नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Supreme court: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को बुलडोज़र एक्शन को लेकर एक सख्त टिप्पणी करते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति के आरोपी या दोषी होने मात्र से उसका घर गिराया नहीं जा सकता। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि इस तरह की कार्रवाई किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है, और अधिकारियों को मनमाने तरीके से काम करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
कोर्ट ने जोर देते हुए कहा, “अफसर जज नहीं बन सकते और यह फैसला नहीं कर सकते कि कौन दोषी है। ताकत का गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।” इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि किसी अधिकारी को यह अधिकार नहीं है कि वह कानून से ऊपर होकर किसी के खिलाफ कार्रवाई करे।
यह टिप्पणी हाल ही में देश के विभिन्न हिस्सों में बुलडोज़र का उपयोग कर संदिग्धों और आरोपियों के घरों पर की जा रही कार्यवाही के संदर्भ में आई है। कोर्ट ने चेतावनी दी है कि इस तरह की कार्रवाइयों में संतुलन बनाए रखना जरूरी है और सिर्फ अदालत के निर्देशानुसार ही उचित कदम उठाए जा सकते हैं।
जानिए मुख्य बिंदु
सिर्फ इसलिए घर नहीं गिराया जा सकता क्योंकि कोई व्यक्ति आरोपी है. राज्य आरोपी या दोषी के खिलाफ मनमानी कार्रवाई नहीं कर सकता.
बुलडोजर एक्शन सामूहिक दंड देने के जैसा है, जिसकी संविधान में अनुमति नहीं है.
निष्पक्ष सुनवाई के बिना किसी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता.
कानून के शासन, कानूनी व्यवस्था में निष्पक्षता पर विचार करना होगा.
कानून का शासन मनमाने विवेक की अनुमति नहीं देता है. चुनिंदा डिमोलेशन से सत्ता के दुरुपयोग का सवाल उठता है.
आरोपी और यहां तक कि दोषियों को भी आपराधिक कानून में सुरक्षा दी गई है. कानून के शासन को खत्म नहीं होने दिया जा सकता है.
संवैधानिक लोकतंत्र में नागरिक अधिकारों और आजादी की सुरक्षा जरूरी है.
अगर कार्यपालिका मनमाने तरीके से किसी नागरिक के घर को इस आधार पर ध्वस्त करती है कि उस पर किसी अपराध का आरोप है तो यह संविधान कानून का उल्लंघन है.
अधिकारियों को इस तरह के मनमाने तरीके से काम करने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
अधिकारियों को सत्ता का दुरुपयोग करने पर बख्शा नहीं जा सकता.
स्थानीय कानूनों का उल्लंघन करने वाले घर को गिराने पर विचार करते वक्त यह देखना चाहिए कि नगरपालिका कानून में क्या अनुमति है. अनधिकृत निर्माण समझौता योग्य हो सकता है या घर का केवल कुछ हिस्सा ही गिराया जा सकता है.
अधिकारियों को यह दिखाना होगा कि संरचना अवैध है और अपराध को कम करने या केवल एक हिस्से को ध्वस्त करने की कोई संभावना नहीं है
नोटिस में बुलडोजर चलाने का कारण, सुनवाई की तारीख बताना जरूरी होगी.
डिजिटल पोर्टल 3 महीने में बनाया जाना चाहिए, जिसमें नोटिस की जानकारी और संरचना के पास सार्वजनिक स्थान पर नोटिस प्रदर्शित करने की तारीख बताई गई है.
व्यक्तिगत सुनवाई की तारीख जरूर दी जानी चाहिए.
आदेश में यह जरूर नोट किया जाना चाहिए कि बुलडोजर एक्शन की जरूरत क्यों है.
