मानवता का “मर्डर” : मां को बनाना चाहता था अपनी हवस का शिकार, इसलिए 10 माह की मासूम बच्ची को उठा कर ले गया दरिंदा दशरथ

रोती – बिलखती मासूम का मुंह दबाकर कुंए में फेंका शव…. सजा – ए – मौत की उठी आवाज!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जिला मुख्यालय के कालूखेड़ा थाना अंतर्गत गांव लसुड़िया नाथी से 17 अगस्त की रात एक 10 माह की मासूम के अपहरण की खबर ने सनसनी फैला दी थी। जिसके बाद पूरा पुलिस फोर्स अलग – अलग एंगल से बालिका को ढूंढने में जुट गया। पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बगैर किसी सुराग के आरोपी तक पहुंचने की थी। आरोपी पुलिस के सामने ही था। मगर पुलिस के पास पर्याप्त सुराग नहीं होने से वह केवल रडार पर था। रतलाम पुलिस की अथक मेहनत और खोजी कुत्ते की एक निशानदेही ने आरोपी दशरथ के कारनामें को उजागर कर दिया। पुलिस पहुंचती उसके चंद घंटे पहले वह फरार हो चुका होता है। रतलाम पुलिस ने तत्तपरता से आरोपी को अन्य राज्यों में ढूंढने के प्रयास कर दिए। एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया। जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया, जिसे अब सलाखों के पीछे धकेल दिया। पुलिस सहित समाज को मलाल इसी बात का है की नन्हीं मासूम जीवित नहीं रही। दरिंदे दशरथ ने 10 माह की बच्ची जो ठीक से शायद अपनी मां की पहचान ही जानती थी, उसे दुनियां देखने से पहले ही मौत की नींद सुला दिया। इस पूरे मामले ने आज मानवता की हत्या की है। ऐसी नीच और ओच्छी मानसिकता आखिर समाज में कहां से व्याप्त हो रही है? यह विचार करने का एक गंभीर विषय है। पूरा समाज आज क्रोधित है और आरोपी दशरथ के खिलाफ जल्द से जल्द “सजा – ए – मौत” चाहता है!

देखिए खबर से जुड़ा एक वीडियो क्या बोले एसएसपी राहुल लोढा

गौरतलब है की प्रेमा पति मुकेश उर्फ राकेश खारोल निवासी ग्राम उपरवाड़ा करीब एक साल से कालूखेड़ा थाना अंतर्गत गांव लसुड़िया नाथी में अपने मायके में थी। डिलेवरी के पहले वह अपने मायके आई थी। डिलेवरी के बाद से वह मायके में ही थी। पति मिलने आता जाता था। 17 अगस्त की रात प्रेमा घर में अपनी बच्ची तनु के साथ सो रही थी। रात 11 से 12 बजे के बीच मां प्रेमा की नींद खुली तो बच्ची पास में नहीं थी। घर का अंदर से दरवाजा बंद था। खिड़की खुली हुई थी। रात में ही बच्ची के पिता को सूचना दी। गांव में भी बच्ची के गायब होने पर हड़कंप मच गया। रात में पुलिस को सूचना दी। बच्ची को तलाश किया, लेकिन नहीं मिली। जिसके बाद रतलाम एसएसपी राहुल लोढा ने मौके पर पहुंचकर गंभीरता से इस मामले की छानबीन के लिए टीम को लगाया। जिसके बाद परत दर परत मामला खुलता गया और पुलिस ने लसुडिया नाथी निवासी आरोपी दशरथ पिता रामलाल कटारिया (23) को गिरफ्तार किया। दशरथ का बच्ची के पड़ोस में ही घर है, जिसकी पत्नी अपने मायके गई थी। इसका दो साल का एक बेटा भी है। पूरे मामले के खुलासे में एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी जावरा दुर्गेश आर्मो, एसडीओपी शक्तिसिंह व कालूखेड़ा टीआई नीलम चौंगड़ की विशेष भूमिका रही।

मासूम के शव को बारिश व कीचड़ के बीच टीआई नीलम गोद में लाती हुई, इस दौरान उनकी भी ममता छलक गई

