पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। प्रदेश का मुखिया बनते ही डॉ. मोहन यादव ने मांस विक्रय और लाउड स्पीकर्स पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए थे। उस दौरान ताबड़तोड़ प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की। लेकिन समय बितने के बाद उन आदेशों का पालन कहीं भी नजर नहीं आ रहा है। ना ही जिम्मेदार इस पर कोई ध्यान दे रहे है। अब तक मंदिर व मस्जिदों में बजने वाले लाउड स्पीकर्स के डेसिबल मापने की मशीनें नहीं लग पाई है। ना ही मांस के अवैध कारोबार पर कोई ठोस कार्रवाई हुई है। ऐसे में अब हिंदू जागरण मंच ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को जागरण मंच का प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर भास्कर लक्षाकार से मिला और ज्ञापन सौंपा।
मंच के जगदीश पाटीदार ने बताया की मुख्यमंत्री द्वारा धर्मस्थलों पर लगाए गए लाउड स्पीकरों को हटाने और शहरी क्षेत्रों में अवैध रुप से संचालित की जा रही मांस दुकानों व स्लाटर हाउसों को बन्द करने के निर्देश दिए गए थे। परन्तु राज्य शासन के सुस्पष्ट निर्देशों के बावजूद उक्त दोनो ही गतिविधियां धडल्ले से जारी है। इसके साथ ही शासकीय भूमियों पर अवैध मजारें बनाकर कब्जा किया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा इस प्रकार की अवैध फर्जी मजारों को भी हटाने के निर्देश दिए गए है। मगर जिला प्रशासन इन सभी निर्देशों को ताक पर रखकर अवहेलना कर रहा है।
हिन्दू जागरण मंच की इस मांग पर तत्काल कार्यवाही की जाए अन्यथा हिन्दू जागरण मंच को इन मुद्दों पर आन्दोलन करने के लिए बाध्य होना पडेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। ज्ञापन के दौरान मंच के राजेश कटारिया, कमलेश ग्वालियरी, वैभव व्यास, कुलदीप माहेश्वरी, सिद्धार्थ पंड्या, महावीर चौहान, पृथ्वी रंगशाही,कार्तिक पाटीदार, नंदकिशोर मीणा आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।
यह मांगे रखी गई ज्ञापन में
1. प्रदेश के मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने पदभार ग्रहण करते ही पहला आदेश इसी सम्बन्ध में जारी किया था कि धर्मस्थलों पर बिना अनुमति बजाए जा रहे लाउड स्पीकरों को हटाया जाए। अपने आदेश में मुख्यमंत्री डा. यादव ने यह स्पष्ट निर्देश दिए थे कि जिन भी धर्मस्थलों पर बिना अनुमति के लाउड स्पीकर बजाए जा रहे है,उन्हे तुरंत जब्त किया जाए। साथ ही जिन धर्मस्थलों पर प्रशासन से अनुमति लेकर लाउड स्पीकर बजाए जा रहे है,उनकी ध्वनि का स्तर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित सीमा में रखा जाए और इसके लिए प्रशासन को धर्मगुरुओं और धर्मस्थलों के संचालकों से चर्चा करने के निर्देश दिए गए थे।
2. जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के निर्देशों पर पूरा अमल नहीं किया। प्रशासन द्वारा किसी भी धर्मस्थल पर लगे लाउड स्पीकरों की अनुमति की जांच नहीं की गई। इसके विपरित सभी धर्मो के धर्मगुरुओं की बैठक लेकर उन्हे कम आवाज में लाउड स्पीकर बजाने के निर्देश दे दिए गए। मुख्यमंत्री जी ने ध्वनि प्रदूषण के नियंत्रण के लिए थाना स्तर पर टीम बनाने के निर्देश भी दिए थे। परन्तु ऐसी कोई टीम गठित नहीं की गई।
3. जिला प्रशासन द्वारा ली गई बैठक का असर यह हुआ कि जिले के सभी मन्दिरों पर लगे हुए लाउड स्पीकरों की आवाज तो कम हो गई लेकिन मस्जिदों पर लगे लाउड स्पीकरों की आवाज दो तीन दिन कम रखने के बाद फिर से बढा दी गई है। वर्तमान में समस्त मस्जिदों पर बेहद तेज आवाज में दिन में पांच बार अजान दी जाने लगी है। जिससे लोगों को काफी कष्ट होता है। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का खुला उल्लंघन करते हुए सुबह साढे पांच बजे तेज आवाज में अजान दी जाती है,जबकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सुबह 6 बजे से पहले किसी भी स्थिति में लाउड स्पीकर का उपयोग नहीं किया जा सकता है।