केवल तभी इमारत गिराई जा सकती है, जब अनधिकृत संरचना सार्वजनिक सड़क/रेलवे ट्रैक/जल निकाय पर हो. इसके साथ ही प्रक्रिया का पालन करने के बाद ही इमारत गिराई जा सकती है
केवल वे संरचनाएं ध्वस्त की जाएंगी, जो अनाधिकृत पाई जाएंगी और जिनका निपटान नहीं किया जा सकता.
अगर अवैध तरीके से इमारत गिराई गई है, तो अधिकारियों पर अवमानना की कार्रवाई की जाएगी और उन्हें हर्जाना देना होगा.
अनाधिकृत संरचनाओं को गिराते वक्त विस्तृत स्पॉट रिपोर्ट तैयार की जाएगी. पुलिस और अधिकारियों की मौजूदगी में तोड़फोड़ की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी. यह रिपोर्ट पोर्टल पर पब्लिश की जाएगी.
अगर घर गिराने का आदेश पारित किया जाता है, तो इस आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए वक्त दिया जाना चाहिए.
बिना अपील के रात भर ध्वस्तीकरण के बाद महिलाओं और बच्चों को सड़कों पर देखना सुखद दृश्य नहीं है
घर के मालिक को रजिस्टर्ड डाक द्वारा नोटिस भेजा जाएगा और संरचना के बाहर चिपकाया जाएगा.
नोटिस से 15 दिनों का वक्त नोटिस तामील होने के बाद है.
तामील होने के बाद कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट द्वारा सूचना भेजी जाएगी.
कलेक्टर और डीएम नगरपालिका भवनों के ध्वस्तीकरण आदि के प्रभारी नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे.
प्राधिकरण व्यक्तिगत सुनवाई सुनेगा, रिकॉर्ड किया जाएगा और उसके बाद अंतिम आदेश पारित किया जाएगा.
आदेश के 15 दिनों के अंदर मालिक को अनधिकृत संरचना को ध्वस्त करने या हटाने का मौका दिया जाएगा.
सभी निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए और इन निर्देशों का पालन न करने पर अवमानना और अभियोजन की कार्रवाई की जाएगी और अधिकारियों को मुआवजे के साथ ध्वस्त संपत्ति को अपनी लागत पर वापस करने के लिए उत्तरदायी ठहराया जाएगा.
सभी मुख्य सचिवों को निर्देश दिए जाने चाहिए.
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MP News: विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार रतलाम पहुंचे, जात – पात से ऊपर उठने पर दिया जोर; समाज के प्रबुद्धजनों से मिले
सेवा कार्य सबसे बड़ा कार्य, देश व धर्म को बचाकर सेवा कार्य करना बहुत आवश्यक है – आलोक कुमार
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: विश्व हिन्दू परिषद सामाजिक समरसता विभाग द्वारा रतलाम में सामाजिक समरसता संगोष्ठी व प्रबुद्धजन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में विशेष मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार उपस्थित हुए। इस आयोजन का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों के बीच समरसता और एकता को बढ़ावा देना है। संगोष्ठी से पूर्व अतिथियों ने भारत माता व भगवान श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रांत मंत्री विनोद शर्मा, संगठन मंत्री अर्जुन गेहलोद, समाजसेवी व व्यापारी अनोखीलाल कटारिया, प्रकाश शर्मा सांवरिया आदि मौजूद रहे। मंच का संचालन जिला सामाजिक समरसता प्रमुख मनोज सगरवंशी व विशेष संपर्क प्रमुख मनोज पंवार ने किया।
