रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: जिले के बिलपांक थाना क्षेत्र अंतर्गत कमेड़ गांव में सोमवार को दो पक्षों के बीच हुए विवाद के बाद आगजनी की घटना सामने आई। मामले के बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया, लेकिन पुलिस व प्रशासन की मुस्तैदी से स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है। फिलहाल गांव में क्यूआरएफ (Quick Reaction Force) समेत करीब 150 पुलिसकर्मी तैनात हैं और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, गांव के वली मोहम्मद और पास के गांव धनसेरा निवासी लालसिंह के बीच किसी डंपर के फोटो लेने को लेकर विवाद हुआ। यह विवाद गांव से दूर हुआ, लेकिन बात बढ़ते-बढ़ते गांव तक पहुंच गई। आरोप है कि वली मोहम्मद ने लालसिंह पर चाकू से हमला किया, जिससे उसके सिर में चोट आई। जैसे ही यह खबर गांव में फैली, बस स्टैंड चौराहे पर भीड़ जमा हो गई।

इसी दौरान वली मोहम्मद का बेटा एजाज मंसूरी भी वहां पहुंचा और लालसिंह से झगड़ने लगा। तनाव बढ़ता देख पुलिस को सूचना दी गई, जिसने समय रहते दोनों पक्षों को अलग किया। लेकिन इसी बीच भीड़ ने मुख्य सड़क पर स्थित वली मोहम्मद की गुमटी में आग लगा दी।
आगजनी पर एक्शन, गुमटी जेसीबी से हटाई
रतलाम से फायर ब्रिगेड बुलाई गई और आग पर काबू पाया गया। बाद में जब प्रशासन ने जांच की तो पाया कि गुमटी बिना अनुमति के और दूसरे की जमीन पर रखी गई थी। इसके बाद उसे जेसीबी से हटा दिया गया।
आरोपियों पर मामला दर्ज
बिलपांक पुलिस ने वली मोहम्मद और उसके बेटे एजाज मंसूरी के खिलाफ मारपीट और आगजनी का केस दर्ज किया है। एजाज को हिरासत में लिया गया है, जबकि वली मोहम्मद की तलाश जारी है।
गांव में फैला सन्नाटा, लेकिन माहौल शांत
घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ बुजुर्ग लोग ही घरों के बाहर दिखाई दिए, लेकिन उन्होंने ज्यादा कुछ बोलने से इनकार कर दिया। ग्राम पंचायत प्रतिनिधि श्यामलाल शर्मा ने बताया कि यह मामला दो व्यक्तियों का आपसी व पुराना विवाद है, जिसे कुछ लोगों ने तूल देने की कोशिश की, लेकिन पुलिस व प्रशासन की तत्परता से स्थिति नियंत्रण में है।
गांव की प्रमुख जानकारी:
- गांव का नाम: कमेड़
- जिला मुख्यालय से दूरी: लगभग 40 किलोमीटर
- कुल आबादी: करीब 3,000
- घरों की संख्या: लगभग 200
- सामाजिक संरचना: पाटीदार समाज के 90, मुस्लिम समाज के 60, अन्य समाज के 30 से अधिक घर
पुलिस की तैनाती और स्थानीय सहयोग
घटना के बाद पुलिस, प्रशासन व QRF की टीमें गांव में तैनात हैं। एएसपी राकेश खाखा, एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्राम पंचायत और ग्रामीणों ने भी पुलिस बल की रुकने और भोजन व्यवस्था में सहयोग किया।