भाजपा में बड़ा बदलाव : हाईकमान ने प्रदीप उपाध्याय को जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी, मंत्री काश्यप ने दी बधाई

जानिए कुछ बड़ी बातें, जिससे उपाध्याय जिलाध्यक्ष की दौड़ में रहे आगे!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। रतलाम भाजपा को नया जिलाध्यक्ष आखिरकार मिल गया। भाजपा हाईकमान ने जिला महामंत्री और कद्दावर भाजपा नेता प्रदीप उपाध्याय को जिलाध्यक्ष घोषित किया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने शुक्रवार रात 8 बजे करीब 4 नए जिलाध्यक्ष की सूची जारी की। जिसमें रतलाम सहित बालाघाट, बुराहनपुर व छतरपुर शामिल है। आपको बता दे राजेंद्रसिंह लुनेरा के कार्यकाल से भाजपा संगठन काफी नाराज चल रहा था। ऐसे में भाजपा लगातार जिले को नया चेहरा देने की जुगत में लगी थी। चुनाव से पहले ही संगठन ने अपनी खोज शुरू कर दी थी। मगर चुनाव के कारण यह प्रक्रिया टाल दी गई थी। गौरतलब है की इस दौड़ में रतलाम के कई नेता भी जुगत में लगे थे। मगर सभी के अरमानों पर उपाध्याय की घोषणा के बाद पानी फिर गया।

भाजपा द्वारा जारी सूची

जिले के नवनियुक्त भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय को कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने अंगवस्त्र पहनाकर बधाई दी और मिठाई खिलाई। नवनियुक्त जिलाध्यक्ष उपाध्याय ने नियुक्ति पर मंत्री काश्यप का आभार व्यक्त किया। पार्टी के जिला, मंडल, मोर्चा एवं प्रकोष्ठ केे पदाधिकारी सहित कई कार्यकर्ताओं ने  उपाध्याय का स्वागत कर उन्हें बधाई दी।

  • जानिए ये बड़ी बातें
  • प्रदीप उपाध्याय संगठन स्तर पर लगातार सक्रिय रहे। भाजपा के बड़े आयोजनों में अहम भूमिका निभाई। विधायक व कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप के करीबी है, उन्होंने भी नाम आगे बढ़ाया।
  • उपाध्याय का प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानन्द शर्मा से सीधा संपर्क है। इसके अलावा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से पुरानी मित्रता है। साथ ही अन्य नेताओं में भी पकड़ मजबूत।
  • भाजपा के विभिन्न दायित्वों पर रहते हुए कार्यकर्ताओं से सीधा जुड़ाव और उपलब्धता सकारात्मक बिंदू बना, जो सर्वे में हाइकमान के पास पहुंचा।
  • जिले में जैन सनातन विवाद सभी को मालूम है। उसी बीच प्रदीप उपाध्याय एक विकल्प बने, जो सामान्य वर्ग, ब्राह्मण जाती और सनातन फेक्टर में फिट बैठे।
  • पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्रसिंह लुनेरा को ग्रामीण क्षेत्र से ही महत्वता मिली। हालांकि उनका निवास शहर में था।  इस बार शहर को जिले की कमान सौंपते हुए हाईकमान ने वह सन्तुलन भी बनाए रखा।

खबर पर मुहर : रतलाम के चेतन्य काश्यप को उद्योग की कमान, प्रदेश में हुआ मंत्रियों के विभागों का बंटवारा

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। रतलाम शहर से विधायक चेतन्य काश्यप को कैबिनेट में मंत्री का दर्जा मिलने के बाद अब विभाग भी सौंप दिया गया है। पब्लिक वार्ता ने अपनी खबर  “चेतन्य की बढ़ी चमक : इन बड़ी बातों से काश्यप को मिला केबिनेट, सर्वे में टॉप 10 रहे विधायक…” शीर्षक से प्रकाशित की थी। जिसमें उन्हें उद्योग विभाग मिलने की संभावना जताई गई थी। आज शनिवार शाम विभाग बंटवारे की सूची आने के बाद पब्लिक वार्ता की इस खबर पर मुहर लगी। चेतन्य काश्यप को प्रदेश में सुक्ष, लघु एवं मध्यम उद्यम का कार्यभार सौंपा गया है। अब रतलाम सहित प्रदेशभर में काश्यप के औद्योगिक अनुभव का फायदा सरकार को मिलेगा। वहीं रतलाम के लिए नए उद्योगों के आने का रास्ता भी साफ होता दिख रहा है।

https://publicvarta.com/kashyap-got-cabinet-due-to-these-big-things-mla-remained-in-top-10-in-the-survey/

शनिवार शाम आई सूची में प्रदेश के सभी मंत्रियों को विभागवार दायित्व सौंपा गया। किस मंत्री को क्या विभाग मिला है देखिए सूची –

पॉलिटिकल ड्रामा : पूंजीपति काश्यप की तारीफ़ों पर उमा को हुआ एतराज!, ट्विटर पर तंज कसने के बाद देना पड़ी सफाई!

पूरे मामले में मंत्री चेतन्य काश्यप ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया, उमा से मिलने पहुंचे उनके घर तो बदले सुर!

पब्लिक वार्ता – भोपाल,रतलाम
जयदीप गुर्जर। हालही में मध्‍यप्रदेश के नवनियुक्त केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्‍यप (Madhya Pradesh Minister Chetanya Kasyap) ने अपनी विधायकी का वेतन भत्ता छोड़ने का एलान कर खूब सुर्खियां बटोरी। जिसके बाद उन्हें केबिनेट भी शामिल किया गया। इतने दिनों बाद अब काश्यप के वेतन नहीं लेने के फैसले पर पूर्व मुख्‍यमंत्री उमा भारती (Former Chief Minister Uma Bharti) ने एक्‍स हैंडल (ट्विटर) पर प्रतिक्रिया दी है। उमा भारती (Uma Bharti) ने 5 बिंदुओं का एक बड़ा ट्वीट सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर किया। यह ट्वीट उमा भारती ने प्रदेश के मुखिया सीएम डॉ मोहन यादव, संगठन के महामंत्री हितानंद शर्मा व बीजेपी के ऑफिसियल हेंडल को टैग किया।

उमा भारती का अपनी ही सरकार और उनके नेताओं को घेरने का यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले वो कई मुद्दों पर शिवराज सरकार को घेर चुकी है। इस बार उन्होंने चेतन्य काश्यप के वेतन भत्ते छोड़ने की बात पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए तंज कसा। जिसके बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई। इस मुद्दे पर कई भाजपा नेताओं का दबी जुबान से कहना है की यह कोई विषय नहीं था यह केवल नई सरकार में अटेंशन लेने का एक तरीका था। जैसा कि वह पूर्व में भी कई बार कर चुकी है। हालांकि इस पूरे पॉलिटिकल ड्रामे के बीच मंत्री चेतन्य काश्यप ने किसी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उमा भारती की और से अपना पक्ष रखते हुए एक प्रेस रिलीज जारी की गई है। जिसमें उन्होंने उनकी बातों को गलत तरीके से पेश करने की बात कही।

उमा ने बिंदुवार ट्वीट में लिखा की 1) हाल ही में मंत्री बने तथा रतलाम के एक संपन्न जैन व्यवसायी चेतन कश्यप ने अपनी संपत्ति 296 करोड़ घोषित की हैं । अभी कुछ दिनों पहले मध्यप्रदेश के अखबारों में उनकी तारीफ़ लिखी थी की वो अपना विधायक का वेतन नहीं लेते जो की साल भर का क़रीब 12 लाख होता हैं । 296 करोड़ वाला व्यक्ति अगर सरकार के 12 लाख छोड़ देता है तो इसमें कौनसी बड़ी बात हैं । 2) चेतन कश्यप सरकार को वेतन वापिस करने के बजाय वह राशि अभावग्रस्त लड़कियाँ की शिक्षा पर खर्च करें । 3) हमे यह याद रखना पड़ेगा की सभी विधायक बड़े व्यवसायी नहीं होते और ना वो राजनीति से अपना व्यवसाय बढ़ाते हैं । 4) एक बार सांसद वरुण गाँधी ने कहा था की सांसदों को तनखा एवं पेंशन नहीं लेना चाहिए । वरुण गाँधी ऐसा कर सकते है क्यूँकि वो हज़ारो करोड़ों की पैतृक संपत्ति के मालिक है । अपना सर्वस्व त्यागकर राजनीति के माध्यम से जनसेवा करने वाले जनप्रतिनिधियों को हर तरह की सहूलियत सरकार से मिलनी चाहिए । 5) अगर विधायकों और सांसदों को ईमानदारी की राह पर चलना आसान बनाना है तो चेतन कश्यप जैसे पूँजीपति विधायकों को छोड़कर सभी विधायक की तनखा एवं अन्य भत्ते आज की सभी परिस्थितियों को देखकर मिलना चाहिए ।