अपने संबोधन में आलोक कुमार ने भारत में सनातन धर्म में सामाजिक समरसता को लेकर जात-पात से ऊपर उठकर सभी समाज को एक साथ रहने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे मन में भगवान विराजमान हैं, तो छोटा-बड़ा का कोई प्रश्न नहीं उठता। हिंदू धर्म में पहले समय में व्यक्ति हजार कष्टों को सहकर चार धाम तीर्थ यात्रा करता था। उस समय सड़क, परिवहन आदि की व्यवस्था नहीं होती थी। लोग अपने सभी हिसाब-किताब को सुधारते, गलतियों को स्वीकार करते और यह सोचकर जाते कि यदि मृत्यु हुई तो मोक्ष की प्राप्ति होगी, और यदि लौट आए तो ईश्वर की कृपा मानी जाती। यह सब इसलिए होता था क्योंकि लोग देश को एक मानते थे। उन्होंने कहा कि हम सभी को जात, मत, पंथ से ऊपर उठकर हिंदू के रूप में एकजुट रहना चाहिए और बच्चों को हिंदू धर्म की शिक्षा देना अति आवश्यक है। अन्यथा विधर्मी हमारे समाज को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे लव जिहाद जैसे गंभीर मामले सामने आते हैं।
आलोक कुमार ने कहा कि आज कुछ राजनेता आदिवासी समाज को अन्य समाज से अलग करने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें उकसा रहे हैं। जबकि वैज्ञानिक शोध से यह सिद्ध हो चुका है कि आदिवासी समाज और सनातन को मानने वाले अन्य पंथ के सभी बंधु मूल निवासी हैं और हिंदू हैं। डॉ. भीमराव अंबेडकर ने भी बौद्ध धर्म अपनाने से पूर्व ईसाई और इस्लाम मत पर विचार किया, लेकिन निष्कर्ष निकाला कि बौद्ध धर्म भारत के लिए अधिक उपयुक्त है। उन्होंने इस विषय पर “Thoughts on Pakistan” पुस्तक भी लिखी, जिसे सभी को पढ़ना चाहिए।
इस आयोजन में विभाग से सह मंत्री पवन बंजारा, वीनू शर्मा, मोहित चौबे; जिला उपाध्यक्ष राधेश्याम रावल, पवन देवड़ा; जिला संयोजक मुकेश व्यास, मनोज सगरवंशी, मनोज पंवार, मुन्नू कुशवाहा, अक्षय गोमै, योगेश चौहान, आशु टॉक, राजा राम ओहरी, अनिल रौतेला, कृष्ण भामा, पाखंड से विजय, नीरज सतवानी, दीपांशु गुप्ता, जिला प्रचार प्रसार प्रमुख मोंटी जायसवाल, जिला शाह पसार रिकी सेन; शंकर सिंह, हीरालाल सीरवी एवं विभाग, जिला एवं प्रखंड टीम के सदस्य उपस्थित रहे। जानकारी जिला प्रचार प्रसार प्रमुख मोंटी जायसवाल ने दी।
MP News: आपको नहीं मिल रहा है वाहन दुर्घटना का क्लेम, तो कोर्ट का यह फैसला आपके लिए है
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: रतलाम में न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण फैसले में वाहन दुर्घटना के पीड़ितों और उनके परिजनों को राहत देते हुए कहा है कि दुर्घटना के छह महीने बाद भी क्लेम किया जा सकता है। न्यायालय के इस फैसले से उन लोगों को बड़ी राहत मिली है जो समय सीमा के कारण क्लेम नहीं कर पा रहे थे। अब वे छह महीने बाद भी मुआवजे के लिए आवेदन कर सकेंगे।
न्यायालय के प्रथम सदस्य, एमएसीसी (मोटर दुर्घटना दावा प्राधिकरण) आदित्य रावत ने एक विशेष मामले पर सुनवाई करते हुए फैसला सुनाया। मामला प्रेमशंकर शर्मा की 22 जनवरी 2022 को हुई एक सड़क दुर्घटना से जुड़ा था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। इस दुर्घटना के बाद, उनकी पत्नी आशा शर्मा ने 26 अप्रैल 2023 को बीमा क्लेम दायर किया। इस क्लेम पर बीमा कंपनी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट 2019 के संशोधन के अनुसार क्लेम की अवधि दुर्घटना के 6 महीने के भीतर होनी चाहिए। लेकिन आशा शर्मा ने दुर्घटना के एक साल से अधिक समय बाद क्लेम दायर किया था।
