Ratlam News: मंत्री काश्यप ने दीप मिलन समारोह में कहा; रतलाम निवेश क्षेत्र का प्रेजेंटेशन ग्लोबल समिट में रखेंगे

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप (MSME Minister Chetanya Kasyap) ने दीप मिलन समारोह आयोजित किया। जिसमें रतलाम के पत्रकारों को आमंत्रित किया गया। समारोह में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने बताया की प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिए पांच नेशनल कॉन्क्लेव आयोजित किए गए, जिससे औद्योगिकीकरण को बढ़ावा मिला है। इन कॉन्क्लेव के माध्यम से दस हजार उद्यमियों से संवाद स्थापित किया गया और हर विधानसभा क्षेत्र में उद्योगों की संभावनाओं वाले क्षेत्रों की पहचान के लिए जनप्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया है।

पत्रकार दीप मिलन समारोह में मंत्री काश्यप ने बताया कि सरकार ने 16 स्थानों पर भूमि चिन्हित कर ली है, जहां सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार नई पीढ़ी के युवा उद्योगपतियों को प्रोत्साहन देने के लिए संकल्पित है।

समारोह में मौजूद पत्रकारगण

रतलाम निवेश क्षेत्र का ग्लोबल समिट में प्रेजेंटेशन
मंत्री काश्यप ने रतलाम के विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 17 करोड़ के पहले टेंडर के बाद अब 320 करोड़ का दूसरा टेंडर जारी किया गया है, जिसमें पानी, बिजली, और सड़कों की व्यवस्था की जाएगी। निवेश क्षेत्र में लगभग 350 से 400 प्लॉट लघु उद्योगों के लिए आवंटित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि फरवरी में भोपाल में होने वाली ग्लोबल समिट में रतलाम के निवेश क्षेत्र का प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। 8-लेन एक्सप्रेस-वे के पास होने के कारण इस क्षेत्र में उद्योगों के स्थापित होने की संभावनाएं और अधिक बढ़ गई हैं।

रतलाम में एयरपोर्ट और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास 
मंत्री काश्यप ने यह भी बताया कि रतलाम में एयरपोर्ट के लिए भूमि चिन्हित की जा चुकी है। निवेश क्षेत्र के लिए पानी का प्रबंध कनेरी डेम से किया जाएगा, जिससे औद्योगिक विकास को समर्थन मिलेगा। फार्मा कंपनियों के लिए यहां पर्याप्त अवसर मौजूद हैं। अगले पांच सालों में इस औद्योगिक क्षेत्र के कारण रतलाम में नए अवसरों का विकास होगा, जिससे यह क्षेत्र प्रदेश और देश के औद्योगिक मानचित्र पर अपना स्थान बनाएगा। नगर निगम द्वारा शहर में 50 बीघा भूमि पर एक रिजनल पार्क का निर्माण भी किया जा रहा है।

मीडिया की सकारात्मक भूमिका
समारोह के दौरान मंत्री काश्यप ने रतलाम की मीडिया की सराहना करते हुए कहा कि शहर के विकास में मीडिया की भूमिका हमेशा सकारात्मक रही है, और भविष्य में भी यह योगदान जारी रहने की कामना की।

Ratlam News: मंत्री चेतन्य काश्यप के घर के बाहर कांग्रेस नेताओं ने की जमकर नारेबाजी, महिला अपराध के विरोध में सौंपा ज्ञापन

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: मध्यप्रदेश में लगातार अबोध बालिकाओं, छात्राओं और महिलाओं के साथ हो रही बलात्कार और हत्या की घटनाओं के विरोध में आज शहर कांग्रेस कमेटी ने मंत्री चेतन्य काश्यप के निवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के प्रति सरकार की असफलता पर कड़ी नाराजगी जताई।

शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेंद्र कटारिया के नेतृत्व में इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व विधायक पारस सकलेचा, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा, कार्यवाहक अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह अठाना, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम चाहर, यास्मीन शेरानी, बसंत पंड्या, सोहेल काजी सहित अन्य वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता शामिल थे।

ज्ञापन में प्रदेश में हो रही अत्याचारों और हत्याओं की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। खासकर, पिछले कुछ महीनों में ग्वालियर, अनुपपुर, टीकमगढ़, राजगढ़, शहडोल, डिंडोरी, जबलपुर, उज्जैन, भोपाल, और अन्य जिलों में अबोध बालिकाओं और महिलाओं के साथ हुई घटनाओं ने पूरे प्रदेश में जनमानस को झकझोर दिया है।

शहर कांग्रेस कमेटी ने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री और राज्य सरकार से अपील की कि वे इन घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए, ताकि महिलाओं और बालिकाओं का जीवन सुरक्षित हो सके। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं ने प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर शर्मसार कर दिया है, और सरकार की उदासीनता के चलते अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।

विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुलिस प्रशासन से मांग की कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाए जाएं।

इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अगर सरकार जल्द ही इस दिशा में कठोर कदम नहीं उठाती है, तो कांग्रेस पार्टी जनता के साथ मिलकर और भी बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी। विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने के दौरान उपस्थित लोगों में राजीव रावत, कमरूदीन कचवाया, प्रवक्ता जोएब आरीफ, सुजीत उपाध्याय, हितेश पेमल, आशा रावत, रमेश शर्मा, ओम त्रिपाठी, राहुल दुबे, राकेश आचार्य, कविता महावर, नीलोफर खान आदि कार्यकर्ता शामिल थे।

सेवा, समर्पण और राजनीति : पहले विधायकी और अब मंत्री की सुख सुविधा जनता को समर्पित, कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप का फैसला

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश की रतलाम शहर विधानसभा से विधायक और कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप एक बार फिर सुर्खियों में है। अपनी तीसरी बार की विधायकी के शपथ के दौरान ही उन्होंने शासन से मिलने वाली सुविधाओं को त्यागने का एलान कर दिया था। इससे पहले भी दो बार का उनका कार्यकाल बगैर शासन की सुख सुविधाओं व वेतन भत्तो का लाभ लिए पूरा हुआ है। गुरुवार को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप ने विधानसभा में शून्य काल के दौरान विशेष वक्तव्य के जरिये मंत्री के रूप में उन्हें निजी तौर पर मिलने वाले वेतन और भत्तों के राज्य कोष में समर्पण की घोषणा की। उनकी इस घोषणा का सदन ने मेजें थपथपाकर स्वागत किया। 

मंत्री काश्यप ने कहा कि राष्ट्र सेवा, समाज सेवा और जन सेवा करना ही उनके जीवन का ध्येय है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिये वह राजनीति में आये हैं। किशोरावस्था से ही समाज सेवा के कार्यों में अग्रसर हैं। कई सेवा प्रकल्पों का संचालन भी कर रहें हैं। ईश्वर ने उन्हें इस योग्य और सक्षम बनाया है कि जन सेवा में किंचित अवदान कर पा रहे है। मंत्री के रूप में निजी तौर पर मिलने वाले वेतन भत्तों की राशि का राजकोष से ही आहरण नहीं किये जाने की घोषणा की है, ताकि उस राशि का सदुपयोग प्रदेश के विकास एवं जनहित के कार्यों में हो सके।

कौन बनेगा मंत्री : मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को सौंपी लिस्ट, दोपहर तक 28 मंत्री ले सकते है शपथ

रतलाम शहर विधायक काश्यप के पास भी पहुंचा फोन, संघ, भाजपा और बढ़ती लीड देगी साथ?

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश में मंत्री मंडल को लेकर चल रही सुगबुगाहट अब तेज हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल के मंत्रियों का शपथ ग्रहण आज होगा। सोमवार दोपहर 3:30 बजे मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। राज्यपाल मंगूभाई पटेल सभी नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसी के साथ ही विधायकों के फोन घनघनाने लगे हैं। मंत्री पद की शपथ लेने वाले सभी विधायकों को राजभवन पहुंचने के आदेश दिए गए हैं। सुबह सीएम मोहन यादव ने राज्यपाल को प्रस्तावित सूची सौंपी।

मोहन मंत्रिमंडल में बेदाग छवि, जातीय, क्षेत्रीय, महिला पर फोकस रहेगा। करीब 28 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। शपथ से पहले सभाकक्ष में 28 कुर्सियां लगाई गई है। रविवार को केंद्रीय नेताओं से मुलाकात के बाद नामों पर अंतिम मुहर लगी थी। शपथ ग्रहण से पहले डॉक्टर मोहन यादव राज्यपाल से मिलने पहुंचे। सुबह 9:30 बजे राज भवन में सीएम और राज्यपाल की मुलाकात हुई। राज्यपाल को मंत्रियों के नाम की सूची सौंपने के बाद डॉक्टर मोहन यादव इंदौर निकल जाएंगे।

बेदाग छवि और संघ में सीधा संपर्क
रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप का नाम भी लगभग तय है। सूत्रों के अनुसार उनके पास भी भोपाल से फोन पहुंच चुका है। हालांकि काश्यप पिछले तीन दिनों से रतलाम से बाहर है, माना जा रहा है की वे भोपाल – दिल्ली की दौड़ में लगे थे। काश्यप को प्रदेश में उद्योग नीति या नगरीय प्रशासन विभाग दिया जा सकता है। राजनेता होने के साथ साथ काश्यप को एक सफल उद्यमी के रूप में देखा जाता है। काश्यप तीसरी बार लगातार रतलाम शहर से विधायक है। अब तक के कार्यकाल में उनकी छवि बेदाग रही है। हर बार उनकी जीत का अंतर भी बढ़ा है। भाजपा के बड़े नेताओं से सीधे संपर्क में है। इसके अलावा संघ के अखिल भारतीय पदाधिकारियों से भी संबंध है। यही कारण है कि उनका केबिनेट में नाम फाइनल माना जा रहा है।

