रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: दीपावली पर्व के पूर्व स्वच्छता और नागरिक समस्याओं के समाधान को लेकर वार्ड 25 की भाजपा पार्षद आयुषी जलज सांकला लगातार दौरे कर रही हैं। बुधवार को श्रीमती सांकला ने शांति नगर क्षेत्र का दौरा किया, जहां उन्होंने स्थानीय परिवारों की समस्याएं सुनीं और वरिष्ठजनों से आशीर्वाद प्राप्त किया। दौरे के दौरान, अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करें, जिससे दीपावली का त्योहार नागरिकों के लिए सुखमय और सुविधाजनक हो सके।
पार्षद आयुषी सांकला ने बताया की दिवाली का पर्व पास में है, ऐसे में घरों की सफ़ाई के साथ ही गली – मोहल्लों की सफ़ाई की नैतिक जिम्मेदारी भी हमारी है। इसके लिए मेरे द्वारा वार्ड वासियों से सतत संपर्क किया जा रहा है। हमारे वार्ड क्रमांक 25 में एक विशेष अभियान ‘हमारा वार्ड, हमारा परिवार’ शुरू किया गया है। जिसके तहत नागरिकों से अपील की है कि वे अपने मोहल्ले और वार्ड को स्वच्छ बनाए रखने में सहयोग करें। साथ ही, लोगों से आग्रह किया गया कि वे कचरा निर्धारित कचरा गाड़ियों में ही डालें ताकि स्वच्छता का स्तर बना रहे। वार्ड के नागरिकों ने भी इस पहल का समर्थन करते हुए स्वच्छता और जनहित के कार्यों में सहयोग का आश्वासन दिया।
Monthly Archives: October 2024
Guru Pushya Nakshatra 2024: दिवाली से पहले पुष्य नक्षत्र में अमृत सिद्धि का योग, शुभ मुहूर्त में इन चीजों की खरीदारी से होगा लाभ
नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Guru Pushya Nakshatra 2024: इस वर्ष 24 अक्टूबर 2024, गुरुवार को दिवाली से पहले गुरु पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है, जो हर प्रकार की खरीदारी और निवेश के लिए अत्यंत लाभकारी है। इस दिन अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग भी विद्यमान रहेगा, जो इसे और भी शुभ बनाता है। इस नक्षत्र को खास तौर पर सोना, चांदी और वाहन खरीदने के लिए उत्तम माना जाता है।
ज्योतिषाचार्य पं. अभिषेक जोशी के अनुसार 2024 में गुरु पुष्य नक्षत्र 24 अक्टूबर कार्तिक कृष्ण अष्टमी गुरुवार प्रातः सूर्योदय पूर्व 6:15 से प्रारम्भ होकर दिनांक 25 अक्टूबर शुक्रवार को प्रातः 7:40 तक रहेगा। गुरुवार को प्रातः 06:42 से 08:07 तक, प्रातः 09:32 से दोपहर 03:12, (चल, लाभ, अमृत) सायं 16:37 से 07:37 के मध्य बही खाता लाने का व चांदी – सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त रहेगा।
क्या खरीदें गुरु पुष्य नक्षत्र में?
ज्योतिष के अनुसार, पुष्य नक्षत्र में सोना, चांदी, वाहन, लोहा, वस्त्र, और बहीखाते खरीदने का विशेष महत्व है। इसका संबंध गुरु (बृहस्पति) और शनि ग्रह से होता है, इसलिए इस नक्षत्र में की गई खरीदारी लंबे समय तक लाभकारी सिद्ध होती है। साथ ही, इस दिन नए व्यापार की शुरुआत या बड़े निवेश भी सफलता और समृद्धि लेकर आते हैं।
अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग का महत्व
गुरु पुष्य नक्षत्र के साथ अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग का बनना इस दिन को और भी खास बनाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस प्रकार के योगों में किया गया कार्य विशेष रूप से सफल और शुभ होता है। अगर आप नया व्यापार शुरू करना चाह रहे हैं, तो यह दिन इसके लिए बेहद अनुकूल है। साथ ही, वाहन, संपत्ति या घर खरीदना भी लाभकारी होगा। दीपावली महापर्व के अवसर पर गुरु पुष्य नक्षत्र 24 अक्टूबर 2024 को होने वाले शुभ मुहूर्त के बारे में है। चौघड़िया मुहूर्त, स्थिरलम मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त और राहु काल का विवरण निम्न है-
चौघड़िया मुहूर्त:
शुभ: प्रातः 06:24 से 07:50
चर: सुबह 10:41 से 12:07
लाभ: दोपहर 12:07 से 01:33
अमृत: दोपहर 01:33 से 02:59
शुभ: शाम 04:24 से 05:50
अमृत: शाम 05:50 से 07:24
चर: शाम 07:24 से 08:59
स्थिरलम मुहूर्त:
वृश्चिक: प्रातः 08:11 से 10:27
कुम्भ: दोपहर 02:19 से 03:52
वृषभ: रात 07:03 से 09:01
अभिजीत मुहूर्त:
सुबह 11:44 से 12:30 तक
राहु काल:
दोपहर 01:33 से 02:59 तक
यह मुहूर्त विशेष रूप से नए वस्त्र क्रय करने हेतु सबसे श्रेष्ठ माना गया है।
कौन सी राशियों के लिए है खास दिन?
