BIG BREAKING: MP के भोपाल में 1800 करोड़ रुपए की ड्रग्स बरामद, फैक्ट्री पर NCB और गुजरात ATS की बड़ी कार्रवाई

भोपाल पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क: BIG BREAKING: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और गुजरात ATS ने संयुक्त रूप से भोपाल के पास एक औद्योगिक क्षेत्र में छापा मारकर 1800 करोड़ रुपए कीमत की मादक दवा मेफेड्रोन (MD Drugs) बरामद की है। यह छापा 5 अक्टूबर को बगरोदा गांव के इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित एक फैक्ट्री पर मारा गया, जहां अवैध रूप से ड्रग्स का निर्माण हो रहा था। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

फैक्ट्री में हो रहा था ड्रग्स का निर्माण
गुजरात ATS के डीएसपी एस.एल. चौधरी के अनुसार, उन्हें सूचना मिली थी कि भोपाल का अमित चतुर्वेदी और नासिक, महाराष्ट्र का सान्याल बाने भोपाल के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री की आड़ में मेफेड्रोन (एमडी) नामक मादक पदार्थ का अवैध निर्माण और बिक्री कर रहे हैं। सूचना मिलने पर गुजरात ATS ने NCB के सहयोग से फैक्ट्री पर छापा मारा, जहां बड़ी मात्रा में ड्रग्स और इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल बरामद किया गया।

5 हजार किलो कच्चा माल और उपकरण बरामद
छापे के दौरान फैक्ट्री से मेफेड्रोन (एमडी) बनाने में इस्तेमाल होने वाला करीब 5000 किलोग्राम कच्चा माल और उपकरण जब्त किए गए। इनमें ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क, हीटर और अन्य उपकरण शामिल हैं। इन सामग्रियों को आगे की जांच के लिए कब्जे में ले लिया गया है। 

दो आरोपी गिरफ्तार
इस छापे में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है:
1. अमित प्रकाशचंद्र चतुर्वेदी (57 वर्ष), निवासी कोटरा सुल्तानाबाद रोड, हुजूर, भोपाल।
2. सान्याल बाने, निवासी नासिक, महाराष्ट्र।

पुलिस और जांच एजेंसियां अब इस मामले की गहन जांच कर रही हैं, ताकि इस ड्रग्स नेटवर्क के अन्य लिंक और इसमें शामिल लोगों का पता लगाया जा सके। यह ड्रग्स तस्करी और निर्माण के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है, जिससे राजधानी भोपाल में फैले ड्रग्स रैकेट पर कड़ा प्रहार हुआ है।

Ratlam News: अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, 3 करोड़ की एम.डी ड्रग्स बरामद, महिला समेत 4 आरोपी गिरफ्तार

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: जिले की पुलिस ने ड्रग माफियाओं के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही करते हुए लगभग 3 करोड़ रुपए की एम.डी ड्रग्स बरामद की है। आरोपियों की गिरफ्तारी ताल थाना क्षेत्र के निपानियालीला गांव से की गई है। यह प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी एम.डी ड्रग्स बरामदगी मानी जा रही है।

एसपी अमित कुमार ने बताया कि मुंबई के चार आरोपी, रतलाम आकर ड्रग लेकर भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें समय रहते दबोच लिया। इन आरोपियों के तार नशे के बड़े रैकेट से जुड़े होने की संभावना है। 

पुलिस को मिली बड़ी सफलता
एसपी अमित कुमार और एएसपी राकेश खाखा ने शुक्रवार दोपहर एक पत्रकार वार्ता में पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुंबई के चार आरोपी ट्रेन से नागदा पहुंचे थे और जावरा से माल लेकर वापस नागदा से ट्रेन पकड़ने की योजना बना रहे थे। ये आरोपी परिवार को साथ लेकर आए थे ताकि शक न हो। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने निपानियालीला गांव और दूध तलाई चौराहे के पास यात्री प्रतिक्षालय पर घेराबंदी की। तलाशी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 करोड़ रुपये की एम.डी ड्रग्स बरामद की।