बीमा कंपनी की आपत्ति के बावजूद न्यायाधीश आदित्य रावत ने बीमा कंपनी की याचिका को खारिज कर दिया और क्लेम को सुनवाई योग्य माना। न्यायालय ने अपने आदेश में कहा कि मोटर यान अधिनियम (मोटर व्हीकल एक्ट) एक कल्याणकारी कानून है, जिसका उद्देश्य दुर्घटना से पीड़ित परिवारों की मदद करना है। न्यायालय ने यह भी कहा कि सिर्फ देर से क्लेम दाखिल करने के आधार पर पीड़ित पक्ष को सुनवाई का अवसर दिए बिना मुआवजे के आवेदन को रद्द करना उचित नहीं है। न्यायाधीश ने कहा कि इस मामले में आवेदिका एक गृहिणी हैं और उन्हें इस प्रक्रिया की पूरी जानकारी नहीं थी, इसलिए विलंब को नजरअंदाज करना न्यायोचित है।
इस मामले में आवेदिका की ओर से एडवोकेट देवेंद्र सिरधाना गुर्जर ने पैरवी की। उन्होंने बताया कि न्यायालय का यह निर्णय उन सभी परिवारों के लिए राहत लेकर आया है जो दुर्घटना की समय सीमा के कारण क्लेम नहीं कर पा रहे थे। वर्ष 2019 के मोटर व्हीकल एक्ट संशोधन में क्लेम दाखिल करने की अवधि छह महीने निर्धारित की गई थी, जिससे कई लोग जानकारी के अभाव में इस सीमा का पालन नहीं कर पाते थे। इस फैसले के बाद, दुर्घटना में घायल या मृतकों के परिजन छह महीने बाद भी मुआवजे का दावा कर सकते हैं, जो उनके लिए एक बड़ी राहत है।
Ratlam News: प्रशिक्षु आईएएस व आईपीएस अधिकारियों ने कलेक्टर राजेश बाथम से की मुलाकात, सर्विस की बारीकियों पर की चर्चा
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: सोमवार को प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस अधिकारियों ने कलेक्टर राजेश बाथम से मुलाकात की। इस अवसर पर कलेक्टर ने उनके साथ बैठक आयोजित कर रतलाम जिले की विशेषताओं और विविधताओं के बारे में जानकारी साझा की। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण रवि गुप्ता, सहायक परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण अरुण पाठक, और अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत निर्देशक शर्मा भी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने प्रशिक्षु अधिकारियों को जिले के भ्रमण के लिए विभिन्न स्थानों की बिंदुवार जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि प्रशिक्षु अधिकारी रतलाम जिले में 16 नवंबर तक अध्ययन भ्रमण पर हैं। इनमें छह आईएएस अधिकारी, पांच आईपीएस अधिकारी और एक आईडीएएस अधिकारी शामिल हैं।
आईएएस अधिकारियों (IAS Officers) में सय्यद आदिल मोहसिन, विपिन दुबे, सचिन राहर, आयुषी प्रधान, और सुभांशु कटियार शामिल हैं। आईपीएस (IPS Officers) अधिकारियों में माधव गुप्ता, सिमरन सिंह, कुहू गर्ग, अनिकेत कुलकर्णी, और अजीत सिंह सम्मिलित हैं, जबकि हर्षवर्धन पांडे आईडीएएस (IDAS Officer) कैडर से हैं। आपको बता आईडीएएस कैडर के अंतर्गत भारतीय रक्षा बलों में वित्तीय प्रबंधन के लिए अधिकारी का चयन करना होता है। आईडीएस रेंक भी आईएएस अफसर के बराबरी की रेंक होती है। इसमें शहर या जिला नहीं देखते बल्कि भारतीय सुरक्षा बलों के लिए बेहतर फाइनेंशियल स्टेटस तैयार करने का काम होता है।
Ratlam News: पुलिस और पत्रकारों ने जमकर की बल्लेबाजी, मैत्री क्रिकेट मैच में आखिरी गेंद तक बना रहा रोमांच
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: पुलिस लाइन के मैदान पर रविवार सुबह का नजारा कुछ अलग ही था। आमतौर पर क्राइम सीन या इवेंट पर पर साथ रहने वाले पुलिस और पत्रकारों ने खेल के मैदान में अपना समय साथ बिताया। पत्रकारों और पुलिस के बीच खेले गए मैत्री क्रिकेट मैच में दोनों टीमों ने चौकों-छक्कों की बौछार कर रोमांच को आखिरी गेंद तक बनाए रखा। इस रोमांचक मुकाबले में कभी पत्रकार आगे दिखे तो कभी पुलिस की टीम। पुलिस इलेवन की कप्तानी एसपी अमित कुमार ने की, जबकि पत्रकार इलेवन का नेतृत्व मुकेशपुरी गोस्वामी के हाथों में था।