बच्ची को उठाया, ताकी मां के साथ…
एसएसपी राहुल लोढा के अनुसार सख्ती से पूछताछ के दौरान आरोपी दशरथ ने बताया की बच्ची की मां यानी प्रेमा पर उसकी बुरी नजर थी। आरोपी दशरथ की पत्नी राखी के लिए 16 अगस्त को गई थी। 17 की रात वह पड़ोसी महिला के घर में खिड़की से गलत नियत से घुसने की फिराक में था। खिड़की के पास उसने बाहर से मां के पास सो रही बच्ची को उठा लिया। उसकी मंशा थी की बच्ची को उठाकर ले जाने से मां उसे ढूंढते हुए बाहर निकलेगी और वह उसका फायदा उठाकर महिला के साथ गलत कार्य कर सके। लेकिन बच्ची को उठाते ही वह रोने लगी तो उसने उसका मुंह हाथ से दबा दिया। इसी बीच बच्ची के मामा मौसी उठ गए और मां भी जाग गई। सभी बच्ची को ढूंढने लगे। आरोपी को जब लगा की मुंह दबाने से बच्ची मर गई है, तो उसने जुर्म छुपाने के लिए घर के पीछे कुछ दूरी पर स्थित कुंए में फेंक दिया।

स्निफर डॉग से हाथ लगा सुराग
एसएसपी ने बताया घटनास्थल की जांच के लिए साइबर और रेडियो टीम के हाथ भी कुछ नहीं लग रहा था। 200 से अधिक सीसीटीवी छाने, जावरा के प्रत्येक थाने और चौकी के प्रभारी को काम पर लगा दिया गया। गांव के एक – एक घर की तलाशी लेने के साथ सभी से पूछताछ जारी रखी गई। मानव तस्करी के एंगल से जांच को शुरू किया और बांछड़ा डेरो पर कड़ी निगरानी रखी गई। इतना सबकुछ करने के बाद भी नाकाफी सा लग रहा था। आरोपी जिस रास्ते से गया वहां तीन कैमरा थे मगर 2 रास्ते के कैमरा सही थे और उसी रास्ते का कैमरा खराब था जहां से आरोपी गुजरा। मामले में डॉग स्क्वाड को बुलाकर स्निफर डॉग (खोजी कुत्ता) की मदद ली गई। बच्ची के मकान से डॉग 3 किलोमीटर दूर चिकलाना में एक मकान तक पहुंचा। दूसरी बार फिर डॉग को फॉलो किया तो वापस वहीं जाकर डॉग रुक गया। जहां डॉग रुक रहा था वहां शराब मिलती है। पूछताछ में दशरथ कटारिया का नाम सामने आया। इस आधार पर दो बार उससे पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। यहां तक कि आरोपी बच्ची की तलाश में गांव के लोगों के साथ भी में रहा। जब दशरथ पर शक गहराया और सुराग हाथ लगा तब तक वह फरार हो गया। जिसे ढूंढने के लिए अलग – अलग टीमें बनाई।

प्रेस वार्ता में जानकारी देते एसएसपी राहुल लोढा

अपने ससुराल जाकर छुपा था आरोपी
आरोपी दशरथ पुलिस से बचने के लिए राजस्थान के प्रतापगढ़ में हथूनिया गांव के एक सूने मकान में छुपकर रहने लगा था। रतलाम पुलिस को जांच में जब इसके ऊपर शंका हुई तो पुलिस ने कालूखेड़ा, मंदसौर, नीमच, प्रतापगढ़ के कई संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपी कहीं नहीं मिला। रतलाम पुलिस ने राजस्थान पुलिस को भी जानकारी दी। इस बीच रविवार दोपहर को हथुनिया थाने के कांस्टेबल सुरेश मीणा को सूचना मिली कि आरोपी एक सुने झोपड़ीनुमा मकान में छिपा है। कांस्टेबल मौके पर पहुंचा, तो दशरथ ने भागने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने उसे घेर लिया। कांस्टेबल मीणा की मदद से उसे गिरफ्तार किया। इसके बाद रतलाम पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस पंहुची और उसे कालूखेड़ा थाने लाया गया। कालूखेड़ा लाने पर टीआई नीलम चौंगड़ टीम के साथ आरोपी को लेकर उसकी निशानदेही पर गांव के कुएं तक पंहुचे जहां शव फेंका था। पुलिस टीम बरसते पानी में उसे लेकर कच्चे रास्ते से पैदल पंहुची तो ग्रामीणों की भीड़ लग गई। जैसे ही कुएं से बच्ची का शव निकला तो महिला टीआई नीलम का भी मातृत्व प्रेम छलक गया। एक मां की पीड़ा समझते हुए नीलम ने बच्ची के क्षत विक्षत शव को गोद में ले लिया। शव बुरी तरह से बदबू भी मारने लगा था। लेकिन टीआई नीलम उसे पूरे रास्ते गोद में लेकर ही चलती रही। शव को पीएम के लिए मेडिकल कालेज भेजा गया था, जहां सोमवार को पीएम किया गया।

