
रूकसाना ने अपने साथियों से अंजान बनने की एक्टिंग करते हुए, पीड़िता को चुपड़ी बातों में उलझाया और उसे ज्वेलरी डबल करने का लालच देकर उससे चेन, मंगलसूत्र व अन्य उतरवा लिए.
रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: रतलाम के राम मंदिर क्षेत्र में एक महिला से ठगी के बहुचर्चित मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। ठगी की यह घटना एक माह पूर्व यानी 31 अगस्त 2024 को हुई थी, जब शक्ति नगर निवासी मंजु राठोर को एक अज्ञात महिला और दो पुरुषों ने ठग लिया था। ठगों ने महिला से चापलूसी कर उसके कान की टॉप्स, चेन, मंगलसूत्र और अंगूठी उतरवाकर ठगी की थी। घटना के बाद मंजु ने थाना औद्योगिक क्षेत्र रतलाम में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके आधार पर अपराध क्रमांक 615/2024 धारा 318(4) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया।
थाना प्रभारी वीडी जोशी ने बताया की मामले में आरोपी महिला रूकसाना उर्फ सुरैया पति रशीद मुसलमान, निवासी मीरदाता दरगाह के पास जावरा फाटक को गिरफ्तार किया है। उसने अपने साथी नौशाद और फिरोज के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम देने की बात कबूली है। दोनों उत्तरप्रदेश के रहने वाले है। पुलिस इनकी तलाश कर रही है। स्पेशल टीम बनाकर यूपी भेजी गई है , जल्द ही फरार आरोपियों नोशाद और फिरोज को गिरफ्तार किया जाएगा।

165 सीसीटीवी खंगाले, जब मिली सफलता
पुलिस ने सबसे पहले राम मंदिर क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की गहनता से जांच की। करीब 165 कैमरों की जांच के बाद पुलिस को एक संदिग्ध महिला के जावरा फाटक क्षेत्र में होने की जानकारी मिली। पुलिस ने पिछले 15 दिनों से संदिग्ध महिला की तलाश की और आखिरकार 29 सितंबर 2024 को सूचना मिली कि ठगी करने वाली महिला राम मंदिर क्षेत्र में फिर से देखी गई है। पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए महिला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी रूकसाना के कब्जे से एक सोने का बड़ा मंगलसूत्र बरामद किया, जिसकी कीमत करीब 1.20 लाख रुपये बताई गई है।
गेर पर भरोसा करना पड़ा भारी
मामले की जांच कर रहे एएसआई सत्येंद्र रघुवंशी ने बताया की ठगी करने वाले महिला रूकसाना पीड़ित महिला मंजु के पास जाकर किराए के रुपए मांगे। इस दौरान आरोपी रूकसाना के दो अन्य साथी नोशाद और फिरोज वहां पहुंचे। आरोपी रूकसाना ने नोशाद और फिरोज को नहीं जानने की एक्टिंग पीड़िता मंजु के सामने की। रूकसाना ने जो पैसे मांगे उसे नोशाद और फिरोज को दे दिए। जिसके बाद रूकसाना को नोट की गड्डी दोनों शातिर आरोपियों ने थमा दी। यह देखकर मंजु भी हैरान हो गई।
रूकसाना ने अपने साथियों से अंजान बनने की एक्टिंग करते हुए, पीड़िता को चुपड़ी बातों में उलझाया और उसे ज्वेलरी डबल करने का लालच देकर उससे चेन, मंगलसूत्र व अन्य उतरवा लिए। ज्वेलरी उतरवाकर उसे एक लाल कपड़े में बांधा और पोटली चालाकी से पीछे करते हुए उसे एक अन्य भारी भरकम लाल पोटली से बदल लिया। महिला जब पोटली खोलने लगी तब आरोपियों ने उसे 5 मिनट बाद खोलने का हवाला दिया। शातिर ठग महिला को पास के मंदिर जाकर वापस आने की बात कहकर रवाना हो गए। जब बहुत देर तक नहीं आए तब महिला ने पोटली खोली तो उसमें से पत्थर निकले। तब महिला ने रोते हुए शोर मचाया और उसके साथ ठगी की जानकारी लोगों को दी।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
इस पूरे मामले की जांच और गिरफ्तारी में थाना औद्योगिक क्षेत्र के उपनिरीक्षक सत्येन्द्र रघुवंशी, आरक्षक संजय खिंची, दुर्गालाल गुजराती, दिनेश मईड़ा, महिला आरक्षक सरिता ग्रेवाल, रीना मकवाना, और सुरक्षा समिति सदस्य सुनिता सिसोदिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही।