पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Maharashtra News: महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए गाय को ‘गौ माता’ का दर्जा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में हुई कैबिनेट बैठक में इस महत्वपूर्ण निर्णय पर चर्चा की गई और इसे सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई। यह निर्णय भारतीय संस्कृति में गाय के महत्व को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
शिंदे सरकार की बड़ी घोषणा
महायुती सरकार ने आदेश जारी करते हुए गाय को ‘राज्यमाता गौ माता’ का दर्जा देने का निर्णय लिया। सरकार ने कहा कि वैदिक काल से ही गाय का भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। गाय के दूध, गोबर और गोमूत्र का उपयोग न केवल मानव आहार में, बल्कि आयुर्वेदिक चिकित्सा, पंचगव्य उपचार और जैविक खेती में भी होता है। इसी के मद्देनज़र महाराष्ट्र सरकार ने देशी गाय को ‘गौ माता’ का दर्जा देकर उसे एक विशेष सम्मान प्रदान किया है।
गाय के दूध और उत्पादों का महत्व
कैबिनेट बैठक में चर्चा के दौरान यह कहा गया कि देशी गाय के दूध को स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इसके अलावा पंचगव्य चिकित्सा और जैविक कृषि में गाय के गोबर और गोमूत्र का प्रमुख स्थान है। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने गाय को विशेष दर्जा देने का निर्णय लिया है, जो वैदिक काल से चली आ रही परंपराओं का समर्थन करता है।
आयुर्वेद और जैविक खेती में गाय का योगदान
सरकार ने कहा कि आयुर्वेद और पंचगव्य चिकित्सा पद्धति में गाय से प्राप्त उत्पादों का विशेष महत्व है। गोबर और गोमूत्र का उपयोग जैविक खेती में किया जाता है, जिससे पर्यावरण को भी संरक्षण मिलता है। इस फैसले से न केवल भारतीय कृषि और चिकित्सा प्रणालियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि गाय के संरक्षण और उसकी देखभाल में भी सुधार होगा।
गौ माता का दर्जा: एक ऐतिहासिक कदम
यह फैसला महाराष्ट्र सरकार की ओर से एक ऐतिहासिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने के साथ-साथ गायों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। इस निर्णय के बाद राज्यभर में गायों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनके संरक्षण के लिए विशेष योजनाएं भी शुरू की जा सकती हैं।
Monthly Archives: September 2024
Tax Audit Due Date: इनकम टैक्स ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करने की तारीख बढ़ी, जानें नई अंतिम तिथि
नई दिल्ली पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Tax audit due date: इनकम टैक्स ऑडिट रिपोर्ट फाइल करने वाले करदाताओं के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने टैक्स ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करने की आखिरी तारीख में विस्तार कर दिया है। इससे उन करदाताओं को फायदा होगा जो रिपोर्ट फाइल करने में दिक्कतों का सामना कर रहे थे। पहले आखिरी तारीख 30 सितंबर 2024 थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 7 अक्टूबर 2024 कर दिया गया है।
क्यों बढ़ाई गई तारीख?
सीबीडीटी ने यह फैसला टैक्सपेयर्स द्वारा रिपोर्ट के इलेक्ट्रॉनिक सबमिशन में आ रही परेशानियों को ध्यान में रखते हुए लिया है। विभाग ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर जानकारी देते हुए कहा कि ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करने की तिथि 7 अक्टूबर 2024 तक बढ़ा दी गई है।
आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने की अंतिम तिथि
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए, जिन करदाताओं को इनकम टैक्स ऑडिट कराना आवश्यक है, उनके लिए आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई है। ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करने के बाद, करदाता 31 अक्टूबर तक अपना ITR फाइल कर सकते हैं।
देर से फाइल करने पर लगेगा जुर्माना
यदि करदाता ऑडिट रिपोर्ट 7 अक्टूबर तक दाखिल नहीं करते हैं, तो उन्हें जुर्माना भरना होगा। जुर्माने की राशि उनके कुल टर्नओवर या प्राप्तियों का 0.5% या 1,50,000 रुपये तक हो सकती है, जो भी कम हो।
महत्वपूर्ण बिंदु:
– ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करने की नई अंतिम तिथि: 7 अक्टूबर 2024।
– ITR दाखिल करने की अंतिम तिथि: 31 अक्टूबर 2024।
– देर से फाइल करने पर जुर्माना: कुल टर्नओवर का 0.5% या 1,50,000 रुपये, जो कम हो।
अधिक जानकारी के लिए करदाता आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं और समय पर अपने दस्तावेज़ जमा कर सकते हैं।
Anupam Kher On Currency: अनुपम खेर की तस्वीर वाले नकली नोट से सर्राफा व्यापारी को लगा 1.6 करोड़ का चूना, पुलिस कर रही जांच
पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Anupam Kher On Currency: गुजरात के अहमदाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 500 रुपये के नकली नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर की जगह बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ( Anupam Kher) की तस्वीर छपी मिली है। इन नकली नोटों की कुल कीमत 1 करोड़ 60 लाख रुपये बताई जा रही है। इस मामले में अहमदाबाद पुलिस ने हजारों नकली नोट जब्त किए हैं, जिनमें “रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया” के बजाय “रिसोल बैंक ऑफ इंडिया” लिखा हुआ है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, अनुपम खेर ने दी प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इन नकली नोटों का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर खुद अभिनेता अनुपम खेर ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इन नोटों की तस्वीर शेयर की और मजाकिया अंदाज में लिखा, “लो जी कर लो बात! पांच सौ के नोट पर गांधी जी की फ़ोटो की जगह मेरी फ़ोटो???? कुछ भी हो सकता है!”
