Ratlam News: गुलाब चक्कर हुआ रोशन: रतलाम की ऐतिहासिक धरोहर को मिला नया जीवन, कलेक्टर राजेश बाथम ने किया भव्य शुभारंभ

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: रतलाम शहर की ऐतिहासिक विरासत गुलाब चक्कर अब गुलाबी रोशनी और संगीत की मधुर धुनों के साथ एक नए रूप में जगमगा रही है। शहर के मध्य स्थित इस सांस्कृतिक धरोहर का पुनरुद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य पूरा होने के बाद शनिवार शाम को इसका भव्य शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर राजेश बाथम की प्रमुख उपस्थिति रही।

गुलाब चक्कर को जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा आकर्षक प्रकाश सज्जा और साउंड सिस्टम से सजाया गया है। उद्घाटन अवसर पर एसएएफ इंदौर के पुलिस बैंड ने प्रस्तुति दी, जिसके बाद प्रकाश और संगीत का मनोहारी प्रदर्शन हुआ।

कलेक्टर बाथम ने जानकारी दी कि गुलाब चक्कर परिसर में 9 जून से प्रतिदिन सुबह 7:30 बजे योग कक्षाएं प्रारंभ होंगी। आगामी 5 दिनों तक रतलाम की स्थानीय प्रतिभाओं द्वारा गीत-संगीत कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। दो माह में दो ओपन एयर रेस्टोरेंट भी आमजन के लिए खोले जाएंगे।

प्रकाश और साउंड शो हर शाम सूर्यास्त के 10 मिनट बाद और रात 9:30 बजे नियमित रूप से होगा। यह परिसर शुरूआती कुछ महीनों तक लगभग निशुल्क उपयोग के लिए आमजन को उपलब्ध रहेगा।

गुलाब चक्कर में अब कला, साहित्यिक गोष्ठियां, योग, पेंटिंग, बुक फेयर, लोकनाट्य, इंडोर गेम्स, रोलर स्केटिंग, खादी-हथकरघा प्रदर्शनियोंजैसे आयोजनों की भी अनुमति रहेगी। हालांकि सामाजिक सम्मेलन, शादी या निजी पार्टियों की इजाजत नहीं होगी।

 गुलाब चक्कर का ऐतिहासिक महत्व

1879 में महाराजा रणजीत सिंह द्वारा अपनी पुत्री गुलाब कंवर के नाम पर बनवाया गया यह चक्कर रतलाम की पहचान है। चतुष्कोणीय आकार में बनी इस संरचना के चारों कोनों पर मीनार जैसे स्तंभ हैं, जिन पर गुलाब के फूलों की आकृतियां उकेरी गई हैं।

यहां पूर्व में फव्वारों से गुलाबजल की बौछारें होती थीं और चिड़ियाघर भी था। इस परिसर में आज भी साढ़े चार क्विंटल वज़नी पत्थर मौजूद है, जो सन 1900 में पंजाब के पहलवान गुलाम मोहम्मद द्वारा उठाया गया था।

जनभागीदारी और सहयोग से साकार हुआ सपना

गुलाब चक्कर का जीर्णोद्धार जिला पुरातत्व परिषद, मध्य प्रदेश शासन की जनभागीदारी योजना, IPCA कंपनी के CSR फंड और जन सहयोग से संभव हुआ है।

 शुभारंभ कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थिति

इस अवसर पर कलेक्टर राजेश बाथम, डीआईजी मनोज सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव, एसडीएम अनिल भाना, समाजसेवी गोविंद काकानी, जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय, संध्या बेलसरे सहित कई अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

Ratlam News: रतलाम की प्राचीन धरोहर गुलाब चक्कर नए रूप में चमकेगा: 8 जून से संगीत और रोशनी के संग आमजन के लिए खुलेगा परिसर

