सवाल सुरक्षा का : अस्पताल में दो पक्षो ने जमकर मचाया उत्पात, 5 आरोपी गिरफ्तार अन्य फरार

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp
Telegram

कहां थे सरकारी अस्पताल के सुरक्षा गार्ड?, क्या खत्म हो रही है परफेक्ट पुलिसिंग?

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। रतलाम शासकीय जिला अस्पताल में शनिवार रात करीब 1 बजे दो पक्ष आपस में भिड गए। जिसके हाथ जो लगा, उसे उठाकर एक दूसरे पर हमला किया। अस्पताल के जांच काउंटर का कांच तोड़ डाला। फायर एक्सटेंशन उखाड़कर उसे भी इस्तेमाल किया। करीब 20 मिनट तक जमकर उत्पात मचाया। इस वक्त तक वीडियो जमकर वायरल हो रहे है। इससे भी मारपीट की। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी बेबस होकर केवल वीडियो बनाती रहे। दरअसल शहर के मदीना कॉलोनी में एक परिवार के दो गुटों में प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। अस्पताल में झगड़ने से पहले भी मारपीट हुई। एक गुट के कुछ लोग माणक चौक थाने में रिपोर्ट लिखाने पहुंचे। मारपीट में घायल के मेडिकल के लिए पुलिस जवान उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। इतने में दूसरे पक्ष के लोग आ गए। दोनों पक्षों में कहासुनी हुई और मारपीट शुरू हो गई। अस्पताल में मौजूद मरीज डॉक्टर व स्टाफ घबराकर इधर उधर भागने लगे।

देखे वीडियो : किस तरह मचता रहा अस्पताल में उत्पात

पुलिस ने एक पक्ष के शौकत की रिपोर्ट पर शाकिर, नासिर और तीन अन्य के खिलाफ केस किया है। दूसरे पक्ष के समीर की शिकायत पर अबरार, अंसार, रमजानी, आसिफ के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया है। अस्पताल में तोड़फोड़ पर सीएमएचओ की शिकायत पर भी केस दर्ज किया गया है। जिसमें कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रविवार 5 लोगों को गिरफ्तार किया व अन्य फरार है।

सुरक्षा गार्ड की अनुपस्थिति और पुलिस की देरी?
घटनाक्रम के दौरान शासकीय जिला अस्पताल की चौकी में एक ही पुलिस जवान था। दूसरा जवान माणकचौक पुलिस का मेडिकल कराने एक पक्ष के लोगों को लेकर आया था। दोनों ही जवान उत्पात मचाती भीड़ के सामने बेबस थे। दोनों पुलिस जवान केवल सबूत के तौर पर वीडियो बनाने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार करीब 25 मिनट तक पुलिस का बेक फोर्स नहीं आया। तब तक अपराधी उत्पात मचाकर रवाना हो चुके थे। ऐसे में पुलिसिंग पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है। क्या जिले में पुलिकर्मियों की इस कदर कमी है की घटना के दौरान पहुंचने में देरी लग रही है? क्या शहर या जिले में परफेक्ट पुलिसिंग अब खत्म होती जा रही है?   वहीं अस्पताल में केवल 1 गार्ड मौजूद था। जबकी अस्पताल में अन्य कमरों में रजिस्टर के अंदर करीब 5 से 7 गार्ड ऑन डयूटी रहते है। जिनकी जिम्मेदारी शासकीय अस्पताल की सुरक्षा की है। लेकिन जब मारपीट और तोड़फोड़ हो रही  थी तब कोई नहीं था। ऐसे में सीएमएचओ आनंद चन्देलकर केवल शिकायत कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकते।

इनको किया गिरफ्तार
अस्पताल में उत्पात मचाने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। जिसके बाद रविवार को समीर उर्फ बाबु पिता साबीर हुसैन निवासी 25 हाट रोड़, गोलु उर्फ अफसार पिता शौकतहुसैन निवासी हाट की चौकी वेदव्यास कालोनी, माहिद उर्फ अप्पु पिता नासीर हुसैन निवासी सुभाष नगर, पीर मोहम्मद उर्फ ईम्मु पिता मान खाँ फकीर निवासी सुभाष नगर, रमजानी पिता खेराती निवासी वेदव्यास कालोनी को गिरफ्तार किया है। वहीं अबरार, अंसार, आसीफ हुसैन, आमीन हुसैन, साबिर हुसैन एवं अन्य साथी फरार है जिनकी तलाश की जा रही है।

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp
Telegram

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *