जातिवाद का दंश : पुलिस की मार से प्रताड़ित युवक ने पिया कीटनाशक, ASI प्रदीप शर्मा पर लगाए गंभीर आरोप

ऊंची जाति की लड़की से प्रेम विवाह करने के बाद से था प्रताड़ित, 3 दिन पहले एसपी से लगाई थी मदद की गुहार

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। गुरुवार शाम मांगरोल निवासी एक युवक ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। परिजनों ने थाना स्टेशन रोड की सालाखेड़ी चौकी पर पदस्थ पुलिसकर्मी एएसआई प्रदीप शर्मा व अन्य पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए है। परिजनों ने एएसआई प्रदीप शर्मा का नाम लेते हुए  पीड़ित युवक को रातभर चौकी में पिटने और जातिसूचक शब्द कहने जैसे गंभीर आरोप लगाए है। गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचे युवक का नाम यश पिता मोहनलाल सारवान उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम मांगरोल है। यश साइंस एंड आर्ट्स कॉलेज में बीए सेकंड ईयर का छात्र है। यश ने 21 मई यानी 3 दिन पहले ही एसपी ऑफिस में आवेदन देकर अपनी पत्नी की कस्टडी मांगने के लिए पुलिस से गुहार भी लगाई थी। न्याय नहीं मिलने के बाद आज उसने यह कदम उठाया। कीटनाशक पीने के बाद परिजन युवक को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय लेकर आए। जहां से उसे मेडिकल कॉलेज रेफेर कर दिया गया है। फिलहाल युवक मेडिकल कॉलेज में भर्ती है,जहां उसका इलाज चल रहा है।

परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया की पीड़ित यश के अलावा उसकी मां नीलम व छोटी बहन दिव्या घर पर थे। गुरुवार शाम करीब 5 बजे यश पीछे वाले कमरे में उल्टियां करने लगा। जिसके बाद पिता मोहनलाल को फोन कर बुलाया और उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती किया। यश के पिता ने बताया की बेटे ने 13 मार्च को गांव की ही लड़की तमन्ना पिता महेशगिरि गोस्वामी से प्रेम विवाह किया था। यह विवाह धार जिले के चिराखान गांव के एक मंदिर में संपन्न हुआ था। जिसके बाद 16 मार्च को लड़की ने अपने माता – पिता से जान का खतरा, ससुराल वालों पर अनावश्यक कार्रवाई आदि विषय को लेकर एक आवेदन डाक पोस्ट के माध्यम से एसपी ऑफिस भेजा। पुलिस की समझाईश के बाद लड़की 31 अप्रैल को बयान के लिए थाना स्टेशन रोड पहुंची। जहां से उसके पिता व अन्य परिजन उसे अपने साथ ले गए। तब से उसकी हमसे या हमारे लड़के यश से कोई मुलाकात या बातचीत नहीं हुई। उसके बाद से यश डिप्रेशन में चला गया था और लड़की को ढूंढने की कोशिश भी कर रहा था। लड़की ऊंची जाति की होने से उसके परिवार वाले इस शादी के खिलाफ थे। जिसके बाद पुलिस में उसकी झूठी शिकायत भी की और पुलिस ने भी उसके साथ दुर्व्यवहार कर जातिसूचक शब्द कहे। इससे वह और डर गया था।

फिलहाल पूरे मामले में पुलिसकर्मियों द्वारा चौकी के अंदर जातिवाद का यह मामला बड़ा ही संगीन है। अब यह देखना बाकी है की सूबे की सरकार और महकमे के आला अधिकारी इसमें क्या एक्शन लेते है और क्या जांच करते है? क्या दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच कर उन पर उचित कार्रवाई होगी या उन्हें किसी तरह बचा लिया जाएगा। फिलहाल एक नोजवान युवक पुलिस की बर्बरता और जातिवाद का दंश झेलने के बाद मौत से जीत हार कर रहा है। वहीं दूसरी और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है, उनके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होना बहुत जरूरी है।

पूरी रात पिटाई की, कहा – तेरी बहन को उठा लेंगे!
यश की छोटी बहन दिव्या ने बताया 12 मई को पुलिस उसे सालाखेड़ी चौकी पर ले गई थी। हमें अगले दिन एएसआई प्रदीप शर्मा ने फोन लगाकर सूचना दी की यश को छुड़ाकर ले जाओ। फिर पिताजी थाने गए और एसडीएम कोर्ट से उसे छुड़वाकर लेकर आये। पुलिस ने यश पर धारा 151 के तहत कार्रवाई की थी। पिता ने पुलिस से यश को चौकी लाने और केस बनाने का कारण पूछा तो प्रदीप शर्मा ने कहा की इसे समझाओ अपनी जात की छोरी देखे और उस लड़की को भूल जाए। यश ने घर आकर परिजनों को बताया की एएसआई प्रदीप शर्मा व अन्य पुलिसकर्मियों ने मिलकर पूरी रात उसकी पिटाई की। एएसआई प्रदीप शर्मा ने जातिसूचक शब्द कहे व गंदी-गंदी गालियां दी। उसने यश से कहा की तू नीची जाति का है ऊंची जात की लड़की से दूर रहना। अपनी जात देखकर शादी कर और उस लड़की को छोड़ दे। एएसआई शर्मा ने यह भी कहा की सीधे से मान जा नहीं तो तेरी बहन भी है उसे उठा लेंगे। इस घटना के बाद से परिवार डर और सहम गया था, उन्होंने इसकी शिकायत किसी को नहीं की। इसी बीच लड़की का दूसरे नंबर से यश के पास फोन आया था। जिसमें उसने कहा की मेरे घरवाले जबरदस्ती मेरी दूसरी शादी कर रहे है। मेरी जान खतरे में है मुझे बचा ले। 3 दिन पहले 21 मई को यश द्वारा एसपी ऑफिस में आवेदन देकर लड़की की कस्टडी की गुहार भी लगाई थी। मगर वहां से भी कोई मदद नहीं मिली। जिसके बाद आज अचानक उसने कीटनाशक पिने जैसा कदम उठाया।

