Ratlam News: रतलाम के युवा नीरज बरमेचा का वीडियो सोशल मीडिया पर मचा रहा धूम, 2 करोड़ से ज्यादा बार देखा गया 

रतलाम – पब्लिक वार्त,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: सोशल मीडिया की दुनिया में इन दिनों रतलाम के एक युवा का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो को मात्र 5 दिनों में 20.1 मिलियन (2 करोड़ 10 लाख) व्यूज मिल चुके हैं। इसके साथ ही इसे 21 लाख लोगों ने लाइक किया है, पौने तीन लाख बार शेयर किया गया है और लगभग 30 हजार बार सेव किया गया है। यह वीडियो लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। 

नीरज बरमेचा, जो “रतलामी फीवर” नाम से इंस्टाग्राम पेज चलाते हैं, इस वायरल वीडियो के केंद्र में हैं। उन्होंने यह वीडियो गुजरात के पावागढ़ स्थित बसाल्ट पैराडाइस रिसॉर्ट में अपने दोस्तों के साथ छुट्टियां बिताते समय बनाया। वीडियो में रेस्टोरेंट के शेफ को मजाकिया अंदाज में बुलाने और उनकी तारीफ करने का दृश्य दिखाया गया है, जिसने वहां मौजूद सभी लोगों को हंसी से भर दिया। 

https://www.instagram.com/reel/DCYsVxxBI0f/?igsh=eWQ0YjU3ZGo4MXF3

देखिए वायरल वीडियो!

नीरज ने बताया कि वीडियो बनाने और एडिट करने में गगन गाबा और नीतिका एरेन ने सहयोग दिया। इसके अलावा, वीडियो में रतलाम के मनीष सोनी, मिलेश कटकानी, हितेश सुराना, निलेश सेलोत, चेतन कोठारी, गौरव एरेन, पायल बरमेचा, चंचल सोनी और अन्य दोस्तों का भी योगदान रहा। 

नीरज ने वीडियो के पीछे के उद्देश्य के बारे में बताया कि यह लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने का एक प्रयास था। उनका मानना है कि हास्य भी एक थेरेपी की तरह काम करता है, जो कई बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है। वीडियो के वायरल होने पर नीरज ने कहा, “हमने लोगों को हंसाने की कोशिश की थी, और लोगों ने जो प्यार और समर्थन दिया है, वह हमारे प्रयास की सफलता को दर्शाता है। आगे भी हम इसी तरह सकारात्मकता फैलाने का प्रयास करेंगे।” 

सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो ने न केवल रतलाम बल्कि पूरे देश में धूम मचा दी है। यह बताता है कि हास्य और सकारात्मकता से भरे छोटे-छोटे प्रयास कितने बड़े प्रभाव डाल सकते हैं।

Ratlam News: बजरंग दल रतलाम विभाग की बैठक संपन्न, शौर्य यात्रा और रन फॉर हेल्थ की बनी योजना

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
न्यूज डेस्क। Ratlam News: रतलाम जिले के होटल उजाला पैलेस में बजरंग दल रतलाम विभाग की विभागीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में मालवा प्रांत के प्रांत संयोजक नितिन पाटीदार, प्रांत साप्ताहिक मिलन प्रमुख मंगलेश सोनी, रतलाम विभाग के संगठन मंत्री अर्जुन गहलोत, विभाग सह मंत्री पवन बंजारा और विभाग संयोजक विनोद शर्मा के साथ तीनों जिले रतलाम, झाबुआ और जावरा के जिला और प्रखंड पदाधिकारी शामिल हुए। 

बैठक में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने “रन फॉर हेल्थ” और “शौर्य यात्रा” के आयोजन की योजना बनाई। कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी रतलाम जिला संयोजक मुकेश व्यास ने दी। बैठक के दौरान उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने संगठन की आगामी गतिविधियों पर विचार-विमर्श किया और योजनाओं को सफल बनाने का संकल्प लिया।

Ratlam News: राॅयल कॉलेज खेल महोत्सव; छात्राओं ने किया अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: राॅयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के कैम्पस में आयोजित “राॅयल खेल महोत्सव” के दूसरे दिन छात्राओं के लिए खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विभिन्न पाठ्यक्रमों की छात्राओं ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया। 

इस दिन हुई प्रतियोगिताओं में लेमन स्पून रेस, 100 मीटर दौड़, कुर्सी दौड़, रस्सी कूद, सेक रेस, योगा, खो-खो और रिले रेस जैसी रोचक गतिविधियां शामिल थीं। 