ट्वीट के बाद मचा बवाल
काश्यप के लिए किए गए इस ट्वीट के बाद भाजपा में हड़कंप मच गया। उमा भारती को अचानक काश्यप पर हमलावर होता देख हर कोई नेता हैरान था। उमा भारती के पास जब हाईकमान से फोन घनघनाए तो दोपहर 3 बजे बाद उमा भारती ने अपने ट्वीट पर सफाई पेश करते हुए एक और ट्वीट किया। यह बाद में एडिट भी हुआ। हालांकि उमा ने अपना पिछला ट्वीट नहीं हटाया। अपने दूसरे ट्वीट में उमा भारती ने वरुण गांधी और वीडी शर्मा को टैग कर लिखा की 1) जो मुझे आशंका थी वही हुआ । कुछ लोगों ने मेरी बातों का ग़लत मतलब निकाल ही लिया । लोकतंत्र में अमीर हो ग़रीब, सबको सांसद या विधायक होने का अधिकार है ।
2) स्वयं मैं जब आठ वर्ष की थी तब से आज तक मैंने सुविधा संपन्न जीवन जिया है । मैं सरकार से प्राप्त सुविधाओं का पात्रता एवं आवश्यकता के अनुसार उपयोग करती हूँ । कभी कभी किसी संस्था, कोई असहाय महिला या किसी बच्चे की शिक्षा की सुविधा के लिए मैं चेक से ही राशि देती हूँ । लेकिन सरकार को कुछ वापिस नहीं करती ।
3) रतलाम के विधायक जो अभी मंत्री बने हैं वह बहुत बड़े व्यवसायी एवं बहुत बड़े दानी भी है और मुझे उनसे कोई तकलीफ़ नहीं है। वरुण गाँधी एवं उनके इस विवरण को सुनकर की वो सांसद या विधायक की सुविधा नहीं लेते। तो यह बड़ी बात नहीं है किंतु जिन जनप्रतिनिधियों का जीवन यापन एवं अतिथि सेवा इन्ही सुविधाओं से होतीहै  वह स्वयं को छोटा अनुभव करेंगे जब की ऐसा नहीं है। सब बराबर है। जनता सबको वोट देती है।

और पहुंच गए काश्यप
ट्विटर वार के बाद मंत्री काश्यप उमा भारती से मिलने उनके निवास जा पहुंचे। शाम करीब 5 बजे ट्वीट कर उमा भारती ने इसकी जानकारी दी। उमा ने ट्वीट कर लिखा की  1. रतलाम से विधायक एवं हाल ही में बने प्रदेश सरकार के मंत्री श्री चैतन्य कश्यप मेरे दूसरे ट्वीट के जवाब में स्वयं उपस्थित हो गए। 2. चैतन्य कश्यप जी को मैं 20 साल से जानती हूं वह बहुत बड़े व्यवसायी, बहुत बड़े दानी एवं समाजसेवी हैं। 3. वह अपने व्यवसाय से प्राप्त लाभ का बहुत बड़ा हिस्सा दान करते हैं किंतु फिर भी मैंने अपना सुझाव दोहराया कि वह अपने वेतन एवं भत्ते सरकार को वापस करने की जगह पर दान की राशि में शामिल कर लिया करें उन्होंने इस पर कहा कि वह इस पर विचार करेंगे। 4. मैंने उन्हें सफल मंत्री बनने के लिए शुभकामनाएं तथा आशीर्वाद भी दिया।

चेतन्य की बढ़ी चमक : इन बड़ी बातों से काश्यप को मिला केबिनेट, सर्वे में टॉप 10 रहे विधायक की पॉलिटिकल कहानी

रतलाम को चहुंमुखी विकास के उच्चतम शिखर पर पहुंचाना – मंत्री काश्यप

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। शहर विधायक चेतन्य काश्यप को कैबिनेट में जगह मिलते ही शहर में जश्न का माहौल था। काश्यप के शपथ ग्रहण करते ही आतिशबाजी कर पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकतार्ओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई। मंत्री मंडल में शामिल होने की सूचना के बाद भाजपा जिला संगठन के पदाधिकारी भी भोपाल पहुंचे। गौरतलब है की मध्यप्रदेश के मंत्री मंडल में रतलाम शहर विधानसभा क्षेत्र को डेढ़ दशक बाद प्रतिनिधित्व मिला है। इससे पहले हिम्मत कोठारी यहां से विभिन्न पदों पर मंत्री रहे है। काश्यप को अब विभाग मिलने का इंतजार है, सूत्रों की माने तो उन्हें उद्योग, नगरीय प्रशासन या फिर वित्त की जिम्मेदारी दी जा सकती है।

नवनियुक्त मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा की इस सम्मान के साथ रतलाम को चहुंमुखी विकास के उच्चतम शिखर पर पहुंचाने और देश के प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाने का महती दायित्व भी आया है। जिसे पूरी लगन और मेहनत से हमें एक टीम के रूप में काम करके निभाना है । प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ यादव की आकांक्षाओं और अपेक्षा को पूरा करना हमारा दायित्व है। हम सब एक टोली के रूप में इन दायित्वों का निर्वहन करेंगे और सफल होंगे।

जश्न मनाते रतलामी कार्यकर्ता

मंत्री पद की दौड़ में क्यों रहे आगे?
मंत्री पद की दौड़ में आगे रहने का प्रमुख कारण काश्यप की बेदाग छवि और मजबूत राजनीतिक पकड़ रही। काश्यप की पार्टी के शीर्ष नेताओं से अच्छी बॉन्डिंग होने के साथ ही संघ व उसके अनुसांगिक संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों से भी गहरे संबंध है। दो कार्यकाल में मंत्री बनने की इच्छा हर बार रही लेकिन पार्टी के निर्णय को स्वीकार किया कभी विरोध में नहीं दिखे। प्रदेश के भी सभी नेताओं से घनिष्ठता रही कभी किसी गुट के नहीं कहलाए। काश्यप ने अपने वेतन का त्याग लगातार तीसरे कार्यकाल में भी किया। हालांकि यह निर्णय दूसरे विधायक और सांसदों के लिए असहज जरूर रहा है। विधानसभा क्षेत्र में अत्यंत लोकप्रिय माने जाते है। दो साल के कार्यकाल में जनता से जुड़ा कोई नेगेटिव फेक्टर हाईकमान तक नहीं पहुंचा। पार्टी सर्वे में भी टॉप 10 विधायक बने रहे। अब तक हमेशा से विकास के विषय पर ही राजनीति करते आए। विवादास्पद व सांप्रदायिक मामलों में नहीं बोले ना बोलना पसंद करते है। अपनी टीम को मैनेजमेंट से चलाने में महारत हासिल है हर छोटे मुद्दे और कार्य पर खुद मोनिटरिंग करते है। राजनीति के अलावा समाजसेवा की एक बड़ी भूमिका रही। प्रत्येक वर्ग व जरूरतमंद व्यक्ति को फाउंडेशन से सहायता दिलाने में आगे रहते है। लगातार तीन बार विधायक रहे और तीनों ही बार लीड बढ़ी ना कि घटी।

