जयदीप गुर्जर। Ratlam News: रतलाम के अलकापुरी निवासी होमगार्ड नायक पवन कुमार परिहार की बेटी दिव्यांशी परिहार ने नीट 2024 मॉप-अप काउंसलिंग में शानदार सफलता प्राप्त कर रतलाम के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में MBBS की सीट हासिल की है। यह न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे रतलाम शहर के लिए गर्व का क्षण है। खास बात यह है की दिव्यांशी अब रतलाम के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर बनने का सपना साकार करेगी।
दिव्यांशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट को दिया है। उसने बताया कि उसका संयुक्त परिवार हमेशा से चाहता था कि परिवार का एक सदस्य डॉक्टर बने, और इसी सपने को साकार करने के लिए दिव्यांशी ने अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट से नीट की तैयारी की।
कोचिंग की मेहनत और समर्थन से मिली सफलता
दिव्यांशी ने कोचिंग संस्थान की सराहना करते हुए कहा, “अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट की फैकल्टी ने पूरे समर्पण के साथ मेरी मदद की। DTS, माइनर टेस्ट और Pre-NEET टेस्ट ने मेरी तैयारी को और मजबूत किया।” अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर नीलिमा कुमावत ने बताया कि इस वर्ष कोचिंग से 50 से अधिक विद्यार्थियों का मेडिकल कॉलेजों में चयन हुआ है, जिसमें से तीन विद्यार्थियों को रतलाम के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में MBBS की सीट मिली है। इसमें दिव्यांशी परिहार के साथ-साथ सज्जन विहार कॉलोनी निवासी संदीप राठौर और झाबुआ निवासी नीरज खराड़ी भी शामिल हैं।
रतलाम को मिला गौरव
दिव्यांशी की इस सफलता पर पूरे शहर में हर्ष का माहौल है। परिवार और दोस्तों ने उसकी इस उपलब्धि पर बधाई दी। दिव्यांशी के पिता पवन कुमार परिहार, जो होमगार्ड नायक के पद पर कार्यरत हैं, अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। अभ्यास कैरियर इंस्टीट्यूट की ओर से सभी चयनित विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी गई हैं। रतलाम के लिए यह गर्व की बात है कि यहां के छात्र मेडिकल क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर रहे हैं और शहर का नाम रोशन कर रहे हैं।
कलेक्टर के नहीं आने पर जाम किया सिटी फोरलेन, 2 दिन में कार्रवाई की चेतावनी
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। शहर के टाइम किड्स प्री स्कूल में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित सांस्कृति कार्यक्रम में पाकिस्तानी झंडा लहराने के मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने जमकर प्रदर्शन किया। बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सैकड़ों कार्यकर्ता कलेक्टोरेट ज्ञापन देने पहुंचे। ज्ञापन के दौरान कार्यकर्ता कलेक्टर राजेश बाथम को बुलाने की मांग पर अड़ गए। कलेक्टर के नहीं आने पर परिषद के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और चक्काजाम करने की चेतावनी दी। जिसके काफी देर बाद कलेक्टर बाथम ज्ञापन लेने कार्यालय से बाहर आए। कलेक्टर के आते ही नाराज कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी जिससे कलेक्टर राजेश बाथम नाराज होकर वापस चले गए। कलेक्टर के जाने से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट के बाहर सिटी फोरलेन को पूरी तरह से जाम कर दिया। करीब दो घंटे तक चले विरोध के बाद अपर कलेक्टर आरएस मंडलोई और एडिशनल एसपी राकेश खाखा ज्ञापन लेने सड़क पर पहुंचे। एबीवीपी ने स्कूल की मान्यता निरस्त करने और संचालक के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। चेतावनी दी है कि दो दिन के भीतर जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई नहीं की तो जिलेभर में रतलाम कलेक्टर के विरुद्ध प्रदर्शन किया जाएगा।
गौरतलब है की रतलाम के रामबाग कॉलोनी स्थित टाइम किड्स प्री-स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान नन्हीं बच्ची के हाथों में पाकिस्तानी झंडा लहराते हुए स्कूल ने वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया। पब्लिक वार्ता ने मुखरता से इस मुद्दे को उठाते हुए स्कूल संचालक दीपक पंत से जब बात की तो उन्होंने इसे सामाजिक सद्भाव का प्रतीक बताकर सही ठहराते हुए वीडियो नहीं हटाया। हालांकि मामले के तूल पकड़ने के बाद अब दीपक पंत द्वारा मीडिया में जारी बयान में यह बताया जा रहा है की यह नाट्य प्रस्तुति थी जिसमें ब्रिटिश झंडा भी था। बरहाल सवाल यही है की जिन बच्चों को सामान्य प्रस्तुतियां ठीक से नहीं आती हो उन्हें इतने गंभीर विषय पर प्रस्तुति करवा कर स्कूल प्रशासन क्या दर्शाना चाह रहा था? वहीं इस प्रकार की प्रस्तुति में पाकिस्तान के भारत विभाजन का क्या औचित्य है? फिलहाल यह पूरा मामला जांच का विषय है। देखना यह है की क्या प्रशासन केवल खानापूर्ति करेग या गंभीरता से जांच! क्योंकि वीडियो सामने आने के 5 दिन बाद तक भी जिम्मेदारों ने स्कूल संचालक को नोटिस तक नहीं दिया। इससे साफ जाहिर होता है की किस प्रकार से एक उद्योगपति अपने रसूख का उपयोग कर ऐसे देशविरोधी कारनामें को अंजाम दे सकता है। और जिम्मेदार केवल तिरंगा यात्राएं निकालकर और स्वागत सत्कार करवाते हुए अपनी एक तरफा देशभक्ति जाहिर करते रहेंगे। अगर आज स्कूल संचालक दीपक पंत का समाजिक सदभाव का प्रतीक पाकिस्तानी झंडा है तो कल से हर गली में ऐसे देशविरोधी पनपे नजर आएंगे जो बच्चों के हाथों पाकिस्तानी झंडे देंगे और बाद में उसे सदभाव बताकर खुद को निर्दोष साबित कर देंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी को थमाया नोटिस, टीम पहुंची स्कूल स्कूल प्रबंधन ने वीडियो को इंस्टाग्राम पेज पर 15 अगस्त 2024 को शेयर किया था। पब्लिक वार्ता के माध्यम से वीडियो सामने आने के बाद 17 अगस्त 2024 को चाइल्ड लाइन को गोपनीय रूप से शिकायत भी प्राप्त हुई थी। शिकायत के आधार पर चाइल्ड लाइन ने प्रतिवेदन बनाकर बाल कल्याण समिति को भेजा। बाल कल्याण समिति ने 20 अगस्त 2024 को रतलाम जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी कर जांच के निर्देश दिए थे। समिति सदस्य शंभू मांगरोदा और ममता चौहान के हस्ताक्षर से जारी नोटिस की प्रतिलिपि प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग भोपाल और रतलाम कलेक्टर को भी भेजी गई। वहीं एबीवीपी के प्रदर्शन के बाद प्रशासन एक्टिव हुआ और एक टीम को स्कूल भेजकर अपनी जांच शुरू की।