अवैध संबंध, हत्या और खुलासा! : विवाहित महिला के दूसरे संबंधो से नाखुश था प्रेमी संतोष, गला घोंटकर लाश फेंकी थी नदी में

लापता महिला रचना उपाध्याय की लाश करवड़ में मिलने का मामला, पुलिस ने किया खुलासा

पब्लिक वार्ता -रतलाम,
जयदीप गुर्जर। 23 मई को थाना औद्योगिक क्षैत्र रतलाम पर वर्धमान नगर निवासी भगवतीलाल उपाध्याय अपनी पत्नी रचना उपाध्याय उम्र39 वर्ष की गुमशुदगी दर्ज करवाने पहुंचता है। 6 दिन बाद झाबुआ के करवड़ में माही नदी में में एक शव बरामद होता है। जिसकी सूचना रतलाम पुलिस को दी जाती है। जिसके बाद रचना के परिजनों को सूचना देकर बुलाया जाता है और शव की पहचान कराई जाती है। शव पानी में रहने के कारण सड़ गल चुका होता है। शरीर पर बने टेटू और कपड़ों से महिला की शिनाख्ती की जाती है। इसके बाद पुलिस मामले में हत्या का केस दर्ज कर तफ्तीश में जुट जाती है। पुलिस आखिरकार आरोपियों तक पहुंचती है और सोमवार को इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा होता है। मृतिका महिला रचना उपाध्याय की एक 19 वर्षीय बेटी व 13 वर्ष का बालक है। महिला के आरोपी के साथ अवैध संबंध होना सामने आए है।

एसपी राहुल कुमार लोढा ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी। हत्या के मुख्य आरोपी हाकिमवाड़ा निवासी संतोष पिता श्यामलाल राव उम्र 39 वर्ष व उसका साथ देने वाले दोस्त चिंगीपुरा निवासी सलमान पिता मोहम्मद एहसान उम्र 32 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी संतोष लोडिंग वाहन चलाता है। वहीं उसका दोस्त आरोपी सलमान लोकेंद्र भवन (कान्वेंट तिराहे) स्थित बंगले मुफद्दल विला का चौकीदार है। महिला की हत्या इसी मुफद्दल विला में गला घोंटकर की गई थी। कांफ्रेंस के दौरान एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी अभिनव वारंगे, औद्योगिक क्षेत्र टीआई राजेंद्र वर्मा मौजूद रहे।

प्रेमी का शक, गुस्सा और हत्या!
पुलिस के अनुसार हत्या की वजह महिला के अन्य संबंध का शक बना। आरोपी संतोष के करीब 1 साल से महिला के साथ अवैध संबंध थे। इस दौरान उसे महिला के और भी अन्य लोगों के साथ संबंध होने का शक था। इसी बीच आरोपी संतोष अपनी शादीशुदा प्रेमिका रचना से प्यार करने लगा। 23 मई की शाम जब मृतिका संतोष से मिलने मुफद्दल विला पहुंची तो संतोष और महिला विवाद हुआ। विवाद इस बात को लेकर हुआ था की मृतिका रचना आरोपी संतोष मिलने से पहले किसी और से मिलकर उसके पास आई थी। संतोष ने शक में मृतिका रचना से विवाद किया और गुस्से में आकर गला दबा दिया। जिससे रचना अचेत हो गई। जानकारी के अनुसार 23 मई को दोपहर 4 बजे करीब रचना अपने ससुराल से मायके जाने का कहकर स्कूटी से निकली थी। रचना का मायका रतलाम में ही श्रृंगी नगर में है। रचना के परिवार वाले उस दिन हरिद्वार गए हुए थे।

टेप से पैक की लाश, लोडिंग में डाली
विवाद के दौरान जब संतोष ने रचना का गला दबाया तो वह अचेत हो गई। जिसके बाद उसने बंगले के चौकीदार अपने दोस्त सलमान को बुलाया और दोनों ने रचना को पानी छिड़क कर होश में लाने की कोशिश की। लेकिन तब तक रचना का शरीर ठंडा पड़ चुका था। दोनों ने मिलकर अब लाश ठिकाने लगाने की कोशिश शुरू कर दी। संतोष लोडिंग वाहन लेकर बंगले के अंदर आया। बंगले में लोडिंग खड़ी की, इसके बाद दोनों आरोपी महिला की स्कूटी से खाचरौद (उज्जैन) पहुंचे। रास्ते में स्कूटी की नंबर प्लेट निकालकर फेंक दी। महिला का मोबाइल भी तोड़कर रास्ते में फेंक दिया। स्कूटी को खाचरौद के उज्जैन गेट पर खड़ी कर वापस रतलाम लौट आए। आरोपियों ने महिला के शव को पुस्टे में टैप लगाकर पैक किया। आरोपियों ने महिला के शव को ठीक उसी तरह पैक किया जैसे कोई डिलवरी का सामान किसी लोडिंग में पैक कर पहुंचाया जाता है। संतोष शाम 7 बजे करीब महिला को लेकर बंगले मुफद्दल विला में घुसा था। जिसकी जानकारी उसके चौकीदार दोस्त सलमान को थी। महिला के शव को पैक कर दोनों ने लोडिंग में डाला और 40 किलोमीटर दूर करवड़ जाकर नदी में फेंक दिया।

मशक्कत के बाद पुलिस के हाथ आए
मृतिका रचना की गुमशुदगी से लेकर हत्या के दिन तक के करीब 150 से अधिक सीसीटीवी फूटेज को पुलिस ने खंगालना शूर किया। 23 मई की शाम महिला को संदेही संतोष के साथ नगर निगम के यहां देखा गया। जिसके बाद आरोपी संतोष को लगातार ट्रेस किया गया। आरोपी उसे बंगले में ले जाते हुए भी ट्रेस हुआ। पुलिस ने तुरंत संतोष की तलाश शुरू की और उसे गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने महिला के साथ अवैध संबंधो को स्वीकार किया और हत्या करने की वजह बताई। आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को पहले खूब दिमागी कसरत करना पड़ी। उसके बाद इनकी गिरफ्तारी को लेकर भी पुलिस को इधर – उधर खूब घूमना पड़ा।

पुलिस की टीम जिसकी सराहनीय भूमिका
एसपी ने इस मामले को चिंहित अपराध में दर्ज किया। 10 हजार का इनाम भी पूर्व में घोषित किया। हत्या के इस सनसनीखेज मामले को सुलझाने में थाना औद्योगिक क्षेत्र टीआई राजेन्द्र वर्मा, एसआई सत्येन्द्र रघुवंशी, अमित शर्मा सायबर सेल, एएसआई बबलू डागा, इशाक खान, प्र.आर. नीरज त्यागी, राहुल जाट, तपेश गोसाई, बलराम पाटीदार, मनमोहन शर्मा, हिम्मत सिंह, आरक्षक कपिल, लखन, अर्जुन खींची, मोहन पाटीदार, अभिषेक पाठक, दुर्गालाल गुजराती, कान्हा मेघवाल, राजेश प्रजापति, विपुल भावसार, चालक संजय एवं सीसीटीवी शाखा से एएसआई राजा तिवारी, प्र. आर. शान्तिलाल डिंडोर, आरक्षक पारस चावला, लखन धभाई की सराहनीय भूमिका रही।