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: रतलाम शहर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान गुलाब चक्कर अब एक नए और आकर्षक रूप में आम नागरिकों के लिए खुलने जा रहा है। जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा किए गए सौंदर्यीकरण के बाद यह स्थल अब प्रकाश सज्जा और मधुर संगीत की जुगलबंदी के साथ जीवंत हो उठेगा।
08 जून 2025, शाम 7:30 बजे, गुलाब चक्कर का औपचारिक लोकार्पण होगा, जिसमें एस.ए.एफ इंदौर के सुप्रसिद्ध पुलिस बैंड की प्रस्तुति दी जाएगी।

कलेक्टर सुशील बाथम ने जानकारी दी कि ऐतिहासिक महत्व के इस स्थल को नई ऊर्जा और पहचान देने के उद्देश्य से यहां विशेष लाइट एंड साउंड शो की शुरुआत की जा रही है। इस अवसर पर नागरिकों को संगीत, रोशनी और विरासत के सुंदर संगम का अनुभव मिलेगा।

 एक सप्ताह तक हर शाम संगीत से गुलजार रहेगा गुलाब चक्कर

लोकार्पण के बाद अगले 7 दिनों तक प्रतिदिन संध्या समय, रतलाम के विभिन्न सिंगिंग क्लबों, ऑर्केस्ट्रा और ग्रुप्स द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। गुलाब चक्कर अब केवल ऐतिहासिक स्थल नहीं, बल्कि शहरवासियों के लिए सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा।

इतिहास की गूंज, रोशनी की भाषा और संगीत की मिठास

गुलाब चक्कर वो स्थान है जहाँ कभी रतलाम के महाराजा हर्बर्ट पैलेस में टेनिस खेलते समय सरकारी बैंड की धुनें गूंजा करती थीं। उसी विरासत को पुनर्जीवित करने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है, जिसमें आधुनिक प्रकाश तकनीक और साउंड सिस्टम का समावेश किया गया है।

कलेक्टर बाथम ने नागरिकों से अपील की है कि वे परिवार सहित इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल हों और रतलाम की सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ाव का अनुभव करें।

स्थान: गुलाब चक्कर, रतलाम
समय: 8 जून से प्रतिदिन शाम 7:30 बजे
विशेष आकर्षण: पुलिस बैंड प्रस्तुति, संगीतमय प्रकाश शो, स्थानीय कलाकारों के लाइव परफॉर्मेंस

Ratlam News: गुलाब चक्कर में दो ओपन एयर रेस्टोरेंट खुलेंगे, सांस्कृतिक आयोजनों के लिए भी मिलेगा मंच

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न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: रतलाम की ऐतिहासिक धरोहर गुलाब चक्कर परिसर का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य पूरा हो चुका है। जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा इसे पर्यटन और मनोरंजन का नया केंद्र बनाने की दिशा में विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में, गुलाब चक्कर परिसर में दो ओपन एयर रेस्टोरेंट खोले जाएंगे, जहां पर्यटक एवं स्थानीय नागरिक शुद्ध शाकाहारी भारतीय व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे।

रेस्टोरेंट संचालन के लिए टेंडर आमंत्रित

कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने जानकारी दी कि इन रेस्टोरेंट्स के संचालन के लिए दो पृथक ऑनलाइन वित्तीय प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं। इच्छुक आवेदक 16 अप्रैल 2025 दोपहर 12:00 बजे तक आवेदन कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी http://mptenders.gov.inhttp://mptenders.gov.in और https://ratlam.nic.inhttp://mptenders.gov.in पर उपलब्ध है। प्रत्येक रेस्टोरेंट के लिए 1400 वर्गफीट स्थान आवंटित किया जाएगा।

गुलाब चक्कर में होगा सांस्कृतिक आयोजनों का आयोजन

गुलाब चक्कर परिसर में सार्वजनिक जनहित के कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर भी नीति निर्धारित की गई है। इसमें ऐसे कार्यक्रमों की अनुमति होगी, जिनमें सभी नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित हो। किसी भी धर्म, समाज या वर्ग विशेष के व्यक्तिगत आयोजनों की अनुमति नहीं होगी।