ऐसा आयोजन पूरे प्रदेश में संभवतः कहीं नहीं होता – कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। पत्रकार या फिर कलमकार अपनी कलम और लेखनी से कई समस्याओं को उजागर करते है और उनको हल करवाते है। लेकिन पर्दे के पीछे के उनके इस काम को उचित सम्मान मिलना यदा कदा ही संभव होता है। रतलाम प्रेस क्लब ने पत्रकारों के काम को उचित सम्मान के लिए विगत वर्ष से रतलाम में उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मान समारोह शुरू हुआ। जो लगातार दूसरे साल भी आयोजित किया गया। “पत्रकारिता के भाल पर उत्कृष्टता का तिलक” की टेग लाइन से शोभित इस कार्यक्रम में रतलाम के पत्रकारों में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया। जेएमडी पैलेस (JMD PALACE) में गरिमामय आयोजन में उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान किए गए। समारोह में केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप के साथ भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, समाजसेवी प्रवीण सोनी, कलेक्टर राजेश बाथम, एसपी राहुल कुमार लोढ़ा, देश के ख्यात पत्रकार और समारोह में निर्णायक की भूमिका निभाने वाले ललित उपमन्यु, सुुधीर गोरे, हर्षवर्धन प्रकाश, सचिन बोंदरिया, संस्था अध्यक्ष मुकेशपुरी गोस्वामी, सचिव यश शर्मा बंटी मंचासीन रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री चैतन्य काश्यप ने कहा पत्रकारिता का मूल आधार है समाचार। लेकिन समाचार क्या है, क्या जानना आवश्यक है, समाज में जागृति आए, बुराईयो को उजागर करने के साथ-साथ अच्छाईयों को सामने लाना ये काम रतलाम के लिए पत्रकारों ने एक अलग मुकाम पर ले जाकर खड़ा कर दिया है। पुरस्कार का एक अलग ही महत्व है और भी अधिक महत्व है और आज यहां निर्णायकों ने आधार बताएं हैं वे महत्वपूर्ण हैं। जब भी निष्पक्ष प्रतियोगिता होती और पुरस्कारों की घोषणा होती है तो उलटफेर भी होते हैं। किसी भी नए काम को प्रारंभ करना तो आसान है परंतु उसे निरंतरता से चलाते रहना बहुत मुश्किल है जिसे रतलाम प्रेस क्लब ने सच कर दिखाया है। अपने ही साथियों के बीच से श्रेष्ठ को चुनना और फिर उन्हें मंच पर लाकर सम्मानित करना ये अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है। रतलाम प्रेस क्लब ने जो आयोजन कर दिखाया है, वैसे आयोजन संभवत: पूरे प्रदेश में कहीं नहीं होता।
रतलाम मीडिया बुराई और अच्छाई दोनों दिखाती – भाजपा जिलाध्यक्ष विशेष अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि पत्रकारिता वही है जो समाज की बुराईयां, कमियां भी दिखाएं और अच्छाईयों को भी सराहे। इसमें रतलाम की पत्रकारिता सदैव ही आगे रही है। यहां से अनेकों पत्रकार राष्ट्रीय स्तर पर आज काम कर रहे हैं और यहां भी राष्ट्रीय स्तर की खबरें लिखी जा रही हैं। यह आयोजन उन्हें पुरस्कार देने का ही नहीं बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारियों का भाव जागृत करने का समारोह है। रतलाम में हुआ यह आयोजन सब सभी के लिए गर्व का विषय है जिसमें हम सबकी सहभागिता होना हमारे लिए भी हर्ष का विषय है।
रतलाम में संगठित है पत्रकार – कलेक्टर कलेक्टर राजेश बाथम ने कहा कि रतलाम में पत्रकार इतने एक्टिव हैं जो समस्याओं को तत्काल उजागर करते हैं। इससे हमें भी कई बार इनका निराकरण समय रहते करने में मदद मिलती है। हमें ये बहुत कम देखने को मिला है। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने कहा कि रतलाम के पत्रकार इतने संगठित होकर एक ग्रुप के रूप में इतनी एकता रखते हैं ये भी अपने आप में अनूठी बात है। डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया के इस दौर में जहां ब्रेकिंग और तत्काल का इतना प्रेशर हैैं, वहां भी इतनी जिम्मेदारी के साथ खबर प्रेषित करना पुरस्कार ही है।
बेस्ट खबर चुनना हुआ मुश्किल – निर्णायक सुधीर गोरे प्रविष्ठियों का गहन अध्य्यन कर 10 श्रेष्ठ का चुनाव करने वाले वरिष्ठ पत्रकार इंदौर के ललित उपमन्यु ने कहा कि रतलाम से उनका पुराना नाता है। लेकिन जिस रफ्तार से रतलाम विकास कर रहा है, बदल रहा है, उसी रफ्तार से रतलाम की पत्रकारिता बदली है। रतलाम से भेजी गई हर खबर अपने आप में इतनी अच्छी थी कि हमारे लिए श्रेष्ठ का चुनाव हमारी परीक्षा जैसा था। अन्य निर्णायक और देश के ख्यात पत्रकार सुधीर गोरे ने कहा कि रतलाम जैसे छोटे शहर में बैठकर जिस तरह की पत्रकारिता की जा रही है, उसे देखकर हर्ष होता है। सीमित संसाधनों के बीच भी इस तरह की पत्रकारिता और ऐसा आयोजन बड़े शहरों में भी नहीं हो रहा है। यह पूरे पत्रकार जगत के लिए गर्व की बात है। निर्णायक और ख्यात अखबार कृषक जगत के संपादक सचिन बोंदरिया ने कहा कि भारत की मूल आत्मा कृषि है, आप लोग कृषि से जुड़ी समस्याओं और उपलब्धियों पर भी खबरें प्रकाशित करें।
