Indian Railways: रेलवे स्टेशन पर कुली चार्ज बढ़े: अब सामान उठवाने के लिए चुकाने होंगे 100 रुपये तक, जानिए नए रेट

रेलवे स्टेशनों पर कुली सेवा के चार्ज में बदलाव, नए दर लागू

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Indian Railways: यात्रियों के लिए अहम खबर है। पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल में रेलवे स्टेशन पर यात्री सहायक (कुली) सेवा के चार्ज में संशोधन किया गया है। भारतीय रेलवे द्वारा निर्धारित नए पोर्टरेज चार्जेज (सामान ढोने की फीस) को रतलाम मंडल के सभी संबंधित स्टेशनों पर तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।

रेलवे ने स्टेशन की श्रेणी के अनुसार कुली दरों को तय किया है—

एनएसजी-1 से एनएसजी-4 व एसजी-1 से एसजी-3 स्टेशनों पर:
– प्रति ट्रिप कुली चार्ज: ₹100
– यदि 20 से 40 किलो तक सामान हो: प्रति बैग ₹50 अतिरिक्त
– ट्रेन पर सामान चढ़ाने के लिए 30 मिनट तक का इंतजार नि:शुल्क, इसके बाद प्रत्येक 30 मिनट या उसके भाग के लिए ₹100 अतिरिक्त शुल्क एनएसजी-5, एनएसजी-6, एचजी-1 से एचजी-3 स्टेशनों पर:
– प्रति ट्रिप कुली चार्ज: ₹80
– 20 से 40 किलो सामान होने पर: ₹50 अतिरिक्त
– ट्रेन पर सामान लदवाने के इंतजार पर 30 मिनट के बाद ₹80 अतिरिक्त भुगतान

हाथगाड़ी चार्ज:
– टू/फोर व्हीलर हाथगाड़ी से 160 किलो तक का सामान ले जाने पर प्रति ट्रिप ₹150

विकलांग या बीमार यात्रियों के लिए सुविधा शुल्क:
– व्हीलचेयर या स्ट्रेचर (दो सहायकों के साथ): ₹150
– स्ट्रेचर (चार सहायकों के साथ): ₹200

यह संशोधन यात्रियों की सुविधा को सुव्यवस्थित करने और पारदर्शिता बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया है।

Ratlam News: रतलाम में नगर राजभाषा कार्यान्‍वयन समिति की 90वीं बैठक संपन्‍न

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति रतलाम की 90वीं अर्द्धवार्षिक बैठक का आयोजन मंडल कार्यालय में किया गया। बैठक की अध्यक्षता मंडल रेल प्रबंधक एवं समिति के अध्यक्ष अश्वनी कुमार ने की। बैठक में रतलाम नगर स्थित केंद्र सरकार के प्रतिष्ठानों, बैंकों, निगमों और कार्यालयों के प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक में सभी विभाग प्रमुखों ने अपने-अपने कार्यालयों में राजभाषा हिंदी के प्रयोग और उसके प्रसार के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा की। साथ ही, उन्होंने कार्यालयीन कार्यों में हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अपनाई जा रही पहलों की भी विस्तार से जानकारी दी।

इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक अशफाक अहमद, राजभाषा अधिकारी लाखन सिंह सहित नगर के विभिन्न केंद्रीय कार्यालयों एवं संस्थानों के अधिकारी उपस्थित रहे।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अश्वनी कुमार ने कहा कि हमें राजभाषा हिंदी को दिल से अपनाना चाहिए। यह हमारी मातृभाषा ही नहीं, बल्कि देश की राजभाषा भी है। उन्होंने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे कार्यालयीन कार्यों में अधिक से अधिक हिंदी का प्रयोग करें और इस दिशा में सकारात्मक पहल करें।

MP News: रतलाम-नागदा रेलखंड को मिलेगी नई रफ्तार, तीसरी और चौथी लाइन से जुड़ेगा विकास का ट्रैक

प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत 1018 करोड़ की महत्वाकांक्षी परियोजना को मिली मंजूरी