इन आयोजनों की मिलेगी अनुमति

गुलाब चक्कर के गुम्बदाकार परिसर में योग, शारीरिक स्वास्थ्य, खेल कक्षाएं, साहित्यिक गोष्ठियां, खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी, कला प्रदर्शनी, पेंटिंग प्रदर्शनी, पुस्तक मेला, शिल्प मेला, फूड मेला, लाफ्टर शो, कवि सम्मेलन, बच्चों के लिए हॉबी क्लासेस एवं समर कैंप जैसे आयोजनों की अनुमति दी जाएगी।

पहले तीन माह निःशुल्क आयोजन की सुविधा

प्रथम तीन माह तक इन आयोजनों के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा, केवल परिसर की सफाई व्यवस्था के लिए न्यूनतम राशि जमा करनी होगी। तीन माह बाद जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा निर्धारित शुल्क लागू किया जाएगा।

इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए कलेक्टोरेट कार्यालय, कक्ष क्रमांक 204 एवं 205 में संपर्क किया जा सकता है।

Ratlam News: गुलाब चक्कर में रखी भारत माता की मूर्ति क्षतिग्रस्त, पुलिस ने दर्ज की FIR

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: शहर के पुराने कलेक्ट्रेट स्थित गुलाब चक्कर में रखी भारत माता की मूर्ति को अज्ञात आरोपियों द्वारा क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना सामने आई है। घटना की जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश ग्वालियरी को आज सुबह 9:25 बजे मिली, जब चाय विक्रेता अनिल माली ने उन्हें फोन पर बताया कि गुलाब चक्कर में स्थापित भारत माता की मूर्ति क्षतिग्रस्त अवस्था में पाई गई है। गौरतलब है की गुलाब चक्कर में पुरातात्विक महत्व की कई प्रतिमाएं भी रखी है, जिनमें से कई क्षतिग्रस्त अवस्था में है। जिनकी देखरेख में लापरवाही कई समय से देखी जा रही है। ऐसे में अब वहां भारत माता की प्रतिमा क्षतिग्रस्त होना एक गंभीर विषय है।

कमलेश ग्वालियरी ने बताया की जब में और साथी मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि मूर्ति जमीन पर गिरी हुई थी, उसका सिर पास में बनी बेंच पर पड़ा था, और दोनों हाथ टूटे हुए थे। साथ ही, भारत माता के हाथ में तिरंगा झंडा भी नीचे गिरा हुआ पाया गया, जिसकी लकड़ी भी टूटी हुई थी। यह मूर्ति करीब 4-5 साल पहले वर्ष 2018 में श्रीराम सेना के अध्यक्ष भूपेंद्र निनामा द्वारा जनसहयोग से राजस्थान के तलवाड़ा से 55,000 रुपये में खरीदी गई थी और गुलाब चक्कर पर स्थापित की गई थी। इस प्रतिमा को 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर हनुमान ताल बगीचे में स्थापित करने के लिए लाया गया था। लेकिन किसी कारण से इसकी स्थापना नहीं हो सकी थी।

घटना से कमलेश ग्वालियरी समेत अन्य देशभक्त नागरिकों की भावनाएं आहत हुई हैं, और इसे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान माना जा रहा है। कमलेश ग्वालियरी, भूपेंद्र निनामा और रवि तंवर ने घटना की रिपोर्ट स्टेशन रोड थाने पर दर्ज करवाई है, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 324 (4) और राष्ट्रीय सम्मान के अपमान की रोकथाम संशोधन अधिनियम 2003 की धारा 2 के तहत एफआईआर दर्ज की है। पुलिस इस घटना को गंभीरता से लेते हुए दोषियों की तलाश में जुट गई है।