गुजरात के व्यापारी को लगा भारी नुकसान
इस घटना से जुड़ी जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद के सर्राफा व्यापारी मेहुल ठक्कर के पास से ये नकली नोट बरामद हुए हैं। व्यापारी का दावा है कि उसे 1.6 करोड़ रुपये की नकदी दी जानी थी, लेकिन जब उसने बैग खोला तो उसमें से अनुपम खेर की तस्वीर वाले नकली नोट निकले। नोटों पर ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया’ की जगह ‘रिसोल बैंक ऑफ इंडिया’ लिखा हुआ था और नोटों के बंडल पर ‘SBI’ की बजाय ‘Start Bank of India’ का नाम छपा हुआ था।
पुलिस कर रही है जांच
व्यापारी की शिकायत पर अहमदाबाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि यह फर्जीवाड़ा कैसे हुआ और इसके पीछे कौन है। साथ ही नकली नोटों की छपाई का स्रोत पता लगाने और इस तरह के और कितने नोट बाजार में फैल चुके हैं, इसकी भी जांच की जा रही है।
Solar Eclipse: सर्वपितृ अमावस्या पर साल का आखरी सूर्य ग्रहण, जानिए किन राशियों को करेगा प्रभावित
नई दिल्ली, पब्लिक वार्ता
न्यूज डेस्क| Solar Eclipse: साल 2024 का आखरी सूर्य ग्रहण सर्वपितृ अमावस्या के दिन यानी 02 अक्टूबर को होगा। इस दिन पितृ पक्ष का समापन भी होता है, जिसे तर्पण और श्राद्ध कर्म के लिए खास माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार के शुभ कार्य और पूजा-पाठ करने से बचना चाहिए, क्योंकि इसका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं इस ग्रहण का असर कब और कहां दिखाई देगा? साथ ही किन राशियों को यह प्रभावित करेगा।
कब और कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण?