टॉस जीतकर पुलिस ने पहले बल्लेबाजी की
मैच की शुरुआत में एसपी अमित कुमार और एएसपी राकेश खाखा ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों से परिचय लिया। टॉस पत्रकार सौरभ कोठारी ने करवाया, जिसे पुलिस कप्तान ने जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। 12 ओवर के इस मैच में पुलिस इलेवन ने कुल 115 रन का स्कोर खड़ा किया।
पत्रकारों की शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी
पत्रकार इलेवन की ओर से सुरेंद्र जैन, प्रदीप नागौरा, दिव्यराज सिंह राठौर, राजेंद्र केलवा, अर्पित चौबे, किशोर जोशी दत्ता, यशवंत सिंह राठौर, समीर खान, साजिद खान, दुष्यंत सिंह तंवर और शैलेंद्र पारे ने शानदार प्रदर्शन किया। प्रदीप नागौरा ने सबसे ज्यादा 69 रन बनाए, जबकि दिव्यराज सिंह राठौर ने 20 रन का योगदान दिया। गेंदबाजी में राजेंद्र केलवा ने 2 ओवर में 11 रन देकर 3 विकेट लिए और एक कैच भी पकड़ा। यशवंत सिंह राठौर ने 3 ओवर में 21 रन देकर 1 विकेट लिया और दिव्यराज सिंह राठौर ने 3 ओवर में 24 रन देकर 2 विकेट लिए।
पुलिस इलेवन का ज़ोरदार प्रदर्शन
पुलिस इलेवन की ओर से आरआई मोहन भर्रावत ने 72 रनों की शानदार पारी खेली। जावरा सीएसपी दुर्गेश आर्मो और रतलाम सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया खाता नहीं खोल सके। एसपी अमित कुमार ने 10 रन जबकि एएसपी राकेश खाखा ने 8 रन का योगदान दिया। गेंदबाजी में बूदन ने 3 ओवर में केवल 13 रन दिए, आकाश ने 3 ओवर में 18 रन देकर 2 विकेट हासिल किए, और टीआई सुरेंद्र गडरिया ने 1 ओवर में 4 रन देकर 1 विकेट लिया।
मैच के बाहर भी बना मनोरंजन का माहौल
मैच के दौरान हंसी-मजाक और कॉमेंट्री से माहौल खुशनुमा बना रहा। अंत में शानदार प्रदर्शन के लिए पत्रकार इलेवन के प्रदीप नागौरा को मैन ऑफ द मैच चुना गया। विजेता और उपविजेता टीम के खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान की गई। इस अवसर पर प्रेस क्लब सचिव यश शर्मा बंटी, वरिष्ठ पत्रकार गोविंद उपाध्याय, भेरूलाल टांक, सौरभ कोठारी, नरेंद्र जोशी, जितेंद्र सिंह सोलंकी, अदिति मिश्रा, मुबारिक शेरानी, नीरज बरमेचा, विनोद वाधवा, जयदीप गुर्जर, विवेकानंद चौधरी, राजेश वासनवाल, चंद्रशेखर सोलंकी, राकेश पोरवाल, शाहिद मीर, स्वदेश शर्मा, नवीन टांक, उत्तम शर्मा, उमेश मिश्रा, मो. हुसैन और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। पुलिस की ओर से गोविंद मालवीय ने स्कोरिंग और कॉमेंट्री की। अम्पायरिंग अमोल कस्तौरे और यश हाड़े ने की।
Ratlam News: गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल का वार्षिक खेल एवं सांस्कृतिक समारोह “उत्सव” संपन्न