हत्यारे गिरफ्त में : सिलावटों का वास में हुए हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस ने दबोचा, इसरथुनी के जंगलों में छिपे थे

चाकू मारने वाला एक आरोपी नाबालिग, भागने के दौरान गिरकर हुआ घायल

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। बुधवार शाम शहर के माणकचौक थाना अंतर्गत सिलावटों का वास हरिजन बस्ती में रहने वाले प्रवीण उर्फ पप्पू (23) पिता सुनील रानवे की चाकू घोंपकर हत्या का मामला सामने आया था। जिसके बाद पुलिस ने फरियादी साहील पिता संजय रानवे निवासी शनि मंदिर के पास हरिजन बस्ती की रिपोर्ट पर विकास उर्फ विक्या पिता मंगल गोयर, अनिकेत उर्फ तोतू पिता मंगल गोयर, आदित्य पिता संजय मेहरोलिया तीनों निवासी सिलावटों का वास हरिजन बस्ती, आशु चावरे निवासी इंदौर व एक आरोपी नाबालिग के खिलाफ धारा 147, 148, 302 भादवि के तहत केस दर्ज किया था। 36 घंटो के भीतर पुलिस ने हत्या में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद से आरोपियों की तलाश की जा रही थी।

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

पुलिस सूत्रों के अनुसार शुक्रवार दोपहर मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी कर सभी आरोपियों को इसरथुनी के जंगलों से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। आरोपियों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड भी पुलिस खंगाल रही है। हत्या में शामिल आरोपी पुलिस से बचने के लिए इसरथुनी के जंगलों की और छुपे थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जंगलों में तलाशी ली। पुलिस से बचकर भागने के दौरान एक नाबालिग आरोपी खाई में जा गिरा जिससे उसके पैर में चोट आई है। पुलिस ने घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने आरोपियों से हत्या में उपयोग किया गया चाकू व खून से सने कपड़े भी जप्ती में लिए है। जल्द ही पुलिस इस घटनाक्रम का खुलासा करेगी।

यह था पूरा घटनाक्रम मामला जानने के लिए नीचे लिंक पर करे क्लिक https://publicvarta.com/youth-killed-300-metres-away-from-bloodshed-falls-to-death-due-to-enmity/

खूनी खेल : रंजिश के चलते युवक को उतारा मौत के घाट, 300 मीटर दूर लहूलुहान होकर गिरा

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। बुधवार शाम 7 बजे करीब एक युवक को बदमाशों ने चाकू या किसी नुकीले हथियार को घोंपकर मौत के घाट उतार दिया। घटना शहर के बाजना बस स्टैंड क्षेत्र की है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार मामला आपसी रंजिश का बताया जा रहा है। घटना में सिलावटों का वास हरिजन बस्ती निवासी प्रवीण उर्फ पप्पू पिता सुनील रानवे उम्र 23 वर्ष की मृत्यु हुई है। मृतक सफाईकर्मी था। मृतक प्रवीण परिवार में इकलौता था।

मिली जानकारी के अनुसार मृतक प्रवीण उर्फ पप्पू को लहूलुहान हालत में रिक्शे में डालकर जिला चिकित्सालय ले जाया गया। परिजनों ने बताया की आरोपियों से सैलाना की एक शादी में विवाद के बाद से पुरानी रंजिश थी। जिसके चलते 15 दिन पहले मोहल्ले में विवाद भी हुआ था। आज प्रवीण को कुछ युवकों ने घेरकर हरिजन मोहल्ले में स्थित एक घर के सामने हमला कर दिया। वो भागकर 300 मीटर दूर वीर सावरकर मार्केट तक गया और गिर गया। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी के बाद एडीशनल एसपी राकेश खाखा, टीआई माणकचौक रंजीत सिंगार सहित पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और जांच की। खबर लिखे जाने तक मामले में रिपोर्ट दर्ज की जा रही थी। परिजनों ने विकास, रितेश, आशु, आदित्य, अनिकेत सहित अन्य युवकों पर आरोप घटना में शामिल होने के आरोप लगाए है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच व आरोपियों की तलाश में जुटी है।

