Laapataa Ladies in Oscar : MP में शूट हुईलापता लेडीज मूवी की ऑस्कर में एंट्री, CM मोहन यादव ने दी बधाई

फिल्म की शूटिंग मध्य प्रदेश के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में की गई है। खासकर, भोपाल के नजदीकी सीहोर जिले के गांव बमुलिया और हीरापुर में फिल्म की प्रमुख शूटिंग हुई, 97वें अकादमी अवॉर्ड्स (Oscar 2025) में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी ‘Laapataa Ladies‘.

पब्लिक वार्ता,
ENTERTAINMENT डेस्क। ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक एंट्री के रूप में आमिर खान प्रोडक्शन्स की फिल्म ‘लापता लेडीज’ (Laapataa Ladies) को चुना गया है। यह फिल्म एक सोशल ड्रामा है, जिसे किरण राव ने निर्देशित किया है। यह फिल्म इस साल 2024 में रिलीज हुई थी और दर्शकों के बीच लोकप्रिय रही थी। अब यह फिल्म 97वें अकादमी अवॉर्ड्स (Oscar 2025) में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी।

29 फिल्मों को पीछे छोड़ बनी ऑस्कर एंट्री
ऑस्कर के लिए इस बार कड़ी प्रतिस्पर्धा रही, जिसमें 29 फिल्मों की लिस्ट में ‘लापता लेडीज’ को चुना गया। अन्य प्रमुख फिल्मों में रणबीर कपूर की ‘एनिमल’, प्रभास अभिनीत ‘कल्कि 2898 एडी’, ‘तंगलान’, ‘जोरम’ और कई साउथ इंडियन फिल्में शामिल थीं। इन सबके बीच ‘लापता लेडीज’ ने अपनी खास जगह बनाई और भारत की आधिकारिक एंट्री के रूप में ऑस्कर के मंच पर जाने का मौका हासिल किया।

फिल्म की कहानी में सामाजिक संदेश
लापता लेडीज एक सामाजिक मुद्दे पर आधारित फिल्म है, जो कम उम्र में लड़कियों की शादी और उसके प्रभावों पर केंद्रित है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक लड़की जो पढ़ाई करना चाहती है, उसे जबरदस्ती शादी के बंधन में बांध दिया जाता है। फिल्म में कहानी उस वक्त एक नया मोड़ लेती है, जब दो दुल्हनों की अदला-बदली हो जाती है। इस घटना के बाद दोनों के जीवन में जो बदलाव आते हैं, वही फिल्म का मुख्य केंद्र है। फिल्म का भावनात्मक और सामाजिक संदेश दर्शकों को छूने में सफल रहा है।

मध्यप्रदेश में हुई फिल्म की शूटिंग
फिल्म की शूटिंग मध्य प्रदेश के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में की गई है। खासकर, भोपाल के नजदीकी सीहोर जिले के गांव बमुलिया और हीरापुर में फिल्म की प्रमुख शूटिंग हुई। फिल्म की शूटिंग लगभग 42 दिनों तक MP में चली। इन स्थानों की खूबसूरत और प्रामाणिक ग्रामीण पृष्ठभूमि ने फिल्म की कहानी को और प्रभावशाली बना दिया।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दी बधाई
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने फिल्म ‘लापता लेडीज’ की ऑस्कर में एंट्री पर बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक्स के माध्यम से लिखा, “97वें ऑस्कर अवॉर्ड्स 2025 की फॉरेन लैंग्वेज कैटेगरी में भारत की ओर से फिल्म ‘लापता लेडीज’ को नामित किया गया है। फिल्म की पूरी टीम और प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई। मध्य प्रदेश साहित्य, कला और फिल्म की उर्वरा भूमि है, जहां भविष्य में और भी उत्कृष्ट फिल्मों का निर्माण होगा।”

सिनेमा जगत के लिए गर्व
‘लापता लेडीज’ की ऑस्कर में एंट्री न केवल फिल्म की टीम के लिए, बल्कि पूरे देश और विशेष रूप से मध्य प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है। यह फिल्म एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगी और भारतीय सिनेमा की पहचान को और मजबूत करेगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह फिल्म ऑस्कर में कैसी प्रदर्शन करती है और भारतीय सिनेमा के लिए कितनी बड़ी उपलब्धि बनती है।