गिरफ्तार आरोपी में महिला भी
पकड़े गए आरोपियों में सबा उर्फ फकरून्निशा पति नदीम शेख, मोहम्मद नदीम पिता मो. आरीफ शेख, सुल्तान अहमद पिता अलीजरार पाशा और सलमान मोहम्मद पिता इकबाल खाँन शामिल हैं, जो सभी मुंबई के निवासी हैं। उनके कब्जे से 3 किलो एम.डी ड्रग्स और 1 किलो 898 ग्राम डोडाचूरा जब्त किया गया, जिसकी कुल कीमत 3 करोड़ 5 हजार रुपये है।

आगे की जांच में हो सकते हैं बड़े खुलासे
एसपी अमित कुमार ने बताया कि इस कार्यवाही के बाद पुलिस ने 5 दिन का रिमांड लिया है ताकि मामले में और भी खुलासे हो सकें। पुलिस रतलाम के सप्लायर की जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि ड्रग्स की सप्लाई किस-किस को की गई थी। मुंबई के अलावा, आरोपियों के तार राजस्थान और मंदसौर से भी जुड़े हो सकते हैं।

कैरियर और सप्लायर पर होगा फोकस
एसपी ने यह भी बताया कि जांच का मुख्य फोकस रतलाम और मुंबई के कैरियर्स और सप्लायर्स पर है। यह भी देखा जा रहा है कि एम.डी ड्रग्स रतलाम में बन रही है या किसी और जगह से लाकर यहां से मुंबई भेजी जा रही है। आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।

ड्रग्स पर जारी है प्रहार : दो अलग-अलग मामले में पति-पत्नी सहित 9 आरोपी गिरफ्तार, 13 लाख की एमडी जप्त

तस्कर “भाभी” सलाखों के पीछे, महीनेभर में रतलाम पुलिस ने नशे के 29 सौदागरों को दबोचा

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। जिले में बढ़ रही ड्रग्स तस्करी पर पुलिस का एक्शन जारी है। एसपी राहुल लोढा के निर्देशन में अब तक 29 नशे के सौदागर सलाखों के पीछे पहुंच गए है। पुलिस की यह कार्रवाई अब भी लगातार जारी है। पुलिस ने पति पत्नी सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया। यहां तस्करी के लिए महिला का उपयोग होता था जिसे आरोपी भाभी कोड वर्ड का इस्तेमाल कर बुलाते थे। आरोपी “भाभी” और उसका पति मंदसौर का रहने वाला है, भाभी का परिवार नशे के कारोबार के चलते एनडीपीएस एक्ट में पहले से ही जेल में बंद है।

जुलाई माह में हुए जन आंदोलन की तस्वीर

गौरतलब है की शहर के युवा नेता आशीष सोनी द्वारा 9 माह पहले तत्कालीन एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के रहते हुए शहर में सर्व समाज, महिलाओं व धार्मिक संगठनों के साथ मिलकर सामुहिक रूप से रैली निकालकर एमडी के नशे के खिलाफ आक्रोश जताया था। जिसके बाद पुलिस गंभीर हुई थी। एसपी बहुगुणा के जाने के बाद एसपी राहुल लोढा ने कमान संभालते हुए एमडी व अन्य नशीले पदार्थों पर सख्ती से कार्रवाई शुरू की। एसपी राहुल लोढा की कार्रवाई को लेकर जनता व पीड़ित परिवार भी खुश नजर आ रहे है और पुलिस का धन्यवाद दे रहे है। एमडी जैसे घातक नशे ने शहर के कई युवाओं को मौत का रास्ता दिखाया है, जिनके परिवार आज पूरी तरह से बिखर चुके है।

