रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: चिकलिया टोल प्लाजा पर अवैध वसूली के मामले में दर्ज एफआईआर को लेकर गुर्जर समाज में आक्रोश है। शनिवार को समाज के सैकड़ों लोग रतलाम एसपी कार्यालय पहुंचे और सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया को ज्ञापन सौंपते हुए टोल कंपनी पर झूठा मामला दर्ज कराने का आरोप लगाया।

समाजजनों ने कहा कि जमुनिया निवासी सुनील गुर्जर पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। सुनील ने न तो कोई राशि की मांग की थी और न ही कोई अवैध गतिविधि की। वह तो केवल कर्मचारियों के वेतन बढ़ाने की मांग कर रहा था।
एसपी कार्यालय के बाहर समाज के लोगों ने टोल वसूलने वाली कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। इस दौरान रामस्वरूप गुर्जर ने कहा कि टोल कंपनी के अधिकारियों ने सुनियोजित तरीके से सुनील को फंसाया है। बिलपांक पुलिस ने बिना किसी जांच के एफआईआर दर्ज कर ली, जो अन्यायपूर्ण है।
समाज का कहना है कि टोल कंपनी के अधिकारी सुनील को वेतन वृद्धि की मांग करने से रोकने के लिए दबाव बना रहे थे और धमकियां भी दे रहे थे।
ज्ञापन देने के दौरान मुरलीधर गुर्जर, देवेंद्र गुर्जर, संतोष धभाई, जयदीप गुर्जर, गणेश गुर्जर, राधेश्याम गुर्जर, रूपेश गुर्जर सहित बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद रहे।
क्या है पूरा मामला:
कुछ दिन पहले चिकलिया टोल प्लाजा के अधिकारियों ने सुनील गुर्जर के खिलाफ बिलपांक थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। आरोप था कि सुनील हर महीने ₹50,000 की मांग कर रहा था और टोल के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहा था। गुर्जर समाज ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए एफआईआर को रद्द करने की मांग की है।