कांग्रेस का जनसंपर्क तेज : कांतिलाल भूरिया के समर्थन में घर-घर पहुंच रहे कार्यकर्ता, सम्मेलन में जुटे कांग्रेसी नेता

करो या मरो की लड़ाई, भाजपा जीती तो 5 साल तक होगा डाकू राज – विक्रांत भूरिया

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। 13 मई को चौथे चरण की वोटिंग होगी। कांग्रेस के कार्यकर्ता व पार्टी पदाधिकारी घर – घर पहुंचकर जनसंपर्क कर रहे है। कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के समर्थन में  लगातार विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क एवं नुक्कड़ सभा हो रही है। शनिवार को डोंसीगांव, जावरा रोड, होमगार्ड कॉलोनी, में नुक्कड़ सभा व जनसंपर्क कार्यक्रम पूरा हुआ। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपना गारंटी कार्ड व पेंपलेट वितरित किया। इसके अलावा कांग्रेस का कार्यकर्ता सम्मेलन शहर के राजपूत बोर्डिंग में संपन्न हुआ। जहां कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के बेटे और झाबुआ विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने जमकर भाजपा पर निशाना साधा। सम्मेलन में सेकड़ों कांग्रेसी नेता शामिल हुए।

जनसंपर्क के  दौरान शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेंद्र कटारिया अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी पर्यवेक्षक डॉ. मनोज उपाध्याय, पारस दादा सकलेचा, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा, कार्यवाहक अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह अठाना, कमरुद्दीन कछवाय, ब्लॉक अध्यक्ष बसंत पंड्या, वीरेंद्र प्रताप सिंह, सोहल काजी, पार्षद सलीम बागवान, जोएब आरिफ, शीतल सेन, राहुल दुबे, अकरम खान, कादिर अब्बासी, शंकर गिरी, निर्मल प्रजापति, संजय गिरी, विजय पंड्या लाला, विकास पालीवाल, सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं क्षेत्रीय रहवासी उपस्थित थे।

चेन से रहना है तो जागना और जीतना पड़ेगा- डॉ. भूरिया
रतलाम पहुंचे झाबुआ विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा की अगर चैन से रहना है तो जागना पड़ेगा। यह चुनाव करों या मरो की लड़ाई है। अगर इसमें नहीं जीते तो फिर जनता को 5 साल तक गुंडागर्दी और डाकू राज में रहना पड़ेगा। यह लड़ाई हमारी डाकू राज के खिलाफ है। क्योंकि अब बहुत हुआ जिस तरह हमारे लोगों को डरा धमकाकर परेशान किया जाता है अब उन्हें मुंह तोड़ जवाब देना पड़ेगा। 

भूरिया का स्वागत करते कांग्रेसजन

विक्रांत ने हमलवार अंदाज में भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया की भाजपा ने चोर के हाथ में चाबी दे दी है, इन सब की असलियत जाननी है तो अलीराजपुर के व्यारियों से पूछों। इसलिए तो नगर पालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी अलीराजपुर से आज तक नहीं जीत पाई है। भाजपा झूठ पर आधारित है वह जो भी कुछ कहती है उसका उल्टा ही रहता है। लाडली बहनों के खाते में अभी तक 3 हजार रुपए नहीं आएं और कांग्रेस की सरकार बनी तो 8500 रुपए खाते में आएंगे। हर किसान का कर्जा माफ होगा, पढ़े लिखे युवा को 1 लाख रुपए की नौकरी गारंटी देंगे।