कांग्रेस का प्रहार : विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रेस कांफ्रेंस में लगाए गंभीर आरोप, मंत्री नागरसिंह चौहान को बताया महिला विरोधी और माफिया

गांव के स्कूलों में शराब और धान भरा, जनसंख्या से ज्यादा बंदूके – डॉ. विक्रांत भूरिया

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव में मतदान का दिन जैसे – जैसे करीब आ रहा है वैसे -वैसे कांग्रेस और भाजपा के नेताओं का आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। रतलाम में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के बेटे व कांग्रेस विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की। जिसमें उन्होंने भाजपा के अलीराजपुर विधायक व मंत्री नागरसिंह चौहान पर कई गंभीर आरोप लगाए। डॉ. भूरिया ने कहा कि अलीराजपुर क्षेत्र में वन मंत्री और उनके परिवार का आतंक है। रतलाम इनके हाथों में कभी सुरक्षित नहीं रहेगा। उन्होंने मंत्री नागरसिंह को लेकर और भी कई प्रश्न खड़े किए। आपको बता दे प्रदेश के वन मंत्री नागरसिंह चौहान की पत्नी अनिता चौहान भाजपा से रतलाम लोकसभा की प्रत्याशी है।

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मौजूद कांग्रेस नेता

हालही में अलीराजपुर जिले में जोबट में हुए 11 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस लगातार इस मामले में भाजपा प्रत्याशी अनिता व उनके मंत्री पति नागरसिंह चौहान पर हमलावर होती नजर आ रही है। कांग्रेस का आरोप है की भाजपा के मंत्री व प्रत्याशी का करीबी रिश्तेदार इस रेपकांड में शामिल है, जिसे दबाने की कोशिश की जा रही है और पीड़ित परिवार पर भी दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि रेपकांड और विक्रांत भूरिया के आरोपों पर अब तक लोकसभा प्रत्याशी अनिता चौहान व मंत्री पति नागरसिंह चौहान चुप्पी साधे हुए है।

वहीं दूसरी और इस रेपकांड के खुलासे के बाद पीड़ित परिवार के पास पहुंचे मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विक्रांत भूरिया पर एक महिला के आवेदन पर पुलिस ने FIR दर्ज की है। इन पर आलीराजपुर के जोबट थाना क्षेत्र में गैंगरेप पीड़ित परिवार की पहचान उजागर करने का आरोप है।

एफआईआर दर्ज होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में विक्रांत भूरिया ने  मीडिया से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने एलईडी स्क्रीन के माध्यम से नागरसिंह चौहान का दिवंगत आदिवासी नेता कलावती भूरिया के खिलाफ बोलते हुए वीडियो दिखाया। कुछ लोगों के हाथों में बंदूकों के साथ खड़े नागरसिंह चौहान का फोटो व वन मंत्री के गांव डोबलाछिरी के एक सरकारी स्कूल का वीडियो भी दिखाया, जिसमें मक्का भरी हुई थी।

फोटो में दर्जनभर बंदूकधारियों के साथ खड़े नजर आते वन मंत्री नागरसिंह चौहान

होती रहती है ऐसी घटनाएं, डरते है लोग!
विक्रांत भूरिया ने कहा कि जोबट विधानसभा में खट्टाली गांव में एक 10 साल की आदिवासी बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। ऐसी घटनाएं होना आम बात हो गई है, क्योंकि वहां मजदूर आदिवासियों की कोई सुनवाई नहीं होती है। जब बच्ची की हालत खून ज्यादा बहने से गंभीर हो गई और उसे इंदौर रेफर करना पड़ा तो मामला सामने आया। इसमें एक आरोपी मंत्री नागरसिंह चौहान के परिवार से है। जिसे बचाने की पूरी कोशिश की गई। हमने एसपी पर दबाव बनाया कि कोई भी आरोपी छूटना नहीं चाहिए। तब जाकर कार्रवाई हुई। जब उस बच्ची के गांव गए तो गांव वाले इकठ्ठा हुए और चौंकाने वाली बात बताई की इस तरह की घटनाएं होती रहती है। कार्रवाई करने पर झुंड बनाकर लोग आते है और डराया धमकाया जाता है। डर के मारे हम कुछ नहीं कर पाते। रेप पीड़िता नाबालिग बच्ची को इंदौर में भर्ती किया। जहां वह जीवन व मौत के संघर्ष से लड़ रही है। नहीं भूरिया ने कहा कि बच्ची की मां अस्पताल में है। पिता पलायन पर गए थे। प्रदेश में 20 साल से सरकार होने के बावजूद आदिवासियों भाईयों को पलायन पर जाना पड़ रहा है। इनके जाने के बाद बच्चों की सुरक्षा करने वाला कोई नहीं है।

रेप पीड़िता के घर पर मौजूद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी व विक्रांत भूरिया

