Ratlam News: त्रिशूल दीक्षा एवं बजरंग दल संयोजक सम्मेलन संपन्न, शौर्य कुंभ की तैयारियों पर हुई चर्चा

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के श्री राम प्रखंड में त्रिशूल दीक्षा एवं बजरंग दल संयोजक सम्मेलन का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में 29 मार्च को इंदौर के नेहरू स्टेडियम और शिवजी पार्क में आयोजित होने वाले बजरंग दल शौर्य कुंभ की जानकारी दी गई और उसकी तैयारियों पर चर्चा की गई।  

त्रिशूल दीक्षा का महत्व और कार्यक्रम की मुख्य बातें  

इस अवसर पर विभाग मंत्री सौरभ चतुर्वेदी ने त्रिशूल दीक्षा के महत्व को समझाते हुए सभी कार्यकर्ताओं को त्रिशूल दीक्षा दिलाई। उन्होंने कहा कि त्रिशूल हिंदू धर्म और शक्ति का प्रतीक है, जो आत्मसंरक्षण और धर्म रक्षा के संकल्प को मजबूत करता है।  

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विभाग संयोजक विनोद शर्मा, विहिप जिलाध्यक्ष राधेश्याम रावल, बजरंग दल जिलासंयोजक एवं श्री राम प्रखंड पालक मुकेश व्यास, प्रखंड अध्यक्ष कपिल पुरोहित सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।  

कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी  

इस आयोजन में बजरंग दल जिला सहसंयोजक आशु टाक, जिला विद्यार्थी प्रमुख कृष्ण भामा, जिला बल उपासना प्रमुख लखन बरगुंडा, जिला साप्ताहिक मिलन प्रमुख सुनील राठौर, जिला प्रचार-प्रसार प्रमुख मोंटी जायसवाल समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया।  

इसके अलावा, श्री राम प्रखंड उपाध्यक्ष चीकू, प्रखंड संयोजक विकास, प्रखंड विद्यार्थी प्रमुख सुमित, गो रक्षा प्रमुख देवराज और खंड मोहल्ला समिति के अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।  

शौर्य कुंभ को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह  

इस सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को बजरंग दल शौर्य कुंभ की तैयारियों से अवगत कराया गया। इस कार्यक्रम में हजारों कार्यकर्ताओं के शामिल होने की संभावना है, जो हिंदू जागरूकता और संगठन शक्ति को मजबूती प्रदान करेगा।  

कार्यक्रम का संचालन एवं आभार श्री राम प्रखंड मंत्री नीरज सतवानी ने व्यक्त किया।  

यह जानकारी बजरंग दल जिला प्रचार-प्रसार प्रमुख मोंटी जायसवाल ने दी।

Weather Update: भारत के शहर भीषण गर्मी से निपटने को तैयार नहीं, रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Weather Update: भारत के प्रमुख शहरों में भीषण गर्मी से बचाव के लिए दीर्घकालिक समाधान की कमी है। सस्टेनेबल फ्यूचर्स कोलैबोरेटिव की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, नीति निर्माता सिर्फ तत्काल राहत देने वाले उपायों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जबकि लंबे समय तक प्रभावी रहने वाली रणनीतियों की कमी बनी हुई है।  

 9 प्रमुख शहरों का अध्ययन, स्थिति चिंताजनक  

रिपोर्ट में दिल्ली, बेंगलुरु, फरीदाबाद, ग्वालियर, कोटा, लुधियाना, मेरठ, मुंबई और सूरत में गर्मी से बचाव की तैयारियों का विश्लेषण किया गया। इसमें सामने आया कि इन शहरों में पानी की उपलब्धता, कार्यस्थल समय में बदलाव और अस्पतालों की तैयारियों जैसे तात्कालिक उपाय किए जा रहे हैं। लेकिन हीट एक्शन प्लान को लेकर कोई ठोस दीर्घकालिक नीति नहीं बनाई गई है।  

हीटवेव का खतरा बढ़ेगा, समाधान जरूरी  

विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले वर्षों में हीटवेव की तीव्रता और अवधि बढ़ने की आशंका है। यदि शहरी नियोजन में बदलाव, ग्रीन कवर बढ़ाने, ऊर्जा व्यवस्था मजबूत करने और कमजोर वर्गों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया, तो गर्मी से होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है।  

संस्थान और प्रशासन में तालमेल की कमी  

रिपोर्ट में बताया गया कि नगर निकाय और सरकारी एजेंसियों के बीच समन्वय की भारी कमी है। हीट एक्शन प्लान का संस्थागत ढांचा कमजोर है और इसे प्रभावी रूप से लागू करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी नजर आती है।  

क्या करने की जरूरत? रिपोर्ट में अहम सुझाव  

1. स्थानीय प्रशासन को दीर्घकालिक रणनीति अपनानी होगी, जिसमें ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, गर्मी सहन करने योग्य इमारतें और सार्वजनिक स्थानों को अधिक आरामदायक बनाने पर जोर दिया जाए।  

2. आपदा प्रबंधन निधि से हीटवेव से निपटने के लिए धन जुटाने की व्यवस्था करनी होगी।  

3. हीट ऑफिसर्स की नियुक्ति कर उनके अधिकार बढ़ाने होंगे, ताकि वे गर्मी से जुड़ी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू कर सकें।  

4. शहरी नियोजन में बदलाव कर गर्मी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों को प्राथमिकता देनी होगी।  

हीटवेव से बचने के लिए ठोस रणनीति जरूरी  

सस्टेनेबल फ्यूचर्स कोलैबोरेटिव के विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को भीषण गर्मी से बचने के लिए तत्काल उपायों से आगे बढ़कर दीर्घकालिक समाधान अपनाने होंगे। अन्यथा, भविष्य में गर्मी का संकट और गंभीर हो सकता है।