सम्मेलन की शुरुआत में स्वागत भाषण देते हुए शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेंद्र कटारिया ने कहा कि हमारे कांग्रेस के हर कार्यकर्ताओं को गर्व है कि वह एक ऐसी पार्टी से जुड़ा है जिसका इतिहास बलिदान और त्याग कर रहा है। कांतिलाल भूरिया जी ने रतलाम को अनेक सौगात दी है। सम्मेलन को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सचिव कुलदीप इंदौरा, लोकसभा चुनाव समन्वयक संजय कामले, डॉ मनोज उपाध्याय, पारस दादा सकलेचा, शांतिलाल वर्मा, यासमीन  शेरानी, कार्यकारी अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह अठाना, राजीव रावत,  सुजीत उपाध्याय, मनोहर पचोरी आदि ने  संबोधित किया। अतिथियों का स्वागत महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम चाहर, फैयाज मंसूरी संगठन मंत्री मांगीलाल जैन, प्रवक्ता जोएब आरिफ, ब्लॉक अध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप सिंह, सोहेल काजी, गणेश यादव, आशा रावत, सय्यद वुसत, वहीद शेरानी, नासिर कुरेशी, सतीश पुरोहित ,राकेश झालानी, रजनीकांत व्यास, कपिल मजावड़िया, सोनू व्यास, मुस्तफा स्टेशन वाला, शीतल सेन, अमर सिंह शेखावत, संगीता काकरिया, हितेश पेमाल, कविता महावर, शाबीर हुसैन, फखरुद्दीन मंसूरी, ने किया।कार्यक्रम का संचालन ब्लॉक अध्यक्ष बसंत पंड्या ने किया व आभार नगर निगम उपनेता कमरुद्दीन कछवा ने माना।
वेब

तो जाएगा मंत्री पद! : अमित शाह की चेतावनी के बाद प्रदेश के 3 मंत्रियो की साख का सवाल बनी रतलाम लोकसभा सीट

8 विधानसभा में केवल 4 पर भाजपा, पिछली बार हुआ था 75.47 प्रतिशत मतदान

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा 2024 के पहले चरण में घटते वोटिंग प्रतिशत ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को चिंता में डाल दिया है। मध्यप्रदेश में हुए पहले चरण की वोटिंग में कई मंत्रियों के क्षेत्र में पिछली बार के मुकाबले कम वोटिंग हुई। चुनावी विशेषज्ञों की माने तो कम वोटिंग का असर सीधे सीधे भाजपा को नुकसान देता है। जिसे भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी बखूबी जनता है। पहले चरण के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भोपाल में बैठक ली। इसमें मध्यप्रदेश के बीजेपी नेता शामिल हुए। इस बैठक में उन्होंने कहा- जिन मंत्रियों के इलाके में मतदान प्रतिशत कम होगा, उनका मंत्री पद चला जाएगा। बदले में उन विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा, जिनके क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा। हालांकि, अमित शाह ने ये नहीं बताया कि कितने फीसदी कम वोटिंग पर मंत्रियों का पद जा सकता है।

शाह की चेतावनी के बाद रतलाम लोकसभा सीट के 3 मंत्रियों की साख दांव पर लगी है। अगर यहां वोटिंग प्रतिशत कम होता है तो तीनो मंत्रियों के मंत्री पद खतरे में पड़ सकते है। संभवतः रतलाम लोकसभा इकलौती ऐसी सीट है जहां तीन कैबिनेट मंत्री मौजूद है। जिनमें चेतन्य काश्यप (सूक्ष्म एवं लघु उद्योग), निर्मला भूरिया (महिला एवं बाल विकास) और नागरसिंह चौहान (वन,पर्यावरण एवं अनुसूचित जाति विकास) शामिल है। ऐसे में भाजपा हाइकमान वोटिंग प्रतिशत घटने नहीं देने की पूरी कोशिश में जुट गया है। आपको बता दे 2019 के लोकसभा चुनाव में करीब 75.47 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। 2024 के चुनाव में रतलाम सीट से इस बार भाजपा ने गुमान सिंह का टिकट काटकर कैबिनेट मंत्री नागरसिंह चौहान की पत्नी और अलीराजपुर जिला पंचायत अध्यक्ष अनीता चौहान को दिया है। इनके सामने इंडिया ब्लॉक से कांतिलाल भूरिया उम्मीदवार चुने गए हैं।