बुधवार को रतलाम एसपी राहुल लोढा ने प्रेस वार्ता कर एमडी ड्रग्स पर हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जावरा सीएसपी दुर्गेश आर्मो व शहर टीआई जितेंद्रसिंह जादौन भी मौजूद रहे। एसपी ने बताया की जावरा पुलिस ने एमडी ड्रग्स के दो अलग – अलग मामले में कार्रवाई की है। पहला मामला 2 अप्रैल के है, सूचना मिलने पर जावरा ईदगाह के सामने आमरोड से आरोपी शिवा उर्फ शिवनारायण पिता बसन्तीलाल परिहार उम्र 33 साल नि. सोनी कालोनी दलौदा मन्दसौर व उसकी पत्नी नीलु पति शिवा उर्फ शिवनारायण परिहार उम्र 30 साल के साथ साथ प्यारू मेव पिता नमीनुर मेव उम्र 57 साल निवासी हम्मालपुरा जावरा, आरिफ पिता मोहम्मद रईस खान पठान उम्र 23 साल निवासी अकब बिजली घर जावरा, फरीद उर्फ गोलु माडल पिता मोहम्मद साबीर खान उम्र 22 साल निवासी अकब बिजली घर जावरा को गिरफ्तार किया। इनके पास से 6 लाख रुपये किमत की 60 ग्राम एमडी जप्त की। यह एमडी ड्रग्स तस्करी के लिए महिला को रखते ताकी पुलिस को शक ना हो।आरोपी महिला निलु का परिवार भी एनडीपीएस के मामलो मे मंदसोर जैल मे है बंद । आरोपी कोडवर्ड मे “भाभी” लिखकर महिला निलु का मोबाईल नम्बर सेव रखते थे।

जानकारी देते एसपी राहुल लोढा व सीएसपी दुर्गेश आर्मो

वहीं दूसरे मामले में पुलिस ने जावरा उपजेल के पीछे आमरोड से आरोपी नितिन पिता प्रदीपसिह मीणा उम्र 25 साल निवासी होलीथडा डग थाना डग जिला झालावाड, नदीम पिता अब्दुल कादर उम्र 35 साल निवासी नाना साहब का मोहल्ला जावरा,  उमर पिता पुत्तन खाँ शेख मकसुदी उम्र 36 साल निवासी ऊंटखाना जावरा, शाकीर उर्फ मुर्गा पिता हमजा बक्श उम्र 62 साल निवासी नाना साहब का बाग जावरा को अवैध मादक पदार्थ एमडी 65 ग्राम किमती 6 लाख 50 हजार रूपये के साथ गिरफ्तार किया। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।

आरोपियों की धड़पकड़ व मामले को उजागर करने में जावरा शहर थाना के एसआई रघुवीर जोशी, हेड कांस्टेबल गोपाल परिहार, कांस्टेबल अंतिम चौधरी, राधेश्याम चौहान, राजेश पवार, यशवंत जाट, जीवन विश्वकर्मा, ललीत जगावत,   रामप्रसाद मीणा, महिला आरक्षक अंजना सहित सायबर सेल के मनमोहन शर्मा व विपुल भावसार की सराहनीय भुमिका रही।

नशे का नया कारोबार: खुलेआम बिक रहा था लोकल एनैस्थिसिया इंजेक्शन, रंगे हाथ धराया मेडिकल संचालक

