पाली राजस्थान- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Rajasthan News: राजस्थान के पाली मारवाड़ क्षेत्र के गुर्जर समाज ने नशा मुक्ति की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए विवाह, नोतरा, मौसर व अन्य शुभ-अशुभ आयोजनों में अफीम, डोडा पोस्त के उपयोग पर पूर्ण रूप से रोक लगाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से न केवल पाली मारवाड़ बल्कि पूरे राजस्थान व अन्य राज्यों के गुर्जर समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

यह निर्णय भगवान श्री देवनारायण जी मंदिर ट्रस्ट देव डूंगरी तथा 11 हथाई के गुर्जर समाजजनों द्वारा आपसी विचार-विमर्श के बाद लिया गया। पाली मारवाड़ गुर्जर समाज के जिला अध्यक्ष बाबूलाल पोसवाल ने बताया कि ऐसे आयोजनों में अफीम और डोडा पोस्त के उपयोग से आयोजक परिवारों को 1 से 10 लाख रुपए तक का अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता था, जिससे समाज आर्थिक रूप से पिछड़ रहा था।
लगभग 350 से अधिक गांवों की महापंचायत में यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया। साथ ही शादियों में डीजे, गाड़ियों का उपयोग व दूल्हे द्वारा दाढ़ी रखने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। इन नियमों का उल्लंघन करने पर संबंधित परिवार पर ₹2,51,000 का आर्थिक दंड व समाज से बहिष्कार का कठोर निर्णय लिया गया है।
सचिन केवतराम बजाड व राजूराम मीणदार ने इस निर्णय को तुरंत प्रभाव से लागू करने की जिम्मेदारी गांव-गांव के गुर्जर पंचों और सरपंचों को सौंपी है।
इस अनुकरणीय फैसले से रतलाम नगर सहित पूरे गुर्जर समाज में हर्ष और उत्साह की लहर है। रतलाम श्री गुर्जर समाज युवा इकाई अध्यक्ष मुरलीधर गुर्जर, राधेश्याम गुर्जर, रूपेश गुर्जर, अर्जुन गुर्जर, सूरज गुर्जर, मन्नालाल गुर्जर, रवि गुर्जर, मनोहर गुर्जर, राहुल गुर्जर, रघुवीर गुर्जर, पवन गुर्जर, कमल गुर्जर, किशन गुर्जर, रूप सिंह गुर्जर सहित अन्य समाजजनों ने इस फैसले की सराहना करते हुए इसे समाज सुधार की दिशा में मील का पत्थर बताया है।
पाली मारवाड़ गुर्जर समाज ने विवाह व अन्य आयोजनों में अफीम-डोडा पर पूर्ण रोक लगाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। समाज से नशा मुक्ति की पहल पर रतलाम गुर्जर समाज में खुशी की लहर।