राजभवन में काश्यप

मंत्री बने काश्यप का अब तक का सफर
रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप शुरू से औद्योगिक व सामाजिक जीवन में रहे। वर्ष 2004 से समाजसेवा से राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश किया। रतलाम विधानसभा में बीते तीन चुनाव में सर्वाधिक मत से जीते। पहले चुनाव में 40, 000 से, दूसरे चुनाव में 43,000 से और तीसरे चुनाव में 60,000 की लीड लेकर जीत दर्ज की। जन सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य व खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा। वर्ष 2014 में झाबुआ आदिवासी संसदीय उम्मदीवार के चुनाव संयोजक रहे और आजादी के बाद पहली बार यह सीट भाजपा के खाते में आई। भाजपा के स्वयं सेवी संगठन, प्रकोष्ठ, एनजीओ सेल के राष्ट्रीय संयोजक एवं राष्ट्रीय कार्यसमिति के 6 वर्ष तक सदस्य रहे और म.प्र. में भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रहे। वर्ष 2006 में मप्र लोकसभा व विधानसभा परिसिमन के संयोजक रहे। मप्र राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष रहे। अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर के लिए 1 करोड़ रूपए की निधि अपने परिवार की ओर से प्रदान की। क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष है एवं रतलाम, मंदसौर, नीमच जिलों में 16 स्थान पर खेल चेतना मेला का बड़ा आयोजन 20 वर्षों से कर रहे है। इन्होंने गरीबी से मुक्ति, विकास की युक्ति के रूप में 100 गरीब परिवार को निःशुल्क आवास देकर अहिंसा ग्राम की स्थापना की थी, इस मॉडल से ये प्रदेश में काफी चर्चा में भी आए थे। हाल ही में इनके द्वारा कुपोषण अभियान के तहत पोष्टिक आहार आंगनवाड़ी के माध्यम से पहुंच रहा है। आंकड़ों के अनुसार 1400 बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराया है। विधायकी रहते जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करवाई। कोराना काल में झाबुआ, मंदसौर, नीमच एवं अन्य क्षेत्रों के हजारों लोगों के लिए यह लाभदायक बना। मालवा क्षेत्र में जैन समाज के प्रमुख व्यक्तित्व है। वर्ल्ड जैन कन्फेडरेशन के चेयरमेन है और जीतो के संस्थापक है। 2004 में बार्सिलोना में विश्व धर्म संसद मे जैन प्रतिनिधि मण्डल का नेतृत्व किया। उसमें ‘अपरिग्रह’ दर्शन पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। इंडिया फस्ट फाउंडेशन के ट्रस्टी है, जिसका दिल्ली में शोध संस्थान है।

कौन बनेगा मंत्री : मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को सौंपी लिस्ट, दोपहर तक 28 मंत्री ले सकते है शपथ

रतलाम शहर विधायक काश्यप के पास भी पहुंचा फोन, संघ, भाजपा और बढ़ती लीड देगी साथ?

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में मंत्री मंडल को लेकर चल रही सुगबुगाहट अब तेज हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल के मंत्रियों का शपथ ग्रहण आज होगा। सोमवार दोपहर 3:30 बजे मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। राज्यपाल मंगूभाई पटेल सभी नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसी के साथ ही विधायकों के फोन घनघनाने लगे हैं। मंत्री पद की शपथ लेने वाले सभी विधायकों को राजभवन पहुंचने के आदेश दिए गए हैं। सुबह सीएम मोहन यादव ने राज्यपाल को प्रस्तावित सूची सौंपी।

मोहन मंत्रिमंडल में बेदाग छवि, जातीय, क्षेत्रीय, महिला पर फोकस रहेगा। करीब 28 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। शपथ से पहले सभाकक्ष में 28 कुर्सियां लगाई गई है। रविवार को केंद्रीय नेताओं से मुलाकात के बाद नामों पर अंतिम मुहर लगी थी। शपथ ग्रहण से पहले डॉक्टर मोहन यादव राज्यपाल से मिलने पहुंचे। सुबह 9:30 बजे राज भवन में सीएम और राज्यपाल की मुलाकात हुई। राज्यपाल को मंत्रियों के नाम की सूची सौंपने के बाद डॉक्टर मोहन यादव इंदौर निकल जाएंगे।

बेदाग छवि और संघ में सीधा संपर्क
रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप का नाम भी लगभग तय है। सूत्रों के अनुसार उनके पास भी भोपाल से फोन पहुंच चुका है। हालांकि काश्यप पिछले तीन दिनों से रतलाम से बाहर है, माना जा रहा है की वे भोपाल – दिल्ली की दौड़ में लगे थे। काश्यप को प्रदेश में उद्योग नीति या नगरीय प्रशासन विभाग दिया जा सकता है। राजनेता होने के साथ साथ काश्यप को एक सफल उद्यमी के रूप में देखा जाता है। काश्यप तीसरी बार लगातार रतलाम शहर से विधायक है। अब तक के कार्यकाल में उनकी छवि बेदाग रही है। हर बार उनकी जीत का अंतर भी बढ़ा है। भाजपा के बड़े नेताओं से सीधे संपर्क में है। इसके अलावा संघ के अखिल भारतीय पदाधिकारियों से भी संबंध है। यही कारण है कि उनका केबिनेट में नाम फाइनल माना जा रहा है।