एसपी राहुल लोढा की सख्त चेतावनी, दर्जनों मेडिकल स्टोर्स रडार पर!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। शहर में बढ़ रही नशाखोरी पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। पिछले 10 दिनों में पुलिस ने दर्जनभर नशे के सौदागरों को सलाखों के पीछे किया। इसी बीच पुलिस ने एक नए नशे के इजात होने की भी जानकारी जुटाई। यह नशा था लोकल एनैस्थिसिया इंजेक्शन का। जो की बाजार में खूलेआम बेचा जा रहा था। एसपी राहुल लोढा ने एमडी, स्मेक जैसी ड्रग के अलावा एक टीम को इसमें भी लगाया। जब पुलिस ने इसके बारे में जानकारी जुटाई तो पुलिस के आला अफसर भी हक्के बक्के रह गए। एनैस्थिसिया (बेहोश या सुन्न करना) जैसी प्रोसेस के लिए उपयोग में ली जाने वाली ड्रग्स के लिए उसकी मात्रा, समय व स्पेशलिस्ट का होना बहुत आवश्यक है, वरना यह ड्रग आपकी जान ले सकती है। इसके बावजूद कुछ नशेड़ी इसको नशे के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। यहां सबसे बड़ा सवाल यही है की आखिर इनके पास इसको लेने की मात्रा का अनुमान कैसे मालूम हुआ और कहां से सीखा गया? रतलाम पुलिस इसी तफ्तीश में जुटी है। फिलहाल पुलिस ने ऐसे ही एक मेडिकल स्टोर पर छापेमार कार्रवाई करते हुए इस मामले को उजागर किया है। पुलिस के पास ऐसे और भी मेडिकल स्टोर्स की सूची है जिन पर कार्रवाई होना बाकी है।

रंगे हाथ धराया मेडिकल संचालक
एसपी राहुल लोढा द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बुधवार रात को एक मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई की गई। पुलिस को सूचना मिली थी की महू रोड स्थित सांवरिया मेडिकल स्टोर से लोकल एनैस्थिसिया इंजेक्शन को नशे के उपयोग के लिए ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। पुलिस के साथ ड्रग विभाग की टीम भी कार्रवाई में शामिल थी। एसपी राहुल लोढा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस द्वारा लगातार नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। एमडी और ब्राउन शुगर सहित अन्य मादक पदार्थ बेचने वाले 18 लोगों को पिछले कुछ दिनों में गिरफ्तार किया गया है।

फोटो : मामले की जानकारी देते एसपी राहुल लोढा व एएसपी राकेश खाखा

एसपी ने बताया इन लोगों से पूछताछ में जो जानकारी मिली उसमें यह बात भी सामने आई कि शहर के कुछ मेडिकल स्टोर से अलग-अलग तरह के इंजेक्शन लेकर नशे के आदि लोगों द्वारा उनमें एमडी और ब्राउन शुगर मिलाकर भी नशे के रूप में उपयोग किया जा रहा है। कुछ मेडिकल स्टोर्स पर बिना प्रिस्क्रिप्शन के प्रतिबंधित दवाओं को बेधड़क बेचा जा रहा है। जा सकता है, उसे कुछ मेडिकल संचालक नशे के आदि लोगों को ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं। जबकी इस दवा का उपयोग क्लिनिक या हॉस्पिटल में डॉक्टर्स के अलावा कोई नहीं करता है।

देखिए वीडियो : नशे के सौदागरों को चेतावनी में क्या बोले एसपी

पुलिस ने भेजा अपना ग्राहक
पुलिस ने बुधवार रात को ड्रग विभाग की टीम को साथ में लेकर पुलिस ने महू रोड स्थित सांवरिया मेडिकल दुकान पर कार्रवाई की है। पुलिस ने एक व्यक्ति को पहचान युक्त नोट देखकर दुकान पर एनैस्थिसिया इंजेक्शन लेने भेजा। दुकान पर बैठे व्यक्ति भरत राठौड़ ने जब प्रिंट रेट से ज्यादा रुपए लेकर इंजेक्शन दिया तो पुलिस ने ड्रग विभाग के अधिकारियों के साथ दुकान पर कार्रवाई की। ड्रग विभाग के अधिकारियों ने दुकान का स्टॉक रजिस्टर भी जप्त कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। एसपी राहुल लोढा ने कहा कि पुलिस के पास और भी कई जानकारियां है, जिसके आधार पर आगे भी कार्रवाई की जाएगी।कार्रवाई के दौरान एएसपी राकेश खाखा, ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर, थाना स्टेशन रोड टीआई दिनेश भोजक मौजूद रहे।

ड्रग्स पर दबिश : रतलाम पुलिस की 10 दिन में तीसरी बड़ी कार्रवाई, सुनील सूर्या सहित 4 गिरफ्तार