हिंदू पंचांग के अनुसार, 02 अक्टूबर 2024 को सूर्य ग्रहण की शुरुआत होगी। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। भारत में ग्रहण 2 अक्टूबर रात 9 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगा जो मध्यरात्रि में 3 बजकर 17 मिनट पर खत्म होगा। इस वजह से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024 Shadow) पेरू, फिजी, प्रशांत महासागर, आर्कटिक और दक्षिणी अमेरिका समिति आदि देशों में देखने को मिलेगा।
मन्त्रों का करे जाप
सूर्य ग्रहण के समय पूजा-पाठ करना वर्जित है, लेकिन आप मन ही मन में किसी भी प्रभु के नाम का जप कर सकते हैं। इस दौरान गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जप करना फलदायी साबित होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचाव होता है। ग्रहण में भोजन, दूध, लस्सी, पनीर समेत अदि चीजों में तुलसी का पत्ता या कुश डाल देना चाहिए। ऐसा करने से यह चीजें सूर्य ग्रहण के प्रभाव से मुक्त हो जाती हैं। इसके बाद श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में अन्न, धन और वस्त्र का दान करना चाहिए।
यह राशियां होगी प्रभावित
ज्योतिष पंचांग के अनुसार सूर्य ग्रहण वृष, मिथुन, कर्क, सिंह कन्या वृश्चिक और मीन राशि के जातकों को शुभ साबित हो सकता है। इस अवधि में आपको काम कारोबार में खास सफलता मिल सकती है। वहीं इस दौरान नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिलने के योग हैं। साथ ही परिवार के सदस्यों से आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है। वहीं बिजनस में आपने जो वेिश किया था उसका आपको अचानक से अभी जाकर लाभ मिल सकता है। साथ ही इस दौरान आप कोई वाहन प्रापर्टी खरीद सकते हैं।
वहीं सूर्य ग्रहण मेष, तुला और मकर राशि के जातकों को नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है। वहीं इस अवधि में इन लोगों का किसी व्यक्ति के साथ मनमुटाव हो सकता है। साथ ही धन की हानि के योग बन रहे हैं। वहीं इस समय किसी बात को लेकर मानसिक अशांति हो सकती है। साथ ही इस समय आपको वाहन सावधानी से चलाना चाहिए। क्योंकि दुर्घटना के योग बन रहे हैं।
(Disclaimer: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। पब्लिक वार्ता न्यूज नेटवर्क इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करे।)
Ratlam News: मामला 5 वर्षीय मासूम के साथ दरिंदगी का: ABVP ने जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा ज्ञापन, 2 दिन बाद प्रदर्शन की चेतावनी
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद रतलाम द्वारा सांईश्री एकेडमी स्कूल में हुए 5 वर्षीय बालिका के साथ यौन शोषण के विरोध में जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा को ज्ञापन सौंपा। नगर मंत्री सिद्धार्थ मराठा ने बताया की 80 फ़ीट रोड स्थित सांईश्री एकेडमी स्कूल में 5 वर्षीय बालिका के साथ यौन शोषण का गंभीर मामला सामने आया है। स्कूल विद्या के मंदिर होते है, वहां पर इस प्रकार की शर्मनाक घटना होना अति निंदनीय है।
स्कूल में हुए घटनाक्रम की समस्त जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की है। कैंपस में पर्याप्त मात्रा में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने की बात भी सामने आई है। वहीं स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन ना होना भी एक गंभीर विषय है। यह किसी एक स्कूल के लिए नहीं बल्कि शहर में संचालित सभी स्कूलों के लिए लागू करना चाहिए। स्कूल कैंपस में पूर्ण रूप से मोबाइल फोन प्रतिबंधित होना चाहिए। स्कूल को प्रतिबंधित कर सील करने की कार्रवाई की जानी चाहिए। दो दिन में स्कूल पर कार्रवाई नहीं हुई तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगी। जिसकी समस्त जिमेदारी प्रशासन की रहेगी। इस दौरान सहमंत्री अवि जैन, महिमा लोदवाल, कुलदीप राठौड़, श्रुति जैन, मनस्वी चौहान आदि उपस्थित थे।
Ratlam News: माधवराव सिंधिया की 23वीं पुण्यतिथि पर रतलाम मंडी प्रांगण में श्रद्धांजलि अर्पित
पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: स्व. माधवराव सिंधिया की 23वीं पुण्यतिथि पर रतलाम कृषि उपज मंडी में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सिंधिया फैंस क्लब, रतलाम जिला और शहर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मंडी प्रांगण में स्थापित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, मध्यप्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य निमिष व्यास, प्रवीण सोनी, श्रीमती मंगला देवड़ा, जीवन सिंह देवड़ा, एमआईसी सदस्य धर्मेंद्र व्यास, पार्षद हितेश कामरेड, गौरव त्रिपाठी, मधु शिरोड़कर, प्रभु नेका, महेश व्यास सहित कई प्रमुख नेता और पदाधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में सिंधिया फैंस क्लब के जिला अध्यक्ष कीर्ति कुमार जायसवाल, शहर अध्यक्ष विक्रम लोहिया, विवेक लोहिया, राजेश कर्णधार, महेश पांचाल, चेतन शर्मा, नीरज बरमेचा, पूर्व पार्षद सत्यजीत भट्ट, सुधांशु व्यास, नरेंद्र राठौड़, पंकज चतुर्वेदी, कांतिलाल प्रजापत, राजेश दिनेश गुर्जर और अन्य पदाधिकारी भी शामिल रहे। मंडी प्रांगण में आए सभी गणमान्य व्यक्तियों ने स्व. माधवराव सिंधिया की स्मृतियों को याद किया।
Dengue से बचाव: बकरी के दूध की डिमांड अचानक क्यों बढ़ी, डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी में इन बातों का रखे ध्यान, क्या कहते है एक्सपर्ट!
