Ratlam News: ऑपरेशन मुस्कान की बड़ी सफलता: रतलाम पुलिस ने 67 गुमशुदा बच्चों को परिजनों से मिलाया, चार राज्यों से ढूंढ निकाले मासूम

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क।Ratlam News: रतलाम पुलिस ने “ऑपरेशन मुस्कान” के तहत मई माह में एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए कुल 67 गुमशुदा या अपहृत बच्चों को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया। यह मानवीय अभियान कई परिवारों के लिए राहत की सांस और आंखों में खुशी के आंसू लेकर आया।

पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर 1 मई से जिले में ऑपरेशन मुस्कान अभियान चलाया गया। एसपी अमित कुमार के निर्देशन और एसएसपी राकेश खाखा के मार्गदर्शन में सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि वे गुमशुदा व अपहृत बच्चों की तलाश कर उन्हें उनके स्वजनों से मिलाएं।

साइबर सेल और मुखबिर तंत्र से मिली मदद

इस अभियान के अंतर्गत सभी थानों पर विशेष टीमों का गठन किया गया, जिसमें साइबर सेल और जेएबी शाखा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। परिजनों के कथन, मुखबिर तंत्र और तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से पुलिस ने 67 बच्चों का पता लगाकर उन्हें सुरक्षित उनके घर पहुंचाया।

इनमें से 9 बालक और 58 बालिकाएं शामिल हैं, जिन्हें मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान और अन्य राज्यों से तलाश कर लाया गया।

वर्षों से लापता बच्चों को भी ढूंढा

पुलिस की यह सफलता सिर्फ हालिया मामलों तक सीमित नहीं रही।

  • थाना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने 2019 से लापता एक बालिका को भी खोज निकाला।
  • इसी तरह 2023 से लापता एक बालिका, 2024 से लापता एक बालक और 7 बालिकाएं,
  • तथा 2025 में लापता हुए 8 बालक और 49 बालिकाएं बरामद की गईं।

परिवारों के लिए बड़ी राहत

इस ऑपरेशन ने जहां पुलिस की संवेदनशीलता और तकनीकी दक्षता को उजागर किया, वहीं दूसरी ओर इन बच्चों के परिजनों के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं था। बच्चों की वापसी पर उनके घरों में खुशी का माहौल बन गया और कई आंखों से आंसू छलक उठे।

Sustainable Electricity: 2035 तक चाहिए 100% रिन्यूएबल बिजली: ग्लोबल बिज़नेस लीडर्स ने सरकारों को दिया अल्टीमेटम

नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Sustainable Electricity: दुनिया भर के कारोबारी नेताओं ने साफ़ संदेश दिया है – अब वक्त आ गया है कि सरकारें कोयला और गैस जैसे पारंपरिक ईंधनों से हटकर सौर और पवन ऊर्जा पर पूरी तरह शिफ्ट हों। एक नए वैश्विक सर्वे के मुताबिक, 15 देशों के 97% बिज़नेस लीडर्स चाहते हैं कि 2035 तक बिजली उत्पादन पूरी तरह रिन्यूएबल सोर्स से हो।

इस सर्वे को Savanta ने किया और E3G, Beyond Fossil Fuels व We Mean Business Coalition ने कमिशन किया था। इसमें शामिल मिड और बड़ी कंपनियों के टॉप एक्ज़ीक्यूटिव्स ने बताया कि अगर उनकी सरकारें रिन्यूएबल एनर्जी की दिशा में तेजी नहीं दिखाएंगी, तो वे अपने ऑपरेशन्स और सप्लाई चेन उन देशों में शिफ्ट कर सकती हैं, जहां ये सुविधाएं बेहतर हैं।

रिन्यूएबल एनर्जी = विकास और सुरक्षा
सर्वे में 75% नेताओं ने माना कि सौर और पवन ऊर्जा से ऊर्जा सुरक्षा बढ़ेगी, जबकि 77% ने इसे आर्थिक विकास से जोड़ा। जर्मनी के 78% लीडर्स ने कहा कि इससे उनके देश को महंगे और अस्थिर ऊर्जा आयात से राहत मिलेगी।

ये अब पर्यावरण नहीं, बिज़नेस का मामला है”
Iberdrola के क्लाइमेट डायरेक्टर गोंज़ालो साएंज दे मीरा ने कहा, “रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश अब CSR नहीं, बल्कि स्मार्ट बिज़नेस स्ट्रैटेजी है। इससे लॉन्ग-टर्म ग्रोथ और कीमतों में स्थिरता आती है।”

Schneider Electric के स्टुअर्ट लेमन ने कहा कि रिन्यूएबल अपनाने वाली कंपनियां इनोवेशन और कॉस्ट सेविंग में आगे रहेंगी।

भारत समेत कई देशों में दिखा मज़बूत समर्थन

  • भारत: 93% कारोबारी नेताओं ने रिन्यूएबल में तेज़ निवेश की मांग की।
  • इंडोनेशिया: 94% समर्थन।
  • ब्राज़ील: 89% लीडर्स 2035 तक पूरी तरह रिन्यूएबल शिफ्ट के पक्ष में।
  • ऑस्ट्रेलिया: 60% ने कहा, इससे नई नौकरियां बनेंगी।
  • तुर्किए: 81% समर्थन, लेकिन 39% ने फॉसिल फ्यूल लॉबी को रुकावट बताया।
  • जापान और कनाडा: पॉलिसी पारदर्शिता और वर्कफोर्स री-स्किलिंग की ज़ोरदार मांग।

गैस नहीं, सीधा रिन्यूएबल चाहिए
करीब दो-तिहाई लीडर्स का मानना है कि कोयला हटाने के बाद गैस को मिडवे सॉल्यूशन न बनाया जाए। सीधे रिन्यूएबल, स्टोरेज और ग्रिड पर फोकस किया जाए।

सरकारों को चाहिए क्लियर पॉलिसी
कंपनियों ने चेताया कि धीमी परमिटिंग और अस्पष्ट लक्ष्यों से निवेश का माहौल बिगड़ता है। उन्हें क्लियर रोडमैप, री-स्किलिंग प्लान और जॉब क्रिएशन की ज़रूरत है।

“ये क्लाइमेट नहीं, कॉम्पिटिशन की रेस है”
We Mean Business Coalition की CEO मारिया मेंडीलूसे ने कहा, “रिन्यूएबल एनर्जी अब वैश्विक प्रतिस्पर्धा का मुद्दा है। जो देश पहले कदम उठाएंगे, वहीं भविष्य की नौकरियां और निवेश आकर्षित करेंगे।”

MP Weather Alert: अगले 2 दिन मौसम रहेगा खराब या निकलेगी धूप, इन जिलों में बारिश का अलर्ट

उज्जैन में रामघाट डूबा, रतलाम की सड़कों पर भरा पानी: कई जिलों में गरज चमक के साथ हल्की बारिश; अब तक 17% ज्यादा बरसा मानसून

भोपाल – पब्लिक वार्ता,
MP Weather Alert: मध्य प्रदेश में एक बार फिर से जोरदार बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों में 2 दिन के लिए मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जारी किया है। 30 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, वहीं कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना जताई गई है। मध्यप्रदेश में रविवार को उज्जैन, ग्वालियर और रतलाम समेत कुछ जिलों में बारिश हुई। उज्जैन में शिप्रा का रामघाट डूब गया। रतलाम में दोपहर में तेज बारिश से शहर की सड़कें पूरी तरह से जलमग्न हो गई। शाम 5:30 बजे अंधेरा सा छा गया, जिसके चलते वाहनों चालकों को हेडलाइट्स ऑन कर गाड़ियां चलानी पड़ी। कई जगह गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली भी गिरी है।

किन जिलों में बारिश का अलर्ट?
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम यूपी पर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश पर प्रभाव पड़ रहा है, जिससे कई जिलों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। रतलाम में अब तक 42.81 इंच के करीब वर्षा हो चुकी है, जो की सामान्य से 6.96 इंच ज्यादा है।

30 सितंबर को इन जिलों में बारिश की संभावना
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, झाबुआ, धार, अलीराजपुर, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, मंदसौर, शाजापुर, आगर मालवा।

1 अक्टूबर को इन जिलों में बारिश का पूर्वानुमान
मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योंपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, शहडोल, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, पांढुरना।