शव मिलने से फैली सनसनी : ढोढर के समीप खेत में मिली अज्ञात युवती की अर्धनग्न लाश, एसपी राहुल लोढा व फोरेंसिक टीम पहुंची मौके पर

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जावरा के ढोढर में महू-नीमच फोरलेन के समीप एक खेत में युवती की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। दोपहर करीब 12 बजे मिले युवती के शव की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। ग्रामीणो की सूचना पर पुलिस और एफएसएल टीम जांच के लिए पहुंची। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार युवती का शव 12 घंटे पुराना बताया जा रहा है। युवती का गला अज्ञात आरोपियों ने धारदार हथियार से रेता है। मृतक युवती के गले में चेन, अंगुली में अंगूठी के अलावा कान में सोने के टॉप्स भी पुलिस ने पाए हैं। मंगलवार दोपहर फोरलेन स्थित ढोढर अंतर्गत होटल भरत पैलेस और मंगलदास आश्रम के बीच एक खेत में अर्धनग्न अवस्था में युवती की लाश पाई गई। सूचना पर रिंगनोद थाना प्रभारी पातीराम डावरे और चौकी प्रभारी कन्हैया अवास्या ने पहुंच वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की सूचना दी। एफएसएल अधिकारी डॉ. अतुल मित्तल ने पहुंचकर युवती के घटनास्थल पर जांच की। फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. मित्तल ने बताया की मृत युवती के शरीर पर सोने की ज्वैलरी पाई गई थी। उम्र तकरीबन 25 वर्ष के लगभग है। खेत में शव अर्धनग्न अवस्था में था और युवती के शरीर पर सिर्फ अंडरगारमेंट्स ही मिले। शरीर के ऊपर एक खून से सना कुर्ता भी प्राप्त हुआ है। प्रारंभिक रूप से घटनास्थल (जहां युवती का शव प्राप्त हुआ) की बारिकी से जांच की जा रही है। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद अलग-अलग बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए जावरा अस्पताल भेजा है। क्षेत्र के सीसीटीवी फूटेज के अलावा आसपास के क्षेत्र में सर्चिंग की जा रही है। जल्द ही युवती की शिनाख्ती के साथ हत्या में शामिल आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

हत्या का पर्दाफाश: गज्जू और केशव को मारकर फेंका था हाईवे पर, मामले में 7 आरोपी गिरफ्तार

मामला चार दिन पहले मिली दो दोस्तों की लाश का, पुलिस ने किया खुलासा

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जिले के नामली थाना क्षेत्र के ग्राम कांडरवासा फंटे पर चार दिन पहले दो दोस्तों के शव मिले थे। प्रारंभिक तौर पर पुलिस इसे दुर्घटना मान रही थी, लेकिन परिजनों ने जब हंगामा किया तो पुलिस सतर्क हुई और जांच में जुटी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और घटना वाली रात क्षेत्र में एक्टिव मोबाइल की जानकारी जुटाई। दुर्घटना ग्रस्त कार के मालिक से पूछताछ की। जिसमें एक बाद एक इस मर्डर की कड़ियां खुलती गई। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि दोनों दोस्तों को 10 से अधिक हमलावरों ने लाठियों, हॉकियों से हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। कांडरवासा फंटे पर गुरुवार की रात को गजेंद्र उर्फ राहुल (गज्जू) उम्र 25 वर्ष पिता पूनमचंद डोडिया निवासी अमलेटा और केशव उम्र 29 वर्ष पिता विष्णुलाल गुर्जर निवासी सेमलिया के शव मिले थे। पुलिस इसे सड़क हादसा मान रही थी, लेकिन मृतकों के परिजन ने हत्या की आंशका जताते हुए इप्का फैक्टरी के यहां जाम लगाया था। इसके बाद एएसपी मौके पर पहुंचे और मौजूद लोगों को प्रकरण में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया था। मंगलवार को एसपी राहुल कुमार लोढा ने प्रेस वार्ता करते हुए हत्या के इस मामले का खुलासा किया। पुलिस ने मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं 14 आरोपी फरार है। आरोपियों में सूर्यपाल पिता मदनसिंह पडियार निवासी ग्राम बड़ोदिया, राहुल पिता शंकरलाल जाट निवासी ग्राम रामगढ़ सैलाना, बबलू पिता अमृतलाल गुर्जर निवासी ग्राम बिबड़ोद, शैलेन्द्र उर्फ शैलू पिता रमेश डिंडोर निवासी नामली, अंकित पिता मुकेश कुमावत निवासी नामली, योगेश पिता भवरलाल राठौर निवासी नामली, अभिषेक पिता रणछोड़ जाट निवासी ग्राम धमोत्तर नामली शामिल है। पुलिस फरार 14 आरोपियों की तलाश कर रही है।