विशेषज्ञों की सलाह: डेंगू (Dengue) के घरेलू उपचार में सतर्क रहें, डॉक्टर की सलाह से ही करे घरेलू उपाय!, इन बातों को ध्यान रख बच सकते है आप…
पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। बारिश के मौसम के साथ डेंगू (Dengue) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देशभर में डेंगू से बचाव और इलाज के लिए लोग घरेलू उपचारों की ओर रुख कर रहे हैं। इनमें गिलोय, पपीते के पत्ते और बकरी का दूध प्रमुख रूप से शामिल हैं। हालांकि, चिकित्सा विशेषज्ञ इन नुस्खों का इस्तेमाल सावधानी से करने की सलाह दे रहे हैं।
रतलाम मेडिकल कॉलेज (GMC Ratlam) के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सोहन मंडलोई (Dr. Sohan Mandloi) के अनुसार “डेंगू बुखार के दौरान पपीते के पत्ते और गिलोय जैसे घरेलू नुस्खे कुछ हद तक लाभकारी हो सकते हैं। पपीते के पत्तों में मौजूद पपेन और फ्लेवोनोइड्स प्लेटलेट काउंट बढ़ाने और इम्युनिटी को सुधारने में सहायक माने जाते हैं, लेकिन इनका असर वैज्ञानिक रूप से पूरी तरह प्रमाणित नहीं है। इसके साथ ही अधिक मात्रा में इनका सेवन नुकसानदायक हो सकता है, जिससे मतली और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।” इस तरह के कई पेशेंट हमारे पास आते है, जो घर पर इलाज शुरू कर देते है और बाद में उन्हें दोगुनी मार झेलना पड़ती है।
बकरी के दूध की मांग बढ़ी
डेंगू के इलाज के लिए बकरी के दूध (Got Milk in dengue) की मांग में भी तेजी देखी जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, बकरी के दूध में सेलेनियम जैसे मिनरल्स मौजूद होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं और यह गाय के दूध के मुकाबले आसानी से पचने योग्य होता है। इसके चलते कई लोग इसे डेंगू से निपटने के लिए बेहतर मानते हैं। डॉ. सोहन मंडलोई का कहना है की “बकरी का दूध इम्युनिटी बढ़ाने में मदद कर सकता है, लेकिन इसे डेंगू के मुख्य इलाज के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। यह केवल सहायक हो सकता है, न कि इसके जरिए डेंगू का इलाज किया जा सकता है।”
हर्बल ट्रीटमेंट के बारे में चेतावनी
डॉ. मंडलोई ने यह भी चेतावनी दी कि घरेलू नुस्खों और हर्बल उपचारों को मेडिकल ट्रीटमेंट का विकल्प नहीं माना जा सकता। “गिलोय और पपीते के पत्ते जैसी औषधियां इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकती हैं, लेकिन इनका अत्यधिक उपयोग लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है।” डॉक्टर ने लोगों को सलाह दी है कि वे किसी भी तरह के घरेलू उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श लें और डेंगू जैसे गंभीर मामलों में मेडिकल देखरेख को प्राथमिकता दें। लक्षण गंभीर होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
MP News: गौशाला में सजाए फ़ूड स्टॉल, मेन्यू में गुलाब जामुन, रबड़ी घेवर जैसे 56 पकवान, पितरों के श्राद्ध का अनूठा कार्यक्रम
गायों के लिए शादियों के रिसेप्शन की तरह सजावट, गाय को भोजन देने से देवी-देवता होते हैं तृप्त, आयोजन में करीब 1 क्विंटल सामग्री का उपयोग.