4. हिन्दू जागरण मंच की मांग है कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आदेश का अक्षरश: पालन करवाया जाए। प्रशासन द्वारा प्रत्येक धर्मस्थल पर लगे लाउड स्पीकर की अनुमति की जांच करवाई जाए और बिना अनुमति चलाए जा रहे लाउड स्पीकरों को जब्त किया जाए। हिन्दू जागरण मंच को इस बात की पूरी आशंका है कि किसी भी मस्जिद द्वारा लाउड स्पीकर बजाने के लिए विधिवत अनुमति नहीं ली गई है।
5. मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव द्वारा शहरों में खुले रुप से मांस विक्रय किए जाने को भी प्रतिबन्धित किया गया है। मुख्यमंत्री के आदेश पर शुरुआती एक दो दिन तो कार्यवाही का नाटक किया गया परन्तु वास्तविकता यह है कि शहर में अनेक अवैध दुकानों पर खुलेआम मांस का अवैध विक्रय किया जा रहा है। 6. हिन्दू जागरण मंच को मिली जानकारी के अनुसार शहर में कई अवैध स्लाटर हाउसों का संचालन किया जा रहा है। साथ ही अवैध रुप से मांस विक्रय की दुकाने चलाई जा रही है। बिना लायसेंस के चलाई जा रही इस मांस विक्रय की दुकानों और अवैध रुप से संचालित किए जा रहे स्लाटर हाउसों की जांच की जाना आïवश्यक है।
7. हिन्दू जागरण मंच को मिली जानकारी के अनुसार,पूरे जिले में अनेक स्थानों पर गौवध किया जा रहा है और ग्र्राम पंचायतों द्वारा इन मांस विक्रे ताओं को अवैध प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे है। ग्र्रामीण क्षेत्रों में हर पांच छ: किमी पर मुख्य मार्गों पर मुर्गे और बकरे के नाम पर अवैध गौवंश और पाडे का मांस विक्रय किया जा रहा है। कई मन्दिरों और स्कूलों के पास अवैध मांस दुकानें संचालित की जा रही है। हिन्दू जागरण मंच की मांग है कि अवैध मांस विक्रय,गौवंश हत्या और अवैध स्लाटर हाउसों की जांच करवा कर इनपर प्रभावी रुप से रोक लगाई जाए।
8. जिले भर में अनेक शासकीय भूमियों पर अवैध फर्जी मजारें बनाकर शासकीय भूमियों पर कब्जा किया जा रहा है। शासकीय भूमियों पर नकली मजारें बनाई जा रही है और फिर धीरे धीरे इन्हे विस्तारित कर पक्का निर्माण कर जमीन पर पूरी तरह कब्जा किया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा इस प्रकार के अवैध कब्जों को हटाने के भी निर्देश दिए गए है। परन्तु इस दिशा में जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है।
9. शहर के आसपास के कई इलाकों में शासकीय भूमियों पर नकली मजारें बनाई गई है। बजंली हवाई पïट्टी के पास इसी तरह की नकली मजार बनाई गई है,जो धीरे धीरे आसपास की काफी जमीन पर फैला दी गई है। यह नकली मजार है। इसी तरह योगीन्द्र सागर कालेज के बाहर मेनरोड पर नकली मजार बनाकर शासकीय भूमि पर कब्जा किया गया है। मोरवानी रोड पर धामनिया के आगे बाईं ओर रावटी ढोलावाड रोड पर नकली मजार बनाई गई है। आडवानिया इसरथूनी रोड पर भी सरकारी जमीन पर नकली मजार बनाई गई है। इसी तरह जिले में सैकडों नकली मजारें पनपती जा रही है।
10. राज्य शासन के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा इन नकली मजारों की जांच और इन्हे हटाने के सम्बन्ध में कोई कार्यवाही नही की जा रही है। हिन्दू जागरण मंच द्वारा इन विषयों को पूर्व में भी जिला प्रशासन और नगर निगम को अवगत कराया गया है,परन्तु इस पर कोई कार्यवाही आज दिनांक तक नहीं की गई है।