नगद पुरस्कार के साथ जीती शील्ड प्रिंट मीडिया श्रेणी में कमल सिंह जादव ने स्व. अमृत नलवाया स्मृति पुरस्कार, शिवेंद्र दुबे ने स्व. तेजमल लोढ़ा स्मृति पुरस्कार, विकल्प मेहता ने स्व. पारस मूणत स्मृति पुरस्कार प्राप्त किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में सुधीर जैन को स्व. रामनाथ शुक्ल स्मृति पुरस्कार, अमित निगम को स्व. रविंद्र भट्ट स्मृति पुरस्कार, साजिद खान और राजेंद्र केलवा ने स्व. शांतिलाल कांठेड़ स्मृति पुरस्कार प्राप्त किया। डिजिटल मीडिया श्रेणी में असीम राज पांडेय को स्व. रमेश शर्मा स्मृति पुरस्कार, नीरज कुमार शुक्ला को स्व. कैलाश बरमेचा स्मृति पुरस्कार और के. के. शर्मा और दिव्यराज सिंह राठौर को स्व. इंदरमल कटारिया स्मृति पुरस्कार प्राप्त हुआ। सामाजिक सरोकार पर स्व. लक्ष्मीदेवी मूणत स्मृति पुरस्कार सौरभ कोठारी ने जीता। फोटोग्राफी में स्वदेश शर्मा ने भगवतीलाल केलवा स्मृति पुरस्कार जीता। ग्रामीण पत्रकारिता में स्व. ओमप्रकाश दवे स्मृति पुरस्कार वीरेंद्र त्रिवेदी ने प्राप्त किया। संस्था की ओर से स्व. बी. एल. मीणा एवं स्व. वंदना मीणा स्मृति में वरिष्ठ पत्रकार और संस्थापक सदस्य रहे शरद जोशी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया।
नए पुरुस्कारों की हुई घोषणा स्पर्धा में निष्पक्षता और समारोह की गरिमा देखकर आंचलिक पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ सदस्य रमेश टांक ने आंचलिक पत्रकारों के लिए अगले वर्ष से पुरस्कार की घोषणा की। पूर्व अध्यक्ष राजेश जैन ने, सह सचिव रमेश सोनी ने, वरिष्ठ पत्रकार प्रियेश कोठारी ने माता श्रीमती राजल देवी की स्मृति, लगन शर्मा ने अपने पिता गजानन शर्मा माय डियर की स्मृति में, शिवेंद्र दुबे ने अपनी माता नलिनी दुबे की स्मृति में पुरस्कार देने की घोषणा की। इसके अलावा निर्णायक के रूप में पधारे इंदौर के सचिन बोंदरिया ने कृषक जगत की ओर से कृषि पर उत्कृष्ट खबर पर पुरस्कार की घोषणा की। ख्यात खेल प्रशिक्षक अनुज शर्मा ने खेलों पर श्रेष्ठ खबर पर पुरस्कार की घोषणा की।
शहर के प्रतिष्ठित लोगों ने किया सहयोग समारोह में मंत्री श्री काश्यप ने पत्रकार कल्याण कोष के लिए 2.50 लाख रूपए का चेक प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हर जिले में शासन से पत्रकार सहायता मांगते हैं, लेकिन रतलाम एक मात्र शहर है जिन्होंने शासन से सहायता नहीं मांगी बल्कि अपने दम पर अपने साथियों के लिए कल्याण कोष स्थापित कर लिया है। इस दौरान जवाहर व्यायाम शाला और अम्बर परिवार की ओर से सूरज जाट और गौरव जाट ने भी 1 लाख रुपए की घोषणा की। इनके साथ ही चैतन्य काश्यप फाउंडेशन, जीडी अस्पताल और डॉ. लेखराज पाटीदार, प्रवीण सोनी, भाजपा अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा, किसान नेता डीपी धाकड़, समाजसेवी मदन सोनी, प्रितेश गादिया, गौरव सतवानी, अनिल पिपाड़ा, विजय जैन, सुरेंद्र भाटी, मंसूरअली पटौदी, निमिष व्यास आदि ने भी सहयोग दिया।
पुरुस्कार वितरण में भावुक हुए परिजन समारोह के दौरान दिवंगत पत्रकार साथियों के नाम पर अवार्ड देने के साथ ही परिजनों को भी मंच पर बुलाया गया। इस दौरान अधिकतर सदस्य भावुक होते रहे। भावुक करने वाला क्षण तब भी रहा जब लाईफटाईम अवार्ड प्राप्त करने वाले शरद जोशी ने कल्याण कोष के लिए जीती हुई राशि प्रदान कर दी। असीमराज पाण्डेय ने अपनी स्वर्गीय बहन अंशु पाण्डेय की स्मृति में राशि प्रदान कर दी।
समारोह में इनकी भी रही मौजूदगी समारोह में निगम अध्यक्ष मनीष शर्मा, पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा, समाजसेवी ललित दख, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विपल्व जैन, एमआईसी सदस्य, भगतसिंह भदौरिया, जवाहर व्यायाम शाला के गौरव जाट, सूरज जाट, गोविंद काकानी, पवन सोमानी, मयूर पुरोहित, निलेश गांधी, निमिष व्यास, यतेंद्र भारद्वाज, मनीष शर्मा, मोहन मुरलीवाला, जयेश राठौर, अनुज शर्मा, मदन सोनी, शैलेंद्र सिंह अठाना, संजय दवे, मंसूरअली पटौदी, सैय्यद मुख्तार शेरानी, गजेंद्र सिंह राठौर, त्रिभुवनेश भारद्वाज, सुनील पारिख, सुनील जैन, पंडित संजय शिवशंकर दवे, डॉ. दिनेश भूरिया, एनके पाटीदार, सीएसपी अभिनव वारंगे, डीएसपी अजय सारवान, टीआई समेत इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, जावरा, सैलाना, पिपलौदा सहित जिले भर के पत्रकार और समाज के लोग मौजूद रहे। सफल संचालन अदिति मिश्रा और दिव्यराज सिंह राठौर ने किया। आभार कोषाध्यक्ष राजेंद्र केलवा ने माना।
गोवंश के बचे अवशेष को तलाशने में जुटी पुलिस, पुलिस ने जारी की सोशल मीडिया एडवाइजरी
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। जावरा के शिव मंदिर जागनाथ महादेव में गोवंश का कटा सिर फेंकने के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने देर रात जावरा के नौशाद उर्फ हनुमार (40) पिता भुरे खां कुरैशी निवासी जूना कबाड़ा और शाहरुख (25) पिता अब्दुल सत्तार निवासी अरब साहब कॉलोनी को गिरफ्तार किया। शुक्रवार सुबह घटना सामने आने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो चुकी थी। जिसके बाद पुलिस ने आनन फानन में कटा सिर फेंकने वाले दो आरोपी सलमान और शाकिर को सुबह ही गिरफ्तार कर लिया था। इन दोनों पर गोवंश का कटा सिर फेंकने का आरोप है। वहीं आज गिरफ्तार नोशाद और शाहरुख द्वारा गोवंश काटने की भूमिका बताई जा रही है। शनिवार को आरोपियों का जुलूस पुलिस ने निकाला।
एएसपी राकेश खाखा ने बताया चारों आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका NSA) की कार्रवाई की। चारों आरोपियों को उज्जैन के भेरूगढ़ स्थित सेंट्रल जेल भेज दिया गया। आरोपी नौशाद पर पहले से 28 केस दर्ज हैं। एक बार जिला बदर भी रह चुका है। बाकी के तीनों आरोपियों की पहले से कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं मिली है। सलमान गैरेज पर काम करता है। शाकिर कुछ नहीं करता है। गोवंश कहां काटा गया था उसके अवशेष कहां फेंके गए इस सब पर पुलिस पूछताछ करके छानबीन कर रही है। इसके पीछे किसी साजिश की आशंका है। पुलिस सभी तथ्यों पर गहनता से जांच में जुटी है। शहर में आगामी त्यौहार को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री को लेकर एडवाइजरी जारी की गई। अगर कोई भी नियमों का उलंघन करता है तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
12 घंटे में माणक चौक पुलिस ने किया चोरी का पर्दाफाश, आरोपी गिरफ्तार