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: रतलाम के श्री गुरु तेग बहादुर पब्लिक प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल, शास्त्री नगर का वार्षिक खेल एवं सांस्कृतिक समारोह “उत्सव” भव्य रूप से मनाया गया। यह आयोजन श्री अरविंद मार्ग स्थित एकेडमी परिसर में अंतरराष्ट्रीय बॉडीबिल्डर सरदार कारज सिंह लहर के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन और गुरु तेग बहादुर जी व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह डंग, सचिव अजीत छाबड़ा, प्राचार्य मेघा वैष्णव, प्रधानाध्यापिका सरला माहेश्वरी और हेडमिस्ट्रेस मनीषा ठक्कर विशेष रूप से उपस्थित रहे। समिति प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह भामरा ने बताया कि इस अवसर पर सरदार कारज सिंह लहर का शाल, श्रीफल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
मुख्य अतिथि सरदार कारज सिंह लहर ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल में सक्रियता बच्चों में आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण का विकास करती है। उन्होंने मोबाइल का उपयोग सावधानीपूर्वक और संतुलित मात्रा में करने का भी संदेश दिया। समिति अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह डंग ने बच्चों को शिक्षा के साथ खेलकूद में भी सक्रियता दिखाने का आह्वान किया।
समारोह में विद्यार्थियों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट, खेल गतिविधियां, और रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। बच्चों ने प्लास्टिक के दुष्प्रभाव और उससे बचने के उपायों पर भी प्रस्तुति दी। इसके साथ ही भारतीय सांस्कृतिक विरासत और त्योहारों का भी प्रदर्शन किया गया।
इस आयोजन में 800 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन शिवानी सिंह और रश्मि तिवारी ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन मनीषा ठक्कर ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
Ratlam News: परवलिया में निजी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत पहुंची कलेक्टोरेट, हाल ही में चला था बुल्डोजर
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News : जिले की तहसील जावरा के परवलिया गांव में निजी भूमि पर अवैध कब्जे और अवैध गतिविधियों के मामले में भूमि स्वामी कमल पांचाल ने प्रशासन से कार्रवाई की गुहार लगाई है। पीड़ित ने कलेक्टर को लिखे आवेदन में बताया कि उनकी निजी भूमि, सर्वे नम्बर 346/2, 292, और 295 पर प्रतिप्रार्थियों द्वारा अवैध कब्जा किया गया है और निर्माण कार्य भी किया जा रहा है। इसके साथ ही, उक्त जमीन पर अवैध रूप से देह व्यापार जैसी गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं, जिससे क्षेत्र के वातावरण पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
पीड़ित का आरोप है कि प्रतिप्रार्थीगण ने उनकी निजी भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा है और उस पर विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्य जारी हैं। पीड़ित ने प्रशासन से मांग की है कि अवैध कब्जा हटवाकर उन्हें उनकी जमीन का अधिकार सौंपा जाए। कमल पांचाल ने बताया की प्रशासन द्वारा अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अपनी निजी भूमि पर अवैध अतिक्रमण हटाने की मांग की है। जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द इस मामले में उचित कार्रवाई कर उन्हें उनकी भूमि का अधिकार दिलाया जाए।
4 दिन पहले तोड़ा अतिक्रमण