50 – 50 का मुकाबला, रतलाम देता है लीड
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 49.7 व कांग्रेस को 43.2 प्रतिशत वोट मिले थे। गौरतलब है की रतलाम लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा क्षेत्र आते है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा केवल रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण, अलीराजपुर और पेटलावद पर ही काबिज हो पाई थी। वहीं जोबट, झाबुआ व थांदला में कांग्रेस और सैलाना में भारतीय आदिवासी पार्टी ने अपना कब्जा जमाया। इस लिहाज से भाजपा की अनिता नागरसिंह चौहान के लिए यह मुकाबला 50-50 का माना जा रहा है। रतलाम शहर और रतलाम ग्रामीण विधानसभा लोकसभा में भाजपा के लिए ऑक्सिजन का काम करती है। जहां पार्टी का फोकस भी रहता है। रतलाम शहर, ग्रामीण व पेटलावद विधानसभा से भाजपा बड़े अंतर से आगे रहती है। भाजपा को झाबुआ, अलिराजपुर, जोबट, थांदला व सैलाना  में खास मेहनत करने की जरूरत हर बार पड़ती है। यह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीटो में गिनी जाती है। जहां भाजपा के लिए आदिवासी वोटर्स को कैप्चर करना मुश्किल होता है। क्योंकि इन वोटर्स को लंबे समय से भावनात्मक तरीके से कांग्रेस अपने पाले में किए हुए है। जिनका असर विधानसभा चुनाव में भी देखा गया है।

प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी अनिता नागरसिंह चौहान

नहीं जीती कभी भाजपा महिला प्रत्याशी
अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के लिए आरक्षित रतलाम-झाबुआ संसदीय सीट पर अब तक हुए 17 लोकसभा चुनावों और एक उपचुनाव में सिर्फ चार बार ही गैर कांग्रेसी नेता जीत पाए हैं। जनसंघ और भाजपा के लिए यह सीट हमेशा चुनौती बनती रही। बता दें, यह सीट महिला प्रत्याशियों के लिए फिसड्डी ही साबित हुई है। इसके पहले रेलम चौहान और निर्मला भूरिया को बीजेपी टिकट देकर चुनाव लड़ा चुकी है। यह दोनों ही महिला प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया से चुनाव हार चुकी है। इस बार मोदी लहर और कार्यकर्ताओं की बदौलत भाजपा प्रत्याशी अनीता चौहान का जीत का दावा कर रही है। महिला प्रत्याशियों में केवल 1962 में हुए चुनाव में कांग्रेस की जमुनादेवी को ही जीत मिल सकी है।

5 बार इस सीट पर महिला प्रत्याशी उतरी है। रेलम चौहान को भाजपा ने दिलीपसिंह भूरिया का टिकट काट कर उम्मीदवार बनाया था। तब भूरिया ने भाजपा हाइकमान को चुनौती भी दी थी। किस्मत कहे या राजनीति रेलम चौहान को हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद 2014 की मोदी लहर में जीते दिलीपसिंह भूरिया के आकस्मिक निधन के बाद उनकी पुत्री निर्मला भूरिया को उपचुनाव में उतारा गया जो कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया से हरी और सीट फिर कांग्रेस के पाले में चली गई। अब तक भाजपा की महिला प्रत्याशियों के लिए यह सीट बदकिस्मत रही है।

2019 में रतलाम लोकसभा की विधानसभा सीट पर वोटिंग का हिसाब

रतलाम शहर
कुल मतदाता-204663
कुल मतदान- 149562

पुरुष-77823
महिला-71937

नोटा-972
अन्य-1142
भाजपा 100238
कांग्रेस 47100

अंतर 53138
———–

रतलाम ग्रामीण
कुल मतदाता-192974

कुल मतदान-161638
पुरुष-85161

महिला-76475
नोटा-1631
अन्य-1373
भाजपा 96854
कांग्रेस 59116
अंतर 37738
———–

सैलाना विधानसभा
कुल मतदाता-188188
कुल मतदान-161804
पुरुष-81929
महिला-79873
नोटा-3175
अन्य-14684
भाजपा 70717
कांग्रेस 72754
अंतर-2037
———