प्रदेश में अब तक कितनी हुई बारिश?
मध्य प्रदेश में 1 जून से 27 सितंबर तक औसत से 17% अधिक बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 13% और पश्चिमी मध्य प्रदेश में 19% अधिक बारिश हो चुकी है। इस साल अब तक प्रदेश में 43.6 इंच बारिश दर्ज की गई है, जबकि सामान्यतः इस अवधि में 37.2 इंच बारिश होती है। यह सामान्य से 17% ज्यादा है। मंडला ऐसा जिला है, जहां सबसे ज्यादा 60.5 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी प्रदेश में दूसरे नंबर पर है। यहां 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है।

विशेष रूप से श्योपुर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है, जहां औसत से 98% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। यहां 657.3 मिमी की तुलना में 1320.2 मिमी बारिश हो चुकी है। वहीं, रीवा, इंदौर और उज्जैन में अपेक्षाकृत कम बारिश दर्ज की गई है। मध्यप्रदेश में मानसून के इस आखिरी दौर के बाद 1 अक्टूबर से मौसम के साफ होने की संभावना है।

मौसम की मार : तपती गर्मी में अचानक शुरू हुई तेज बारिश, सैलाना में आकाशीय बिजली गिरने से युवक की मौत

रतलाम समेत कई जिलों में अलर्ट जारी, सप्ताह भर ऐसा ही रहेगा मौसम

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में पिछले तीन दिन से आंधी, बारिश और ओले गिरने का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आने वाले तीन दिन तक प्रदेश में ऐसा ही मौसम रहने की चेतावनी दी है। मध्य प्रदेश में 10 से 13 अप्रैल तक मौसम खराब रहने पूर्वानुमान है। रतलाम के लिए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। जिले में शाम 5 बजे से शुरू हुई तेज बारिश ने सभी को हैरत में डाल दिया। रुक रुक कर तेज बारिश होती रही। जिले के ग्रामीण में ओला वृष्टि भी देखी गई। आपको बता दे बुधवार से प्रदेश में बेमौसम बारिश का मौसम जारी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में 21 जिलों में बारिश का अनुमान जताया है।

जिले के सैलाना में एक युवक पर आकाशीय बिजली गिर जाने से उसकी मृत्यु हो गई। मिली जानकारी के अनुसार सैलाना की गीताभवन गली निवासी अंकित पिता प्रकाश रजक उम्र23 वर्ष बायपास रोड पर बन्टी ढाबे के पास था कि उस पर बिजली गिरी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। युवक के शव को मेडीकल कालेज ले जाया गया है, जहां उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और अरब सागर, बंगाल की खाड़ी से नम हवाओं के आने से मध्य प्रदेश में तीन दिन मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जताया गया है।  यही नहीं राजस्थान और महाराष्ट्र के ऊपर दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय हैं। ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। 10-11 अप्रैल को एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। इससे मौजूदा सिस्टम और भी मजबूत हो जाएगा। इस कारण एक सप्ताह तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। मौसम विभाग ने पश्चिमी मध्य प्रदेश के हिस्सों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का रेड अलर्ट जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश के हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

यहां बारिश का अनुमान
वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारों का कई जिलों में अनुमान है। इनमें शहडोल और उज्जैन संभाग, भोपाल, विदिशा, राजगढ़, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, झाबुआ, धार, इंदौर, रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, पन्ना, दमोह और सागर शामिल हैं। नर्मदापुरम संभाग के जिलों में, रायसेन, सिहोर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और पांढुर्णा शामिल हैं।

यहां के लिए चेतावनी 
बिजली गिरने के साथ आंधी 
शहडोल संभाग के जिलों में, भोपाल, विदिशा, राजगढ़, खरगौन, बड़वानी झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, अगरमालवा, मंदसौर, नीमच, रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, मंडला, पन्ना, दमोह और सागर जिलों में ।

ओलावृष्टि व वज्रपात के साथ आंधी 
रायसेन सिहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, नारसिंहपुर, उज्जैन, देवास, शाजापुर और बालाघाट जिलों में। 

यहां पर ओलावृष्टि का रेड अलर्ट
बैतूल छिंदवाड़ा सिकनी और पांढुर्णा जिलों में।