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। शहर के माणक चौक थाना क्षेत्र अंतर्गत एक बुजुर्ग दंपत्ति के साथ उसी के किराएदार ने विश्वासघात कर दिया। पति – पत्नी दोनों की कोई संतान नहीं होने से किराएदार को ही उन्होंने अपना बेटा माना और उसे बेटे की तरह रखा। लालची किराएदार ने भरोसे का गला घोंटते हुए दंपत्ति के बंद घर में ताला तोड़ चोरी को अंजाम दे दिया। यह पैसा कैंसर के इलाज के लिए जमा किया हुआ था। माणक चौक थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के 12 घंटे में आरोपी सोहेल पिता इफ्तेखार पठान (27) निवासी मौलाना आजाद नगर (हालमुकाम लक्ष्मी नगर) को गिरफ्तार कर लिया है। विवेचना में जुटी माणकचौक थाने की पुलिस टीम को पुरुस्कार की घोषणा की गई है ।
गुरुवार को नवीन कंट्रोल रूम पर प्रेस वार्ता में एएसपी राकेश खाखा ने वारदात का खुलासा किया। इस दौरान सीएसपी अभिनव बारंगे, माणक चौक थाना प्रभारी रणजीत सिंगार मौजदू रहे। एएसपी राकेश खाखा ने मीडिया को बताया की लक्ष्मी नगर निवासी महिला मुकर्रम पति शेर खां मेव ने थाने में शिकायत कर बताया की वह मंगलवार/बुधवार की रात्री में अपने कैंसर से पीड़ित पति शेर खान के इलाज के लिए उसे अस्पताल ले गई थी। जहां उसे भर्ती कर उसका इलाज किया जा रहा था। घर में दोनों पति पत्नी के अलावा कोई भी नहीं था इसलिए उसने घर पर ताला लगाया हुआ था। उसी दौरान उसके सुने मकान मे कोई अज्ञात बदमाश 4 लाख 35 हजार रुपये नगदी एवं सोने की एक अंगुठी तथा चांदी के छोटे छोटे जेवर जिनकी किमत करीब 90 हजार रुपये है। इस तरह कुल 5 लाख 25 हजार रुपये घर व गोदरजे का ताला तोड़ कर चुरा ले गया। फरियादी महिला की शिकायत पर थाना माणकचौक पर अपराध क्रमांक 323/24 धारा 457,380 पंजीबद्ध कर पुलिस ने जांच शुरू की। जिसमें 12 घन्टे के भीतर ही पुलिस को सफलता मिली और आरोपी सोहेल पिता इफ्तेखार पठान जो की महिला का किराएदार था उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
खुद आरोपी ने महिला को दी सूचना आरोपी किराएदार सोहेल फरियादी महिला मुकर्रम खान के मकान में 6-7 माह से किराए से रह रहा था। आरोपी सोहेल शादीशुदा है और अपने घर से अलग किराए के मकान में रह रहा था। जब उसने चोरी की वारदात को अंजाम दिया तब उसकी पत्नी मायके गई हुई थी। वह घर पर अकेला था। महिला की कोई संतान नहीं होने से उसने सोहेल को बेटे की तरह रखना शुरू कर दिया। जिससे सोहेल को उसके घर में रखी नगदी व जेवर की जानकारी लग गई। आरोपी ने ताला तोड़कर घर में हाथ साफ किया। जिसके बाद पुलिस व महिला को बरगलाने के लिए चोरी की घटना के बारे में बताया। जिससे वह संदेह के घेरे में ना आए। पुलिस ने जब मौके पर छानबीन की तो पड़ोसी की छत से नगदी व सामान मिला। जिससे यह लगे कि पड़ोस की छत और उसके पास के नाले से चोर घर में घुसे हो। लेकिन पुलिस को यहां पर संदेह हुआ और सोहेल से सख्ती से पूछताछ की। फिर उसने सब कुछ कबूल कर लिया। आरोपी सोहेल लोहे की अलमारी बनाने का काम करता है। मामले में पुलिस टीम के एएसआई बसील गणावा , प्रआर नारायणसिंह जादौन, दिलीपसिंह रावत, अमिचंद सिगारे, आरक्षक रणवीर सिंह , गोविन्द गेहलोत, विरेन्द्र बारोड, संदीप शर्मा, अशरफ खान कि महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पहले भी कर चुका है पुलिसकर्मियों से हाथापाई, लॉज के पीछे चल रहा था अंक वाला सट्टा
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। शहर के स्टेशन रोड पर पुलिस द्वारा 4 दिन पूर्व सटोरियों पर बड़ी कार्रवाई की गई। जिसमें रेलवे का साईकील स्टैंड चलाने वाला ठेकेदार विजय मीणा का भाई रवि मीणा और उसका अन्य साथी अब तक फरार है। पुलिस रवि मीणा व अन्य फरार आरोपी की तलाश कर रही है। विश्वसनीय सूत्रों की माने तो साईकील स्टैंड ठेकेदार विजय मीणा व रवि मीणा साईकील स्टैंड की आड़ में कई सालो सट्टे का संचालन कर रहे है। जीआरपी में कई बार शिकायतें भी हो चुकी है मगर राजनीतिक संरक्षण और पुलिसीया सांठगांठ के चलते कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हुई है। कुछ समय पूर्व रवि मीणा पुलिसकर्मियों से उलझने के मामले में भी सुर्खियों में छाया रहा था। करीब 3 साल पहले रेलवे स्टेशन के पार्किंग एरिया में सट्टा चलाए जाने की सूचना मिलने पर रतलाम पुलिस के एसआई अनुराग यादव रतलाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 4 के पास पार्किंग एरिया में पहुंचे थे जहां रवि मीणा और उसके साथियों ने एसआई अनुराग यादव के साथ बदतमीजी व हाथापाई की थी। जिसके कुछ माह बाद रवि मीणा ने इंटेलिजेंस के दो जवानों के साथ भी पार्किंग में गाड़ी रखने को लेकर हाथापाई की थी।
गौरतलब है की थाना स्टेशन रोड पुलिस ने फ्रीगंज रोड स्थित लक्ष्मी लाज के पीछे गली मे लोगों से सट्टा अंक लिखकर पैसे ले रहे युवक को रंगेहाथ पकड़ा था। पुलिस ने मौके से जब्बार उर्फ अनवर पिता मोहम्मद रफीक अब्बासी (28) निवासी रामेश्वर मंदिर के पास जावरा रोड, सुरज उर्फ स्वाधीन पिता स्व.अशोक नांदेचा जाति जैन (27) निवासी घास बाजार, रईस खाँ पिता अब्दुल वहीद जाति मेवाती (49) निवासी जयभारत नगर, व मुजफ्फर पिता मुशर्रफ खाँ जाति मेवाती (40) निवासी काजीपुरा को रंगेहाथ धर दबोचा था। वहीं 2 अन्य आरोपी रवि मीणा निवासी मिडटाउन कॉलोनी व रवि बौरासी निवासी जावरा फाटक फरार हो गए थे।
फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने आरोपियों से 1 मोबाईल एवं 9510/- रुपये नगद जप्त व अंक लिखी पर्चियां जप्त की। पुलिस ने मामले में अप.क्र. 788/2024 धारा 4A व पब्लिक गेम्बलिंग एक्ट 109 भादवि के तहत कार्रवाई की। थाना प्रभारी दिनेश भोजक के नेतृत्व में पुलिस टीम के प्र.आर. मनोज पाण्डे, महेन्द्र फतरोड, आरक्षक नंदकिशोर, राकेश दांगी व अभिषेक पाठक की सराहनीय भूमिका रही।
भाजपा या कांग्रेस में कौन मरेगा बाजी?, साइंस कॉलेज आने का हर रास्ता रहेगा बंद!
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव संपन्न होने के बाद अब बारी है मतगणना और आने वाले परिणामों की। आज यानी 4 जून को सुबह 8 बजे से देशभर में मतगणना की शुरुआत होगी। रतलाम जिले की 5 विधानसभा सीटो में 3 संसदीय क्षेत्र आते है। 5 विधानसभाओं की लोकसभा चुनाव की मतगणना रतलाम के साइंस एंड आर्ट्स कॉलेज में होगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी कर चुका है। चुनाव के परिणाम की घोषणा संसदीय क्षेत्र के मुख्यालय से की जाएगी। रतलाम में मतगणना के दौरान छत्रिपुल से ब्लड बैंक तक पूरा रोड ब्लॉक रहेगा। वाहन से आवगमन प्रतिबंधित रहेगा। निगम तिराहे से भी वाहनों पर रोक रहेगी। हाथीखाना वाले रास्ते पर भी बेरिकेडिंग रहेगी। यानी लीड कॉलेज तक आने वाले हर रास्ते को नो व्हीकल जोन पुलिस ने बनाया है।
कलेक्टर राजेश बाथम के अनुसार मतगणना कर्मियों को प्रातः 6.00 बजे मतगणना स्थल पर पहुंचने के लिए निर्देशित किया गया है। सुरक्षाबल सहित अन्य कर्मियों को मिला ले तो करीब 1 हजार कर्मचारी मतगणना टीम का हिस्सा रहेंगे। पोस्टल बैलेट की गिनती संसदीय क्षेत्र के मुख्यालय पर होगी। रतलाम संसदीय क्षेत्र का मुख्यालय झाबुआ है। विधानसभा के अनुसार अलग अलग कक्ष रहेंगे। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जावरा की गणना कक्ष क्रमांक 5 में होगी। रतलाम ग्रामीण के लिए कक्ष क्रमांक 6, आलोट के लिए कक्ष क्रमांक 7, सैलाना के लिए कक्ष क्रमांक 8 तथा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र रतलाम शहर की मतगणना के लिए कक्ष क्रमांक 9 है। प्रत्येक मतगणना कक्ष के कलर कोड भी निर्धारित किए गए हैं। हर एक मतगणना हाल में 14 टेबलों पर मतगणना की जाएगी। इस अनुसार कुल 70 टेबल्स पर मतगणना होगी। प्रत्येक टेबल पर एक गणना सहायक, एक गणना पर्यवेक्षक तथा एक सूक्ष्म प्रेक्षक तैनात रहेगा। मतगणना परिसर में आयोग द्वारा तैनात प्रेक्षक भी मौजूद रहेंगे। जिले की पांचों विधानसभा में 1103422 मतदाता है। रतलाम ग्रामीण, सैलाना व आलोट विधानसभा की मतगणना के 18-18 व रतलाम सिटी व जावरा विधानसभा के 30-30 राउंड में मतगणना होगी।
कौन मरेगा बाजी, दिलचस्प होगा मुकाबला! लोकसभा 2024 में बीजेपी ने रतलाम लोकसभा सीट पर अनिता नागर सिंह चौहान को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने पिछले उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया पर दांव चला है। कांतिलाल कई बार के सांसद व मंत्री रह चुके। वर्तमान संसद गुमानसिंह ने उन्हें 2019 में शिकस्त दी थी। रतलाम लोकसभा सीट पर कुल 1851112 मतदाता हैं। रतलाम लोकसभा सीट पर चौथे चरण यानी 13 मई को मतदान हुआ।
आपको बता दे रतलाम झाबुआ-आलीराजपुर लोकसभा में रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण एवं सैलाना आते है। मंदसौर – नीमच – जावरा लोकसभा में जावरा विधानसभा आती है। वहीं उज्जैन -आलोट लोकसभा में आलोट विधानसभा आती है। रतलाम जिले में 1297 मतदान केंद्र थे। रतलाम जिले के विधानसभावार मतदाताओं कीबात करे तो रतलाम ग्रामीण में 213790, रतलाम सिटी में 217035, सैलाना में 211374, जावरा में 237878 और आलोट में 223345 मतदाता है। यानी रतलाम जिले के कुल 1103422 मतदाताओं के दिए वोट से आज लोकतंत्र की इबारत लिखी जाएगी।
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। जिले के बिरमावल के समीप छतरी गांव में एक महिला करीब 3 साल से कुष्ठ रोग से पीड़ित थी। समय पर इलाज ना मिलने से महिला की हालत बिगड़ती रही। इसी बीच गांव वालों ने भी महिला से दूरी बना ली। उसे कोई छूना तो दूर देखना तक पसंद नहीं कर रहा था। एक कमरे में खटिया पर पड़ी इस 42 वर्षीय महिला की देखभाल बुजुर्ग माता – पिता करते आ रहे थे। इसी बीच जन अभियान परिषद से जुड़ी समाजशास्त्र की छात्रा नेहा बोरासी को महिला की जानकारी मिली। नेहा ने तुरंत अपने परामर्शदाता प्रदीप बिलवाल को जानकारी दी। जिसके बाद टीम के शेरू कुमावत, नितिन पाठक, भूपेंद्र बिलवाल ने पहुंचकर महिला को बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया। टीम द्वारा किए गए इस कार्य की सभी दूर प्रशंसा की जा रही है।
नेहा बोरासी ने बताया की मुझे सूचना मिली थी 42 वर्षीय महिला सावित्री पति शम्भू खराड़ी तीन सालों से गंभीर बीमारी से पीड़ित है। जिसके बाद उनके घर पहुंच कर जानकारी जुटाई और देखा तो महिला के शरीर पर बड़े बड़े घाव और फोड़े हो रहे थे। डॉक्टरों से परामर्श करने के बाद मालूम हुआ की महिला कुष्ठ रोग से पीड़ित है। जिसके बाद घर वालों को समझाइश दी गई और महिला को एम्बुलेंस के माध्यम से मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। महिला 5 सालों से अपने पति से भी अलग रह रही थी। फिलहाल डॉक्टर महिला के बेहतर उपचार का प्रयास कर उसे स्वस्थ करने में जुट गए है। गौरतलब है की पूरी दुनिया में कुष्ठ रोग के बारे में लोगों के मन में गलत और अवैज्ञानिक धारणाएं हैं। इसके कारण कुष्ठ रोग से प्रभावित लोगों के प्रति भेदभाव भी बढ़ता देखा गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कुष्ठ रोग को लेकर कलंक के भाव के कारण लोग अपने लक्षणों को छिपाते हैं और उपचार में देरी करते हैं। इस रोग पर जीत हासिल करने के लिए लोगों में सही जानकारी होना जरूरी है।
शैलेंद्र ने वीडियो में रतलाम की कांग्रेस नेत्री यास्मीन शेरानी पर भी लगाया आरोप!
