PM Narendra Modi Diwali 2024: प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार 11वीं बार जवानों के बीच मनाई दिवाली, कच्छ में बीएसएफ, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के जवानों संग बिताए खास पल

नई दिल्ली – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। PM Narendra Modi Diwali 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल भी अपनी परंपरा को कायम रखते हुए दिवाली जवानों के बीच मनाई। इस बार वे गुजरात के कच्छ पहुंचे, जहां बीएसएफ, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के जवानों के साथ इस खास अवसर को साझा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi in Diwali) ने जवानों को मिठाई बांटी और उनके साथ उत्सव मनाया। यह लगातार 11वां वर्ष है जब प्रधानमंत्री ने जवानों के साथ दिवाली मनाई है, उनके इस कदम ने सैनिकों (Indian Army) के बीच आत्मीयता का विशेष संचार किया है। पीएम मोदी पिछले 11 सालों से हर दिवाली के मौके को खास बना देते हैं. एक-दो बार छोड़ दें तो बीते 8-10 सालों में पीएम मोदी का दीपावली त्यौहार दिल्ली से दूर ही मनता है। पीएम मोदी ने थल, जल और वायु तीनों सेनाओं को कच्छ से बड़ा संदेश दिया।

पीएम मोदी से मिलकर खुश होती महिला जवानों की टुकड़ी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की कच्छ के क्रीक क्षेत्र में लक्की नाला में बीएसएफ, सेना, नौसेना और वायु सेना के हमारे बहादुर कर्मियों के साथ दिवाली मनाकर खुशी हुई। यह क्षेत्र चुनौतीपूर्ण भी है और दुर्गम भी। दिन अत्यधिक गर्म होते हैं और ठंड भी पड़ती है। क्रीक क्षेत्र में अन्य पर्यावरणीय चुनौतियाँ भी हैं। हमारे सुरक्षाकर्मी दुर्गम स्थानों पर भी डटे रहते हैं और हमारी रक्षा करते हैं। हमें उन पर बहुत गर्व है। हमारा संकल्प है नेशन फर्स्ट, भारतीय सेना के जवानों के बीच दिवाली मनाता हूं तो मेरी दिवाली की मिठास कई गुना बढ़ जाती है। दुश्मन जब भारतीय सेना को देखता है तो उसे उसके मंसूबों का अंत दिखता है। इस दौरान महिला सैनिक जवानों ने पीएम के सामने देशभक्ति गीत भी प्रस्तुत किए। मोदी ने सभी को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए, अपने हाथों से मिठाई खिलाई।

मोदी की यह विशेष परंपरा 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से जारी है, जब वे पहली बार सियाचिन पहुंचे थे। जानिए कब और कहां गए मोदी –

1. 2014 – प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार सियाचिन पहुंचे और वहां तैनात जवानों के साथ दिवाली मनाई। उन्होंने जवानों को मिठाई खिलाई और उनका हौसला बढ़ाया।
  
2. 2015 – इस वर्ष प्रधानमंत्री मोदी अमृतसर में जवानों के साथ दिवाली मनाने पहुंचे थे। उन्होंने जवानों को मिठाई खिलाई और भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस की सराहना की।

3. 2016 – पीएम मोदी ने लगातार तीसरे साल हिमाचल प्रदेश में चीन बॉर्डर के पास ITBP के जवानों के बीच दिवाली का जश्न मनाया। उन्होंने सीमावर्ती इलाके में तैनात जवानों को मिठाई खिलाकर उनका उत्साहवर्धन किया।

4. 2017 – इस वर्ष मोदी जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर पहुंचे और वहां सैनिकों के साथ दिवाली मनाई। यह दौर उन सैनिकों के लिए एक यादगार पल बन गया, जिन्होंने प्रधानमंत्री को अपने साथ पाया।

5. 2018 – मोदी दिवाली के मौके पर उत्तराखंड के केदारनाथ पहुंचे और वहां के हरशिल गाँव के निकट तैनात भारतीय सशस्त्र बल और ITBP के जवानों के साथ दिवाली मनाई।

6. 2019 – प्रधानमंत्री इस साल जम्मू-कश्मीर के राजौरी क्षेत्र पहुंचे और LoC पर तैनात सैनिकों के साथ दिवाली मनाई। उन्होंने सीमा की रक्षा में जुटे जवानों के साहस की सराहना की।

7. 2020 – इस बार पीएम मोदी राजस्थान के जैसलमेर के लोंगेवाला पोस्ट पर तैनात सैनिकों के बीच दिवाली मनाने पहुंचे। उन्होंने जवानों को मिठाई खिलाई और भारतीय सीमा की सुरक्षा को लेकर उनकी भूमिका की प्रशंसा की।

8. 2021 – प्रधानमंत्री मोदी जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि वे एक प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं बल्कि सैनिकों के परिवार के सदस्य के तौर पर आए हैं।

9. 2022 – मोदी इस वर्ष कारगिल में सैनिकों के साथ दिवाली मनाने पहुंचे। उन्होंने कारगिल युद्ध में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और वर्तमान में सीमा पर तैनात जवानों के साथ यह पर्व मनाया।

10. 2023 – इस साल प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश के लेपचा पहुंचे और वहां जवानों के साथ दिवाली का जश्न मनाया।

11. 2024 – प्रधानमंत्री ने गुजरात के कच्छ में बीएसएफ, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के जवानों के साथ दिवाली मनाई। उन्होंने जवानों को मिठाई खिलाई और उनके साथ बातचीत कर देश के प्रति उनके समर्पण की सराहना की।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इन दौरों से न केवल सैनिकों का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि देशवासियों को एकता, सुरक्षा और देशभक्ति के प्रति सजग रहने का संदेश भी दिया है। उनके इस विशेष प्रयास ने हर वर्ष जवानों को नई ऊर्जा दी है और देश के नागरिकों को गर्व का अनुभव कराया है।

MP News: मध्यप्रदेश के इस शहर में मुर्दे नहीं दीपक जलाते है; दिवाली पर फुलझड़ियों व रंगोलियों से सजता है श्मशान, जानिए क्या है वजह

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। MP News: मध्यप्रदेश के रतलाम में दिवाली से एक दिन पहले श्मशान दीपक से जगमगाते हुए दिखेगा। यहां रंगोलियां बनाई जाती है, आतिशबाजियां होती है। आमतौर पर श्मशान में जाने से लोग कतराते है, वो भी किसी खास त्योहार वाले दिन। लेकिन यहां इसके बिल्कुल उल्टा है। शहर का प्रसिद्ध त्रिवेणी मुक्तिधाम बुधवार शाम को दीपदान के आयोजन से जगमगा उठा। पूरे परिसर को रंगोली और दीपों से सजाया गया, जहां बच्चों ने फुलझड़ियां जलाकर और लोगों ने आतिशबाजी करके इस विशेष मौके को मनाया। महिलाओं ने ढोल की थाप पर पारंपरिक नृत्य कर माहौल को उल्लासमय बना दिया। त्रिवेणी मुक्तिधाम के अलावा शहर के भक्तन की बावड़ी और जवाहर नगर मुक्तिधाम में भी दीपों का यह उजाला देखने को मिला।

रंगोली बनाते प्रेरणा समाजिक व सांस्कृतिक संस्था के सदस्य

आयोजन को करने वाले संस्था के प्रमुख सदस्य गोपाल सोनी ने बताया, “दीपावली का यह 5 दिवसीय पर्व न केवल हमारे घर-आंगन को रोशन करता है, बल्कि पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का भी एक माध्यम है। हम मुक्तिधाम में दीप जलाकर, रंगोली सजाकर, और आतिशबाजी कर पूर्वजों को श्रद्धांजलि देते हैं। इससे हम यह प्रार्थना करते हैं कि यदि हमारे पूर्वज अंधकार में हों, तो वे प्रकाश की ओर जाएं।” सोनी के अनुसार, इस परंपरा का आरंभ 2006 में हुआ था, और अब यह हर वर्ष बड़े उत्साह से मनाई जाती है।

तस्वीर में एक और जलती हुई चिता और दूसरी और जगमगाते दिवाली के दीपक

मोनिका शर्मा, जो अपने परिवार के साथ इस अवसर पर आईं, ने बताया, “पहले मुक्तिधाम में आने से लोग हिचकते थे, लेकिन अब यह परंपरा का हिस्सा बन गया है और सभी लोग इसमें शामिल होकर दीपदान करते हैं।” इस आयोजन का धार्मिक महत्व भी है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर किए जाने वाले इस दीपदान का उद्देश्य यमराज से यमयातना से मुक्ति प्राप्त करना है। गोपाल सोनी ने बताया, “नरक चतुर्दशी के इस दिन यमराज को दीपदान करने का विधान है, जिससे हमारे पूर्वजों को शांति प्राप्त होती है।

माना जाता है कि राजा बलि ने इस दिन का वरदान मांगा था कि जो व्यक्ति इस दिन यमराज को दीपदान करेगा, वह दुखों से मुक्त रहेगा।” पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पूर्वजों की प्रसन्नता से देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और पितृदोष भी समाप्त हो जाता है। रतलाम में इस अद्वितीय आयोजन ने न केवल पूर्वजों की स्मृति को जीवित रखा है बल्कि समाज में आस्था और परंपरा के महत्व को भी उजागर किया है।

तिरंगा वाहन रैली आज : भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय और भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन के नेतृत्व में जुटेंगे असंख्य युवा

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। भारतीय जनता पार्टी और भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशाल तिरंगा वाहन रैली का आयोजन होगा। स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को सुबह 11 बजे दो बत्ती चौराहा से रैली की शुरुआत होगी। वाहन रैली नगर के गर्ल्स कॉलेज, छत्रिपुल, नगर निगम, नाहरपुरा, घास बाजार, चांदनी चौक, तोपखाना, धानमंडी, शहीद चौक, सैलाना बस स्टैंड, राम मंदिर होते हुए अलकापुरी स्थित भारत माता उद्यान पहुंचेगी। इसका नेतृत्व भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय और भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन करेंगे। रैली में भाजपा के समस्त जिला, मंडल, मोर्चा एवं प्रकोष्ठ पदाधिकारी तथा जनप्रतिनिधिगण शामिल होंगे।

भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष गौरव मूणत ने बताया की देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा अभियान शुरू किया है। मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार के निर्देश पर देश पर प्राण न्योछावर करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान में भाजपा और भाजयुमो द्वारा संयुक्त रूप से सभी जिलों में तिरंगा यात्राएं निकाली जा रही हैं।  रतलाम में तिरंगा वाहन रैली के दौरान सभी युवा हाथ में झंडा थामे भारत माता की जयघोष करते हुए चलेंगे। भाजपा और भाजयुमो के समस्त पदाधिकारियों ने शहरवासियों विशेषकर युवाओं से रैली में अधिक से अधिक उपस्थित होकर राष्ट्र भक्ति का परिचय देने का आह्वान किया है।

लोकसभा RESULT DAY : जिले की 5 विधानसभाओं का पिटारा खुलेगा आज, 18 व 30 राउंड के साथ 70 टेबलों पर होगी मतगणना

भाजपा या कांग्रेस में कौन मरेगा बाजी?, साइंस कॉलेज आने का हर रास्ता रहेगा बंद!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव संपन्न होने के बाद अब बारी है मतगणना और आने वाले परिणामों की। आज यानी 4 जून को सुबह 8 बजे से देशभर में मतगणना की  शुरुआत होगी। रतलाम जिले की 5 विधानसभा सीटो में 3 संसदीय क्षेत्र आते है। 5 विधानसभाओं की लोकसभा चुनाव की मतगणना रतलाम के साइंस एंड आर्ट्स कॉलेज में होगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी कर चुका है। चुनाव के परिणाम की घोषणा संसदीय क्षेत्र के मुख्यालय से की जाएगी। रतलाम में मतगणना के दौरान छत्रिपुल से ब्लड बैंक तक पूरा रोड ब्लॉक रहेगा। वाहन से आवगमन प्रतिबंधित रहेगा। निगम तिराहे से भी वाहनों पर रोक रहेगी। हाथीखाना वाले रास्ते पर भी बेरिकेडिंग रहेगी। यानी लीड कॉलेज तक आने वाले हर रास्ते को नो व्हीकल जोन पुलिस ने बनाया है।

कलेक्टर राजेश बाथम के अनुसार मतगणना कर्मियों को प्रातः 6.00 बजे मतगणना स्थल पर पहुंचने के लिए निर्देशित किया गया है। सुरक्षाबल सहित अन्य कर्मियों को मिला ले तो करीब 1 हजार कर्मचारी मतगणना टीम का हिस्सा रहेंगे। पोस्टल बैलेट की गिनती संसदीय क्षेत्र के मुख्यालय पर होगी। रतलाम संसदीय क्षेत्र का मुख्यालय झाबुआ है। विधानसभा के अनुसार अलग अलग कक्ष रहेंगे। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जावरा की गणना कक्ष क्रमांक 5 में होगी। रतलाम ग्रामीण के लिए कक्ष क्रमांक 6, आलोट के लिए कक्ष क्रमांक 7, सैलाना के लिए कक्ष क्रमांक 8 तथा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र रतलाम शहर की मतगणना के लिए कक्ष क्रमांक 9 है। प्रत्येक मतगणना कक्ष के कलर कोड भी निर्धारित किए गए हैं। हर एक मतगणना हाल में 14 टेबलों पर मतगणना की जाएगी। इस अनुसार कुल 70 टेबल्स पर मतगणना होगी। प्रत्येक टेबल पर एक गणना सहायक, एक गणना पर्यवेक्षक तथा एक सूक्ष्म प्रेक्षक तैनात रहेगा। मतगणना परिसर में आयोग द्वारा तैनात प्रेक्षक भी मौजूद रहेंगे। जिले की पांचों विधानसभा में 1103422 मतदाता है। रतलाम ग्रामीण, सैलाना व आलोट विधानसभा की मतगणना के 18-18 व रतलाम सिटी व जावरा विधानसभा के 30-30 राउंड में मतगणना होगी।

कौन मरेगा बाजी, दिलचस्प होगा मुकाबला!
लोकसभा 2024 में बीजेपी ने रतलाम लोकसभा सीट पर अनिता नागर सिंह चौहान को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने पिछले उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया पर दांव चला है। कांतिलाल कई बार के सांसद व मंत्री रह चुके। वर्तमान संसद गुमानसिंह ने उन्हें 2019 में शिकस्त दी थी। रतलाम लोकसभा सीट पर कुल 1851112 मतदाता हैं। रतलाम लोकसभा सीट पर चौथे चरण यानी 13 मई को मतदान हुआ।

आपको बता दे रतलाम झाबुआ-आलीराजपुर लोकसभा में रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण एवं सैलाना आते है। मंदसौर –  नीमच – जावरा लोकसभा में जावरा विधानसभा आती है। वहीं  उज्जैन -आलोट लोकसभा में आलोट विधानसभा आती है। रतलाम जिले में 1297 मतदान केंद्र थे। रतलाम जिले के विधानसभावार मतदाताओं कीबात करे तो रतलाम ग्रामीण में 213790, रतलाम सिटी में 217035, सैलाना में 211374, जावरा में 237878 और आलोट में 223345 मतदाता है। यानी रतलाम जिले के कुल 1103422 मतदाताओं के दिए वोट से आज लोकतंत्र की इबारत लिखी जाएगी।

कांग्रेस का प्रहार : विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रेस कांफ्रेंस में लगाए गंभीर आरोप, मंत्री नागरसिंह चौहान को बताया महिला विरोधी और माफिया

गांव के स्कूलों में शराब और धान भरा, जनसंख्या से ज्यादा बंदूके – डॉ. विक्रांत भूरिया

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव में मतदान का दिन जैसे – जैसे करीब आ रहा है वैसे -वैसे कांग्रेस और भाजपा के नेताओं का आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। रतलाम में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के बेटे व कांग्रेस विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। जिसमें उन्होंने भाजपा के अलीराजपुर विधायक व मंत्री नागरसिंह चौहान पर कई गंभीर आरोप लगाए। डॉ. भूरिया ने कहा कि अलीराजपुर क्षेत्र में वन मंत्री और उनके परिवार का आतंक है। रतलाम इनके हाथों में कभी सुरक्षित नहीं रहेगा। उन्होंने मंत्री नागरसिंह को लेकर और भी कई प्रश्न खड़े किए। आपको बता दे प्रदेश के वन मंत्री नागरसिंह चौहान की पत्नी अनिता चौहान भाजपा से रतलाम लोकसभा की प्रत्याशी है।

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मौजूद कांग्रेस नेता

हालही में अलीराजपुर जिले में जोबट में हुए 11 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस लगातार इस मामले में भाजपा प्रत्याशी अनिता व उनके मंत्री पति नागरसिंह चौहान पर हमलावर होती नजर आ रही है। कांग्रेस का आरोप है की भाजपा के मंत्री व प्रत्याशी का करीबी रिश्तेदार इस रेपकांड में शामिल है, जिसे दबाने की कोशिश की जा रही है और पीड़ित परिवार पर भी दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि रेपकांड और विक्रांत भूरिया के आरोपों पर अब तक लोकसभा प्रत्याशी अनिता चौहान व मंत्री पति नागरसिंह चौहान चुप्पी साधे हुए है।

वहीं दूसरी और इस रेपकांड के खुलासे के बाद पीड़ित परिवार के पास पहुंचे मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विक्रांत भूरिया पर एक महिला के आवेदन पर पुलिस ने FIR दर्ज की है। इन पर आलीराजपुर के जोबट थाना क्षेत्र में गैंगरेप पीड़ित परिवार की पहचान उजागर करने का आरोप है।

एफआईआर दर्ज होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में विक्रांत भूरिया ने  मीडिया से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने एलईडी स्क्रीन के माध्यम से नागरसिंह चौहान का दिवंगत आदिवासी नेता कलावती भूरिया के खिलाफ बोलते हुए वीडियो दिखाया। कुछ लोगों के हाथों में बंदूकों के साथ खड़े नागरसिंह चौहान का फोटो व वन मंत्री के गांव डोबलाछिरी के एक सरकारी स्कूल का वीडियो भी दिखाया, जिसमें मक्का भरी हुई थी।

फोटो में दर्जनभर बंदूकधारियों के साथ खड़े नजर आते वन मंत्री नागरसिंह चौहान

होती रहती है ऐसी घटनाएं, डरते है लोग!
विक्रांत भूरिया ने कहा कि जोबट विधानसभा में खट्टाली गांव में एक 10 साल की आदिवासी बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। ऐसी घटनाएं होना आम बात हो गई है, क्योंकि वहां मजदूर आदिवासियों की कोई सुनवाई नहीं होती है। जब बच्ची की हालत खून ज्यादा बहने से गंभीर हो गई और उसे इंदौर रेफर करना पड़ा तो मामला सामने आया। इसमें एक आरोपी मंत्री नागरसिंह चौहान के परिवार से है। जिसे बचाने की पूरी कोशिश की गई। हमने एसपी पर दबाव बनाया कि कोई भी आरोपी छूटना नहीं चाहिए। तब जाकर कार्रवाई हुई। जब उस बच्ची के गांव गए तो गांव वाले इकठ्ठा हुए और चौंकाने वाली बात बताई की इस तरह की घटनाएं होती रहती है। कार्रवाई करने पर झुंड बनाकर लोग आते है और डराया धमकाया जाता है। डर के मारे हम कुछ नहीं कर पाते। रेप पीड़िता नाबालिग बच्ची को इंदौर में भर्ती किया। जहां वह जीवन व मौत के संघर्ष से लड़ रही है। नहीं भूरिया ने कहा कि बच्ची की मां अस्पताल में है। पिता पलायन पर गए थे। प्रदेश में 20 साल से सरकार होने के बावजूद आदिवासियों भाईयों को पलायन पर जाना पड़ रहा है। इनके जाने के बाद बच्चों की सुरक्षा करने वाला कोई नहीं है।

रेप पीड़िता के घर पर मौजूद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी व विक्रांत भूरिया

कई बार जेल गए मंत्री, मुख्यमंत्री को भरोसा नहीं
विक्रांत भूरिया ने आरोप लगाया की वन मंत्री नागरसिंह चौहान पर कई आपराधिक मामले दर्ज हुए है। जिनको डरा धमकाकर बंद करवा दिया गया है। कितनी ही बार वे जेल जा चुके है। एक माफिया की तरह उनका अलीराजपुर में आतंक है। बच्ची के साथ बलात्कार हुआ तो भाजपा के किसी नेता का बयान नहीं आया ना ही बुल्डोजर चलवाया। इनके खुद के गांव के स्कूल का रिजल्ट 12 प्रतिशत रहा। क्योंकि इनके गांव के स्कूलों में मक्का व शराब की पेटियां रखी जाती है। भाजपा ने चोर के हाथ में चाबी दे दी है। जिस व्यक्ति ने आदिवासी अंचल के कट्ठीवाड़ा जंगल को अंदर से साफ कर दिया उसी को अब वनमंत्री बना दिया गया। जिसने मंत्री बनने के बाद ही जंगल की अंधाधुंध कटाई का ठेका दे दिया है।

इनके खुदके गांव में लोगों के पास वैध हथियार के अलावा अवैध हथियार की भी भरमार है। सवाल यही उठता है की आखिर क्या आवश्यकता है? मंत्री खुलेआम बयान देते है की मुझे गन मैंन की आवश्यकता नहीं है क्योंकि गांव में ही बहुत है। युवाओं को बहला फुसलाकर पढ़ाई छीनकर उन्हें अवैध धंधों में शामिल किया जा रहा है। महिला सम्मान की बात करने वाले बीजेपी व उनके मंत्री नागरसिंह चौहान ने विधायक रही बहन कलावती भूरिया का भी खुलेआम अपमान किया। उन्हें मंच पर निपटाने की धमकी दी जाती है। यह वीडियो बताता है की वे महिला विरोधी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव अनिता चौहान की नामांकन रैली में आते है। रैली की सारी तैयारियां हो जाती है बेरिकेडिंग होती है रास्ते बंद कर दिए जाते है। लेकिन वे केवल भाषण देकर चले जाते है रैली नहीं करते। क्योंकि उनको उनके लोगों पर भरोसा नहीं है, कब मार डाले!

प्रेस कांफ्रेंस में LED स्क्रीन पर वन मंत्री नागरसिंह का वीडियो दिखाते भूरिया

दाखिल हुआ सांसदी का पर्चा! : मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भरवाया प्रत्याशी अनिता नागरसिंह चौहान का नामांकन, कई दिग्गजों को होना पड़ा शामिल

झाबुआ से कांग्रेस को बड़ा झटका, जिले के दो बड़े नेता कांग्रेस से भाजपा में शामिल!

पब्लिक वार्ता – रतलाम/झाबुआ,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बजने के बाद गुरुवार को रतलाम-झाबुआ-अलीराजपुर संसदीय क्षेत्र या रतलाम लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिता नागरसिंह चौहान ने अपना नामांकन फार्म जमा किया। सूबे के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते, केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, निर्मला भूरिया सहित कई दिग्गज नेता इस नामांकन रैली के शक्ति प्रदर्शन में मौजूद रहे। दिग्गजों के इस जमावड़े का बड़ा कारण विधानसभा चुनाव के दौरान आदिवासी अंचल में भाजपा की कमजोर पकड़ को बताया जा रहा है। केंद्रीय नेतृत्व खासकर इस सीट पर अपना फोकस जमाये हुए है। पार्टी सूत्रों के अनुसार रतलाम लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री के करीब 2 दौरे होने की संभावनाएं है। वहीं योगी उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस सीट पर प्रचार का जिम्मा संभाल सकते है।

रतलाम लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार अनिता नागर सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में झाबुआ में जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा मीणा के समक्ष नामांकन फार्म जमा किया। नामांकन से पहले झाबुआ के बस स्टेंड पर जनसभा हुई। सभा के दौरान रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महापौर प्रहलाद पटेल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन एवं जिला प्रभारी प्रदीप पांडेय के नेतृत्व में तीन विधानसभा क्षेत्र रतलाम शहर, ग्रामीण और सैलाना के हजारों कार्यकर्त्ता शामिल हुए। इसके अलावा झाबुआ व अलीराजपुर के भी कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए।

नामांकन रैली के दौरान हुंकार भरते भाजपा के दिग्गज नेता

कांग्रेस के पास हर चुनाव में सिर्फ एक उम्मीदवार
बस स्टेण्ड पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्र की मोदी सरकार व भाजपा की प्रदेश सरकार के।कार्यों को बताया। यादव ने कहा कि भाजपा आदिवासियों का विकास करने वाली पार्टी है। प्रदेश और केंद्र की सरकार में विकास कार्य आगे भी जारी रहेगा। भाजपा का काल मोदी राज में राम राज्य की तरह है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को अगर अन्य किसी बड़े अस्पताल में भर्ती कराना हो, तो उसे आवश्यक होने पर एयरलिफ्ट करने का निर्णय भी प्रदेश सरकार ने लिया है। मुख्यमंत्री ने कांतिलाल भूरिया पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के पास यहां सिर्फ एक ही उम्मीदवार है, विधायक बनाना हो तो वही और सांसद का चुनाव लड़ाना हो तो भी वही। कांग्रेस ने कभी आदिवासीयों का भला नहीं किया, लेकिन भाजपा ने आदिवासीयों को राष्ट्रपति पद तक पहूंचाया है।

फोटो : बाएं से पहले नंबर पर विजय भाभर व दूसरे पर ममता बहादुर हटीला

दो बड़े कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल
वोटिंग से पहले और नामांकन आखरी दौर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दो कांग्रेसी नेता ने जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में भाजपा का दामन थाम लिया।जिसमें झाबुआ जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य विजय भाभर और जिला पंचायत सदस्य ममता बहादुर हठिला ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसके अलावा इनके समर्थकों ने भी भाजपा की सदस्यता ली।

लोकसभा चुनाव 2024 : सुदर्शन ग्रुप ने किया मतदान से पहले भारत विजय बल यज्ञ, केंद्र में बने फिर से मोदी सरकार!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। भारत में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान आज यानी 19 अप्रैल शुक्रवार से शुरू हो गया है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में मतदान शाम 6 बजे मतदान का सिलसिला खत्म हो गया। पहले चरण में शाम 7 बजे तक कुल 60.03 प्रतिशत औसत मतदान हुआ। पहले चरण में कुल 102 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। लोकसभा चुनाव 2024 कुल 7 चरणों में पूरा होगा जो की 13 मई को समाप्त होगा। राजनीतिक दल व उनके समर्थक चुनाव जीतने के लिए तरह तरह के आयोजन कर रहे है। मध्यप्रदेश के रतलाम में भी भाजपा की विजय और मोदी सरकार की वापसी के लिए हवन का अनूठा आयोजन किया गया। ऊंकाला रोड स्थित महिषासुर मर्दिनी माता मंदिर पर हुए हवन को भारत विजय बल यज्ञ का नाम दिया गया।

सिद्धार्थ पंड्या ने बताया सुदर्शन ग्रुप के सदस्यों ने मतदान शुरू होने की पूर्व संध्या पर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत हो ऐसी मनोकामना के साथ यज्ञ संपन्न किया। इस भारत विजय बल यज्ञ में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां दी गई। सभी की मनोकामना है की देश में तीसरी बार भारी बहुमत के साथ भाजपा सरकार केंद्र में पुनः आए। यज्ञाचार्य पं. मनीष परसाई द्वारा यज्ञ सम्पन्न करवाया। उपस्थित सदस्यों ने यज्ञ के बाद महाआरती कर  प्रसादी का वितरण किया। इस अवसर पर अनिल पोरवाल, सिदार्थ पंड्या , वैभव व्यास , अशोक सोनी , राजू सुरोलिया , चीकू सोनी ,  डाक्टर कमल तिवारी , पूर्व एल्डर मेन ताराबेन सोनी , गोविन्द काकानी आदि मौजूद रहे ।

लोकसभा चुनाव 2024: जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताई व्यवस्था, देशभर में आचार संहिता लागू

रतलाम संसदीय सीट पर 13 मई को होगी वोटिंग, 4 जून को घोषित होगा परिणाम

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। चुनाव आयोग ने शनिवार को चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज हो चुका है।  मध्यप्रदेश की 29 सीटों पर 4 चरण में चुनाव होंगे। रतलाम संसदीय सीट पर चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग होगी। देशभर में परिणाम 4 जून को आएंगे। इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। रतलाम जिले में कुल 1295 मतदान केंद्र है। मतदाताओं की संख्या 11 लाख 3 हजार 422 है। इनमें 551180 पुरूष तथा 552208 महिला मतदाता है एवं अन्य मतदाता (थर्ड जेंडर) 34 है। वहीं 33 हजार 924 वोटर्स नए जुड़े है, जो पहली बार मतदान करेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव में 79.96 प्रतिशत मतदान हुआ था। 

चुनाव आयोग द्वारा चुनावों की घोषणा करते ही रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम व एसपी राहुलकुमार लोढ़ा ने चुनाव तैयारियों को लेकर जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा कि आचार संहिता लगते ही धारा 144 भी लागू हो गई है। 85 प्लस वोटर्स को घर से मतदान करने की सुविधा दी जाएगी। एसपी राहुलकुमार लोढ़ा ने बताया कि जिले में 1200 के करीब सुरक्षा बल है। एएसएफ, पैरामिलट्री फोर्स सहित अन्य कंपनियां तैनात की जाएगी। आचार संहिता में राजनैतिक दलों या व्यक्तियों द्वारा प्रचार-प्रसार हेतु बिना अनुमति  आमसभा, ध्वनि विस्तारक यंत्र उपयोग, टेंट आदि का अस्थाई निर्माण आदि नहीं किया जा सकेगा। प्रेस वार्ता के दौरान सीईओ जिला पंचायत अमन वैष्णव, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर आर.एस. मंडलोई भी मौजूद थे।

7 विधानसभा मिलाकर 1 लोकसभा
रतलाम झाबुआ संसदीय सीट में कुल सात विधानसभा है। जिसमें रतलाम जिले की तीन विधानसभा रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण एवं सैलाना, झाबुआ जिले की झाबुआ, पेटलावद व थांदला एवं आलीराजपुर जिले में आलीराजपुर विधानसभा आती है। इसके अलावा उज्जैन आलोट संसदीय सीट में रतलाम जिले की आलोट विधानसभा आती है। मंदसौर-जावरा संसदीय सीट पर रतलाम जिले की जावरा विधानसभा आती है। इन सभी सीटो पर 13 मई को वोटिंग होगी।

310 पोलिंग क्रिटीकल बूथ
310 मतदान केंद्र क्रिटिकल रतलाम जिले की पांच विधानसभा में तीन संसदीय क्षेत्र जुड़ते है। जिले में 1295 मतदान केंद्र रहेंगे। इनमें से 310 क्रिटिकल है। इनमें 130 मतदान केंद्र पूर्ण महिलाओं द्वारा संचालित होंगे। इसके अलावा रतलाम सिटी के मतदान केंद्र क्रमांक 35 एवं 108 एवं जावरा के बूथ क्रमांक 235 के अंतर्गत 1500 से अधिक मतदाता है। इस कारण सहायक मतदान केंद्रों के प्रस्ताव भारत निर्वाचन आयोग को भेजे गए है। स्वीकृति प्राप्त होते ही जिले में मतदान केंद्रों की संख्या 1298 हो जाएगी। जिले की सीमा से लगे राजस्थान राज्य की सीमा पर स्थापित नाकों पर वेबकास्टिंग द्वारा निगरानी की जाएगी। जिले में 14 अंतर्राज्य तथा 26 अंतर जिला नाके है। इन पर सतत निगरानी रखी जाएगी।

आचार संहिता का होगा पालन
जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष, बिना बाधा के शांतिपूर्वक चुनाव कराने की दृष्टि से जिले में धारा 144 के तहत निषेध आज्ञा लागू की गई है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश संपत्ति विरूपण निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई के निर्देश जारी किए जा चुके है। 24, 48 एवं 72 घंटे के भीतर संपत्ति विरूपण की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी। इसके साथ ही धार्मिक स्थलों का राजनैतिक और अन्य प्रयोजनों के लिए दुरूपयोग पर भी बंदिश लागू कर दी गई है। 

हटने लगे फ्लेक्स बैनर
आयोग द्वारा निर्वाचन की घोषणा से 48 घंटे के भीतर सरकारी सम्पत्ति और रेलवे स्टेशनो, बस स्टैण्डों, रेलवे पुल, रोडवेज, बिजली, टेलीफोन के खंभों नगर पालिका, स्थानीय निकायों, आंगनवाडी, शैक्षणिक संस्थाओं के भवनों आदि पर लेखन, पोस्टर, पेपरों या किसी अन्य रुप में विरुपण, कटआऊट, होर्डिंग्स, बैनर, ध्वज को तत्काल हटा दिया जाएगा। किसी भी निजी सम्पत्ति पर प्रदर्शित सभी अनाधिकृत राजनीतिक विज्ञापन, स्थानीय कानून और न्यायालय के निर्देश के अधीन यदि कोई हो तो आयोग द्वारा निर्वाचन की घोषणा के 72 घंटों के भीतर तत्काल हटा दिए जाएंगे।

SPECIAL REPORT
मध्यप्रदेश चुनाव 2023 : मोदी के 25 मिनट – 25 बड़ी बातें

रतलाम की सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाने पर रही कांग्रेस, गिनाई डबल इंजन सरकार की योजनाएं..
“मध्यमवर्गीय परिवार” भी आया याद! – जैन, सनातन, आदिवासी व दलित सभी को साधने की कोशिश..
भाजपा के कार्यकर्ताओं को दी नसीहत और दे गए एक काम!
देखिए पूरा VIDEO

सभा में मौजूद लोगों की भीड़

पब्लिक वार्ता – नई दिल्ली/मध्यप्रदेश/रतलाम
स्पेशल रिपोर्ट, जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में चुनावी रंग अब चढ़ता दिख रहा है। मालवा के बिगड़ते समीकरण को साधने भाजपा के फायरब्रांड नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोर्चा संभाला। मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने खुद “एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी” का नारा दिया। रतलाम के बंजली में प्रधानमंत्री मोदी की विशाल सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 25 मिनट मंच से बोले। इन 25 मिनट में मोदी ने 25 बड़ी बातें कही जो आपको जानना जरूरी है। मोदी ने आते ही सबसे पहले रतलामी सेंव को याद किया। सेंव की तारीफ का चुनावी शगूफा बनाते हुए मोदी ने कहा कि आने वाली 3 दिसंबर को जब जीत का जश्न मनेगा तब लड्डू के साथ सेंव भी खूब खाई जाएगी। लाडली बहना व लाडली लक्ष्मी योजना का जिक्र करते मोदी ने कहा की पूरे देश में इसकी प्रशंसा।

थेवा आर्ट से बना प्रतिक चिन्ह देते मुख्यमंत्री व शहर विधायक

सभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित शहर प्रत्याशी चेतन्य काश्यप, ग्रामीण प्रत्याशी मथुरालाल डामर, सैलाना की संगीता चारेल, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्रसिंह लुनेरा, महामंत्री प्रदीप उपाध्याय आदि मौजूद रहे। मंच का संचालन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किसान मोर्चा बंशीलाल गुर्जर ने किया। शुरुआत में कुछ मिनट मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित किया। सभा में प्रधानमंत्री को विधायक चेतन्य काश्यप ने थेवा आर्ट से रतलाम के कारीगर राजेश सोनी द्वारा बने प्रतीक चिन्ह को भेंट किया।

ASSEMBLY CANDIDATE WITH PRIME MINISTER

भाषण की शुरुआत भारत माता की जय से हुई जो खत्म भी भारत माता की जय पर हुआ। अपने भाषण के शुरू में मोदी ने बांगरोद स्थित खाटूश्यामजी मंदिर व आलोट के श्री नागेश्वर तीर्थ धाम का जयकारा लगाया। इसे सीधे – सीधे असर शहर में चल रहे जैन – सनातन फेक्टर से जोड़कर देखा जा रहा है। इसके अलावा दलित व आदिवासी समाज को साधने के लिए भी मोदी ने बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती, टंट्या मामा आदि का जिक्र किया। मोदी ने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा की इस बार जीत केवल सीट तक सीमित नहीं होनी चाहिए। शत प्रतिशत बूथ पर कमल खिलना चाहिए। मोदी ने कार्यकर्ताओं को हर घर जा कर मोदीजी ने प्रणाम कहा है यह काम भी सौंपा।

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LIVE वीडियो : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा रतलाम मध्यप्रदेश

मोदी की 25 बड़ी बातें –

  • 1. दिल्ली में जो लोग बैठकर एमपी का गुणा – भाग कर रहे है, आज उनका हिसाब-किताब बिगड़ जाएगा।
  • 2. भाजपा ने MP को एग्रीकल्चर, रोड़, रेल, उद्योगों से जोड़कर आधुनिक शिक्षा का हब बनाया।
  • 3. जब देश में भाजपा को बहुत कम लोग जानते थे तब से MP को भाजपा पर भरोसा।
  • 4. भाजपा ने भारत को विश्व में 5वें नंबर की आर्थिक शक्ति बनाया।
  • 5. भारत को विश्व में नई पहचान वबुलंदी मिली जिसमें मध्य प्रदेश का बहुत बड़ा योगदान है।
  • 6. देश और प्रदेश में कांग्रेस के पास केवल झूठी घोषणाओं का भोपू ही बचा है।
  • 7. कांग्रेस का सीन फिल्मी है उनके नेता, डायलॉग व घोषणाएं भी फिल्में है।
  • 8. कांग्रेस के दो नेताओं के बीच कपड़े फाड़ने का कंपटीशन चल रहा है, यह केवल फिल्म का ट्रेलर है।
  • 9. 3 दिसंबर को भाजपा की जीत के बाद कांग्रेस की असली पिक्चर दिखेगी और असली सिर फुटव्वल होगी अभी केवल प्रैक्टिस चल रही है।
  • 10. कांग्रेस आपस में कपड़े फाड़ रही है इन्हें जब मौका मिला तब इन्होंने जनता के कपड़े फाड़ दिए। इनको अवसर देना मतलब संकट।
  • 11. राजस्थान व छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 5 साल में किया बुरा हाल।
  • 12. कांग्रेस का मतलब – अपराधियों का बोलबाला, हजारों करोड़ के घोटाले और राज्यों को बीमार बनाने की गारंटी।
  • 13. कांग्रेस के नेता सीएम की कुर्सी के लिए नहीं बल्कि अपने-अपने बेटों की लड़ाई लड़ रहे हैं कि आगे किसका बेटा कांग्रेस पर कब्जा करेगा।
  • 14. भाजपा ने पीएम आवास योजना के तहत 4 करोड़ से अधिक घर गरीबों को बना कर दिए।
  • 15. शहरी मध्यम वर्गीय परिवारों का भी घर का सपना पूरा हो इस पर केंद्र की सरकार गंभीरता से काम कर रही है। 18 लाख तक की आय पर लोन के ब्याज में छूट की योजना चलाई जा रही।
  • 16. आजादी के बाद शहरी मध्यम वर्गीय के लिए किसी सरकार ने योजना नहीं बनाई। मोदी पहले प्रधानमंत्री जिसने चिंता की।
  • 17. गरीबों की बात करते समय सबसे अधिक संख्या दलित पिछड़े व आदिवासियों की रही है।
  • 18. भूख क्या होती है यह गरीबी से निकला व्यक्ति ही जान सकता है मोदी तो गरीबी से निकला है।
  • 19. 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन दी जाने वाली योजना दिसंबर में बंद होगी। आने वाले 5 साल के लिए इसको बढ़ाया जाएगा।
  • 20. लोकसभा व विधानसभा में भाजपा की सरकार ने महिलाओं को 33% आरक्षण दिया।
  • 21. भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का कांग्रेस ने विरोध किया। पूरे देश का आदिवासी समाज कांग्रेस से नाराज है।
  • 22. वन डिस्ट्रिक्ट – वन प्रोडक्ट के तहत रतलामी सेंव को चुना गया। यहां नमकीन क्लस्टर बना। टेक्सटाइल पार्क से रोजगार बढ़ेगा।
  • 23. उद्योगों के लिए 8 लेन नया कॉरिडोर है। व्यापारिक केंद्र के रूप में मालवा की वार्तालम की पहचान और सरल हो गई है।
  • 24. हर चुनाव में कांग्रेस कर्ज माफी का झुनझुना लाती है। जिसका फायदा कांग्रेस के चेले चपेटे उठाते हैं।
  • 25. मध्य प्रदेश में डबल इंजन की सरकार से किसानों को डबल फायदा हो रहा है।
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PUBLIC VARTA SPECIAL SHOW – Coming Soon…

यह दौरा खास है! : मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली सभा रतलाम में, 4 नवंबर की तैयारियां अंतिम दौर में

पढ़िए खास खबर…
आखिर क्यों मालवा में मोदी की दिलचस्पी?,
भाजपा के बिगड़ते समीकरणों को मोदी फेक्टर का सहारा!

पब्लिक वार्ता – नई दिल्ली/भोपाल/रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है। 17 नवंबर को मतदान होना है ऐसे में सभी चुनावी पार्टियां अपने स्टार प्रचारकों को उतारने का प्लान बना रही है, जिसमें भाजपा सबसे आगे है। सत्तारुढ़ पार्टी भाजपा फिर से सत्ता पर काबिज होने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने वाली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 नवंबर को मध्यप्रदेश के रतलाम में अपनी पहली सभा को संबोधित करेंगे। 2023 के विधानसभा चुनाव की प्रदेश में पीएम की पहली सभा रतलाम में होगी। जिसमें मोदी 9 से अधिक विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के समर्थन में जनता से अपील करेंगे। इसके बाद पीएम की प्रदेश में 1 और बड़ी सभा हो सकती है जो की ग्वालियर संभाग में हो सकती है। मगर दिलचस्प यह है कि इंदौर, ग्वालियर, भोपाल जैसे महानगरों को छोड़कर मोदी का पहला रुख मालवा के रतलाम में है। मोदी की सभा के जरिये सभी 16 विधानसभा सीटों पर माहौल बनाने की रणनीति भाजपा ने बनाई है।
पीएम मोदी छत्तीसगढ़ से चुनावी रैली की शुरूआत कर चुके है। पीएम को स्टार प्रचारक के रूप में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना व मिज़ोरम में भी समय देना है।

एक रिपोर्ट के अनुसार मोदी पहले बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से चुनावी सभा का शंखनाद करने वाले थे, लेकिन किन्ही कारणों से यह कार्यक्रम टल गया, अब वे रतलाम आ रहे हैं। इस साल प्रधानमंत्री मोदी का मध्य प्रदेश में यह 12वां दौरा कार्यक्रम होगा। प्रधानमंत्री मोदी रतलाम के समीप ग्राम बंजली में सभा को संबोधित करेंगे। इसकी तैयारियों को लेकर रतलाम शहर भाजपा प्रत्याशी एवं विधायक चेतन्य काश्यप ने पदाधिकारियों की बैठक ली।

मालवा में क्यों जरूरी मोदी फेक्टर :
मध्यप्रदेश के चुनाव को भाजपा हल्के में नहीं लेना चाहती है। यही कारण है की इस बार केंद्रीय नेतृत्व सीधे तौर पर दखल दे रहा है। भाजपा का मालवा पर इस बार विशेष फोकस है, क्योंकि यहां भाजपा की परंपरागत सीटे है। मालवा के अंतर्गत आगर, देवास , धार , इंदौर , झाबुआ , मंदसौर , नीमच , राजगढ़ , रतलाम , शाजापुर , उज्जैन आदि जिले आते है। मालवा में विशेषकर जातीय समीकरण गहरा प्रभाव रखता है और इसी बेल्ट में आदिवासी बहुल आबादी क्षेत्र है। इसके अलावा इंदौर के आसपास नीमच तक राजपूत समाज का प्रभाव भी अधिक है। अपनी – अपनी मांगों को लेकर दोनों ही समाज सत्तारूढ़ दल के खिलाफ मुखर है और इनके संगठनों के नेता अब चुनावी मैदान में उतर चुके है। भाजपा और कांग्रेस के कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी नाराजगी व नजरअंदाजगी के चलते इनके साथ हो गए है।
ऐसे में भाजपा कोई रिस्क ना लेते हुए। मालवा पर विशेष फोकस बनाए हुए। भाजपा के फायर ब्रांड नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है, जिससे भाजपा को लगता है की मोदी फेक्टर जनता पर काम करेगा और उसका सत्ता का समीकरण नहीं बिगड़ेगा। भाजपा जीते हुए अपने गढ़ को नहीं हारना देना चाहती है।

रतलाम की 5 में से 4 सीट पर असमंजस :
फिलहाल रतलाम में जावरा, आलोट, सैलाना व रतलाम ग्रामीण में भाजपा के बागी और सामाजिक संगठनों के निर्दलीय प्रत्याशी एक बड़ी मुसीबत बन सकते है। हाल ही में हुए पंचायत और निकाय चुनाव में सभी लोग इसका उदाहरण देख चुके है। मंदसौर व नीमच में भी अंचल क्षेत्र भाजपा से दूरी बनाने के मूड में है। उज्जैन की बड़नगर सीट पर भी यही हाल है। झाबुआ – पेटलावद सीट पर आदिवासी प्रभाव अधिक है। सैलाना व रतलाम ग्रामीण से झाबुआ तक जयस प्रभावी है उसी तरह करणी सेना भी अपना प्रभाव बनाये हुए है। हाल ही में दोनों सामाजिक संगठनों ने राजनीति में अपना – अपना समर्थन एक दूसरे को देकर एक नई उलझन पैदा कर दी है।