इनके नाम लगभग शामिल
विधायक कैलाश विजयवर्गी, प्रहलाद पटेल,राकेश सिंह, तुलसी सिलावट, एदल सिंह कंसाना, अर्चना चटनिस, चेतन कश्यप, हेमंत खंडेलवाल, राकेश शुक्ला मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के प्रद्युमन सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा चेतन कश्यप, बृजेंद्र प्रताप सिंह, कुंवर सिंह टेकाम,गोविंद सिंह राजपूत, प्रदीप लारिया,राकेश शुक्ला, घनश्याम चंद्रवंशी मंत्री बनाये जा सकते हैं। बुरहानपुर से महिला विधायक और मुरैना जिले से एक विधायक भोपाल के लिए रवाना हुए हैं।

FAKE MESSAGE : विधायक काश्यप पर सैलाना की प्रत्याशी संगीता चारेल का आरोप!, अब हुई पुलिस को शिकायत, आखिर क्या है पूरा मामला ?

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। चुनाव के बाद अब सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले धुरंधर एक्टिव हो चुके है। एक ऐसा ही मामला रतलाम में सामने आया है। जहां सैलाना से पूर्व विधायक व 2023 में विधानसभा प्रत्याशी रही संगीता चारेल के नाम से एक फर्जी मैसेज फॉरवर्ड किया जा रहा है। यह मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होते हुए चारेल तक पहुंचा। जिसे देखने के बाद वे खुद आश्चर्य में पड़ गई।

विधायक कश्यप के खिलाफ फैलाया गया फर्ज़ी मैसेज

दरअसल इस वायरल मैसेज में रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप पर निर्दलीय विधायक कमलेश्वर डोडियार को मदद करने का आरोप लगाया गया है। आगे उसमें लिखा गया की संगीता चारेल ने संगठन को शिकायत की और कहा की मुझे मंत्री बनने से रोकने के लिए कमलेश्वर डोडियार को करोड़ो रूपये की मदद की, जिससे बीजेपी सैलाना में हार गई। मैसेज में दावा किया गया की मामला हाईकमान तक जा पहुंचा है।

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देखे वीडियो : शिकायत करवाती संगीता चारेल

मैसेज के मिलते ही संगीता चारेल हरकत में आई और उन्होंने अपने पार्टी नेताओं को इससे अवगत करवाया। जिसके बाद पुलिस कप्तान राहुल कुमार लोढा के पास पहुंचकर उन्होंने लिखित शिकायत की। श्रीमती चारेल ने बताया कि व्हाट्सएप्प पर उन्हे जानकारी मिली कि उनके नाम से रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप पर निर्दलीय विधायक कमलेश्वर डोडियार पर मदद करने का आरोप लगाया गया है। सोशल मीडिया पर उनके द्वारा संगठन को शिकायत करने की भ्रामक सूचना भी प्रसारित हुई है। श्रीमती चारेल के अनुसार जनता का निर्णय सर्वमान्य है। मेरे नाम से भ्रम फैलाया जा रहा है। मैंने केन्द्र, प्रदेश या संगठन मे ऐसी कोई शिकायत नही की गई। इस संबंध मे पुलिस को शिकायत का यह भ्रम फैलाने वालों की कार्रवाई की मांग की।

MP में धार्मिक स्थलों के नीचे बिक रहा मांस!,CM Dr. Mohan Yadav के आदेश से बेरोजगारी? – PUBLIC VARTA

पूरा समझने के लिए देखे वीडियो

पब्लिक वार्ता/जयदीप गुर्जर : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने खुले में मांस-मछली के विक्रय तथा धार्मिक स्थलों के 100 मीटर के दायरे में मांस विक्रय पर प्रतिबंध के आदेश दिए है। रतलाम में करीब 200 परिवार इससे जुड़े है जिन पर सीधा असर पड़ेगा। गौर करने वाली बात है की नगर निगम पिछले 15 – 20 सालों से लाईसेंस नहीं बना रहा है। वहीं नगर में केवल 34 मांस विक्रेता ही लाइसेंसधारी है।