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। इंदौर के एक गैंगस्टर द्वारा देवास के एक हिंदूवादी नेता की हत्या की सुपारी देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह खुलासा सुपारी देने वाले गैंगस्टर के ही साथी ने पुलिस के सामने किया। शूटर और गुंडे इमरान चौहान उर्फ खोपरापाक ने आवेदन में बताया की इंदौर के नामचीन गुंडे शाकिर चाचा ने देवास के हिंदू नेता शैलेंद्रसिंह पवार की हत्या की सुपारी दी है। उसने आरोप लगाया कि शाकिर चाचा ने हिंदुवादी शैलेंद्रसिंह पंवार की हत्या की सुपारी लेकर उसे उलझाया है।
दूसरी और इस मामले में हिंदूवादी नेता शैलेंद्रसिंह ने जानकारी देते हुए खुद के नाम के सुपारी देने में रतलाम की कांग्रेस नेत्री यास्मीन शेरानी का नाम लेकर भी आरोप लगाया। जिससे अब रतलाम की राजनीति भी गरमा गई है। हालांकि कांग्रेस नेत्री यास्मीन शेरानी ने पब्लिक वार्ता से बातचीत में इसे निराधार व छवि धूमिल करने वाला बताया है। वीडियो में शैलेंद्रसिंह ने कहा की हमने जानकारी जुटाई तो देवास के अंसार अहमद का नाम सामने आया है। जिसने 20 लाख रुपए नगद इंदौर के गैंगस्टर शाकिर चाचा को दिए। बाहर अन्य जिलों के लोग भी इस प्लानिंग में शामिल है। जिसमें निंबाहेड़ा का शोएब, रतलाम की यास्मीन शेरानी, चुन्नू लाला, पीथमपुर का वाकिब व अन्य है। इन्होंने मक्सी रोड पर किसी फार्म हॉउस पर एक मीटिंग भी की। हालांकि इमरान खोपरापाक के आवेदन या शैलेंद्रसिंह के पुलिस को दिए किसी ज्ञापन में यास्मीन शेरानी का नाम नहीं है।
छवि धूमिल करने की साजिश – यास्मीन शेरानी रतलाम की कांग्रेस नेत्री यास्मीन शेरानी का नाम सामने आने के बाद पब्लिक वार्ता ने जब उनसे चर्चा की तो उन्होंने बताया की में शैलेंद्रसिंह पंवार नाम के किसी व्यक्ति को जानती नहीं हूं। शैलेंद्रसिंह द्वारा लगाए गए आरोप मेरी छवि को धूमिल करने का एक षडयंत्र है। मेरी 30 साल की राजनीति में आज तक ऐसा कोई आरोप नहीं लगा है। यह एक राजनीतिक स्टंटबाजी है। मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है। आपको बता दे की यास्मीन शेरानी कांग्रेस की कद्दावर नेता में से एक है। वर्तमान में भी शेरानी पार्षद है। शेरानी कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष से लेकर प्रदेश के बड़े दायित्वों पर रही है। शेरानी पहली बार तब सुर्खियों में आई थी जब उन पर जानलेवा हमला किया गया। गौरतलब है 27 सितंबर 2014 को नगर निगम परिसर में कांग्रेस नेत्री यास्मीन शेरानी पर उस समय फायर किया गया था, जब वह अपनी कार में बैठने जा रही थी। गोली लगने से वे गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उन्हें जिला अस्पताल और वहां से इंदौर ले जाया गया था। काफी दिन तक उनका इंदौर के निजी अस्पताल में इलाज चला था। इसी दौरान हिंदू संगठन के नेता कपिल राठौड़ पर भी हमला हुआ। दोनों पर हमले के बाद शहर की शांति व्यवस्था बिगड़ गई थी और प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा था।
देवास से इंदौर का यह है पूरा मामला जानकारी के अनुसार 15 मई को इमरान उर्फ खोपरापाक चौहान ने कलेक्टर कार्यालय में आवेदन देकर बताया गैंगस्टर शाकिर चाचा ने देवास के शैलेंद्र पवार की सुपारी ली है, उसमें मुझे उलझा रहा है। शाकिर चाचा ने लाला लोगों से पैसे लिए और सबको कह रहा है, यह काम इमरान करेगा। मेरा इस मैटर से कोई लेना-देना नहीं है। मामले से काफी दूर हूं। मैंने इस मामले की जानकारी खुद शैलेन्द्र पवार ने देते हुए बता दिया है शाकिर चाचा का साथ करीब 8 माह पहले छोड़ चुका हूं।
शाकिर चाचा मुझे ब्लैकमेल कर रहा है कि शैलेंद्र पंवार की हत्या तुझे ही करना है । इसके चलते मैंने उसका साथ छोड़ दिया। शाकिर चाचा मुझे बुरी तरह से फंसाने में लगा है। बार-बार खुद व अपने गुर्गों से कहलवा रहा है यह काम तुझे ही करना है। तंग आकर मैंने उससे दूरी बना ली है बावजूद वह बाजार में हर जगह मेरा नाम ले रहा है कि शैलेंद्र पंवार की हत्या इमरान करेगा। मैं बताना चाहता हूं मेरा मामले से लेना-देना नहीं है. न किसी केस से मतलब है।
वीडियो में इमरान खोपरापाक ने किए कई खुलासे इधर बीते दिनों इमरान खुद देवास के हिंदू नेता शैलेंद्रसिंह पंवार के देवास स्थित संस्था राम-राम के ऑफिस पहुंचा और शाकिर चाचा द्वारा ली गई सुपारी की जानकारी दी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में वह जानकारी दे रहा है कि कहीं से जानकारी लगी कि कथित रूप से उसने शैलेंद्रसिंह पंवार की सुपारी ली है।
अफवाह की जानकारी लगते ही इंदौर कलेक्टर को से शिकायत की। उन्हें बताया यह काम शाकिर चाचा का है, जो बाजार में मेरा नाम उछालकर जबरन मुझे घसीट रहा है। मेरा मामले और शैलेंद्रसिंह पंवार से कोई लेना देना नहीं है न मैंने कोई सुपारी ली है। 10 महीने पहले जेल से छूटा था, तब शाकिर चाचा ने कहा था देवास का बहुत बड़ा काम ले रहे हैं।
इसमें कई लालाओं का इनवॉल्वमेंट है। अपना साथ हाथीवाला देंगे। बताना चाहूंगा मैं कभी हाथीवाला से नहीं मिला न किसी प्रकार की बात हुई। यह सब करामात शाकिर चाचा की है। शाकिर चाचा कुख्यात गैंगस्टर है, जिस पर सुपारी लेकर हत्या करने के कई मामले सहित अन्य केस दर्ज हैं। शाकिर चाचा के कई गुर्गे करीब डेढ़ साल से देवास में सक्रिय हैं।
शाकिर चाचा देवास के हाथीवाला से मिलकर नागदा, खाचरौद, निम्बाहेड़ा, चित्तौड़ (राजस्थान) क्षेत्र के लालाओं (शूटरों) से मिलकर शैलेंद्रसिंह पंवार को मारने की प्लानिंग कर रहा है। मुझे बताया गया था सुपारी बड़े अमाउंट की है। इसमें सबके पास बड़ा अमाउंट आएगा लेकिन मेरा इसी बीच शाकिर चाचा से विवाद हो गया कि मुझे अब किसी हत्या के मामले में नही पड़ना है।
मैंने यह सब छोड़ दिया है। उसके बावजूद वह मुझ पर दबाव बनाकर कर दूसरे मामले में फ़ंसाने की कोशिश कर रहा है। सुपारी अंसार हाथीवाला ने दी है। शाकिर चाचा का साफ तौर पर कहना था हिंदू नेताओं को मारो। शाकिर चाचा की सोच खराब है वह सिर्फ उलझाने में लगा रहता है कि हत्या वह कराए और फंसू मैं। जेल जाऊं तो मैं। इसी कारण उससे अलग हुआ हूं। बताना चाहता हूं सभी केस से बरी हो चुका हूं। वहीं मुझे जानकारी लगी है शाकिर चाचा ने शैलेंद्रसिंह पंवार की हत्या के लिए 20 लाख रुपए नगद एडवांस लिए हैं।
कौन है इमरान चौहान उर्फ खोपरापाक? इमरान चौहान और कोई नहीं बल्कि 2015 में अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र के सेठी गेट आईडीबीआई बैंक के सामने हुई जीतू उर्फ बाबा यादव हत्याकांड का मुख्य आरोपी है । इमरान ने शाकिर चाचा के कहने पर शूटर फिरोज के साथ मिलकर जीतू उर्फ बाबा यादव को गोली मारी थी। वह हत्याकांड समूचे इंदौर में चर्चा का विषय था।
पुलिस ने शाकिर चाचा के दाहिने हाथ कहे जाने वाले शूटर इमरान, फिरोज सहित अन्य पर सभी को कुछ माह में गिरफ्तार कर उनसे 10 से ज्यादा पिस्टल जब्त की थी। हत्या के पूर्व इमरान ही सिकलीगरों से एक दर्जन पिस्टल खरीदकर लाया था । वही जीतू यादव के बेटे पत्रकार अनिल सोनी हत्याकांड में भी इमरान गैंगस्टर शाकिर चाचा के साथ आरोपी बना था।
हालांकि हिंदू नेता शैलेंद्रसिंह पंवार की सुपारी लेने से मना करने के चलते इमरान और शाकिर चाचा में कहासुनी हुई, जिसके बाद से इमरान अपनी राह अलग कर शाकिर चाचा से जुदा हो गया। वर्तमान में इमरान, शाकिर से अलग होकर विवादित जमीनों के मैटर सुलझा रहा है।
सुधकरराव मराठा का करीबी है शैलेंद्र शैलेंद्रसिंह उर्फ भाईसाहब पंवार के बारे में जानकारी लगी है वह कुख्यात गैंगस्टर व कट्टर हिंदूवादी सुधाकरराव मराठा का करीबी रहा है। उस पर कई गंभीर मामले दर्ज थे। सभी में बरी है वर्तमान में शैलेंद्र पर चार साल पहले शिप्रा में हुई वाइन शॉप मैनेजर की हत्या का केस चल रहा है, जिसमें वह जमानत पर है। बाहर आते ही उसने अपनी कट्टर हिंदूवादी वाली छवि को भुनाकर देवास में संस्था राम राम से संगठन का गठन कर हिंदू हित व सामाजिक कार्य करने के साथ अपनी पैतृक खेतीबाड़ी कर रहा है साथ ही विवादित जमीनों के मामले भी निपटा रहा है।
यह जानकारी भी सामने आई है की शैलेंद्र के बाहर आते ही उसके संगठन से हजारों युवा जुड़ गए। हिंदू पर अत्याचार की बात सामने आते ही उसका संगठन आगे आ जाता है। सूत्रों के मुताबिक सक्रिय होने के कारण शैलेंद्र देवास के कई लोगो को खटक रहा है। रही बात उसकी सुपारी की तो सुपारी देने में जिस अंसार हाथीवाला का नाम सामने आ रहा है वह नगर निगम सभापति रह चुका है।
सभापति रहते अंसार के ऑफिस के बाहर गोलीकांड हुआ था। शैलेंद्रसिंह पंवार का चचेरा भाई राहुल उर्फ बन्ना, मनीष सोनी, विनीत गुप्ता आरोपी बने थे। अंसार हाथीवाला को शंका है उक्त गोलीकांड शैलेंद्र ने कराया था। इसके अलावा भी कई मामलों में उसका नाम उछला।
आवेदन की जांच की जा रही है सीएसपी दिशेष अग्रवाल ने बताया इंदौर के इमरान चौहान का आवेदन प्राप्त हुआ है, जिसमें देवास के शैलेंद्रसिंह पवार की हत्या की साजिश की बात है। आवेदन में इंदौर के शाकिर चाचा, देवास एवं अन्य कुछ स्थानों के लोगों के नाम हैं जिनकी जांच की जा रही है। आवेदन में देवास में किसी व्यक्ति का स्पष्ट नाम सामने नहीं आया है। जांच जारी है।
8 विधानसभा में केवल 4 पर भाजपा, पिछली बार हुआ था 75.47 प्रतिशत मतदान
पब्लिक वार्ता – रतलाम, जयदीप गुर्जर। लोकसभा 2024 के पहले चरण में घटते वोटिंग प्रतिशत ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को चिंता में डाल दिया है। मध्यप्रदेश में हुए पहले चरण की वोटिंग में कई मंत्रियों के क्षेत्र में पिछली बार के मुकाबले कम वोटिंग हुई। चुनावी विशेषज्ञों की माने तो कम वोटिंग का असर सीधे सीधे भाजपा को नुकसान देता है। जिसे भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी बखूबी जनता है। पहले चरण के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भोपाल में बैठक ली। इसमें मध्यप्रदेश के बीजेपी नेता शामिल हुए। इस बैठक में उन्होंने कहा- जिन मंत्रियों के इलाके में मतदान प्रतिशत कम होगा, उनका मंत्री पद चला जाएगा। बदले में उन विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा, जिनके क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा। हालांकि, अमित शाह ने ये नहीं बताया कि कितने फीसदी कम वोटिंग पर मंत्रियों का पद जा सकता है।