इस विशेष संयोग का कुछ राशियों पर विशेष प्रभाव रहेगा। तुला, मकर, और वृषभ राशियों के जातकों को भाग्य का पूरा सहयोग मिलेगा, जिससे उन्हें सुख, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होगी। इनके लिए यह समय किसी भी बड़े निवेश या नए कार्य की शुरुआत के लिए सर्वोत्तम है।
गुरु पुष्य नक्षत्र में क्यों करे खरीदारी
अगर आप दिवाली (Diwali) से पहले अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं, तो गुरु पुष्य नक्षत्र 2024 का दिन सबसे अनुकूल समय है। चाहे आप सोना-चांदी खरीदें, या फिर किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करें, यह समय आपके लिए शुभ और फलदायी सिद्ध होगा।
(Disclaimer: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। पब्लिक वार्ता न्यूज नेटवर्क इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करे।)
Rail Waiting Ticket: GNWL या PQWL, कौन सी टिकट होती है पहले कंफर्म, समझें ट्रेन की वेटिंग टिकटों का पूरा फंडा
नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क : Rail Waiting Ticket: भारत में ट्रेन यात्रा सबसे सस्ती और पसंदीदा साधन है, लेकिन सीटों की मांग हमेशा बनी रहती है। खासकर त्योहारों जैसे दिवाली और छठ के दौरान टिकट की मांग अपने चरम पर होती है। इस दौरान, बहुत से यात्रियों को कंफर्म टिकट नहीं मिल पाता और वे वेटिंग लिस्ट में शामिल हो जाते हैं। कई यात्री वेटिंग टिकट से परिचित होते हैं, परंतु कम ही लोग जानते हैं कि ये कितने प्रकार की होती हैं और किस वेटिंग लिस्ट से कंफर्म टिकट मिलने के चांस ज्यादा होते हैं।
जब ट्रेन की सभी सीटें बुक हो जाती हैं, तब रेलवे वेटिंग टिकट जारी करता है, ताकि कोई यात्री टिकट कैंसिल करता है तो वह सीट वेटिंग लिस्ट में शामिल किसी अन्य यात्री को मिल सके। वेटिंग टिकट मुख्य रूप से चार प्रकार की होती हैं—जनरल वेटिंग लिस्ट (GNWL), रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट (RLWL), पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट (PQWL), और तत्काल कोटा वेटिंग लिस्ट (TQWL)। आइए, जानते हैं किस वेटिंग लिस्ट के कंफर्म होने की कितनी संभावना होती है।
जनरल वेटिंग लिस्ट (GNWL)
GNWL उस स्थिति में जारी की जाती है, जब यात्री ट्रेन के ओरिजिन स्टेशन से यात्रा कर रहा हो। उदाहरण के लिए, अगर आप दिल्ली से मुंबई जाने वाली ट्रेन का टिकट दिल्ली से बुक करते हैं, तो आपको GNWL मिलेगा। इस वेटिंग लिस्ट के कंफर्म होने के चांस सबसे ज्यादा होते हैं, क्योंकि इसमें ओरिजिन और डेस्टिनेशन स्टेशनों के लिए सीटों की संख्या अधिक होती है।
रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट (RLWL)
RLWL वेटिंग लिस्ट उन यात्रियों के लिए होती है जो बीच के महत्वपूर्ण स्टेशनों से टिकट बुक करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति हावड़ा से दिल्ली जाने वाली ट्रेन में पटना से यात्रा करता है, तो उसे RLWL मिलेगा। इस लिस्ट के कंफर्म होने के चांस GNWL के मुकाबले कम होते हैं।
पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट (PQWL)
PQWL उन यात्रियों के लिए होती है, जो ट्रेन के शुरू और अंत के बीच के स्टेशनों से यात्रा करते हैं। यह वेटिंग टिकट छोटे स्टेशनों से बुक की जाती है, और इसके कंफर्म होने की संभावना भी काफी कम होती है।
तत्काल कोटा वेटिंग लिस्ट (TQWL)
तत्काल कोटा में वेटिंग टिकट तब जारी की जाती है, जब तत्काल टिकट बुक करते समय कंफर्म सीट नहीं मिलती। यह सबसे कम संभावनाओं वाली वेटिंग लिस्ट होती है, क्योंकि इसके लिए कोई अलग कोटा नहीं होता।
lawrance bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को मिलेगा 1 करोड़ 11 लाख का इनाम, क्षत्रिय करणी सेना का ऐलान
नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क : lawrance bishnoi: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एनकाउंटर पर इनाम की घोषणा करते हुए क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने एक बड़ा ऐलान किया है। शेखावत ने कहा कि यदि कोई पुलिसकर्मी लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करता है, तो उसे 1 करोड़ 11 लाख, 11 हजार 1 सौ 11 रुपए का इनाम दिया जाएगा। यह घोषणा उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो के माध्यम से की है।
गोगामेड़ी की हत्या का आरोप
शेखावत ने इस इनाम की घोषणा करते हुए कहा कि बिश्नोई पर क्षत्रिय करणी सेना के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कराने का आरोप है। पिछले साल 5 दिसंबर 2023 को राजस्थान के जयपुर में गोगामेड़ी की उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी। गैंग के सदस्य गोल्डी बराड़ ने दावा किया था कि गोगामेड़ी उनके कामकाज में अड़चन डाल रहे थे और उन्हें चेतावनी देने के बाद उनकी हत्या कराई गई।
शेखावत ने अपने बयान में कहा, “हमारे आदरणीय सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या लॉरेंस बिश्नोई द्वारा कराई गई थी। अब हमें भयभीत नहीं, भयमुक्त भारत चाहिए। जो भी पुलिसकर्मी लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करेगा, उसे करणी सेना की ओर से 1 करोड़ 11 लाख, 11 हजार 1 सौ 11 रुपए का इनाम दिया जाएगा।”
करणी सेना की केंद्र सरकार से मांग
करणी सेना ने केंद्र सरकार से भी यह मांग की है कि जल्द से जल्द लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर किया जाए, ताकि देश को गैंगस्टर के आतंक से मुक्ति मिल सके। इस संबंध में शेखावत ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर भी एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की है।
गुजरात की जेल में बंद है बिश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल गुजरात की जेल में बंद है और उस पर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। बिश्नोई का नाम कई हाई-प्रोफाइल मामलों में भी सामने आया है, जिसमें सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मामला प्रमुख है।
करणी सेना द्वारा किए गए इस इनाम के ऐलान के बाद यह मामला फिर से सुर्खियों में आ गया है और देखना होगा कि इस पर केंद्र सरकार और संबंधित एजेंसियां क्या कदम उठाती हैं।
Ratlam News: रतलाम की दिव्यांशी परिहार का MBBS के लिए चयन, परिवार में हर्ष का माहौल
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: रतलाम के अलकापुरी निवासी होमगार्ड नायक पवन कुमार परिहार की बेटी दिव्यांशी परिहार ने नीट 2024 मॉप-अप काउंसलिंग में शानदार सफलता प्राप्त कर रतलाम के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में MBBS की सीट हासिल की है। यह न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे रतलाम शहर के लिए गर्व का क्षण है। खास बात यह है की दिव्यांशी अब रतलाम के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर बनने का सपना साकार करेगी।
दिव्यांशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट को दिया है। उसने बताया कि उसका संयुक्त परिवार हमेशा से चाहता था कि परिवार का एक सदस्य डॉक्टर बने, और इसी सपने को साकार करने के लिए दिव्यांशी ने अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट से नीट की तैयारी की।
कोचिंग की मेहनत और समर्थन से मिली सफलता
दिव्यांशी ने कोचिंग संस्थान की सराहना करते हुए कहा, “अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट की फैकल्टी ने पूरे समर्पण के साथ मेरी मदद की। DTS, माइनर टेस्ट और Pre-NEET टेस्ट ने मेरी तैयारी को और मजबूत किया।” अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर नीलिमा कुमावत ने बताया कि इस वर्ष कोचिंग से 50 से अधिक विद्यार्थियों का मेडिकल कॉलेजों में चयन हुआ है, जिसमें से तीन विद्यार्थियों को रतलाम के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में MBBS की सीट मिली है। इसमें दिव्यांशी परिहार के साथ-साथ सज्जन विहार कॉलोनी निवासी संदीप राठौर और झाबुआ निवासी नीरज खराड़ी भी शामिल हैं।