कई बार जेल गए मंत्री, मुख्यमंत्री को भरोसा नहीं
विक्रांत भूरिया ने आरोप लगाया की वन मंत्री नागरसिंह चौहान पर कई आपराधिक मामले दर्ज हुए है। जिनको डरा धमकाकर बंद करवा दिया गया है। कितनी ही बार वे जेल जा चुके है। एक माफिया की तरह उनका अलीराजपुर में आतंक है। बच्ची के साथ बलात्कार हुआ तो भाजपा के किसी नेता का बयान नहीं आया ना ही बुल्डोजर चलवाया। इनके खुद के गांव के स्कूल का रिजल्ट 12 प्रतिशत रहा। क्योंकि इनके गांव के स्कूलों में मक्का व शराब की पेटियां रखी जाती है। भाजपा ने चोर के हाथ में चाबी दे दी है। जिस व्यक्ति ने आदिवासी अंचल के कट्ठीवाड़ा जंगल को अंदर से साफ कर दिया उसी को अब वनमंत्री बना दिया गया। जिसने मंत्री बनने के बाद ही जंगल की अंधाधुंध कटाई का ठेका दे दिया है।

इनके खुदके गांव में लोगों के पास वैध हथियार के अलावा अवैध हथियार की भी भरमार है। सवाल यही उठता है की आखिर क्या आवश्यकता है? मंत्री खुलेआम बयान देते है की मुझे गन मैंन की आवश्यकता नहीं है क्योंकि गांव में ही बहुत है। युवाओं को बहला फुसलाकर पढ़ाई छीनकर उन्हें अवैध धंधों में शामिल किया जा रहा है। महिला सम्मान की बात करने वाले बीजेपी व उनके मंत्री नागरसिंह चौहान ने विधायक रही बहन कलावती भूरिया का भी खुलेआम अपमान किया। उन्हें मंच पर निपटाने की धमकी दी जाती है। यह वीडियो बताता है की वे महिला विरोधी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव अनिता चौहान की नामांकन रैली में आते है। रैली की सारी तैयारियां हो जाती है बेरिकेडिंग होती है रास्ते बंद कर दिए जाते है। लेकिन वे केवल भाषण देकर चले जाते है रैली नहीं करते। क्योंकि उनको उनके लोगों पर भरोसा नहीं है, कब मार डाले!

प्रेस कांफ्रेंस में LED स्क्रीन पर वन मंत्री नागरसिंह का वीडियो दिखाते भूरिया

लोकसभा चुनाव 2024 : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का शाजापुर जनसभा में बड़ा बयान, कहा – अबकी बार वोट मथुरा के लिए डलना चाहिए

सभा के दौरान मोदी प्रिंट की टीशर्ट को लेकर हुई झूमाझटकी!

पब्लिक वार्ता – शाजापुर,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव के चलते मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश में कई सभाओं को संबोधित कर रहे है। मुख्यमंत्री ने रविवार को देवास – शाजापुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी महेंद्रसिंह सोलंकी के समर्थन में शाजापुर जिले के पोलायकलां में आमसभा को संबोधित किया। बस स्टेंड पर आयोजित कार्यक्रम में कालापीपल विधानसभा सहित शाजापुर जिले के बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा तीसरी बार का वोट मथुरा के लिए डलना चाहिए, ताकि अगले पांच साल में मथुरा में भी भगवान श्रीकृष्ण की भी जय-जयकार हो। बता दे मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद भी सुप्रीम कोर्ट में विचारधीन है।

सभा के दौरान एक अजीब वाकया भी देखने में आया। यहां आए लोग, बच्चे व कार्यकर्ता मोदी प्रिंट टीशर्ट को लेकर आपस में ही उलझ गए। मोदी प्रिंट टीशर्ट पाने को लेकर खींचतान में कई लोग धक्का मुक्की का शिकार भी हुए। वहीं अलग – अलग क्षेत्रों से टीम बनाकर आए कार्यकर्ताओं में आपस में खूब कहासुनी हुई। बाद में पुलिसकर्मियों व अन्य नेताओं ने समझाया। मुख्यमंत्री ने बगैर नाम लिए कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी द्वारा दिये गए मंगलसूत्र वाले बयान पर भी तीखी प्रक्रिया दी।

मोदी प्रिंट टीशर्ट को लेकर झूमाझटकी करते लोग

दोपहर करीब 3 बजे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पोलायकलां पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले पोलायकलां को अपना घर आंगन बताया। सीएम यादव ने कहा इस धरती पर कई बार आया और कई रूप में आया, उन्होंने शाजापुर जिले की तारीफ करते हुए कहा की पूरे देश में मालवा और मालवा में शाजापुर जिला एक ऐसा जिला है जहां से राष्ट्र निर्माण  में आहुति देने वाले योद्धा निकलते है। जिसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने तीखे तेवरों में कहा कि कांग्रेस ने श्रीराम के आमंत्रण को ठुकराकर महापाप किया है, ये कांग्रेस का अहंकार है। पहली बार 2014 में आपने वोट दिया तो देश से आतंकवाद का खत्म किया। आज पूरे देश में शांति है। एकता, अखंडता बरकरार है। दूसरी बार वोट दिया तो 5 साल के अंदर 70 साल से लटके हुए श्रीराम जन्म भूमि मामले पर माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी आ गया और अब भगवान श्रीराम अपने गर्भगृह में मुस्कुरा रहे हैं। अब तीसरी बार का वोट मथुरा के लिए डलना चाहिए, ताकि अगले पांच साल में मथुरा में भी भगवान श्रीकृष्ण की भी जय-जयकार हो।

मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री व अन्य

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भाजपा ने हमेशा से देश के जवानों और किसानों को उनका सम्मान दिलाने का काम किया है। सातब ही भाजपा द्वारा किए गए विकास कार्यों को भी जनता के सामने रखा। सभा में क्षेत्रीय सांसद एवं भाजपा प्रत्याशी महेंद्रसिंह सोलंकी के अलावा मेला प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष माखनसिंह चौहान, लोकसभा प्रभारी जगदीश अग्रवाल, लोकसभा संयोजक बहादुरसिंह मुकाती, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक नायक, विधायक घनश्याम चंद्रवंशी, गोपालसिंह इंजीनियर, भाजपा जिला महामंत्री विजयसिंह बैंस, जिला पंचायत अध्यक्ष हेमराज सिसोदिया, राजेश यादव, सहित आदि भाजपा नेता मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री दिनेश शर्मा ने किया तथा आभार विधानसभा संयोजक अशोक कवीश्वर ने माना।

दाखिल हुआ सांसदी का पर्चा! : मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भरवाया प्रत्याशी अनिता नागरसिंह चौहान का नामांकन, कई दिग्गजों को होना पड़ा शामिल

झाबुआ से कांग्रेस को बड़ा झटका, जिले के दो बड़े नेता कांग्रेस से भाजपा में शामिल!

पब्लिक वार्ता – रतलाम/झाबुआ,
जयदीप गुर्जर। लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बजने के बाद गुरुवार को रतलाम-झाबुआ-अलीराजपुर संसदीय क्षेत्र या रतलाम लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अनिता नागरसिंह चौहान ने अपना नामांकन फार्म जमा किया। सूबे के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते, केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप, निर्मला भूरिया सहित कई दिग्गज नेता इस नामांकन रैली के शक्ति प्रदर्शन में मौजूद रहे। दिग्गजों के इस जमावड़े का बड़ा कारण विधानसभा चुनाव के दौरान आदिवासी अंचल में भाजपा की कमजोर पकड़ को बताया जा रहा है। केंद्रीय नेतृत्व खासकर इस सीट पर अपना फोकस जमाये हुए है। पार्टी सूत्रों के अनुसार रतलाम लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री के करीब 2 दौरे होने की संभावनाएं है। वहीं योगी उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस सीट पर प्रचार का जिम्मा संभाल सकते है।

रतलाम लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार अनिता नागर सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में झाबुआ में जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा मीणा के समक्ष नामांकन फार्म जमा किया। नामांकन से पहले झाबुआ के बस स्टेंड पर जनसभा हुई। सभा के दौरान रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महापौर प्रहलाद पटेल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन एवं जिला प्रभारी प्रदीप पांडेय के नेतृत्व में तीन विधानसभा क्षेत्र रतलाम शहर, ग्रामीण और सैलाना के हजारों कार्यकर्त्ता शामिल हुए। इसके अलावा झाबुआ व अलीराजपुर के भी कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए।

नामांकन रैली के दौरान हुंकार भरते भाजपा के दिग्गज नेता

कांग्रेस के पास हर चुनाव में सिर्फ एक उम्मीदवार
बस स्टेण्ड पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्र की मोदी सरकार व भाजपा की प्रदेश सरकार के।कार्यों को बताया। यादव ने कहा कि भाजपा आदिवासियों का विकास करने वाली पार्टी है। प्रदेश और केंद्र की सरकार में विकास कार्य आगे भी जारी रहेगा। भाजपा का काल मोदी राज में राम राज्य की तरह है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को अगर अन्य किसी बड़े अस्पताल में भर्ती कराना हो, तो उसे आवश्यक होने पर एयरलिफ्ट करने का निर्णय भी प्रदेश सरकार ने लिया है। मुख्यमंत्री ने कांतिलाल भूरिया पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के पास यहां सिर्फ एक ही उम्मीदवार है, विधायक बनाना हो तो वही और सांसद का चुनाव लड़ाना हो तो भी वही। कांग्रेस ने कभी आदिवासीयों का भला नहीं किया, लेकिन भाजपा ने आदिवासीयों को राष्ट्रपति पद तक पहूंचाया है।

फोटो : बाएं से पहले नंबर पर विजय भाभर व दूसरे पर ममता बहादुर हटीला

दो बड़े कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल
वोटिंग से पहले और नामांकन आखरी दौर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दो कांग्रेसी नेता ने जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में भाजपा का दामन थाम लिया।जिसमें झाबुआ जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य विजय भाभर और जिला पंचायत सदस्य ममता बहादुर हठिला ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसके अलावा इनके समर्थकों ने भी भाजपा की सदस्यता ली।

प्रथम आगमन : रतलामवासियों ने किया अपने मंत्री का भव्य स्वागत, 6 घंटे से अधिक चला चेतन्य काश्यप का रोड शो

  • शहरवासियों का बढ़ा गौरव, मोदी की गारंटी भय्याजी का भरोसा – मंत्री चेतन्य काश्यप

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। कैबिनेट में जगह मिलने के बाद रतलाम पहुंचे मंत्री चेतन्य काश्यप का भव्य स्वागत शहरवासियों ने किया। जगह – जगह मंच लगाकर लोगों ने अपने नेता के लिए पुष्पवर्षा की। इस दौरान चेतन्य काश्यप ने भी खुली जीप में सवार होकर जनता का अभिवादन किया। काश्यप का स्वागत का सिलसिला तो बदनावर से ही शुरू हो चुका था। रतलाम शहर में भी प्रवेश करते ही कई मंचों से उनका स्वागत हुआ। कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित रोड शो करीब 3 बजे शुरू हुआ जो देर रात 9 बजे तक चला।