ऑस्कर में भारत का प्रतिनिधित्व
लापता लेडीज जैसी फिल्में यह दिखाती हैं कि भारतीय सिनेमा केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के गहरे मुद्दों को भी उजागर करता है। फिल्म के निर्देशन से लेकर कहानी तक, यह फिल्म भारत की कला और संस्कृति को विश्व स्तर पर ले जाने में सक्षम है। फिल्म अब नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है और दर्शक इस सामाजिक ड्रामा का आनंद ले सकते हैं।

Illegal pistol: रतलाम में अवैध हथियारों के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार, तीन पिस्टल और कारतूस बरामद

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
News डेस्क। रतलाम जिले के औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियारों के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पॉइंट 32 एमएम की तीन पिस्टल (Pistol), पांच जिंदा कारतूस और एक सफेद रंग की स्कोडा कार (MP-09-ZH-9871) बरामद की गई है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की, जिसमें तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए।

पुलिस के अनुसार मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि डेलनपुर की ओर से एक सफेद रंग की स्कोडा कार रतलाम आ रही है, जिसमें तीन व्यक्ति सवार हैं, जिनके पास अवैध पिस्टल हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने नंदलई फंटा, रतलाम-सैलाना रोड पर एक सफेद स्कोडा कार को रोक लिया। कार में तीन व्यक्ति बैठे थे, जिनसे पूछताछ करने पर उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। शक के आधार पर पुलिस ने तीनों की तलाशी ली और उनके पास से तीन अवैध पिस्टल (Illegal pistol) और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए। पुलिस ने दानिश अली (25) निवासी नयापुरा हाट रोड रतलाम, जावेद उर्फ गोलु (33) निवासी 16 शहर सराय रतलाम, व अहमद हुसैन (30) निवासी ताल नाका, जावरा को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान, दानिश अली की कमर से .32 एमएम की पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए। वहीं, जावेद और अहमद की कमर से भी .32 एमएम की पिस्टल और कारतूस मिले। तीनों आरोपियों के पास पिस्टल रखने का कोई लाइसेंस नहीं था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वे अवैध हथियार लेकर चल रहे थे।

आर्म्स एक्ट में दर्ज किया प्रकरण
आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25 और 27 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे अवैध हथियारों की सप्लाई के संबंध में पूछताछ की जा रही है। साथ ही, पुलिस आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है। पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है। फिलहाल आरोपियों से अवैध पिस्टल कहां से लाए व इसे रखने के पीछे की वजह जैसे बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार (ips Amit Kumar) के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा और नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव वारंगे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र, रतलाम वी.डी. जोशी के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। इस टीम में उपनिरीक्षक सत्येंद्र रघुवंशी, प्रधान आरक्षक योगेंद्र सिंह जादौन, दिनेश जाट, तेज सिंह जगावत, हर्षवर्धन सिंह, अमित त्यागी, जितेंद्र सिंह गौड़ सहित अन्य आरक्षकों की सराहनीय भूमिका रही।

MP News: चोरी की शंका में दलित युवक को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा, चार आरोपी गिरफ्तार

मजदूरी करके गुजरात से लौट रहा था पीड़ित, रात में पैदल अपने गांव जा रहा था तभी उसके पीछे कुछ कुत्ते पड़ गए, जिससे बचने के लिए वह भागने लगा…

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जहां चोरी के शक में एक दलित युवक को पेड़ से बांधकर क्रूरता से पीटा गया। ताल थाना क्षेत्र के नासिरगंज गांव के रहने वाले श्रवण पिता केशूराम (चंद्रवंशी) के साथ यह बर्बरता की गई। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। (MP News)

घटना 16 सितंबर की रात की है, जब श्रवण मजदूरी करके गुजरात से लौट रहा था। जिले के ताल में बस से उतरने के बाद वह पैदल अपने गांव नासिरगंज जा रहा था। रात के समय उसके पीछे कुछ कुत्ते पड़ गए, जिससे बचने के लिए वह भागने लगा। इस बीच टुंगनी गांव के कुछ ग्रामीणों ने उसे चोर समझ लिया। श्रवण ने स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने उसकी बातों को नजरअंदाज करते हुए उसे पेड़ से बांध दिया और लकड़ियों, लात-घूंसों से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।

वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने की कार्रवाई
मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया। जांच में पता चला कि आरोपी दशरथ सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, बबलू सिसौदिया और बाबूलाल हाड़ा ने श्रवण को पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई की थी। श्रवण के पिता केशूराम की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