रतलाम को मिला गौरव
दिव्यांशी की इस सफलता पर पूरे शहर में हर्ष का माहौल है। परिवार और दोस्तों ने उसकी इस उपलब्धि पर बधाई दी। दिव्यांशी के पिता पवन कुमार परिहार, जो होमगार्ड नायक के पद पर कार्यरत हैं, अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट की ओर से सभी चयनित विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी गई हैं। रतलाम के लिए यह गर्व की बात है कि यहां के छात्र मेडिकल क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर रहे हैं और शहर का नाम रोशन कर रहे हैं।
Train Time: वडोदरा मंडल में ब्लॉक के चलते ट्रेनों का परिचालन प्रभावित
भोपाल – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क । Train Time: पश्चिम रेलवे के वडोदरा मंडल में आणंद-गोधरा खंड के दोहरीकरण कार्य हेतु प्रस्तावित ब्लॉक के कारण रतलाम मंडल से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनें प्रभावित होंगी। यात्रियों की सुविधा और सुगम यात्रा के मद्देनजर कुछ ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है, जबकि कुछ ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द रहेंगी। प्रभावित ट्रेनों का विवरण इस प्रकार है:
1. गाड़ी संख्या 09350 (दाहोद-आणंद स्पेशल)
यह ट्रेन 24 अक्टूबर तक दाहोद से गोधरा के बीच ही चलेगी, जबकि गोधरा से आणंद के बीच इसका परिचालन रद्द रहेगा।
2. गाड़ी संख्या 20935 (गांधीधाम-इंदौर एक्सप्रेस)
यह ट्रेन 21 अक्टूबर को गांधीधाम से इंदौर के लिए परिवर्तित मार्ग से चलेगी। नया मार्ग: गांधीधाम-विरमगाम-अहमदाबाद-आणंद-बाजवा-छायापुरी-गोधरा-रतलाम-उज्जैन-इंदौर।
3. गाड़ी संख्या 19320 (इंदौर- वेरावल एक्सप्रेस)
22 अक्टूबर को इंदौर से वेरावल के लिए चलने वाली यह ट्रेन भी परिवर्तित मार्ग से चलेगी। नया मार्ग: इंदौर-उज्जैन-रतलाम-गोधरा-छायापुरी-बाजवा-आणंद-अहमदाबाद-विरमगाम।
4. गाड़ी संख्या 09452 (भागलपुर-गांधीधाम स्पेशल)
21 अक्टूबर को भागलपुर से गांधीधाम के लिए चलने वाली इस ट्रेन का मार्ग भी परिवर्तित किया गया है। नया मार्ग: गोधरा-छायापुरी-बाजवा-आणंद-गीर-अहमदाबाद।
यात्रियों से अनुरोध है कि वे यात्रा से पहले अपने ट्रेन शेड्यूल की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह बदलाव किए हैं।
Ratlam News: महालक्ष्मी मंदिर में पुजारी को लेकर विवाद, आरोप; सूतक के दौरान मंदिर में पहुंचा, शुध्दिकरण कर खोला मंदिर
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: रतलाम के प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर में पंडित संजय पुजारी द्वारा सूतक के दौरान पूजा करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया। श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने इस कृत्य का विरोध जताया। विवाद बढ़ने के बाद रविवार रात को प्रशासन ने मंदिर का ताला लगा दिया और सोमवार सुबह 11 घंटे बाद मंदिर का ताला खोला गया। प्रशासन ने संजय पुजारी को हटाकर सत्यनारायण व्यास को अस्थायी पुजारी नियुक्त कर दिया।
शहर के माणक चौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर को हर साल दिवाली पर करोड़ों रुपए के नोटों और जेवरों से सजाया जाता है। इस वर्ष भी सजावट का काम शुरू हो चुका है, लेकिन पंडित संजय पुजारी के बड़े भाई के निधन से सूतक के चलते उन्हें पूजा से दूर रहने का कहा गया था। फिर भी उन्होंने पूजा की, जिससे श्रीमाली समाज में नाराजगी फैल गई। गौरतलब है की श्रीमाली ब्राह्मण समाज लक्ष्मी जी को कुलदेवी के रूप में पूजता है। पुजारी को समझाईश देने आए बाद भी उसने मंदिर में प्रवेश करना नहीं बंद किया। जिसके बाद समाज के लोग आक्रोशित होकर मंदिर पहुंचे और उन्होंने प्रशासन की मौजूदगी में ताला लगवा दिया।
समाज का विरोध और शुद्धिकरण
श्री माली ब्राह्मण समाज ने मंदिर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और गंगाजल व गोमूत्र से शुद्धिकरण किया। समाज के अनुसार, सूतक के दौरान पूजा नहीं होनी चाहिए थी, लेकिन पुजारी संजय ने नियमों का पालन नहीं किया। नायब तहसीलदार आशीष उपाध्याय की मौजूदगी में विवाद के समाधान के लिए पुजारी को बदला गया और सजावट का काम जारी रखने का निर्णय लिया गया।