व्यक्तिगत स्पर्धाओं के परिणाम:
– लेमन स्पून रेस: बी.एससी. की सुमन सोमानी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। 
– 100 मीटर दौड़: बी.फार्मा की टीना पाटीदार ने जीत दर्ज की। 
– कुर्सी दौड़: बीबीए की काजल कुशवाह विजेता रहीं। 
– रस्सी कूद: बी.एससी. की शिवानी चौहान प्रथम स्थान पर रहीं। 
– योगा प्रतियोगिता: बीबीए की योगिता डोडिया ने बाजी मारी। 
– सेक रेस: बी.एससी. की शिवानी चौहान ने फिर से शानदार प्रदर्शन किया। 

ग्रुप स्पर्धाओं के परिणाम:
– रस्साकशी: बी.एससी. की टीम ने जीत दर्ज की। 
– खो-खो: फार्मेसी की टीम विजेता रही। 
– रिले रेस: बी.फार्मेसी की टीम ने प्रथम स्थान हासिल किया। 

इस अवसर पर खेल समन्वयक प्राध्यापक दीपिका कुमावत और उनकी टीम ने प्रतियोगिताओं का सफल संचालन किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मनीष सोनी, डॉ. प्रवीण मंत्री, डॉ. आर.के. अरोरा, डॉ. अमित शर्मा सहित अन्य शिक्षकों और प्राध्यापकों ने छात्राओं का हौसला बढ़ाया। 

कॉलेज प्रशासक दिनेश राजपुरोहित ने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य छात्राओं के सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करना है। खेल महोत्सव के दौरान छात्राओं का जोश और प्रतिस्पर्धा देखने लायक थी। राॅयल खेल महोत्सव में अगले दिन और भी अधिक रोमांचक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।

MP News: Reliance बीमा कंपनी ने क्लेम देने से किया मना, उपभोक्ता फोरम ने मनमानी पर दिया ये फैसला, जानिए पुरा मामला

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: मध्यप्रदेश के रतलाम में जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग ने हेल्थ इंश्योरेंस दावे को अनुचित तरीके से खारिज करने के मामले में बीमा कंपनी के खिलाफ परिवादी के पक्ष में निर्णय सुनाया है। आयोग ने इसे सेवा में कमी मानते हुए बीमा कंपनी को दावे की राशि ब्याज सहित चुकाने और मानसिक संताप के लिए अतिरिक्त मुआवजा प्रदान करने का आदेश दिया है। उक्त आदेश जिला उपभोक्ता फोरम अध्यक्ष मुकेश कुमार तिवारी व सदस्य श्रीमती जयमाला संघवी की कोर्ट ने दिया।

मामले में पैरवी कर रहे एडवोकेट प्रणय ओझा ने बताया यह फैसला उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। आयोग ने स्पष्ट संदेश दिया है कि बीमा कंपनियां अनुचित तरीके से दावे को खारिज नहीं कर सकतीं। यह निर्णय अन्य उपभोक्ताओं को भी उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेगा और बीमा कंपनियों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा। 

यह था मामला
परिवादी श्रीमती प्रेमलता पाटीदार, निवासी ग्राम नगरा रतलाम ने रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी के खिलाफ हेल्थ गेन पॉलिसी के तहत चिकित्सा खर्च की प्रतिपूर्ति न करने की शिकायत दर्ज कराई थी। परिवादी ने पॉलिसी के लिए 11,614/- रुपये का प्रीमियम अदा किया था। पॉलिसी अवधि 15 सितंबर 2023 से 14 सितंबर 2024 तक थी। 

परिवादी को 18 मार्च 2024 को सिरदर्द, सर्दी-खांसी, बुखार और पेट दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें रतलाम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान परिवादी को Acute Febrile Illness और Acute Gastroenteritis का निदान हुआ। 21 मार्च 2024 को डिस्चार्ज होने के बाद, इलाज पर कुल 29,174/- रुपये का खर्च हुआ। 

परिवादी ने बीमा कंपनी को ऑनलाइन क्लेम प्रस्तुत किया, लेकिन बीमा कंपनी ने 8 अप्रैल 2024 को क्लेम खारिज करते हुए कहा कि यह मामला पॉलिसी की शर्त 5.1.1 के तहत भुगतान योग्य नहीं है। कंपनी ने दावा किया कि परिवादी को पहले से डायबिटीज और हाईपरटेंशन की बीमारियां थीं, जिनकी जानकारी पॉलिसी लेते समय नहीं दी गई थी। 

आयोग का परिवादी के पक्ष में निर्णय
परिवादी ने आयोग में दस्तावेज़ और साक्ष्य प्रस्तुत किए, जिनमें अस्पताल द्वारा जारी प्रमाण पत्र शामिल था। इसमें स्पष्ट किया गया कि उन्हें भर्ती किए जाने का कारण केवल Acute Febrile Illness और Acute Gastroenteritis था, न कि पूर्व की बीमारियां। 