शाह की चेतावनी के बाद रतलाम लोकसभा सीट के 3 मंत्रियों की साख दांव पर लगी है। अगर यहां वोटिंग प्रतिशत कम होता है तो तीनो मंत्रियों के मंत्री पद खतरे में पड़ सकते है। संभवतः रतलाम लोकसभा इकलौती ऐसी सीट है जहां तीन कैबिनेट मंत्री मौजूद है। जिनमें चेतन्य काश्यप (सूक्ष्म एवं लघु उद्योग), निर्मला भूरिया (महिला एवं बाल विकास) और नागरसिंह चौहान (वन,पर्यावरण एवं अनुसूचित जाति विकास) शामिल है। ऐसे में भाजपा हाइकमान वोटिंग प्रतिशत घटने नहीं देने की पूरी कोशिश में जुट गया है। आपको बता दे 2019 के लोकसभा चुनाव में करीब 75.47 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। 2024 के चुनाव में रतलाम सीट से इस बार भाजपा ने गुमान सिंह का टिकट काटकर कैबिनेट मंत्री नागरसिंह चौहान की पत्नी और अलीराजपुर जिला पंचायत अध्यक्ष अनीता चौहान को दिया है। इनके सामने इंडिया ब्लॉक से कांतिलाल भूरिया उम्मीदवार चुने गए हैं।
50 – 50 का मुकाबला, रतलाम देता है लीड 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 49.7 व कांग्रेस को 43.2 प्रतिशत वोट मिले थे। गौरतलब है की रतलाम लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा क्षेत्र आते है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा केवल रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण, अलीराजपुर और पेटलावद पर ही काबिज हो पाई थी। वहीं जोबट, झाबुआ व थांदला में कांग्रेस और सैलाना में भारतीय आदिवासी पार्टी ने अपना कब्जा जमाया। इस लिहाज से भाजपा की अनिता नागरसिंह चौहान के लिए यह मुकाबला 50-50 का माना जा रहा है। रतलाम शहर और रतलाम ग्रामीण विधानसभा लोकसभा में भाजपा के लिए ऑक्सिजन का काम करती है। जहां पार्टी का फोकस भी रहता है। रतलाम शहर, ग्रामीण व पेटलावद विधानसभा से भाजपा बड़े अंतर से आगे रहती है। भाजपा को झाबुआ, अलिराजपुर, जोबट, थांदला व सैलाना में खास मेहनत करने की जरूरत हर बार पड़ती है। यह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीटो में गिनी जाती है। जहां भाजपा के लिए आदिवासी वोटर्स को कैप्चर करना मुश्किल होता है। क्योंकि इन वोटर्स को लंबे समय से भावनात्मक तरीके से कांग्रेस अपने पाले में किए हुए है। जिनका असर विधानसभा चुनाव में भी देखा गया है।
नहीं जीती कभी भाजपा महिला प्रत्याशी अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के लिए आरक्षित रतलाम-झाबुआ संसदीय सीट पर अब तक हुए 17 लोकसभा चुनावों और एक उपचुनाव में सिर्फ चार बार ही गैर कांग्रेसी नेता जीत पाए हैं। जनसंघ और भाजपा के लिए यह सीट हमेशा चुनौती बनती रही। बता दें, यह सीट महिला प्रत्याशियों के लिए फिसड्डी ही साबित हुई है। इसके पहले रेलम चौहान और निर्मला भूरिया को बीजेपी टिकट देकर चुनाव लड़ा चुकी है। यह दोनों ही महिला प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया से चुनाव हार चुकी है। इस बार मोदी लहर और कार्यकर्ताओं की बदौलत भाजपा प्रत्याशी अनीता चौहान का जीत का दावा कर रही है। महिला प्रत्याशियों में केवल 1962 में हुए चुनाव में कांग्रेस की जमुनादेवी को ही जीत मिल सकी है।
5 बार इस सीट पर महिला प्रत्याशी उतरी है। रेलम चौहान को भाजपा ने दिलीपसिंह भूरिया का टिकट काट कर उम्मीदवार बनाया था। तब भूरिया ने भाजपा हाइकमान को चुनौती भी दी थी। किस्मत कहे या राजनीति रेलम चौहान को हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद 2014 की मोदी लहर में जीते दिलीपसिंह भूरिया के आकस्मिक निधन के बाद उनकी पुत्री निर्मला भूरिया को उपचुनाव में उतारा गया जो कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया से हरी और सीट फिर कांग्रेस के पाले में चली गई। अब तक भाजपा की महिला प्रत्याशियों के लिए यह सीट बदकिस्मत रही है।
2019 में रतलाम लोकसभा की विधानसभा सीट पर वोटिंग का हिसाब
रतलाम शहर कुल मतदाता-204663 कुल मतदान- 149562
पुरुष-77823 महिला-71937
नोटा-972 अन्य-1142 भाजपा 100238 कांग्रेस 47100
अंतर 53138 ———–
रतलाम ग्रामीण कुल मतदाता-192974
कुल मतदान-161638 पुरुष-85161
महिला-76475 नोटा-1631 अन्य-1373 भाजपा 96854 कांग्रेस 59116 अंतर 37738 ———–
सैलाना विधानसभा कुल मतदाता-188188 कुल मतदान-161804 पुरुष-81929 महिला-79873 नोटा-3175 अन्य-14684 भाजपा 70717 कांग्रेस 72754 अंतर-2037 ———
अलीराजपुर विधानसभा कुल मतदाता-233073 कुल मतदान-160412 पुरुष-84540 महिला-75872 नोटा-6482 अन्य-10205 भाजपा-71899 कांग्रेस-71623 अंतर-276 ———–
जोबट विधानसभा कुल मतदाता-264856 कुल मतदान-180879 पुरुष-95449 महिला-85430 नोटा-6996 अन्य-12235 भाजपा-70152 कांग्रेस-88135 अंतर-18013 ———–
झाबुआ विधानसभा कुल मतदाता-275247 कुल मतदान-194449 पुरुष-99799 महिला-94650 नोटा-5629 अन्य-9088 भाजपा-86711
कांग्रेस-94311 अंतर-7600 ———
थांदला विधानसभा कुल मतदाता-235337 कुल मतदान-183196 नोटा-3369 अन्य-10011 पुरुष-92385 महिला-90800 भाजपा-93080 कांग्रेस-81312 अंतर-11768 ———
पेटलावद विधानसभा कुल मतदाता-256275 कुल मतदान-203432 पुरुष-103240 महिला-100190 नोटा-4332 अन्य-11054 भाजपा- 104085 कांग्रेस-88895 अंतर-15190