इनके नाम लगभग शामिल
विधायक कैलाश विजयवर्गी, प्रहलाद पटेल,राकेश सिंह, तुलसी सिलावट, एदल सिंह कंसाना, अर्चना चटनिस, चेतन कश्यप, हेमंत खंडेलवाल, राकेश शुक्ला मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के प्रद्युमन सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा चेतन कश्यप, बृजेंद्र प्रताप सिंह, कुंवर सिंह टेकाम,गोविंद सिंह राजपूत, प्रदीप लारिया,राकेश शुक्ला, घनश्याम चंद्रवंशी मंत्री बनाये जा सकते हैं। बुरहानपुर से महिला विधायक और मुरैना जिले से एक विधायक भोपाल के लिए रवाना हुए हैं।

वाह विधायक जी! : एमपी के इस विधायक की चारो और चर्चा, कारण सरकारी वेतन – भत्ते और पेंशन को मना कर देना

सिफारिशों से भी दूर रहते है चेतन्य काश्यप, टोल टैक्स और पुलिस चालान तक भरता है यह विधायक!

पब्लिक वार्ता – रतलाम,
जयदीप गुर्जर। मध्यप्रदेश के भाजपा विधायक ने सदन में एक अनोखी मिसाल पेश की। चेतन्य काश्यप ने विधायक के तौर पर मिलने वाले वेतन, भत्ते और पेंशन नहीं लेने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि वह अपने खर्चा उठने में सक्षम है इसलिए यह राशि विधानसभा कोष में जमा कर दी जाए। काश्यप तीसरी बार रतलाम शहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए हैं और उन्होंने एक बार फिर से विधायक के रूप में सरकार से कोई वेतन, भत्ते और पेंशन नहीं लेने का ऐलान किया है। आपको बता दे इससे पहले के उनके दो कार्यकाल में भी उन्होंने किसी प्रकार का कोई सरकारी लाभ नहीं लिया था।

देखे वीडियो : विधानसभा में अपनी बात रखते काश्यप

बता दें कि प्रत्येक विधायक को प्रति माह लगभग 70 हजार के वेतन भत्ते मिलते हैं। इसके अलावा रेलवे कूपन और हवाई यात्राएं एवं आजीवन पेंशन व चिकित्सा भत्ता जैसी अन्य सुविधाएं मिलती हैं। ऐसे में कश्यप ने सभी सुविधा का त्याग करते हुए कहा कि यह राशि प्रदेश के विकास पर व्यय हो।

राष्ट्र सेवा और जनहित मेरा ध्येय – विधायक काश्यप
विधानसभा में भी उन्होंने पहले ही वक्तव्य में विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अपना यह निर्णय रख दिया। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि जब ईश्वर की कृपा से वे जनहित के कार्य करने में सक्षम हैं, तो उन्हें विधायक के रूप में मिलने वाले वेतन-भत्ते और पेंशन का उपयोग शासन द्वारा जनहित में सीधे किया जाए।
कश्यप ने सदन में कहा कि राष्ट्र सेवा और जनहित मेरा ध्येय है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए मैं राजनीति में आया हूं। किशोरावस्था से ही समाज सेवा के कार्यों में अग्रसर हूं तथा कई सेवा संस्थानों में प्रकल्पों का संचालन कर रहा हूं। ईश्वर ने इस योग्य बनाया है कि जनसेवा में थोड़ा सा योगदान कर सकूं। इसी तारतम्य में विधायक के रूप में मिलने वाले वेतन-भत्ते एवं पेंशन नहीं लेने का निश्चय किया है। पिछली दो विधानसभा में भी भत्ते नहीं लिए थे। मैं चाहता हूं कि मुझे प्राप्त होने वाले भत्ते एवं पेंशन का राजकीय कोष से आहरण न हो ताकि उस राशि का सदुपयोग प्रदेश के विकास एवं जनहित के कार्य हो सकें।

सिफारिशों से दूरी रखते है काश्यप
आमतौर पर एक राजनेता अपने लिए व कार्यकर्ताओं के लिए सहज ही सिफारिशें करते नजर आते है। मगर रतलाम के विधायक चेतन्य काश्यप का तौर तरीका बाकियों से अलग है। पुलिस थानों पर उनके नाम से की गई सिफारिशों को वो सिरे से इंकार कर देते है। उनके करीबी के अनुसार नियम व कायदे के पक्के विधायक काश्यप किसी कार्यकर्ता की गाड़ी का चालान अगर कट जाए तो वे नाराज कार्यकर्ता को बुलाकर खुद से चालान भरने की बात कहते हुए कार्यकर्ताओं को नियम पालन की नसीहत देकर मना लेते है। यही कारण है की पुलिस के सामने कोई भाजपाई विधायक जी का रोब नहीं दिखा पाता है। यहां तक की उनके नाम से टोल से गाड़ियां तक नहीं छोड़ी जाती है, जिसका कारण है कि वे खुद टोल टैक्स चुकाते है। विधायक काश्यप अपने फाउंडेशन के माध्यम से अनेक सेवा कार्यों को करते आ रहे है। जिससे गरीबों व कई समाज में वंचित लोगों को सहारा व प्रोत्साहन मिला है।