अलीराजपुर विधानसभा
कुल मतदाता-233073
कुल मतदान-160412
पुरुष-84540
महिला-75872
नोटा-6482
अन्य-10205
भाजपा-71899
कांग्रेस-71623
अंतर-276
———–

जोबट विधानसभा
कुल मतदाता-264856
कुल मतदान-180879
पुरुष-95449
महिला-85430
नोटा-6996
अन्य-12235
भाजपा-70152
कांग्रेस-88135
अंतर-18013
———–

झाबुआ विधानसभा
कुल मतदाता-275247
कुल मतदान-194449
पुरुष-99799
महिला-94650
नोटा-5629
अन्य-9088
भाजपा-86711

कांग्रेस-94311
अंतर-7600
———

थांदला विधानसभा
कुल मतदाता-235337
कुल मतदान-183196
नोटा-3369
अन्य-10011
पुरुष-92385
महिला-90800
भाजपा-93080
कांग्रेस-81312
अंतर-11768
———

पेटलावद विधानसभा
कुल मतदाता-256275
कुल मतदान-203432
पुरुष-103240
महिला-100190
नोटा-4332
अन्य-11054
भाजपा- 104085
कांग्रेस-88895
अंतर-15190

कांग्रेस का प्रहार : विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रेस कांफ्रेंस में लगाए गंभीर आरोप, मंत्री नागरसिंह चौहान को बताया महिला विरोधी और माफिया

गांव के स्कूलों में शराब और धान भरा, जनसंख्या से ज्यादा बंदूके – डॉ. विक्रांत भूरिया

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव में मतदान का दिन जैसे – जैसे करीब आ रहा है वैसे -वैसे कांग्रेस और भाजपा के नेताओं का आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। रतलाम में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के बेटे व कांग्रेस विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। जिसमें उन्होंने भाजपा के अलीराजपुर विधायक व मंत्री नागरसिंह चौहान पर कई गंभीर आरोप लगाए। डॉ. भूरिया ने कहा कि अलीराजपुर क्षेत्र में वन मंत्री और उनके परिवार का आतंक है। रतलाम इनके हाथों में कभी सुरक्षित नहीं रहेगा। उन्होंने मंत्री नागरसिंह को लेकर और भी कई प्रश्न खड़े किए। आपको बता दे प्रदेश के वन मंत्री नागरसिंह चौहान की पत्नी अनिता चौहान भाजपा से रतलाम लोकसभा की प्रत्याशी है।

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मौजूद कांग्रेस नेता

हालही में अलीराजपुर जिले में जोबट में हुए 11 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस लगातार इस मामले में भाजपा प्रत्याशी अनिता व उनके मंत्री पति नागरसिंह चौहान पर हमलावर होती नजर आ रही है। कांग्रेस का आरोप है की भाजपा के मंत्री व प्रत्याशी का करीबी रिश्तेदार इस रेपकांड में शामिल है, जिसे दबाने की कोशिश की जा रही है और पीड़ित परिवार पर भी दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि रेपकांड और विक्रांत भूरिया के आरोपों पर अब तक लोकसभा प्रत्याशी अनिता चौहान व मंत्री पति नागरसिंह चौहान चुप्पी साधे हुए है।

वहीं दूसरी और इस रेपकांड के खुलासे के बाद पीड़ित परिवार के पास पहुंचे मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विक्रांत भूरिया पर एक महिला के आवेदन पर पुलिस ने FIR दर्ज की है। इन पर आलीराजपुर के जोबट थाना क्षेत्र में गैंगरेप पीड़ित परिवार की पहचान उजागर करने का आरोप है।

एफआईआर दर्ज होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में विक्रांत भूरिया ने  मीडिया से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने एलईडी स्क्रीन के माध्यम से नागरसिंह चौहान का दिवंगत आदिवासी नेता कलावती भूरिया के खिलाफ बोलते हुए वीडियो दिखाया। कुछ लोगों के हाथों में बंदूकों के साथ खड़े नागरसिंह चौहान का फोटो व वन मंत्री के गांव डोबलाछिरी के एक सरकारी स्कूल का वीडियो भी दिखाया, जिसमें मक्का भरी हुई थी।

फोटो में दर्जनभर बंदूकधारियों के साथ खड़े नजर आते वन मंत्री नागरसिंह चौहान

होती रहती है ऐसी घटनाएं, डरते है लोग!
विक्रांत भूरिया ने कहा कि जोबट विधानसभा में खट्टाली गांव में एक 10 साल की आदिवासी बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। ऐसी घटनाएं होना आम बात हो गई है, क्योंकि वहां मजदूर आदिवासियों की कोई सुनवाई नहीं होती है। जब बच्ची की हालत खून ज्यादा बहने से गंभीर हो गई और उसे इंदौर रेफर करना पड़ा तो मामला सामने आया। इसमें एक आरोपी मंत्री नागरसिंह चौहान के परिवार से है। जिसे बचाने की पूरी कोशिश की गई। हमने एसपी पर दबाव बनाया कि कोई भी आरोपी छूटना नहीं चाहिए। तब जाकर कार्रवाई हुई। जब उस बच्ची के गांव गए तो गांव वाले इकठ्ठा हुए और चौंकाने वाली बात बताई की इस तरह की घटनाएं होती रहती है। कार्रवाई करने पर झुंड बनाकर लोग आते है और डराया धमकाया जाता है। डर के मारे हम कुछ नहीं कर पाते। रेप पीड़िता नाबालिग बच्ची को इंदौर में भर्ती किया। जहां वह जीवन व मौत के संघर्ष से लड़ रही है। नहीं भूरिया ने कहा कि बच्ची की मां अस्पताल में है। पिता पलायन पर गए थे। प्रदेश में 20 साल से सरकार होने के बावजूद आदिवासियों भाईयों को पलायन पर जाना पड़ रहा है। इनके जाने के बाद बच्चों की सुरक्षा करने वाला कोई नहीं है।

रेप पीड़िता के घर पर मौजूद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी व विक्रांत भूरिया

कई बार जेल गए मंत्री, मुख्यमंत्री को भरोसा नहीं
विक्रांत भूरिया ने आरोप लगाया की वन मंत्री नागरसिंह चौहान पर कई आपराधिक मामले दर्ज हुए है। जिनको डरा धमकाकर बंद करवा दिया गया है। कितनी ही बार वे जेल जा चुके है। एक माफिया की तरह उनका अलीराजपुर में आतंक है। बच्ची के साथ बलात्कार हुआ तो भाजपा के किसी नेता का बयान नहीं आया ना ही बुल्डोजर चलवाया। इनके खुद के गांव के स्कूल का रिजल्ट 12 प्रतिशत रहा। क्योंकि इनके गांव के स्कूलों में मक्का व शराब की पेटियां रखी जाती है। भाजपा ने चोर के हाथ में चाबी दे दी है। जिस व्यक्ति ने आदिवासी अंचल के कट्ठीवाड़ा जंगल को अंदर से साफ कर दिया उसी को अब वनमंत्री बना दिया गया। जिसने मंत्री बनने के बाद ही जंगल की अंधाधुंध कटाई का ठेका दे दिया है।

इनके खुदके गांव में लोगों के पास वैध हथियार के अलावा अवैध हथियार की भी भरमार है। सवाल यही उठता है की आखिर क्या आवश्यकता है? मंत्री खुलेआम बयान देते है की मुझे गन मैंन की आवश्यकता नहीं है क्योंकि गांव में ही बहुत है। युवाओं को बहला फुसलाकर पढ़ाई छीनकर उन्हें अवैध धंधों में शामिल किया जा रहा है। महिला सम्मान की बात करने वाले बीजेपी व उनके मंत्री नागरसिंह चौहान ने विधायक रही बहन कलावती भूरिया का भी खुलेआम अपमान किया। उन्हें मंच पर निपटाने की धमकी दी जाती है। यह वीडियो बताता है की वे महिला विरोधी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव अनिता चौहान की नामांकन रैली में आते है। रैली की सारी तैयारियां हो जाती है बेरिकेडिंग होती है रास्ते बंद कर दिए जाते है। लेकिन वे केवल भाषण देकर चले जाते है रैली नहीं करते। क्योंकि उनको उनके लोगों पर भरोसा नहीं है, कब मार डाले!