युवक के हाथ-पैर हुए फ्रैक्चर
मारपीट में श्रवण के हाथ-पैर फ्रैक्चर हो गए हैं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। श्रवण मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पालता है, लेकिन इस घटना ने उसकी जिंदगी में त्रासदी ला दी है। ताल थाना पुलिस ने आरोपियों दशरथ सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, बबलू सिसौदिया और बाबूलाल हाड़ा के खिलाफ आईपीसी की धारा 126(2), 296, 115(2), 351(2), 3(5) बीएनएस और एससी-एसटी एक्ट की धारा 3(1)द, 3(1)ध, 3(2)VA के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोग इस क्रूरता की निंदा कर रहे हैं। स्थानीय समाजिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।

Gold Price On High: सोने की कीमत ने छुआ नया ऑल टाइम हाई, सोने पर प्रति 10 ग्राम और चांदी पर किलो के हिसाब से भाव तेज

लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो सोना और चांदी में अभी भी निवेश का अच्छा मौका हो सकता है, सोना साल के आखिर तक 78 हजार और चांदी 1 लाख तक पहुंच सकती है!

पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। सोने की कीमतें (Gold Price) आज फिर एक नए शिखर पर पहुंच गई हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, मंगलवार को 24 कैरेट सोने की कीमत में 204 रुपए की बढ़त दर्ज की गई, जिसके बाद 10 ग्राम सोने का भाव 74,671 रुपए हो गया। यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। सोमवार को सोने की कीमत 74,467 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। 

चांदी की कीमत (Silver Price) में भी उछाल देखा गया है। चांदी 312 रुपए महंगी होकर 88,068 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जबकि सोमवार को यह 87,756 रुपए पर थी। इस साल चांदी ने 29 मई को 94,280 रुपए प्रति किलोग्राम का ऑल टाइम हाई छुआ था।

सोने की कीमत में 11,319 रुपए की बढ़त
साल 2024 की शुरुआत में 1 जनवरी को सोने की कीमत 63,352 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। इसके बाद से अब तक इसमें 11,319 रुपए का इजाफा हो चुका है। इसी तरह, चांदी की कीमत भी साल के शुरुआत में 73,395 रुपए प्रति किलोग्राम थी, जो अब 88,068 रुपए हो गई है।

4 महानगरों और भोपाल में सोने की कीमतें (24 सितंबर 2024)

– दिल्ली: 22 कैरेट सोने की कीमत 70,150 रुपए और 24 कैरेट सोने की कीमत 76,510 रुपए प्रति 10 ग्राम है।

– मुंबई: 22 कैरेट सोने की कीमत 70,000 रुपए और 24 कैरेट सोने की कीमत 76,360 रुपए प्रति 10 ग्राम है।

– कोलकाता: 22 कैरेट सोने की कीमत 70,000 रुपए और 24 कैरेट सोने की कीमत 76,360 रुपए प्रति 10 ग्राम है।

– चेन्नई: 22 कैरेट सोने की कीमत 70,000 रुपए और 24 कैरेट सोने की कीमत 76,360 रुपए प्रति 10 ग्राम है।

– भोपाल: 22 कैरेट सोने की कीमत 70,050 रुपए और 24 कैरेट सोने की कीमत 76,410 रुपए प्रति 10 ग्राम है।

सोना साल के आखिर तक 78 हजार और चांदी 1 लाख तक पहुंच सकती है!
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतें आगे और बढ़ सकती हैं। HDFC सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी हेड अनुज गुप्ता के अनुसार, सोना इस साल के अंत तक 78,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है, जबकि चांदी 1 लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक जा सकती है।

क्या हैं सोने और चांदी की कीमतों में उछाल के कारण?
विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग और अमेरिकी डॉलर में कमजोरी, वैश्विक अस्थिरता, और निवेशकों की रुचि में बढ़ोतरी के कारण सोने और चांदी की कीमतों में तेजी आई है। इसके अलावा, त्योहारी सीजन और शादी-ब्याह के मौसम में मांग बढ़ने से भी कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है।

निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञ निवेशकों को सलाह दे रहे हैं कि अगर वे लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो सोना और चांदी में अभी भी निवेश का अच्छा मौका हो सकता है। वहीं, शॉर्ट टर्म में निवेश करने वालों को बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए सावधानी से निवेश करने की सलाह दी जा रही है। सोने और चांदी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, और आने वाले महीनों में इनकी कीमतें और भी अधिक बढ़ने की संभावना है। ऐसे में निवेशकों को सोने और चांदी में निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति को समझकर सही फैसला लेना चाहिए।

Indore News : भूतपूर्व छात्र मिलन समारोह, छात्रों ने दी सामाजिक एकता की मिसाल, आदिवासी परंपरा में झूमे पूर्व छात्र

इंदौर – पब्लिक वार्ता,
प्रदीप रावत। राजीव गांधी बालक छात्रावास, भंवरकुआ में भूतपूर्व छात्र मिलन समारोह धूमधाम से आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों ने सामाजिक एकता का संदेश दिया। इस विशेष आयोजन में अनुसूचित जनजाति हॉस्टल के पूर्व छात्रों ने वर्तमान छात्रों के साथ मिलकर कार्यक्रम का आनंद लिया। समारोह में आदिवासी परंपरा के वाद्य यंत्रों—ढोल, फेफरिये—की धुन पर सभी ने जमकर नृत्य किया। पूर्व छात्रों का पुष्पहार से स्वागत किया गया और ट्रॉफी के रूप में स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। (Indore News)

अतीत से वर्तमान तक का सफर
राजीव गांधी बालक छात्रावास में सन 1993 से 2024 तक शिक्षा प्राप्त करने वाले पूर्व छात्रों ने इस मिलन समारोह का आयोजन किया, जिसमें कई पूर्व छात्र आज शासकीय पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपने अनुभवों को वर्तमान छात्रों के साथ साझा किया और उन्हें भविष्य की शिक्षा व्यवस्था के बारे में मार्गदर्शन दिया। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और एक-दूसरे का पुष्पों की वर्षा से स्वागत किया।

समारोह में सम्मानित हुए वरिष्ठ अधिकारी
इस अनूठे मिलन समारोह में कई सरकारी कर्मचारी और अधिकारी शामिल हुए, जिनमें एमपीबी के मुख्य महाप्रबंधक श्री प्रकाश चौहान, सहायक संचालक रविंद्र देवड़ा, आबकारी अधिकारी रमेश सिसोदिया, पीडब्ल्यूडी के देवराम मालवीय, सहायक मानचित्रकार जामसिंह चौहान, और असिस्टेंट प्रोफेसर सज्जन सिंह मौर्य प्रमुख थे। इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस मिलन समारोह का हिस्सा बने।

अनुभवों का साझा करना
कार्यक्रम में भूतपूर्व छात्रों ने अपने संघर्ष और सफलता की कहानियां सुनाई, जिससे वर्तमान छात्रों को प्रेरणा मिली। उन्होंने बताया कि छात्रावास के दिन उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा थे, और अब वे अपने कार्यक्षेत्र में भी उसी लगन और एकता को बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं।
इस भव्य आयोजन का संचालन  वीरेंद्र पटेल, सुरेश चौहान, सुरेंद्र डोडवे, मनोहर मडलोई, मगन भाबर और महेश गिरवाल द्वारा किया गया। इस भूतपूर्व छात्र मिलन समारोह ने न केवल छात्रों के बीच सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश फैलाया, बल्कि यह भी साबित किया कि शिक्षा के माध्यम से कैसे व्यक्ति समाज में अपने कर्तव्यों को पूरा कर सकता है।

MP’s Vyapam Scam: सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया, 11 साल में कहां पहुंची जांच!

व्यापमं घोटाले (Vyapam Scam) में 2010 से 2013 तक की अवधि में हुए भ्रष्टाचार पर जिम्मेदार अधिकारियों से पूछताछ की मांग, एसटीएफ और सीबीआई पर घोटाले की जांच में बड़े अधिकारियों को बचाने का आरोप!

भोपाल – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। सुप्रीम कोर्ट ने बहुचर्चित व्यापमं घोटाले (Vyapam Scam) के मामले में सीबीआई और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है। यह नोटिस पूर्व विधायक और व्यापमं घोटाले के व्हिसिल ब्लोअर पारस सकलेचा द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के बाद जारी किया गया। सकलेचा ने व्यापमं घोटाले में 2010 से 2013 तक की अवधि में हुए भ्रष्टाचार पर जिम्मेदार अधिकारियों से पूछताछ की मांग की थी, जो पहले इंदौर हाईकोर्ट द्वारा खारिज कर दी गई थी।