जनता के स्वागत के बाद विसाजी मेंशन पहुंचे काश्यप ने जनता व कार्यकर्ताओं का धन्यवाद देते हुए कहा की कैबिनेट मंत्री के रूप में भारतीय जनता पार्टी ने जो मुझे दायित्व दिया है, वह पूरे रतलाम का सम्मान है। इससे शहरवासियों का गौरव बढ़ा है। प्रदेश में रतलाम का गौरव बढ़े, ऐसे कार्य करेंगे। आमजन और कार्यकर्ताओं की भावनाओं, अपेक्षाओं एवं सपनों को पूरा करेंगे। चुनाव में भाजपा ने जो संकल्प पत्र रखा था, उसे पूरा करेंगे। मोदीजी की गारंटी को भी पूरा करेंगे और प्रदेश को नई ऊॅचाईयों पर ले जाएंगे।

सभा से पूर्व काश्यप भारत माता चौराहा अलकापुरी से धोलावाड़ ऑफिस विनोबा नगर, बीमा हॉस्पिटल, गांधी नगर, लक्ष्मणपुरा चौराहा, डॉट की पुल, दो बत्ती चौराहा, दिलबहार चौराहा होते हुए स्टेशन रोड़ स्थित वीसाजी मेन्शन पहुंचे। मार्ग में जगह-जगह उनके काफीले को रोककर शहरवासियों ने उत्साह एवं उल्लास से आत्मीय स्वागत किया। काश्यप जब दिलबहार चौराहा से अपने निवास पर पहुंचे तो दिवाली जैसा जश्न मना। जोरदार आतिशबाजी के बीच श्रीमती नीता काश्यप ने तिलक लगाकर स्वागत किया। मार्ग में भी जगह-जगह कहीं मंचों से तो कहीं घरों से लोगों ने पुष्पवर्षा कर अपनी खुशियॉं जताई।

वीसाजी मेंशन में आयोजित धन्यवाद सभा में काश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदीजी के मन में एमपी है और हमारा दायित्व है कि हम प्रदेश की सभी 29 सीटें भाजपा को विजयश्री दिलाकर उन्हें सौंपे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के रूप में प्रदेश को ऐसा नेतृत्व मिला है, जिसका रतलाम से गहरा नाता है। कैबिनेट मंत्री के रूप में उन्हें जो दायित्व दिया गया है, उसे वे पूरी शिद्दत से पूरा करेंगे। सभा में भाजपा जिला प्रभारी प्रदीप पाण्डेय ने कहा मोदीजी के मन में एमपी है तो भैयाजी के मन में रतलाम है। अपनी नई जिम्मेदारी के साथ वे शहर को नई ऊॅचाईयों पर लेकर जाएंगे। लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ता इसी जोश और उत्साह के साथ विजय प्राप्त कर नया इतिहास बनाएं।

जिलाध्यक्ष राजेन्द्रसिंह लुनेरा ने कहा कि कैबिनेट मंत्री के रूप में श्री काश्यप का रतलामवासियों ने जो स्वागत किया है, वह ऐतिहासिक एवं अद्भुत है। काश्यप को अब पूरा प्रदेश देखना है, लेकिन वे रतलाम का भी पूरा ध्यान रखेंगे। महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि श्री काश्यप का कैबिनेट मंत्री बनना रतलाम के लिए गर्व का क्षण है। श्री काश्यप ने जैसे पहले विधायक के रूप में रतलाम का नाम रोशन किया है, वैसे ही अब वे देश-विदेश में मध्यप्रदेश को गौरवान्वित करेंगे। धन्यवाद सभा में भी विभिन्न समाजजन, कई संस्थाओं, कई संगठनों, भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने काश्यप का सम्मान किया। इस दौरान जिला महामंत्री प्रदीप उपाध्याय, निर्मल कटारिया, जिला चुनाव संयोजक बजरंग पुरोहित, विधानसभा संयोजक मनोहर पोरवाल, नंदन जैन, मण्डल अध्यक्ष मयुर पुरोहित, निलेश गांधी, आदित्य डागा, कृष्णकुमार सोनी, विनोद यादव सहित भाजपा प्रदेश, जिला, मण्डल, मोर्चा, प्रकोष्ठ एवं एमआईसी सदस्य एवं पार्षदगण सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

रतलाम के मंत्रीजी : कैबिनेट का ताज पहने चेतन्य काश्यप का पहला नगर आगमन, स्वागत रैली की तैयारियां हुई शुरू

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद चेतन्य काश्यप 29 दिसंबर यानी शुक्रवार को पहली बार रतलाम आएंगे। इसको लेकर शहर भाजपा में उत्साह का माहौल है। कार्यकर्ता अभी से उनके स्वागत रैली की तैयारियों में जुट चुके है। रतलाम शहर विधानसभा से लगातार तीसरी बार विधायक चुनने के बाद भोपाल से कैबिनेट का ताज सजाकर काश्यप की रतलाम एंट्री यादगार बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