वहीं, बीमा कंपनी यह साबित नहीं कर सकी कि पॉलिसी जारी करने से पहले परिवादी डायबिटीज और हाईपरटेंशन से ग्रसित थीं। कंपनी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज़ों में इस तथ्य का कोई ठोस प्रमाण नहीं था। 

आयोग ने पाया कि बीमा कंपनी ने अनुचित आधार पर दावे को खारिज किया और पॉलिसी की शर्तों का गलत उपयोग किया। आदेश में कहा गया कि पॉलिसी दस्तावेज़ में उल्लेखित शर्त 5.1.1 मौजूद ही नहीं है। 

आयोग द्वारा पारित आदेश
1. बीमा कंपनी को 29,174/- रुपये की दावे की राशि परिवाद प्रस्तुत करने की तिथि (18 जुलाई 2024) से अदायगी तक 6% वार्षिक साधारण ब्याज सहित भुगतान करने का निर्देश दिया गया। 
2. मानसिक संताप और परिवाद व्यय के लिए 5,000/- रुपये का मुआवजा भी देने का आदेश दिया गया। 
3. कंपनी को 60 दिनों के भीतर उक्त राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया गया। विलंब होने पर यह राशि 8% वार्षिक ब्याज के साथ देय होगी।

Ratlam News: राॅयल कॉलेज खेल महोत्सव: छात्राओं ने दिखाया दमखम, छात्रों के खेल देखना बाकी

रतलाम- पब्लिक वार्ता,
न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: राॅयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में आज से राॅयल खेल महोत्सव का आयोजन शुरू हुआ। यह महोत्सव 18 नवंबर से 26 नवंबर तक चलेगा और दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण में छात्राओं के लिए विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं, जबकि दूसरे चरण में छात्रों के लिए प्रतिस्पर्धाएं होंगी। 

आज पहले दिन छात्राओं की खेल प्रतियोगिताओं का शानदार आगाज हुआ, जिसमें 437 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इनमें फार्मेसी कोर्स से 106, एमबीए व बीबीए से 120, बीएससी कंप्यूटर साइंस से 66, बीएससी माइक्रोबायोलॉजी से 110, नर्सिंग से 15 और बीसीए से 20 छात्राओं ने हिस्सा लिया। 

प्रतियोगिताओं में लेमन स्पून रेस, चेयर रेस, खो-खो, योगा, 100 मीटर रेस, 400 मीटर रिले रेस, टग ऑफ वार** जैसी खेल विधाएं शामिल थीं। 

महोत्सव में खेल समन्वयक के रूप में प्राध्यापक दीपिका कुमावत व उनकी टीम ने सफलतापूर्वक भूमिका निभाई, जबकि निर्णायक कमेटी की जिम्मेदारी डाॅ. रविन्द्र कौर अरोरा व उनकी टीम ने संभाली। खेल प्रतियोगिताओं का संचालन  प्रशासक डाॅ. डी.आर. पुरोहित द्वारा किया गया। 

छात्राओं ने न केवल खेलों में बढ़-चढ़कर भाग लिया, बल्कि अपने प्रदर्शन से खेल भावना का शानदार परिचय दिया। अब सभी को 26 नवंबर तक चलने वाले इस महोत्सव के दूसरे चरण का इंतजार है, जिसमें छात्रों के बीच क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल और वाॅलीबॉल जैसी प्रतियोगिताएं होंगी।

Ratlam News: रतलाम में नव नियुक्त डाक सहायकों का 56 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: रतलाम संभागीय डाक प्रशिक्षण केंद्र में 24 सितंबर 2024 से 18 नवंबर 2024 तक नव नियुक्त डाक सहायकों का 56 दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य नव नियुक्त सहायकों को डाक विभाग की योजनाओं, कार्यप्रणाली, सॉफ्टवेयर एवं संसाधनों के उपयोग में दक्ष बनाना है।

प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रशिक्षुओं ने रतलाम प्रधान डाकघर का दौरा किया, जहां उन्हें डाकघर की विभिन्न योजनाओं और कार्यप्रणाली की जानकारी दी गई। इस अवसर पर राजेश कुमावत, अधीक्षक रतलाम डाकघर ने नव नियुक्त सहायकों को आह्वान किया की वे विभाग की सभी योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास करें और सदैव विभाग के कार्यों के प्रति तत्पर रहें।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन गोपाल सोनी, प्रशिक्षक रतलाम संभागीय प्रशिक्षण केंद्र, द्वारा किया जा रहा है। प्रशिक्षण में रतलाम, मंदसौर और नीमच जिलों के डाक सहायक शामिल हैं, जिन्हें विभागीय नियमों, तकनीकी दक्षताओं और ग्राहक सेवा से संबंधित जानकारी प्रदान की जा रही है।

Cyber Security Tips: शादी की पत्रिका या योजनाओं की मोबाइल एप्लिकेशन ना करे डाऊनलोड, रतलाम पुलिस ने बताया कैसे रहें सावधान!