संलिप्तता पाए जाने पर एसपी ने थाना स्टेशन रोड के 3 कांस्टेबल किए सस्पेंड

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। एमडी ड्रग्स मामले में पुलिस ने 10 दिन के भीतर ही तीसरी बड़ी कार्रवाई की। एसपी राहुलकुमार लोढा के निर्देश पर सीएसपी अभिनव वारंगे की टीम ने शहर में लगातार छापेमारी की कार्रवाई में बड़ी सफलता हासिल की है। आपको बता दे कुछ दिनों पहले विद्यार्थी परिषद ने शहर में बढ़ रही नशाखोरी पर आक्रोश जताते हुए एसपी व कलेक्टर को ज्ञापन दिया था। जिसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एमडी, स्मेक जैसे घातक जहरीले नशे पर कार्रवाई की। इसी मामले में लापरवाही बरतने के मामले में एसपी राहुल लोढा ने रविवार रात थाना स्टेशन रोड के तीन कांस्टेबल अभिषेक जोशी, पंकज बारिया व संजय चौहान को सस्पेंड कर दिया।

गिरफ्तार आरोपी

सोमवार को मुखबीर सुचना पर पर डीमार्ट बाय पास रोड होते हुवे भक्तन की बावडी वाले रोड से आरोपी आशीष पिता सुशील सोनी नि. चाँदनी चौक रतलाम को अवैध मादक पदार्थ एमडी 30 ग्राम किमती 1 लाख रूपये के साथ गिरफ्तार किया। आरोपी से उक्त एमडी किससे लाने के संबंध में पुछताछ की तो उसने जावरा  से एमडी लाना बताया। जो वह रतलाम के तीन व्यक्ति सईद पिता फजल हुसैन निवासी हकीमवाड़ा रतलाम, हनी पिता जफर शेख निवासी नाहरपुरा रतलाम व सुनिल सुर्या पिता इंदरमल जैन निवासी शास्त्री नगर रतलाम को देने के लिए लाया था। पुलिस ने आरोपी आशीष सोनी की निशानदेही पर अन्य आरोपी सईद, सुनील सूर्य व हनी को भी गिरफ्तार किया। उक्त मामले में थाना स्टेशन रोड पर अप.क्र 329/2024 धारा 8/22,8/29 एनडीपीएस एक्ट का पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया है।

सराहनीय भूमिका
थाना स्टेशन रोड टीआई दिनेश भोजक, उपनिरीक्षक आनंद बागवान, उनि अमित शर्मा, प्रआर.790 राजु अमलियार,आर. 374 हर्षल शर्मा, आर.902 विशाल सेन, आर 208 राकेश निनामा , आर.82 ललित वर्मा,आर 158 संदीप कुमरे की सराहनीय भूमिका रही।

बड़ी कार्रवाई : नशे के 10 सौदागर रतलाम पुलिस की गिरफ्त में, शहर में ड्रग्स व गांजा करते थे सप्लाई

खबर का बड़ा असर : पब्लिक वार्ता ने मुखरता से उठाया था मुद्दा, पुलिस अब सरगनाओं की तलाश में

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। पुलिस ने शहर के तीन थाना क्षेत्रों से अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले10 आरोपियों को पकड़ा है। यह आरोपी शहर के गली मोहल्लों में ब्राउन शुगर, एमडी और गांजा की तस्करी करते थे। शहर की फिजाओं में नशा घोलने वाले इन आरोपियों को पुलिस ने एक के बाद एक चेन बनाकर पकड़ा है। गौरतलब है की स्टेशन रोड पुलिस ने 10 मार्च को एमडी ड्रग के साथ आरोपी जाफर पिता अल्लाहबक्श खान को पकड़ा था। जिसके बाद एक के बाद एक पुलिस ने कड़ियां जोड़ी। एसपी राहुल कुमार लोढा खुद इस मामले को लीड कर रहे थे। सीएसपी अभिनव वारंगे के नेतृत्व में शहर के सभी थानों के टीआई नशे के सौदागरों को पकड़ने के प्रयास में जुट गए। पुलिस ने जाफर की निशानदेही पर 6 दिन में 10 आरोपियों को गिरफ्तारी किया। पब्लिक वार्ता ने इस मुद्दे को मुखरता से “ABVP के विरोध के बाद जागी पुलिस, चॉकलेट – बिस्किट की तरह बिक रहा नशा” शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित करते हुए पुलिस का ध्यान इस और आकर्षित किया था।

10 मार्च को प्रकाशित खबर : https://publicvarta.com/two-youths-arrested-with-drugs-smack-md-drugs-two-youths-arrested/

एसपी के अनुसार सभी गिरफ्तार आरोपी खुद पहले नशा करते है। फिर इन्हें बेचते थे। पकड़ाए गए आरोपियों में थाना अंतर्गत पहुंचाने वाले मादक पदार्थ के सरगना भी शामिल है जो कि मंदसौर जिले के दलौदा के है। पुलिस इन सबकी एक बड़ी चेन भी तलाश में जुटी है।

शनिवार दोपहर रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने कंट्रोल रुम में शहर के थाना औद्योगिक क्षेत्र, स्टेशन रोड व डीडी नगर थानों में अलग-अलग मामले में पकड़ाए 10 लोगों के बारे में खुलासा किया। एसपी के अनुसार यह लोग अलग-अलग एरिया फिक्स कर लेते थे। उसके बाद उस क्षेत्र के युवाओं के बीच जाकर उन्हें भी इसके आदि बना रहे थे। पुलिस अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। एसपी के अनुसार मादक पदार्थ ब्राउन शुगर व एमडी का नशा करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान सीएसपी अभिनव वारंगे समेत तीनों थाना प्रभारी मौजूद रहे।

दो से जप्त की ब्राउन शुगर
ब्राउन शुगर के साथ पकड़ाए रतलाम के दो तस्कर पुलिस थाना औद्योगिक क्षेत्र ने 15 मार्च को मुखबीर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए घेराबंदी कर दो व्यक्तियों को बस का इंतजार करते हिरासत में लिया था। पूछताछ में एक ने इमरान उर्फ भोला खान (35) पिता अब्दुल अबरार निवासी बंजली थाना औ. क्षेत्र रतलाम का होना बताया। एक अन्य ने अपना नाम चिराग (21) पिता महेंद्र लोधी निवासी साक्षी पेट्रोल पंप के पास निराला नगर (त्रिलोक नगर रतलाम) का होना बताया। इमरान उर्फ भोला खान के कब्जे से थैली में ब्राउन शुगर 15 ग्राम व एक मोबाइल एवं चिराग लोधी के कब्जे से 10 ग्राम ब्राउन शुगर जप्त की। जप्ती में ली गई ब्राउन शुगर की कीमत करीब 75 हजार रुपए है। दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 8/22 एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया। पुलिस गिरफ्त में आए तस्कर इमरान उर्फ भोला खान के खिलाफ पूर्व में मारपीट, सट्टा एवं आर्म्स एक्ट के कुल 08 केस दर्ज है। चिराग लोधी के खिलाफ चोरी, मारपीट एवम् आर्म्स एक्ट के कुल 06 केस दर्ज है।