सजावट की जिम्मेदारी और सुरक्षा
मंदिर में दिवाली के दौरान सजावट के लिए भक्त बड़ी मात्रा में रुपए और आभूषण दान कर रहे हैं। विवाद के बाद लोगों ने चिंता जताई कि अब सजावट की जिम्मेदारी कौन संभालेगा। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सजावट का कार्य रुकेगा नहीं और पुराने पुजारी के सहयोगी इसे पूरा करेंगे। साथ ही, मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए पुलिस और पटवारियों की तैनाती की गई है, ताकि दान की गई धनराशि और आभूषणों का सही रिकॉर्ड रखा जा सके।
अस्थायी रूप से नया पुजारी नियुक्त
तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने बताया कि फिलहाल मंदिर में पटवारियों को तैनात किया गया है, जो अलग-अलग समय पर मंदिर में मौजूद रहेंगे। मंदिर के पुजारी परिवार में सूतक समाप्त होने के बाद, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार संजय पुजारी के मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। मंदिर में दीपावली पर होने वाली सजावट को लेकर प्रशासन ने सभी संबंधित पक्षों को शांति बनाए रखने की अपील की है ताकि किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
Jammu & Kashmir Terror Attack: गगनगीर में श्रमिकों पर कायराना हमला, पांच की मौत, चार घायल, पूरे देश में उबाल
श्रीनगर – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Jammu & Kashmir Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गगनगीर, सोनमर्ग में रविवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। ज़ेडमोढ़ सुरंग परियोजना में काम कर रहे श्रमिकों पर हुए इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान (SKIMS) में भर्ती कराया गया है। पुलिस और सेना ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
मृतकों में डॉक्टर और इंजीनियर भी शामिल
इस हमले में जान गंवाने वालों में मध्य प्रदेश के मैकेनिकल इंजीनियर अमित शुक्ला, बिहार के मोहम्मद हनीफ, कलीम और फहीम नासिर, और जम्मू के शशि अब्रॉल शामिल हैं। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने निर्माणाधीन सुरंग के पास श्रमिकों के आवास शिविर पर हमला किया। इस हमले में कई लोग घायल हुए, जिनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
केंद्र और राज्य सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया
इस कायराना हमले पर देशभर में आक्रोश व्याप्त है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “घृणित और कायरतापूर्ण कृत्य” करार दिया। उन्होंने कहा, “इस हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें हमारे सुरक्षा बलों से कठोरतम जवाब मिलेगा।” शाह ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा, “मैं प्रार्थना करता हूं कि सभी घायल जल्द स्वस्थ हों।” उन्होंने इस प्रकार की घटनाओं को शांति और विकास के खिलाफ साजिश करार दिया।
आतंकी हमले से देश में उबाल
स हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश है। सुरक्षा एजेंसियों ने भी आतंकियों की धरपकड़ के लिए अभियान तेज कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह इलाका ज़ेडमोढ़ सुरंग और राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण है, जहां बड़ी संख्या में श्रमिक काम कर रहे हैं।
देशभर से आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांगें उठ रही हैं। जनता और सुरक्षा बल इस हमले को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं, और सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इस हमले से पहले सुरक्षा एजेंसियों को त्योहारों के दौरान कश्मीर में संभावित आतंकी हमलों की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद इलाके में अलर्ट जारी किया गया था।
Mahalaxmi Temple Ratlam: विदेशों से आ रहे फोन, हमारा “धन भी चढ़ाना है!”, हीरे – जवाहरातों की सजावट हुई शुरू
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Mahalaxmi Temple Ratlam: विश्व प्रसिद्ध श्री महालक्ष्मी मंदिर दीपोत्सव के अवसर पर भक्तों द्वारा लाई जा रही स्वर्ण आभूषणों और नोटों की श्रृंगार सामग्री से सजने के लिए तैयार है। मंदिर में कार्यकर्ता नोटों की लड़ियां बनाते नजर आएंगे। जहां 10, 20, 50 से लेकर 2000 के नोट की लड़ियां बनाई जा रही है, जो मंदिर में सजने के लिए तैयार है। भक्तजन बड़ी संख्या में माणक चौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर में पहुंच रहे हैं, जहां हर साल की तरह इस बार भी महालक्ष्मी का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जिसमें मंदिर परिसर में 29 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस बल और पटवारियों की भी तैनाती की गई है, ताकि मंदिर में लाई जाने वाली सामग्री और दान-दक्षिणा का सही हिसाब रखा जा सके।
इस बार मंदिर में चढ़ावे के लिए दुबई और अमेरिका में रह रहे भारतीय भी उत्सुक है। वहां से भक्त रतलाम में अपने रिश्तेदारों से फोन पर संपर्क कर रहे है। उन्हें जानना है की वे किस माध्यम से अपनी धनराशि मां लक्ष्मी के चरणों में साज सज्जा के लिए दे सकते है। हालांकी मंदिर में फिलहाल बैंक एकाउंट व अन्य डायरेक्ट माध्यम से राशि व आभूषण लेने की कोई सुविधा नहीं है। जिससे विदेश में रहने वाले भक्त अपनी धन सामग्री चढ़ा नहीं सकते है। गौरतलब है की मध्यप्रदेश के रतलाम का महालक्ष्मी मंदिर दिवाली पर नोट, सोना – चांदी, हीरे – जवाहरातों की अपनी सजावट के लिए विश्व प्रसिद्ध है। लोग दूर – दूर से यहां दर्शन के लिए आते है। मान्यता है की यहां धन चढ़ाने से उसे वापस प्रसाद के रूप में ले जाने से घर व व्यापार – व्यवसाय में धन की वृद्धि होती है।
भक्तों ने स्वर्ण आभूषण और नोट किए दान
मंदिर में भक्त अपनी ओर से स्वर्ण आभूषणों और नोटों की गड्डियां मां के श्रृंगार के लिए भेंट कर रहे हैं। रतलाम के अलावा इंदौर, नागपुर, मुंबई, झाबुआ आदि अन्य राज्यों व शहरों से आए भक्तों ने आभूषणों और नोटों की गड्डियां दान की है। अब तक करीब 400 भक्तों ने महालक्ष्मी के श्रृंगार के लिए नोटों की गड्डियां सौंपी, जिसके बदले उन्हें मंदिर प्रशासन की ओर से टोकन प्रदान किया गया। यह टोकन दिवाली के बाद दिखाने पर ही श्रृंगार सामग्री भक्तों को वापस सौंपी जाएगी।
सुरक्षा और रिकॉर्ड रखने की विशेष व्यवस्था
मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है। मंदिर प्रशासन ने हर आने-जाने वाले भक्तों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 29 सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की है। इसके साथ ही, प्रशासन की ओर से पटवारियों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है ताकि मंदिर में आई सामग्री और दान-दक्षिणा का पूरा रिकॉर्ड रखा जा सके। तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने बताया कि मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 6 लाख रुपये का स्टीमेट तैयार किया गया है। बाहर से रंगरोगन का काम जल्द करवा लिया जाएगा। जीर्णोद्धार का कार्य दीपोत्सव के बाद शुरू किया जाएगा, ताकि भक्तों को किसी तरह की असुविधा न हो।
नोट कैसे जमा कराएं
महालक्ष्मी मंदिर में पांच दिवसीय दीपोत्सव का आयोजन हर साल की तरह इस बार भी धूमधाम से मनाया जाएगा। धनतेरस से शुरू होने वाले इस उत्सव में मंदिर को सजाने का काम भक्तों द्वारा लाई गई नोटों की गड्डियों से किया जाएगा। मंदिर के पुजारी ने बताया कि श्रद्धालुओं द्वारा 28 अक्टूबर तक श्रृंगार सामग्री स्वीकार की जाएगी। भक्तों को अपने साथ श्रृंगार सामग्री के अलावा नाम, पता, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो लाना अनिवार्य होगा ताकि रजिस्टर में उनकी एंट्री की जा सके।
Blast In Delhi: धमाके से दहल उठी दिल्ली, आतंकी साजिश की जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियां
नई दिल्ली – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Blast In Delhi: राजधानी दिल्ली के प्रशांत विहार इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए जोरदार धमाके ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था को हिला कर रख दिया है। दिवाली से ठीक पहले हुए इस धमाके की जांच दिल्ली पुलिस के साथ केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं। घटना स्थल से सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह धमाका किसी आतंकी साजिश का हिस्सा है या किसी और कारण से हुआ है। लेकिन त्योहारों के इस मौसम में हुए इस धमाके ने एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं।
सुरक्षा कड़ी, दिल्ली में हाई अलर्ट घोषित
रोहिणी के प्रशांत विहार इलाके में सुबह करीब 7.47 बजे हुए हुए इस धमाके के बाद दिल्ली पुलिस ने पूरे शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। विशेष रूप से प्रमुख बाजार क्षेत्रों जैसे चांदनी चौक, लाजपत नगर, कमला मार्केट, सरोजिनी नगर, सदर बाजार में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इन इलाकों में पुलिस की पैनी नजर संदिग्ध गतिविधियों पर बनी हुई है और सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर कोई संदिग्ध वस्तु दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी जाए।
13 साल बाद दिल्ली में बड़ा धमाका
यह धमाका दिल्ली में लगभग 13 साल बाद हुआ है। इससे पहले, 2011 के बाद राजधानी में कोई बड़ा विस्फोट नहीं हुआ था। हालांकि, 14 जनवरी 2022 को गाजीपुर फूल मंडी के गेट पर एक बैग में आईईडी विस्फोटक मिला था, जिसे एनएसजी की टीम ने निष्क्रिय किया था। उस विस्फोटक में आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था। अब, इस हालिया धमाके ने एक बार फिर दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
NIA और NSG की टीम जुटी जांच में
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, त्योहारों के दौरान राजधानी में आतंकी साजिश के इनपुट्स पहले से ही मिले थे, जिसके बाद से दिल्ली में अलर्ट जारी किया गया था। घटना के बाद घटनास्थल पर डॉग स्क्वाड, बम स्क्वाड, IGL, NIA और NSG की टीमों ने जांच शुरू कर दी है। एनएसजी कमांडो ने सीआरपीएफ स्कूल के पास के इलाके में तलाशी अभियान भी चलाया है।
विशेषज्ञों की जांच जारी
रोहिणी के डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि धमाके की असल वजह का पता लगाने के लिए एक्सपर्ट्स को बुलाया गया है। शुरुआती जांच में क्रूड बम जैसा मटेरियल मिलने की बात सामने आई है, लेकिन विस्तृत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है ताकि धमाके के सोर्स का पता लगाया जा सके।
आतंकी साजिश की जांच
दिल्ली पुलिस की एटीएस घटना की जांच आतंकी हमले के एंगल से भी कर रही है। आस-पास के पुलिस थानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं और बाजारों में पैदल गश्त बढ़ा दी गई है। लोगों से अनुरोध किया गया है कि कोई भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) की टीम को भी मौके पर बुला लिया गया है।
स्थानीय लोगों में दहशत
विस्फोट की आवाज सुनते ही स्थानीय लोग अपने घरों और दुकानों से बाहर निकल आए। घटनास्थल के पास चश्मे की दुकान चलाने वाले सुमित ने कहा, “धमाका इतना जोरदार था कि मेरी दुकान के खिड़की के शीशे टूट गए और सारा सामान जमीन पर गिर गया।” वहीं, स्थानीय निवासी राकेश गुप्ता ने बताया, “सुबह करीब 7.30 बजे हमने बहुत तेज धमाके की आवाज सुनी। हमें लगा कि पास में कोई एलपीजी सिलेंडर फट गया है। कई दुकानों के शीशे टूट गए हैं।” इस धमाके ने एक बार फिर दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है, और इस मामले में आतंकी साजिश की आशंका को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जांच जारी है, और जल्द ही सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।