतलाम, चरणसिंह जाट निवासी नेगड़दा, ध्रुव जाट निवासी नामली, भवानसिंह निवासी ग्राम
बड़ोदिया।