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: मध्यप्रदेश के रतलाम में श्राद्ध पक्ष के दौरान एक अनूठा कार्यक्रम देखने में आया है। यहां एक गौशाला में मैरिज गार्डन की तर्ज पर फ़ूड स्टॉल लगाए गए। फ़ूड स्टॉल्स के साथ खाने की हर एक वैरायटी के स्टिकर्स भी लगाए। खास बात यह है की ये फ़ूड स्टॉल्स किसी इंसान के लिए नहीं बल्कि गौशाला की गायों के लिए थे। गायों के लिए मेन्यू में 56 पकवानों को बनाया गया।
दरअसल रतलाम के गौसेवक परिवार द्वारा खेतलपुर स्थित गौशाला में एक अनूठा और प्रेरणादायक श्राद्ध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में करीब 400 गायों को 56 प्रकार के विशेष व्यंजनों का भोग लगाया गया। इस अभिनव प्रयास का उद्देश्य पितृ शांति के लिए गायों की सेवा करना था। कार्यक्रम में गायों के लिए शादियों के रिसेप्शन की तरह सजावट की गई, और विभिन्न प्रकार के पकवानों के स्टॉल लगाए गए थे। मेन्यू में 56 प्रकार के व्यंजन शामिल किए गए, जो गायों के लिए एक विशेष भोग के रूप में प्रस्तुत किए गए।
मेन्यू में गुलाब जामुन, जलेबी और भी बहुत कुछ
गायों के लिए परोसे गए भोजन में 12 प्रकार की मिठाइयों की खास व्यवस्था थी। इनमें गुलाब जामुन, जलेबी, बर्फी, काजू कतली, रबड़ी घेवर, मावा बाटी, पेड़ा, और बालूशाही जैसी मिठाइयाँ प्रमुख थीं। इसके अलावा, सेब, अनार, केला, पपीता, और पाइनएप्पल सहित 15 प्रकार के ताजे फलों का भी भोग लगाया गया।
ड्राईफ्रूट्स और पशु आहार
गायों के पोषण को ध्यान में रखते हुए दाख, तिल, परमल, मखाने, और गुड़ जैसे 20 – 25 प्रकार के ड्राईफ्रूट्स शामिल किए गए। इसके साथ ही, खली, कपास्या, ज्वार, बाजरा, जौ जैसे 6 प्रकार के पशु आहार और कई प्रकार की सब्जियाँ भी गायों के लिए भोग में रखी गईं। इस आयोजन में करीब 1 क्विंटल सामग्री का उपयोग किया गया। आयोजकों ने बताया कि पितरों की शांति और गौ सेवा को समर्पित यह आयोजन भविष्य में भी जारी रहेगा, ताकि समाज में इस प्रकार की सेवा का महत्व और बढ़े।
पितृपक्ष में गाय का महत्व
पितृपक्ष में गाय का विशेष महत्व है। इसी के कारण श्राद्ध के भोजन का एक अंश गाय माता को भी खिलाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, गाय को वैतरणी से पार लगाने वाले कहा गया है। इसके साथ ही गाय में देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे में गाय को भोजन देने से देवी-देवता तृप्त हो जाते है। इसके साथ बी पितर प्रसन्न हो जाते हैं।
MP New Cheif Secretary: अनुराग जैन बने मध्य प्रदेश के 35वें मुख्य सचिव, जानिए कौन है ये सीनियर IAS अधिकारी
भोपाल – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। IAS अनुराग जैन को मध्य प्रदेश का नया मुख्य सचिव (MP New Cheif Secretary) नियुक्त किया गया है। वे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहली पसंद माने जा रहे हैं। दिल्ली ने लंबे सस्पेंस के बाद उनका नाम फाइनल किया। जैन ने पूर्व मुख्य सचिव वीरा राणा का स्थान लिया, जिनकी एक्सटेंशन सेवा 30 सितंबर 2024 को समाप्त हो गई।
अनुराग जैन 1989 बैच के आईएएस (IAS Anurag Jain 1989) अधिकारी हैं और आज मध्य प्रदेश के 35वें मुख्य सचिव के रूप में कार्यभार संभाल चुके हैं। उनके प्रशासनिक अनुभव और कार्यशैली की वजह से इस नियुक्ति को प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अनुराग जैन का करियर और प्रमुख पदस्थापनाएं
अनुराग जैन का करियर काफी व्यापक और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने प्रशासनिक सेवाओं में कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। उनके करियर की कुछ प्रमुख पोस्टिंग निम्नलिखित हैं:
– सहायक कलेक्टर, सागर: 6 जून 1990 से 26 अगस्त 1991
– एसडीओ, खुरई: 27 अगस्त 1991 से 14 अक्टूबर 1992
– एसडीओ, जावरा: 28 अक्टूबर 1992 से 14 जुलाई 1993
– अतिरिक्त कलेक्टर, कांकेर: 19 जुलाई 1993 से 1 सितंबर 1994