दलौदा का तस्कर धराया
16 मार्च की मध्य रात्री में मुखबीर की सूचना पर डी मार्ट बाईपास रोड अहिंसा ग्राम कालोनी के गेट के पास मोईन मंसूरी (26) पिता साबीर मंसूरी निवासी दलौदा जिला मंदसौर, महेंद्र (25) पिता दिनेश कुमार आर्य निवासी शांति कालोनी दलौदा जिला मंदसौर को 25 ग्राम एमडी के साथ पकड़ा है। एमडी की कीमत करीब 1 लाख रुपए है। इसके साथ ही एक एंड्रोयड मोबाइल एवं बाइक एमपी 14 जेडसी 5779 के साथ पकड़ा है। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा दलौदा से लाकर रतलाम निवासी एमडी का सेवन करने वाले रियाज एहमद पिता अतिक एहमद कुरैशी निवासी आनंद कालोनी, आदिल पिता बाबु शाह निवासी हाट की चौकी के सामने नयापुरा रतलाम, सोहेल पिता शाकीर हुसैन निवासी ऊंकाला रोड लालजी का बाग रतलाम, फरीद पिता नासिर हुसैन निवासी ऊंकाला रोड लालजी का बाग रतलाम को करीब 6-6 ग्राम एमडी इनके द्वारा रतलाम में लाकर देना बताई। साथ ही उनके द्वारा अवैध मादक पदार्थ एमडी बेचकर लाभ कमाना भी बताया। थाना स्टेशन रोड ने धा 8/22, 29 एनडीपीएस एक्ट में केस दर्ज किया। सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

1 किलो गांजे में दो धराए
गांजे के साथ दो तस्कर पकड़ाएं शहर के थाना दीनदयाल नगर पुलिस ने हरथली फंटा रतलाम पर रमेश पिता परसराम सिंधी निवासी गली न. 3 टाटानगर को अवैध मादक पदार्थ 1 किलो गांजे के साथ पकड़ा है। गांजे की कीमत 10 हजार रुपए है। पूछताछ में आरोपी रमेश सिंधी द्वारा मुजिम उर्फ छोटू खान (29) पिता रसीद खान निवासी पीएनटी कॉलोनी रतलाम को गांजा बेचना बताया। मुजिम उर्फ छोटू खान द्वारा खरीदा गया गांजा जप्त होने पर आरोपी मुजिम को भी गिरफ्तार किया। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में केस दर्ज किया।

नशे पर एक्शन या खानापूर्ति: एमडी ड्रग्स व स्मैक के साथ दो युवक गिरफ्तार, मुख्य सरगनाओं तक पहुंचने में पुलिस अब भी नाकाम

ABVP के विरोध के बाद जागी पुलिस, चॉकलेट – बिस्किट की तरह बिक रहा नशा

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। शहर में नशे के सौदागर बेखौफ अपना धंधा जमाए हुए है। जिम्मेदार आंख बंद कर दफ्तरों में आराम कर रहे है। जिले के आलम यह है की यहां जिम्मेदारों को अपनी जिम्मेदारी का एहसास तभी होता है जब कोई विरोध प्रदर्शन हो  या कोई बड़ी घटना घटित हो। 2 हफ्ते पहले विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज में बढ़ रही नशाखोरी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस तंत्र सक्रिय हुआ। रविवार को थाना स्टेशन रोड पुलिस द्वारा अलग – अलग स्थानों से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। इससे पहले भी ड्रग्स के नशे में जान गवाने वाले कई किस्से शहर के लोगो ने सुने है। इसको लेकर पूर्व में एक बड़ा आंदोलन भी शहर में हुआ था, जब पुलिस हरकत में आई और कुछ दिनों तक लगातार कार्रवाई भी की। लेकिन पुलिस ने उसके बाद इनके ठिकानों और सरगनाओं तक पहुंचना जरूरी नहीं समझा। जिसके बाद अब फिर ड्रग्स का यह जहर शहर को खोखला करने में जुट गया है। चॉकलेट बिस्किट की तरह गांजा, अफीम, एमडी, स्मैक जैसे नशीले पदार्थ बाजार में बिक रहे है। मगर जिम्मेदारों के कान में जू तक नहीं रेंगती नजर आ रही है।