रतलाम के जावरा-नीमच फोरलेन पर परवलिया गांव में प्रशासन ने बुधवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी। इस दौरान 33 मकानों पर जेसीबी चलाकर अवैध निर्माण तोड़े गए। यह सभी मकान फोरलेन की सीमा से सटे थे। जानकारी के अनुसार कार्रवाई से पहले भी कई बार मकान मालिकों को नोटिस दिया गया था, लेकिन उन्होंने अवैध निर्माण नहीं हटाए। जिसके बाद बुधवार को प्रशासन के अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ सख्ती से कार्रवाई की। वहीं इस क्षेत्र से 1 नवंबर को एक उज्जैन का युवक लापता हो गया था। जिसका शव बुधवार को एक कुएं से बरामद किया गया। प्रशासन की अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई को लोगों ने परवलिया क्षेत्र से लापता हुए युवक से जोड़ लिया। हालांकि, बाद में अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमण की कार्रवाई एमपीआरडीसी के नोटिस के बाद की जा रही है।
Ratlam News: महामंडलेश्वर श्री राधे राधे बाबा का रतलाम आगमन, विहिप पदाधिकारियों ने किया स्वागत
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: गुरुवार दोपहर को महामंडलेश्वर श्री राधे राधे बाबा (केंद्र मार्गदर्शक, विश्व हिंदू परिषद और संयुक्त राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारतीय संत समिति) दिल्ली से रतलाम पहुंचे। उनके साथ श्री महंत जगदीशदास महाराज भी थे। इस अवसर पर उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में हिंदू समाज को एकजुट रहने की आवश्यकता है। उन्होंने समाज को जाति-पंथ से ऊपर उठकर एक रहने का आह्वान किया और बताया कि सनातन परंपरा जाति-भेद की नहीं है, बल्कि भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण की परंपरा है, जिसमें एकता सर्वोपरि है।
महामंडलेश्वर श्री राधे राधे बाबा ने यह भी बताया कि 23 से 27 नवंबर तक राजस्थान के बांसवाड़ा में परम पूज्य टीला गद्दाचार्य मंगल पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 स्वामी माधवाचार्य जी महाराज के सानिध्य में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन होगा। इस भव्य आयोजन में सभी भक्तों से जुड़ने का आह्वान किया गया है।
जिला प्रचार प्रसार प्रमुख मोंटी जायसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि महामंडलेश्वर श्री राधे राधे बाबा इंदौर से बांसवाड़ा प्रवास के दौरान रतलाम पधारे। उन्होंने कालिका माता मंदिर पहुंचकर विधिवत पूजन-अर्चन किया। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल की ओर से श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में उनका और श्री महंत जगदीशदास महाराज का पुष्प माला से भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के विभाग, जिला, प्रखंड और नगर के वरिष्ठ समाजजन उपस्थित रहे।
Ratlam News: श्री नित्य चिंताहरण गणपति मंदिर पर अन्नकूट महोत्सव महाआरती और महाप्रसादी का आयोजन
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क| Ratlam News: रतलाम स्थित श्री नित्य चिंताहरण गणपति जी मंदिर, पेलेस रोड पर आज अन्नकूट महोत्सव का आयोजन धूमधाम से संपन्न हुआ। इस धार्मिक कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए और भगवान श्री गणपति जी के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर मंदिर ट्रस्ट द्वारा भगवान गणपति जी को छप्पन भोग अर्पित किया गया। दोपहर 12 बजे महाआरती के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तजनों को महाप्रसादी के रूप में अन्नकूट वितरित किया गया।
मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष जनक नागल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन हर वर्ष दीवाली के बाद होता है, जिसमें भक्तजनों को प्रसाद ग्रहण करने का सौभाग्य मिलता है।
कार्यक्रम में प्रेस क्लब अध्यक्ष मुकेश गिरी गोस्वामी, उपाध्यक्ष सुजीत उपाध्याय, पत्रकार आशीष पाठक, राजेश पोरवाल, शुभ दशोत्तर, और सिकंदर पटेल सहित विशेष आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया गया। उन्हें दुपट्टा ओढ़ाकर तथा भगवान गणपति जी की तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस आयोजन में ट्रस्ट के अध्यक्ष जनक नागल, कार्याध्यक्ष सचिन सिंह देवड़ा, पंडित अमित रावल, मुकेश व्यास, महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती सारिका दवे, श्रीमती रत्ना पाल, राहुल शर्मा एडवोकेट, अमित देवड़ा, भुवनेश सिंह राठौर, अशोक मेहता, नवीन व्यास, रवि पंवार, और हितेश नागल ने मुख्य रूप से अतिथियों का स्वागत किया।
Bank Holidays in November 2024: नवंबर के महीने में त्यौहारों के चलते बैंकों में कई दिन रहेंगे बंद, जानें कब-कब रहेंगी छुट्टियां
नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Bank Holidays in November 2024: अक्टूबर का महीना समाप्त हो चुका है और नवंबर की शुरुआत हो गई है। इस महीने में भी विभिन्न त्यौहारों और विशेष आयोजनों के चलते कई राज्यों में बैंकों में छुट्टियां रहेंगी। अगर आपके पास बैंक से जुड़े कोई जरूरी काम हैं, तो इन्हें जल्द निपटा लें क्योंकि नवंबर में कई दिनों तक बैंकों में अवकाश रहेगा। इन छुट्टियों के दौरान बैंक से जुड़े कार्य जैसे चेकबुक, पासबुक अपडेट करना, पैसे जमा करना आदि प्रभावित हो सकते हैं। आइए जानते हैं नवंबर में किन-किन दिनों पर बैंक बंद रहेंगे।
नवंबर 2024 में बैंक की छुट्टियों की सूची (Bank Holidays in November 2024 List)
– 7 नवंबर 2024: छठ पूजा (शाम के अर्घ्य) – बंगाल, बिहार और झारखंड समेत कुछ राज्यों में बैंक बंद रहेंगे।
– 8 नवंबर 2024: छठ पूजा (सुबह का अर्घ्य) / वंगला महोत्सव – बिहार, झारखंड और मेघालय जैसे राज्यों में बैंक बंद रहेंगे।
– 9 नवंबर 2024: दूसरा शनिवार – सभी राज्यों में बैंकों का नियमित अवकाश।
– 10 नवंबर 2024: रविवार – सभी राज्यों में बैंकों का नियमित अवकाश।
– 15 नवंबर 2024: गुरु नानक जयंती / कार्तिका पूर्णिमा / रहस पूर्णिमा – मध्य प्रदेश, मिजोरम, महाराष्ट्र, ओडिशा, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हैदराबाद (तेलंगाना), अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू, उत्तर प्रदेश, नागालैंड, बंगाल, नई दिल्ली, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और श्रीनगर के कई क्षेत्रों में बैंक बंद रहेंगे।
– 17 नवंबर 2024: रविवार – सभी राज्यों में बैंकों का नियमित अवकाश।
– 23 नवंबर 2024: चौथा शनिवार – सभी राज्यों में बैंकों का नियमित अवकाश।
– 24 नवंबर 2024: रविवार – सभी राज्यों में बैंकों का नियमित अवकाश।
इस महीने की छुट्टियों के दौरान ध्यान रखें कि बैंकिंग से जुड़े कई काम रुक सकते हैं। अगर आपके पास बैंक से संबंधित कोई भी कार्य है, तो बेहतर होगा कि इन्हें पहले से निपटा लें ताकि अवकाश के कारण किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
Note: उपरोक्त सूची में शामिल छुट्टियां राज्य विशेष पर निर्भर करती हैं। संबंधित राज्य की छुट्टियों की जांच कर लें।