– परियोजना अधिकारी, डीआरडीए, छिंदवाड़ा: 7 सितंबर 1994 से जुलाई 1995
– परियोजना अधिकारी, डीआरडीए, भोपाल: जुलाई 1995 से जून 1996
– कलेक्टर, मंडला: 14 जुलाई 1997 से 1999
– कलेक्टर, मंदसौर: 22 जून 1999 से 10 जुलाई 2001
– कलेक्टर, भोपाल: 16 जुलाई 2001 से जनवरी 2004
– आयुक्त-सह-निदेशक, म.प्र. पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, जबलपुर: जनवरी 2004 से अगस्त 2004
– आयुक्त, स्वास्थ्यसेवाएं 23 सितंबर 2005 से दिसंबर 2005
– मुख्यमंत्री के सचिव: 6 दिसंबर 2005
– सचिव, म.प्र. सरकार, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग: 11 जून 2007 से 27 जून 2011
– संयुक्त सचिव, प्रधानमंत्री कार्यालय, नई दिल्ली: 1 जनवरी 2015
– प्रमुख सचिव, म.प्र. सरकार, वित्त विभाग: 28 जुलाई 2018 से
अनुराग जैन की नियुक्ति से प्रशासन में नई दिशा की उम्मीद की जा रही है। उनके व्यापक अनुभव और प्रशासनिक क्षमता को देखते हुए, वे प्रदेश की प्रगति में अहम भूमिका निभा सकते है।
Ratlam News: 5 वर्षीय मासूम के साथ यौन उत्पीड़न: सांईश्री एकेडमी के बाहर अभिभावकों का जमकर प्रदर्शन, स्कूल किया सील
पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: 80 फीट रोड स्थित सांईश्री एकेडमी स्कूल में 5 वर्षीय मासूम के साथ यौन उत्पीडन का मामला सामने आने बाद सोमवार को स्कूल खुलते ही अभिभावकों का आक्रोश भड़क गया। आक्रोशित परिजन ने स्कूल संचालक राकेश देसाई, प्रिंसिपल श्वेता विंचुरकर सहित जिला और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अभिभावकों का कहना है कि निजी स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही के कारण ये घटना घटी है। स्कूल के बाहर करीब 2 घंटे तक जाम के साथ अभिभावकों ने प्रदर्शन किया। आक्रोश को भांपते हुए मौके पर प्रशासन की और से अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव और एएसपी राकेश खाखा को भी पहुंचना पड़ा। अधिकारियों ने मौके पर सांईश्री एकेडमी स्कूल को सील कर दिया। प्रशासन ने सांईश्री स्कूल प्रबंधन के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं हैरान कर देने वाली बात है की पूरे मामले में अब तक स्कूल के जिम्मेदार राकेश देसाई या किसी का भी कोई बयान नहीं आया है। आपको बता दे मासूम बच्ची के साथ घटिया हरकत करने वाला चौकीदार का बेटा है। आरोपी नाबालिग है।
क्या बोले जिम्मेदार!
रतलाम एसडीएम अनिल भान ने बताया “आक्रोशित लोग स्कूल के स्टाफ और प्रबंधन के विरुद्ध भी कार्रवाई चाहते हैं. इस मामले में जिनकी भी लापरवाही और जिम्मेदारी सामने आएगी, उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” एडिशनल एसपी राकेश खाखा ने कहा “पुलिस ने पास्को एक्ट के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर तत्काल कार्रवाई की. इसके अलावा जो भी तथ्य और प्रबंधन के लापरवाही सामने आएगी, उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।”
घटना की निंदा तक नहीं की
एफआईआर के बाद परिजनों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही थी। इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन ने घटना की निंदा तक नहीं की। ना ही स्कूल की और से कोई आधिकारिक बयान दिया गया। सोमवार को नाराज अभिभावक जब प्रबंधन से घटना सहित अपने बच्चों की सुरक्षा की मांग को लेकर चर्चा करने पहुंचे, तब प्रबंधन का बर्ताव गैर जिम्मेदाराना था। जिसके बाद अभिभावकों ने सड़क पर बैठ प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर रतलाम शहर एसडीएम अनिल भाना, सीएसपी अभिनव बारंगे, दीनदयाल नगर थाना प्रभारी रवीन्द्र दंडोतिया, औद्योगिक थाना प्रभारी वीडी जोशी, सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र रघुवंशी सहित बड़ी संख्या में पुलिस का बल मौके पर पहुंचा।
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