रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: एक राष्ट्र-एक चुनाव को लेकर रतलाम में विचार जिला समिति के तत्वावधान में राष्ट्रव्यापी विचार परामर्श सम्मेलन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में इंदौर महापौर एवं वन नेशन, वन इलेक्शन विचार समिति के प्रदेश सहसंयोजक पुष्यमित्र भार्गव ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि यदि देश में सभी चुनाव एक साथ होते तो सिर्फ 1.5 लाख करोड़ रुपये खर्च होते, जबकि वर्तमान व्यवस्था में बीते 5 वर्षों में 6.5 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इससे देश को 5 लाख करोड़ रुपये की बचत होती, जो शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निवेश किया जा सकता था।

चुनाव प्रक्रिया को सुधारने की जरूरत
श्री भार्गव ने कहा कि 1952 से 1967 तक देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होते थे, लेकिन बाद में यह प्रक्रिया बाधित हो गई। उन्होंने बताया कि 1984 में अटल बिहारी वाजपेयी और 1990 में लॉ कमीशन ने भी एक साथ चुनाव कराने की सिफारिश की थी। वर्तमान में बार-बार होने वाले चुनावों से देश लगातार इलेक्शन मोड में रहता है, जिससे विकास कार्य प्रभावित होते हैं।
जन समर्थन से संभव होगा सुधार
उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव देशहित में है, और इसे सफल बनाने के लिए जन समर्थन आवश्यक है। उन्होंने सभी से राष्ट्रपति के नाम समर्थन पत्र लिखने और इस मुद्दे पर चर्चा करने की अपील की।
कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने किया समर्थन
कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने कहा कि यह मुद्दा हर वर्ग के लिए महत्वपूर्ण है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस प्रयास को सभी भारतीयों का समर्थन मिलना चाहिए। उन्होंने बुद्धिजीवियों से राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।
भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय का संबोधन
भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव को लेकर पूरे देश में जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है, ताकि जनमानस को इसके लिए तैयार किया जा सके।
विचार-विमर्श में शामिल हुए प्रबुद्धजन
परिचर्चा में सीए गोपाल काकानी, समाजसेवी गोविन्द काकानी, सेवानिवृत्त डीएसपी भूपेन्द्र सिंह, शिक्षाविद् अरविन्द मिश्रा, व्यवसायी विशाल गांधी, डॉ. भरत शर्मा और दिनेश जैन ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन निर्मल कटारिया ने किया और आभार जिला टोली के सदस्य करण वशिष्ठ ने व्यक्त किया।