आपको बता दे 2013 में मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले का पर्दाफाश हुआ था। माना जाता है कि आजाद भारत में व्यापमं सबसे बड़ा घोटाला रहा। मामले में जब जांच शुरू हुई तो जांचकर्ता और आरोपियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने लगी। घोटाले के तार मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड, आंध्र प्रदेश समेत राज्यों से जुड़े होने की बात सामने आई। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट में यह मामला पहुंचने पर इस मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) को सौंप दी गई।

व्यापमं घोटाला जांच में गड़बड़ी के आरोप
पारस सकलेचा ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि एसटीएफ और सीबीआई ने व्यापमं घोटाले की जांच में बड़े अधिकारियों को बचाने के लिए कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को शामिल नहीं किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जांच में लीपापोती की गई है और सिर्फ छोटे रैकेटियर, दलाल, स्कोरर, छात्र और अभिभावकों पर ही कार्रवाई की गई है। सकलेचा का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर चलने वाला रैकेट सरकार और प्रशासन की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।

850 पेज का दस्तावेजी साक्ष्य पेश
सकलेचा ने अपने आवेदन में लगभग 850 पेज के दस्तावेजी साक्ष्य पेश किए हैं, जिसमें उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा सचिव, और व्यापमं के उच्च अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। सकलेचा का दावा है कि इन बड़े अधिकारियों की संलिप्तता के बिना व्यापमं जैसा बड़ा घोटाला संभव नहीं था।

इंदौर हाईकोर्ट से निरस्त हुई थी याचिका
इससे पहले, पारस सकलेचा ने व्यापमं घोटाले को लेकर इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे 19 अप्रैल 2024 को खारिज कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां पर आज जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की बेंच ने सीबीआई और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है।

आरोप: बड़े अधिकारियों पर नहीं हुई कार्रवाई!
सकलेचा ने अपने आवेदन में कहा कि एसटीएफ और सीबीआई को व्यापमं घोटाले के बारे में विस्तृत जानकारी और दस्तावेज देने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने एसटीएफ को 350 पेज का आवेदन और मौखिक साक्ष्य के अलावा 240 पेज के दस्तावेज सौंपे थे। इसके बावजूद, बड़े अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और केवल छोटे स्तर के लोगों पर ही शिकंजा कसा गया।

प्रशासन और सरकार की भूमिका पर सवाल
पारस सकलेचा ने कहा कि व्यापमं घोटाले की जांच में प्रशासन और सरकार की भूमिका संदिग्ध रही है। उन्होंने बताया कि 2009 में जब व्यापमं घोटाले का पर्दाफाश हुआ था, तब भी निजी चिकित्सा महाविद्यालयों की भर्ती की जांच नहीं की गई, जबकि यह भी घोटाले का एक प्रमुख हिस्सा था।

व्यापमं घोटाला खुलासे से जुड़े व्हिसलब्लोअर डॉ आनंद राय व पूर्व विधायक पारस सकलेचा

अब आगे क्या ?
व्यापमं घोटाले (Vyapam) की जांच को लेकर पारस सकलेचा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और क्या बड़े अधिकारियों पर कोई कार्रवाई की जाती है। गौरतलब है की व्यापमं घोटाले को करीब 11 साल हो चुके है। मध्यप्रदेश सरकार के मुताबिक रिश्वत लेकर प्रवेश परीक्षाओं और भर्तियों में नकल करने के मामले में 4046 लोगों को आरोपी बनाया गया। इसमें से 956 आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पाई है। वहीं CBI ने 1242 लोगों को आरोपी बनाया है। गौर करने वाली बात यह है कि इस मामले में मध्य प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नरेश यादव के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज है। इतना ही नहीं व्यापमं घोटाले में तत्कालीन शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। एक अनुमान के मुताबिक घोटाले से जुड़े 40 से ज्यादा लोगों की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो चुकी है। इनमें टीवी चैनल आजतक के पत्रकार अक्षय सिंह भी शामिल है, जिनकी मौत झाबुआ में एक इंटरव्यू के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी। घोटाले के व्हिसलब्लोअर डॉक्टर आनंद राय बताते हैं कि यह घोटाला पूरी तरह से पिरामिड की तरह काम कर रहा था। इस पिरामिड में सबसे नीचे स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स थे। जबकि ऊपर रसूखदार लोग थे, जिन्हें इस पूरे घोटाले का पैसा जा रहा था। जो रसूखदार लोग थे उन्हें कभी जेल नहीं हुई। कुछ लोग जेल गए भी तो सबूत के अभाव में छूट गए।