पुलिस ने रविवार आधी रात में डीमार्ट बायपास व भक्तन की बावडी रोड से आरोपी जाफर पिता अल्लाहबक्श खान उम्र 22 वर्ष निवासी फिरदौस बहन का मकान, मोचीपुरा को गिरफ्तार किया। जिसके पास से पुलिस ने 31 ग्राम एमडी ड्रग्स पकड़ी। जिसकी किमती करीब 1 लाख रूपये बताई जा रही है। वहीं दूसरी और पुलिस ने दोपहर में भक्तन की बावड़ी क्षेत्र से ही एक अन्य आरोपी मोईनुद्दीन भुरा उर्फ भुरू पिता मोहम्मद हुसैन उम्र 21 वर्ष निवासी पिंजारा पोल हाथी खाना, झोपड पट्टी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी मोईनुद्दीन के पास से 30 हजार कीमत की करीब 10 ग्राम स्मैक बरामद की। पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 8/22 एनडीपीएस एक्ट में मामला पंजीबध्द कर विवेचना शुरू कर दी है।

राजस्थान से मंगवाई एमडी
एमडी ड्रग्स के साथ गिरफ्तार हुए आरोपी जाफर ने पुलिस पूछताछ में बताया की वह मोबाइल से राजस्थान के अरनोद थाना क्षेत्र के गांव देवल्दी निवासी अरबाज खान से मोबाईल पर बात कर मंगवाई थी। जो की एक अन्य आरोपी बालुराम मीणा नि. सिंगपुरा माताजी थाना अऱनोद जिला प्रतापगढ ने उसे डिलीवर की। पुलिस अब फरार आरोपी अरबाज खान व बालूराम मीणा को खोजने में जुटी है।

राजस्थान का “अरनोद” है नशे का हब
एमडी ड्रग्स, कोकीन, ब्राऊन शुगर जैसे घातक नशे की खेप मध्यप्रदेश के पड़ोसी राज्य राजस्थान से एंट्री कर रही है। जिस पर अंकुश लगाने में पुलिस अब तक कोई ठोस अंजाम तक नहीं पहुंची है। राजस्थान से नशा एंट्री करते हुए मध्यप्रदेश के बड़े शहरों समेत गुजरात में पहुंचता है। वहीं नशे के सरगनाओं तक पहुंचने की बात की जाए तो रतलाम पुलिस के हाथ अब तक खाली है।
रतलाम पुलिस ने नशे के कारोबार पर जो कार्रवाई अब तक कि है, उनमें से अधिकांश का तार सीधे राजस्थान से जुड़ा मिला है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या रतलाम पुलिस प्रतापगढ़ से रतलाम में एंट्री कर रहे नशे के कारोबार के ठिकानों और सरगनाओं तक पहुंचेगी या इसी तरह केवल तस्करी पर कार्रवाई करते हुए अपनी पीठ थपथपाती रहेगी?

सब जानकर भी है अनजान?
कई मामलो में देखा गया है की तस्कर और नशाखोरी के आदि लोग जावरा के पिपलोदा से सीधे राजस्थान में एंट्री करते है। यहां से राजस्थान में पनप रही नशा कारोबार की दुनिया शुरू होती है। प्रतापगढ़ के गांव कोटड़ी, नौगावा, देवल्दी, कोटडी, धमोमर के आस पास के कई इलाके में जहरीले नशे का कारोबार वर्षो से चला रहा है। जो मध्यप्रदेश की युवा पीढ़ी को खोखला कर रहा है। गरीब तबके के लोगों को इस अवैध नशे के कारोबार में शामिल किया जाता है। गरीब युवाओं को नशीले पदार्थ को डिलीवर करने के लिए उपयोग में लिया जाता है। नशा कारोबारियों की गुंडई के कारण लोकल आदमी शिकायत से डरता है। सूत्रों की माने तो बड़े पैमाने पर चल रहे इस कारोबार को राजनीतिक शह के साथ ही विभागीय साठगांठ जान फूंके हुए है। कहा जाता है की इनका खुफिया तंत्र और ऊपर तक परोसा गया पैसा पुलिस तंत्र से ज्यादा सक्रिय है। नारकोटिक्स विभाग की अनदेखी या चुप्पी भी कई सवालों को खड़ा करती है।