ऐसे रची गई थी साजिश
एसपी राहुल लोढा ने बताया की मुख्य आरोपी सूर्यपालसिंह व साथियों ने योजना बनाकर हत्या की साजिश को अंजाम दिया। मृतक केशव व गज्जू बांगरोद में अपने दोस्त की जन्मदिन की पार्टी में गए थे। वहां से आने के दौरान आरोपियों ने ब्लेक क्रेटा कार से बांगरोद से नेगड़दा के बीच मृतकों की बाइक को टक्कर मारी। जिसके बाद हॉकी, फावड़े व गेती से उनके साथ मारपीट कर उनकी हत्या कर दी। आरोपियों ने दोनों के शव कार में रखकर हाईवे पर फेंक दिए जिससे यह हत्या एक्सीडेंट लगे और वहां से भाग निकले। पुलिस जांच के दौरान सामने आया की आरोपियों का मृतकों से पुराना विवाद था। और बदला लेने की नीयत से उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने सायबर व अन्य तथ्यों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपी पुलिस रिमांड में है इनसे और भी पूछताछ जारी है। इनके द्वारा आपराधिक गतिविधियों को कारित करने के लिए केसरिया ग्रुप व विश्वास ग्रुप की भी बाते सामने आ रही है। जिन पर भी पुलिस जांच कर रही है।

फरार आरोपी
कान्हा जाट निवासी नेगडदा, दीपक जाट निवासी नेगडदा, प्रदीप जोशी निवासी नेगडदा, समरथ चौधरी निवासी ग्राम नेगड़दा, रोहित कुमावत निवासी नामली, दीपक गेहलोत निवासी नामली, विजय मेट निवासी नामली, सौरभ गेहलोत निवासी नामली, सौरभ मराठा रोंगे जाति मराठा निवासी मिडटाऊन कालोनी रतलाम, राजाराम चौधरी जाति गायरी निवासी जड़वासा कला, दीपक गुर्जर निवासी बिबडोद थाना डीडीनगर रतलाम, चरणसिंह जाट निवासी नेगड़दा, ध्रुव जाट निवासी नामली, भवानसिंह निवासी ग्राम
बड़ोदिया।

हत्या का अंदेशा : रतलाम रेल कर्मचारी का शव मंदसौर के गांव में मिला, शरीर पर मारपीट के मिले निशान

पब्लिक वार्ता – मंदसौर/रतलाम,
जयदीप गुर्जर। रतलाम रेल मंडल के जूनियर इंजीनियर का शव तालाब किनारे मिलने पर सनसनी फैल गई। मृतक का नाम दीक्षांत पंड्या है, जो की रेलवे एम्प्लाइज यूनियन के उपाध्यक्ष पद पर भी था। शव मंदसौर जिले भावगढ़ थाना क्षेत्र के गांव खोड़ाना में एक तालाब किनारे मिला है। मृतक के शरीर पर चोट के निशान बताए जा रहे है, जिससे पुलिस हत्या का अंदेशा जता रही है। आपको बता दे मंदसौर जिले का गांव खोड़ाना रतलाम के ढोढर के समीप है। दोनों क्षेत्र की पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।

पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर लाल रंग की गाड़ी खड़ी मिली है। प्रारंभिक जांच में शरीर पर चोट के निशान मिले है। मृतक दीक्षांत पंड्या रेल मंडल के कैरेज एंड वैगन विभाग में पदस्थ थे। पुलिस व एफएसएल की टीम ने जांच शुरू कर दी है। सूचना मिलने के बाद परिजन भी मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच करने में जुट गई है।