प्रेस कांफ्रेंस में LED स्क्रीन पर वन मंत्री नागरसिंह का वीडियो दिखाते भूरिया

दाखिल हुआ सांसदी का पर्चा! : मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भरवाया प्रत्याशी अनिता नागरसिंह चौहान का नामांकन, कई दिग्गजों को होना पड़ा शामिल

झाबुआ से कांग्रेस को बड़ा झटका, जिले के दो बड़े नेता कांग्रेस से भाजपा में शामिल!

पब्लिक वार्ता – रतलाम/झाबुआ,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बजने के बाद गुरुवार को रतलाम-झाबुआ-अलीराजपुर संसदीय क्षेत्र या रतलाम लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिता नागरसिंह चौहान ने अपना नामांकन फार्म जमा किया। सूबे के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते, केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, निर्मला भूरिया सहित कई दिग्गज नेता इस नामांकन रैली के शक्ति प्रदर्शन में मौजूद रहे। दिग्गजों के इस जमावड़े का बड़ा कारण विधानसभा चुनाव के दौरान आदिवासी अंचल में भाजपा की कमजोर पकड़ को बताया जा रहा है। केंद्रीय नेतृत्व खासकर इस सीट पर अपना फोकस जमाये हुए है। पार्टी सूत्रों के अनुसार रतलाम लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री के करीब 2 दौरे होने की संभावनाएं है। वहीं योगी उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस सीट पर प्रचार का जिम्मा संभाल सकते है।

रतलाम लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार अनिता नागर सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में झाबुआ में जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा मीणा के समक्ष नामांकन फार्म जमा किया। नामांकन से पहले झाबुआ के बस स्टेंड पर जनसभा हुई। सभा के दौरान रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महापौर प्रहलाद पटेल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन एवं जिला प्रभारी प्रदीप पांडेय के नेतृत्व में तीन विधानसभा क्षेत्र रतलाम शहर, ग्रामीण और सैलाना के हजारों कार्यकर्त्ता शामिल हुए। इसके अलावा झाबुआ व अलीराजपुर के भी कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए।

नामांकन रैली के दौरान हुंकार भरते भाजपा के दिग्गज नेता

कांग्रेस के पास हर चुनाव में सिर्फ एक उम्मीदवार
बस स्टेण्ड पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्र की मोदी सरकार व भाजपा की प्रदेश सरकार के।कार्यों को बताया। यादव ने कहा कि भाजपा आदिवासियों का विकास करने वाली पार्टी है। प्रदेश और केंद्र की सरकार में विकास कार्य आगे भी जारी रहेगा। भाजपा का काल मोदी राज में राम राज्य की तरह है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को अगर अन्य किसी बड़े अस्पताल में भर्ती कराना हो, तो उसे आवश्यक होने पर एयरलिफ्ट करने का निर्णय भी प्रदेश सरकार ने लिया है। मुख्यमंत्री ने कांतिलाल भूरिया पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के पास यहां सिर्फ एक ही उम्मीदवार है, विधायक बनाना हो तो वही और सांसद का चुनाव लड़ाना हो तो भी वही। कांग्रेस ने कभी आदिवासीयों का भला नहीं किया, लेकिन भाजपा ने आदिवासीयों को राष्ट्रपति पद तक पहूंचाया है।

फोटो : बाएं से पहले नंबर पर विजय भाभर व दूसरे पर ममता बहादुर हटीला

दो बड़े कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल
वोटिंग से पहले और नामांकन आखरी दौर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दो कांग्रेसी नेता ने जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में भाजपा का दामन थाम लिया।जिसमें झाबुआ जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य विजय भाभर और जिला पंचायत सदस्य ममता बहादुर हठिला ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसके अलावा इनके समर्थकों ने भी भाजपा की सदस्यता ली।