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। MP News: मध्यप्रदेश के रतलाम-नागदा रेलखंड को विकास की नई रफ्तार मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री गति शक्ति मास्टर प्लान के तहत इस महत्वपूर्ण रेल खंड पर तीसरी और चौथी रेल लाइन बिछाने की परियोजना को हरी झंडी मिल गई है। केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा वीडियो लिंक के माध्यम से की।

इस दौरान उज्जैन-अलोट सांसद अनिल फिरोजिया मंच पर मौजूद रहे, जबकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, मंत्री चेतन्य कश्यप, सांसद श्रीमती अनीता नागर सिंह चौहान, विधायक मथुरा लाल डामर और विधायक डॉ. तेज बहादुर सिंह चौहान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम से जुड़े।

रेल मंत्री ने कहा कि रतलाम-नागदा रेलखंड की तीसरी और चौथी लाइन न केवल मध्यप्रदेश के लिए, बल्कि देश के पश्चिमी, उत्तरी और मध्य क्षेत्रों को जोड़ने के लिहाज से एक ऐतिहासिक कदम है। 41 किलोमीटर लंबी इस परियोजना पर ₹1018 करोड़ की लागत आएगी, और यह मल्टी-ट्रैक रेलवे कनेक्टिविटी को सशक्त बनाएगी।

परियोजना के प्रमुख लाभ:

  • CO₂ उत्सर्जन में सालाना 38 करोड़ किलोग्राम की कमी, जो लगभग 1.5 करोड़ पेड़ों के बराबर है।
  • 11वें वर्ष तक यह संख्या 16.5 करोड़ पेड़ों के बराबर पहुंचेगी।
  • 7.5 करोड़ लीटर डीज़ल की बचत, जिससे देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।
  • 27 लाख मानव-दिवस का रोजगार सृजन होगा, जिससे क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बल मिलेगा।

रेल मंत्री ने बताया कि यह परियोजना रतलाम क्षेत्र को नागदा थर्मल पावर प्लांट, विस्कोस फाइबर और केमिकल प्लांट जैसी औद्योगिक इकाइयों से बेहतर ढंग से जोड़ेगी। साथ ही कृषि उत्पादों, कोयला, कंटेनर, और पेट्रोलियम उत्पादों के परिवहन को गति मिलेगी।

पर्यटन और कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा:

यह परियोजना खजुराहो, ओंकारेश्वर, सांची, उज्जैन, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, अमरकंटक और भीम जन्मभूमि जैसे प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों को बेहतर कनेक्टिविटी देगी।

मध्यप्रदेश को तीन नई ट्रेन सेवाओं की सौगात:

रेल मंत्री ने यह भी घोषणा की कि जल्द ही मध्यप्रदेश को तीन नई ट्रेनें मिलने जा रही हैं:

  1. रीवा-सतना-जबलपुर-पुणे ट्रेन
  2. जबलपुर-रायपुर ट्रेन
  3. ग्वालियर-पुणे-भोपाल-बेंगलुरु ट्रेन

इसके अतिरिक्त, दिल्ली से डॉ. अंबेडकर नगर के लिए एक नई ट्रेन सेवा पहले ही शुरू की जा चुकी है। इन नई सेवाओं से राज्य की यातायात सुविधा, व्यापार और पर्यटन को नई दिशा मिलेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह परियोजना मध्यप्रदेश के स्वर्णकाल की शुरुआत है। यह महज एक रेलवे परियोजना नहीं, बल्कि विकास के नए युग का प्रवेश द्वार है।

Ratlam News: ऑल इंडिया रेलवे जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में रतलाम मंडल का शानदार प्रदर्शन, एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क।Ratlam News: ऑल इंडिया रेलवे जिम्नास्टिक चैंपियनशिप-2024 में रतलाम मंडल के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण (गोल्ड) और एक कांस्य (ब्रॉन्ज) पदक जीतकर मंडल और पश्चिम रेलवे का नाम गौरवान्वित किया है। यह प्रतियोगिता 28 से 30 मार्च, 2025 तक हावड़ा में आयोजित की गई थी, जिसमें सभी रेलवे जोन और उत्पादन इकाइयों ने भाग लिया।

पश्चिम रेलवे की ओर से भाग लेने वाली जिम्नास्टिक टीम में कुल 7 खिलाड़ी शामिल थे, जिनमें से 6 खिलाड़ी रतलाम मंडल से थे। टीम के साथ असिस्टेंट स्पोर्ट्स ऑफिसर चर्चगेट पप्पु यादव और मुख्य कोच राजकुमार सोलंकी भी उपस्थित रहे।

प्रतियोगिता में रतलाम मंडल के कृष्ण कुमार ने पैरलेल बार कैटेगरी में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता, जबकि वैभव चौरसिया ने होरिजॉन्टल बार कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। दोनों खिलाड़ी रतलाम मंडल के वाणिज्य विभाग में सीसीटीसी के पद पर कार्यरत हैं।

मंडल रेल प्रबंधक अश्वनी कुमार ने विजेता खिलाड़ियों एवं कोच से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित किया और भविष्य की प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर रतलाम मंडल खेलकूद संघ के सचिव एवं वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक अंकित सोमानी और मुख्य कल्याण निरीक्षक (खेलकूद) हरीश चांदवानी भी उपस्थित रहे।

MP News: 44वीं राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता में रतलाम मंडल के हिमाल गुसेन ने जीता कांस्य पदक

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। MP News: अहमदाबाद में आयोजित 44वीं राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता 2025 में पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के स्टोर विभाग में कार्यरत हिमाल गुसेन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय रेलवे का प्रतिनिधित्व किया। अपनी उत्कृष्ट खेल प्रतिभा का परिचय देते हुए उन्होंने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में कांस्य पदक हासिल किया।

हिमाल गुसेन की इस उपलब्धि से रतलाम मंडल और पश्चिम रेलवे को गौरव की अनुभूति हुई है। उनकी सफलता पर मंडल रेल प्रबंधक अश्वनी कुमार ने उन्हें सम्मानित किया और भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं।

सम्मान समारोह में रतलाम मंडल खेलकूद संघ के सचिव एवं वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर महेश कुमार गुप्ता, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक आलोक चतुर्वेदी और मुख्य कल्याण निरीक्षक खेलकूद हरीश चांदवानी उपस्थित रहे।

हिमाल गुसेन की उपलब्धि पर गर्व

शतरंज प्रतियोगिता में उनकी यह सफलता न केवल रेलवे खेल जगत के लिए बल्कि रतलाम मंडल के लिए भी प्रेरणादायक है। उनका यह पदक आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।

MP News: पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल की बड़ी उपलब्धि: कांसुधी-पिपलोद सेक्शन में स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली लागू

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। MP News: पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल ने रेल यातायात की सुरक्षा और दक्षता को बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। गोधरा-दाहोद खंड के कांसुधी-पिपलोद सेक्शन (28 किमी) में स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली 28 मार्च 2025 से लागू कर दी गई है। इससे ट्रेनों की आवाजाही पहले से अधिक सुरक्षित और सुचारु होगी।

स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली के लाभ

  • ट्रेनों के टकराव का खतरा कम होता है।
  • ट्रेनों के संचालन में कम अंतराल देकर गति और दक्षता बढ़ती है।
  • एक ही ट्रैक पर अधिक ट्रेनों के संचालन की अनुमति मिलती है।
  • प्लेटफार्मों और संसाधनों का अधिकतम उपयोग संभव होता है।

रतलाम मंडल में सबसे लंबा स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग सेक्शन

रतलाम मंडल ने 28 किमी के खंड में यह प्रणाली लागू कर पश्चिम रेलवे में सबसे लंबा स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग सेक्शन स्थापित किया है। इसे 100% क्षमता के साथ चालू किया गया है, जिसमें पावर सप्लाई और अन्य संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।

नागदा-गोधरा खंड में जल्द विस्तार

नागदा-गोधरा खंड में भी इस प्रणाली को लागू करने का कार्य प्रगति पर है। 2024-25 में 28 किमी खंड में इसे सफलतापूर्वक लागू किया गया है और जल्द ही शेष खंड में भी इसे शुरू किया जाएगा।

इस नई प्रणाली से रतलाम मंडल में रेल यातायात अधिक सुरक्षित और कुशल बनेगा, जिससे यात्रियों और माल ढुलाई सेवाओं को लाभ मिलेगा।