काश्यप भोपाल से शुक्रवार सुबह निकलेंगे और दोपहर 12 बजे सातरुंडा से रतलाम जिले में प्रवेश करेंगे। सालाखेड़ी से रतलाम शहर में उनका प्रवेश होगा। जिसके बाद वे करीब 2 बजे नाहरपुरा पहुंचकर समर्थकों के साथ स्वागत रैली में शामिल होकर जनता का अभिवादन करेंगे।
स्वागत रैली नाहरपुरा से शुरू होकर डालू मोदी बाजार, गणेश देवरी, धान मंडी, शहर सराय होते हुए महाराणा प्रताप चौक सैलाना बस स्टेंड से होते हुए श्रीराम मंदिर, सज्जन मिल होती हुई भारत माता चौराहा अलकापुरी पर समाप्त होगी। रैली के दौरान शहर के विभिन्न स्थानों पर मंच के माध्यम से नवनियुक्त कैबिनेट मंत्री काश्यप का स्वागत किया जाएगा।

कौन बनेगा मंत्री : मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को सौंपी लिस्ट, दोपहर तक 28 मंत्री ले सकते है शपथ

रतलाम शहर विधायक काश्यप के पास भी पहुंचा फोन, संघ, भाजपा और बढ़ती लीड देगी साथ?

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में मंत्री मंडल को लेकर चल रही सुगबुगाहट अब तेज हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल के मंत्रियों का शपथ ग्रहण आज होगा। सोमवार दोपहर 3:30 बजे मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। राज्यपाल मंगूभाई पटेल सभी नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसी के साथ ही विधायकों के फोन घनघनाने लगे हैं। मंत्री पद की शपथ लेने वाले सभी विधायकों को राजभवन पहुंचने के आदेश दिए गए हैं। सुबह सीएम मोहन यादव ने राज्यपाल को प्रस्तावित सूची सौंपी।

मोहन मंत्रिमंडल में बेदाग छवि, जातीय, क्षेत्रीय, महिला पर फोकस रहेगा। करीब 28 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। शपथ से पहले सभाकक्ष में 28 कुर्सियां लगाई गई है। रविवार को केंद्रीय नेताओं से मुलाकात के बाद नामों पर अंतिम मुहर लगी थी। शपथ ग्रहण से पहले डॉक्टर मोहन यादव राज्यपाल से मिलने पहुंचे। सुबह 9:30 बजे राज भवन में सीएम और राज्यपाल की मुलाकात हुई। राज्यपाल को मंत्रियों के नाम की सूची सौंपने के बाद डॉक्टर मोहन यादव इंदौर निकल जाएंगे।

बेदाग छवि और संघ में सीधा संपर्क
रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप का नाम भी लगभग तय है। सूत्रों के अनुसार उनके पास भी भोपाल से फोन पहुंच चुका है। हालांकि काश्यप पिछले तीन दिनों से रतलाम से बाहर है, माना जा रहा है की वे भोपाल – दिल्ली की दौड़ में लगे थे। काश्यप को प्रदेश में उद्योग नीति या नगरीय प्रशासन विभाग दिया जा सकता है। राजनेता होने के साथ साथ काश्यप को एक सफल उद्यमी के रूप में देखा जाता है। काश्यप तीसरी बार लगातार रतलाम शहर से विधायक है। अब तक के कार्यकाल में उनकी छवि बेदाग रही है। हर बार उनकी जीत का अंतर भी बढ़ा है। भाजपा के बड़े नेताओं से सीधे संपर्क में है। इसके अलावा संघ के अखिल भारतीय पदाधिकारियों से भी संबंध है। यही कारण है कि उनका केबिनेट में नाम फाइनल माना जा रहा है।

इनके नाम लगभग शामिल
विधायक कैलाश विजयवर्गी, प्रहलाद पटेल,राकेश सिंह, तुलसी सिलावट, एदल सिंह कंसाना, अर्चना चटनिस, चेतन कश्यप, हेमंत खंडेलवाल, राकेश शुक्ला मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के प्रद्युमन सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा चेतन कश्यप, बृजेंद्र प्रताप सिंह, कुंवर सिंह टेकाम,गोविंद सिंह राजपूत, प्रदीप लारिया,राकेश शुक्ला, घनश्याम चंद्रवंशी मंत्री बनाये जा सकते हैं। बुरहानपुर से महिला विधायक और मुरैना जिले से एक विधायक भोपाल के लिए रवाना हुए हैं।

वाह विधायक जी! : एमपी के इस विधायक की चारो और चर्चा, कारण सरकारी वेतन – भत्ते और पेंशन को मना कर देना

सिफारिशों से भी दूर रहते है चेतन्य काश्यप, टोल टैक्स और पुलिस चालान तक भरता है यह विधायक!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश के भाजपा विधायक ने सदन में एक अनोखी मिसाल पेश की। चेतन्य काश्यप ने विधायक के तौर पर मिलने वाले वेतन, भत्ते और पेंशन नहीं लेने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि वह अपने खर्चा उठने में सक्षम है इसलिए यह राशि विधानसभा कोष में जमा कर दी जाए। काश्यप तीसरी बार रतलाम शहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए हैं और उन्होंने एक बार फिर से विधायक के रूप में सरकार से कोई वेतन, भत्ते और पेंशन नहीं लेने का ऐलान किया है। आपको बता दे इससे पहले के उनके दो कार्यकाल में भी उन्होंने किसी प्रकार का कोई सरकारी लाभ नहीं लिया था।

देखे वीडियो : विधानसभा में अपनी बात रखते काश्यप

बता दें कि प्रत्येक विधायक को प्रति माह लगभग 70 हजार के वेतन भत्ते मिलते हैं। इसके अलावा रेलवे कूपन और हवाई यात्राएं एवं आजीवन पेंशन व चिकित्सा भत्ता जैसी अन्य सुविधाएं मिलती हैं। ऐसे में कश्यप ने सभी सुविधा का त्याग करते हुए कहा कि यह राशि प्रदेश के विकास पर व्यय हो।

राष्ट्र सेवा और जनहित मेरा ध्येय – विधायक काश्यप
विधानसभा में भी उन्होंने पहले ही वक्तव्य में विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अपना यह निर्णय रख दिया। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि जब ईश्वर की कृपा से वे जनहित के कार्य करने में सक्षम हैं, तो उन्हें विधायक के रूप में मिलने वाले वेतन-भत्ते और पेंशन का उपयोग शासन द्वारा जनहित में सीधे किया जाए।
कश्यप ने सदन में कहा कि राष्ट्र सेवा और जनहित मेरा ध्येय है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए मैं राजनीति में आया हूं। किशोरावस्था से ही समाज सेवा के कार्यों में अग्रसर हूं तथा कई सेवा संस्थानों में प्रकल्पों का संचालन कर रहा हूं। ईश्वर ने इस योग्य बनाया है कि जनसेवा में थोड़ा सा योगदान कर सकूं। इसी तारतम्य में विधायक के रूप में मिलने वाले वेतन-भत्ते एवं पेंशन नहीं लेने का निश्चय किया है। पिछली दो विधानसभा में भी भत्ते नहीं लिए थे। मैं चाहता हूं कि मुझे प्राप्त होने वाले भत्ते एवं पेंशन का राजकीय कोष से आहरण न हो ताकि उस राशि का सदुपयोग प्रदेश के विकास एवं जनहित के कार्य हो सकें।

सिफारिशों से दूरी रखते है काश्यप
आमतौर पर एक राजनेता अपने लिए व कार्यकर्ताओं के लिए सहज ही सिफारिशें करते नजर आते है। मगर रतलाम के विधायक चेतन्य काश्यप का तौर तरीका बाकियों से अलग है। पुलिस थानों पर उनके नाम से की गई सिफारिशों को वो सिरे से इंकार कर देते है। उनके करीबी के अनुसार नियम व कायदे के पक्के विधायक काश्यप किसी कार्यकर्ता की गाड़ी का चालान अगर कट जाए तो वे नाराज कार्यकर्ता को बुलाकर खुद से चालान भरने की बात कहते हुए कार्यकर्ताओं को नियम पालन की नसीहत देकर मना लेते है। यही कारण है की पुलिस के सामने कोई भाजपाई विधायक जी का रोब नहीं दिखा पाता है। यहां तक की उनके नाम से टोल से गाड़ियां तक नहीं छोड़ी जाती है, जिसका कारण है कि वे खुद टोल टैक्स चुकाते है। विधायक काश्यप अपने फाउंडेशन के माध्यम से अनेक सेवा कार्यों को करते आ रहे है। जिससे गरीबों व कई समाज में वंचित लोगों को सहारा व प्रोत्साहन मिला है।

यह दौरा खास है! : मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली सभा रतलाम में, 4 नवंबर की तैयारियां अंतिम दौर में

पढ़िए खास खबर…
आखिर क्यों मालवा में मोदी की दिलचस्पी?,
भाजपा के बिगड़ते समीकरणों को मोदी फेक्टर का सहारा!

पब्लिक वार्ता – नई दिल्ली/भोपाल/रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है। 17 नवंबर को मतदान होना है ऐसे में सभी चुनावी पार्टियां अपने स्टार प्रचारकों को उतारने का प्लान बना रही है, जिसमें भाजपा सबसे आगे है। सत्तारुढ़ पार्टी भाजपा फिर से सत्ता पर काबिज होने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने वाली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 नवंबर को मध्यप्रदेश के रतलाम में अपनी पहली सभा को संबोधित करेंगे। 2023 के विधानसभा चुनाव की प्रदेश में पीएम की पहली सभा रतलाम में होगी। जिसमें मोदी 9 से अधिक विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के समर्थन में जनता से अपील करेंगे। इसके बाद पीएम की प्रदेश में 1 और बड़ी सभा हो सकती है जो की ग्वालियर संभाग में हो सकती है। मगर दिलचस्प यह है कि इंदौर, ग्वालियर, भोपाल जैसे महानगरों को छोड़कर मोदी का पहला रुख मालवा के रतलाम में है। मोदी की सभा के जरिये सभी 16 विधानसभा सीटों पर माहौल बनाने की रणनीति भाजपा ने बनाई है।
पीएम मोदी छत्तीसगढ़ से चुनावी रैली की शुरूआत कर चुके है। पीएम को स्टार प्रचारक के रूप में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना व मिज़ोरम में भी समय देना है।

एक रिपोर्ट के अनुसार मोदी पहले बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से चुनावी सभा का शंखनाद करने वाले थे, लेकिन किन्ही कारणों से यह कार्यक्रम टल गया, अब वे रतलाम आ रहे हैं। इस साल प्रधानमंत्री मोदी का मध्य प्रदेश में यह 12वां दौरा कार्यक्रम होगा। प्रधानमंत्री मोदी रतलाम के समीप ग्राम बंजली में सभा को संबोधित करेंगे। इसकी तैयारियों को लेकर रतलाम शहर भाजपा प्रत्याशी एवं विधायक चेतन्य काश्यप ने पदाधिकारियों की बैठक ली।