ऐसे में बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर क्यों लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया रोकी हुई है। इसको लेकर अधिकारियों के पास भी कोई आदेश या जवाब नहीं है। जो 34 लाइसेंस है उनका ही केवल नवीनीकरण किया जा रहा है।

खुले में मांस बेच रहे विक्रेताओं का कहना है कि निगम लाईसेंस नहीं बनाता। हमे हटाने की बजाय कोई एक स्थान सरकार को देना चाहिये। हमारे परिवार का पालन पोषण इसी काम से होता है।
शहर में 100 मीटर के दायरे में मांस विक्रय पर रोक लगानी है। ऐसे में कई मांस की दुकानें धार्मिक स्थलों द्वारा किराए पर दी गई है। जहां मांसाहार की होटले संचालित है। ऐसे में इनको हटाना भी प्रशासन के।लिए बड़ी चुनौती का काम होगा।

SPECIAL REPORT
मध्यप्रदेश चुनाव 2023 : मोदी के 25 मिनट – 25 बड़ी बातें

रतलाम की सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाने पर रही कांग्रेस, गिनाई डबल इंजन सरकार की योजनाएं..
“मध्यमवर्गीय परिवार” भी आया याद! – जैन, सनातन, आदिवासी व दलित सभी को साधने की कोशिश..
भाजपा के कार्यकर्ताओं को दी नसीहत और दे गए एक काम!
देखिए पूरा VIDEO

सभा में मौजूद लोगों की भीड़

पब्लिक वार्ता – नई दिल्ली/मध्यप्रदेश/रतलाम
स्पेशल रिपोर्ट, जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में चुनावी रंग अब चढ़ता दिख रहा है। मालवा के बिगड़ते समीकरण को साधने भाजपा के फायरब्रांड नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोर्चा संभाला। मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने खुद “एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी” का नारा दिया। रतलाम के बंजली में प्रधानमंत्री मोदी की विशाल सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 25 मिनट मंच से बोले। इन 25 मिनट में मोदी ने 25 बड़ी बातें कही जो आपको जानना जरूरी है। मोदी ने आते ही सबसे पहले रतलामी सेंव को याद किया। सेंव की तारीफ का चुनावी शगूफा बनाते हुए मोदी ने कहा कि आने वाली 3 दिसंबर को जब जीत का जश्न मनेगा तब लड्डू के साथ सेंव भी खूब खाई जाएगी। लाडली बहना व लाडली लक्ष्मी योजना का जिक्र करते मोदी ने कहा की पूरे देश में इसकी प्रशंसा।

थेवा आर्ट से बना प्रतिक चिन्ह देते मुख्यमंत्री व शहर विधायक

सभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित शहर प्रत्याशी चेतन्य काश्यप, ग्रामीण प्रत्याशी मथुरालाल डामर, सैलाना की संगीता चारेल, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्रसिंह लुनेरा, महामंत्री प्रदीप उपाध्याय आदि मौजूद रहे। मंच का संचालन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किसान मोर्चा बंशीलाल गुर्जर ने किया। शुरुआत में कुछ मिनट मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित किया। सभा में प्रधानमंत्री को विधायक चेतन्य काश्यप ने थेवा आर्ट से रतलाम के कारीगर राजेश सोनी द्वारा बने प्रतीक चिन्ह को भेंट किया।

ASSEMBLY CANDIDATE WITH PRIME MINISTER

भाषण की शुरुआत भारत माता की जय से हुई जो खत्म भी भारत माता की जय पर हुआ। अपने भाषण के शुरू में मोदी ने बांगरोद स्थित खाटूश्यामजी मंदिर व आलोट के श्री नागेश्वर तीर्थ धाम का जयकारा लगाया। इसे सीधे – सीधे असर शहर में चल रहे जैन – सनातन फेक्टर से जोड़कर देखा जा रहा है। इसके अलावा दलित व आदिवासी समाज को साधने के लिए भी मोदी ने बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती, टंट्या मामा आदि का जिक्र किया। मोदी ने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा की इस बार जीत केवल सीट तक सीमित नहीं होनी चाहिए। शत प्रतिशत बूथ पर कमल खिलना चाहिए। मोदी ने कार्यकर्ताओं को हर घर जा कर मोदीजी ने प्रणाम कहा है यह काम भी सौंपा।

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LIVE वीडियो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा रतलाम मध्यप्रदेश

मोदी की 25 बड़ी बातें –

  • 1. दिल्ली में जो लोग बैठकर एमपी का गुणा – भाग कर रहे है, आज उनका हिसाब-किताब बिगड़ जाएगा।
  • 2. भाजपा ने MP को एग्रीकल्चर, रोड़, रेल, उद्योगों से जोड़कर आधुनिक शिक्षा का हब बनाया।
  • 3. जब देश में भाजपा को बहुत कम लोग जानते थे तब से MP को भाजपा पर भरोसा।
  • 4. भाजपा ने भारत को विश्व में 5वें नंबर की आर्थिक शक्ति बनाया।
  • 5. भारत को विश्व में नई पहचान वबुलंदी मिली जिसमें मध्य प्रदेश का बहुत बड़ा योगदान है।
  • 6. देश और प्रदेश में कांग्रेस के पास केवल झूठी घोषणाओं का भोपू ही बचा है।
  • 7. कांग्रेस का सीन फिल्मी है उनके नेता, डायलॉग व घोषणाएं भी फिल्में है।
  • 8. कांग्रेस के दो नेताओं के बीच कपड़े फाड़ने का कंपटीशन चल रहा है, यह केवल फिल्म का ट्रेलर है।
  • 9. 3 दिसंबर को भाजपा की जीत के बाद कांग्रेस की असली पिक्चर दिखेगी और असली सिर फुटव्वल होगी अभी केवल प्रैक्टिस चल रही है।
  • 10. कांग्रेस आपस में कपड़े फाड़ रही है इन्हें जब मौका मिला तब इन्होंने जनता के कपड़े फाड़ दिए। इनको अवसर देना मतलब संकट।
  • 11. राजस्थान व छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 5 साल में किया बुरा हाल।
  • 12. कांग्रेस का मतलब – अपराधियों का बोलबाला, हजारों करोड़ के घोटाले और राज्यों को बीमार बनाने की गारंटी।
  • 13. कांग्रेस के नेता सीएम की कुर्सी के लिए नहीं बल्कि अपने-अपने बेटों की लड़ाई लड़ रहे हैं कि आगे किसका बेटा कांग्रेस पर कब्जा करेगा।
  • 14. भाजपा ने पीएम आवास योजना के तहत 4 करोड़ से अधिक घर गरीबों को बना कर दिए।
  • 15. शहरी मध्यम वर्गीय परिवारों का भी घर का सपना पूरा हो इस पर केंद्र की सरकार गंभीरता से काम कर रही है। 18 लाख तक की आय पर लोन के ब्याज में छूट की योजना चलाई जा रही।
  • 16. आजादी के बाद शहरी मध्यम वर्गीय के लिए किसी सरकार ने योजना नहीं बनाई। मोदी पहले प्रधानमंत्री जिसने चिंता की।
  • 17. गरीबों की बात करते समय सबसे अधिक संख्या दलित पिछड़े व आदिवासियों की रही है।
  • 18. भूख क्या होती है यह गरीबी से निकला व्यक्ति ही जान सकता है मोदी तो गरीबी से निकला है।
  • 19. 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन दी जाने वाली योजना दिसंबर में बंद होगी। आने वाले 5 साल के लिए इसको बढ़ाया जाएगा।
  • 20. लोकसभा व विधानसभा में भाजपा की सरकार ने महिलाओं को 33% आरक्षण दिया।
  • 21. भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का कांग्रेस ने विरोध किया। पूरे देश का आदिवासी समाज कांग्रेस से नाराज है।
  • 22. वन डिस्ट्रिक्ट – वन प्रोडक्ट के तहत रतलामी सेंव को चुना गया। यहां नमकीन क्लस्टर बना। टेक्सटाइल पार्क से रोजगार बढ़ेगा।
  • 23. उद्योगों के लिए 8 लेन नया कॉरिडोर है। व्यापारिक केंद्र के रूप में मालवा की वार्तालम की पहचान और सरल हो गई है।
  • 24. हर चुनाव में कांग्रेस कर्ज माफी का झुनझुना लाती है। जिसका फायदा कांग्रेस के चेले चपेटे उठाते हैं।
  • 25. मध्य प्रदेश में डबल इंजन की सरकार से किसानों को डबल फायदा हो रहा है।
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