मालवा में क्यों जरूरी मोदी फेक्टर :
मध्यप्रदेश के चुनाव को भाजपा हल्के में नहीं लेना चाहती है। यही कारण है की इस बार केंद्रीय नेतृत्व सीधे तौर पर दखल दे रहा है। भाजपा का मालवा पर इस बार विशेष फोकस है, क्योंकि यहां भाजपा की परंपरागत सीटे है। मालवा के अंतर्गत आगर, देवास , धार , इंदौर , झाबुआ , मंदसौर , नीमच , राजगढ़ , रतलाम , शाजापुर , उज्जैन आदि जिले आते है। मालवा में विशेषकर जातीय समीकरण गहरा प्रभाव रखता है और इसी बेल्ट में आदिवासी बहुल आबादी क्षेत्र है। इसके अलावा इंदौर के आसपास नीमच तक राजपूत समाज का प्रभाव भी अधिक है। अपनी – अपनी मांगों को लेकर दोनों ही समाज सत्तारूढ़ दल के खिलाफ मुखर है और इनके संगठनों के नेता अब चुनावी मैदान में उतर चुके है। भाजपा और कांग्रेस के कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी नाराजगी व नजरअंदाजगी के चलते इनके साथ हो गए है।
ऐसे में भाजपा कोई रिस्क ना लेते हुए। मालवा पर विशेष फोकस बनाए हुए। भाजपा के फायर ब्रांड नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है, जिससे भाजपा को लगता है की मोदी फेक्टर जनता पर काम करेगा और उसका सत्ता का समीकरण नहीं बिगड़ेगा। भाजपा जीते हुए अपने गढ़ को नहीं हारना देना चाहती है।

रतलाम की 5 में से 4 सीट पर असमंजस :
फिलहाल रतलाम में जावरा, आलोट, सैलाना व रतलाम ग्रामीण में भाजपा के बागी और सामाजिक संगठनों के निर्दलीय प्रत्याशी एक बड़ी मुसीबत बन सकते है। हाल ही में हुए पंचायत और निकाय चुनाव में सभी लोग इसका उदाहरण देख चुके है। मंदसौर व नीमच में भी अंचल क्षेत्र भाजपा से दूरी बनाने के मूड में है। उज्जैन की बड़नगर सीट पर भी यही हाल है। झाबुआ – पेटलावद सीट पर आदिवासी प्रभाव अधिक है। सैलाना व रतलाम ग्रामीण से झाबुआ तक जयस प्रभावी है उसी तरह करणी सेना भी अपना प्रभाव बनाये हुए है। हाल ही में दोनों सामाजिक संगठनों ने राजनीति में अपना – अपना समर्थन एक दूसरे को देकर एक नई उलझन पैदा कर दी है।

मैदान में मयंक : पारस दादा के समर्थन में निकले युवा नेता मयंक जाट, विजय तिलक लगाकर लोगों ने किया स्वागत

मयंक जाट के मोर्चा संभालते ही राजनीतिक गलियारों में चुनावी चर्चा हुई तेज

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। विधानसभा चुनाव में शहर के कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा “दादा” के चुनाव प्रचार ने अब गति पकड़ ली है। इसी बीच युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और कांग्रेस के कद्दावर नेता मयंक जाट ने भी मोर्चा संभाल लिया है। हालांकि मयंक शुरू से ही प्रचार में जुटे है मगर मंगलवार शाम कांग्रेस नेता मयंक जाट बगैर प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ जनसपंर्क पर निकले। मयंक के इस जनसंपर्क के बाद से चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है। चर्चा इसलिए भी तेज है क्योंकि निकाय चुनाव में महापौर प्रत्याशी रहे जाट ने भाजपा के सामने एक चुनौती खड़ी कर दी थी। निकाय चुनाव में भाजपा ने अपनी लीड भी खो दी थी। मयंक युवाओं में चर्चित चेहरा है उसके अलावा महिला वर्ग व छोटे बच्चों में भी मयंक का अपना फेन बेस मजबूत बना हुआ है। अब विधानसभा चुनाव में एक और पारस सकलेचा प्रचार का मोर्चा संभाले है तो दूसरी और मयंक जाट।

जनसंपर्क के दौरान विजय तिलक लगाती बालिका

सकलेचा के समर्थन में युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष मयंक जाट ने गांधी नगर स्थित श्री राधाकृष्ण मन्दिर में भगवान का आशीर्वाद लेने के बाद वार्ड 1 व 2 में  जनसम्पर्क किया। इस दौरान क्षेत्र में बच्चों से लेकर बड़े तक मयंक के स्वागत में जुट गए। बालिकाओं ने विजय तिलक लगाकर जनसंपर्क पर आए कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। वहीं दूसरी और कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा ने चांदनी चौक में जनसंपर्क किया। मयंक जाट ने बताया कि जनता का प्रेम व आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है। शहर में विकास के नाम पर भोली भाली जनता को केवल ठगा गया। जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है और यह परिवर्तन जनता अपने मत का प्रयोग कर बहुत जल्द लाने वाली है। रतलाम सहित प्रदेश में कांग्रेस अपनी सरकार बनाने जा रही है। भाजपा से गरीब व अमीर सभी तबके के लोग परेशान है। जनसंपर्क में शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, कार्यकारी अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह अठाना, प्रेमलता दवे, सुजीत उपाध्याय, संजय दवे आदि कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।

समर्थकों के साथ मौजूद कांग्रेस प्रत्याशी सकलेचा