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Cyber Security Tips : सायबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए रतलाम पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देशन में और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा के मार्गदर्शन में सायबर क्राइम सेल रतलाम द्वारा आम जनता को सायबर ठगी के नए-नए तरीकों के प्रति जागरूक करने का अभियान चलाया जा रहा है। वर्तमान में सायबर अपराधियों द्वारा अपनाई जा रही एक नई चाल लोगों के बीच चिंता का विषय बन गई है। सायबर अपराधी मोबाइल एप्लिकेशन (.apk) और एक्से फाइल (.exe) के जरिए धोखाधड़ी कर रहे हैं। यहां इस तरह के धोखाधड़ी से बचने के उपायों पर विस्तार से जानिए;

कैसे होती है APK फाइल के जरिए धोखाधड़ी?
   – सायबर अपराधी .apk फाइल का इस्तेमाल कर लोगों के फोन तक पहुंचने की कोशिश करते हैं।
   – ये फाइलें अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनों के माध्यम से, अनजानी वेबसाइटों से या व्हाट्सएप पर किसी लिंक के जरिए भेजी जाती हैं।
   – कई बार ये फाइलें शादी के निमंत्रण, पीएम किसान योजना या पीएम आवास योजना जैसी सरकारी योजनाओं के नाम पर होती हैं, जिससे लोग इन्हें आसानी से डाउनलोड कर लेते हैं।

हैकर्स का तरीका क्या है?
   – हैकर्स व्हाट्सएप के माध्यम से apk फाइलें भेजते हैं, जो किसी सरकारी योजना, निमंत्रण कार्ड या अन्य आकर्षक सामग्री का रूप धारण कर भेजी जाती हैं।
   – कई बार ये फाइलें परिचित व्यक्तियों के नंबर से आती हैं, जिनका व्हाट्सएप हैक हो चुका होता है। इस कारण लोग इन फाइलों पर अधिक विश्वास कर लेते हैं।
   – जैसे ही आप इस apk फाइल को डाउनलोड और इंस्टॉल करते हैं, यह आपके फोन पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लेती है।

APK फाइल के खतरों से कैसे बचें?
   – व्हाट्सएप सिक्योरिटी: अपने व्हाट्सएप अकाउंट की सुरक्षा के लिए टू-स्टेप वेरिफिकेशन सेटिंग्स को इनेबल रखें। इससे आपका अकाउंट सुरक्षित रहेगा।
   – विश्वास से बचें: किसी परिचित व्यक्ति के व्हाट्सएप नंबर से भी अगर इस तरह की फाइल आती है, तो इसे बिना जांचे-परखे न खोलें। सुनिश्चित करें कि फाइल की वैधता को पहचान लें।
   – विश्वसनीय स्रोत से ही डाउनलोड करें: किसी भी एप्लिकेशन को केवल गूगल प्ले स्टोर या आधिकारिक वेबसाइट से ही डाउनलोड करें।

APK फाइल खोलने के बाद क्या होता है?
   – जब आप apk फाइल को खोलते हैं, तो यह आपके फोन में ऑटो-इंस्टॉल हो जाती है और आपके डिवाइस का कंट्रोल सायबर अपराधी के हाथों में चला जाता है।
   – अपराधी आपके फोन के मैसेज को पढ़ सकते हैं, जिनमें OTP, PIN जैसी सेंसिटिव फाइनेंशियल इनफॉर्मेशन हो सकती है।
   – वे आपके फोन से अनाधिकृत ऑनलाइन ट्रांजेक्शन या फंड ट्रांसफर कर सकते हैं, जिससे आपका आर्थिक नुकसान हो सकता है।

अगर गलती से APK फाइल इंस्टॉल हो जाए तो क्या करें?
   – तुरंत अपने फोन का इंटरनेट कनेक्शन ऑफ करें ताकि अपराधी और डेटा का एक्सेस न ले सकें।
   – जितना जल्दी हो सके अपने बैंक में संपर्क कर अपने खाते को फ्रीज करवा दें ताकि किसी भी अनाधिकृत ट्रांजेक्शन से बचा जा सके।
   – फोन में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें या गूगल प्ले स्टोर से “कवच-2” जैसे सुरक्षा ऐप का उपयोग करें, जो हानिकारक या छिपी हुई apk फाइलों की पहचान कर उन्हें डिलीट कर सकता है।

व्हाट्सएप पर आने वाली फाइलों को सुरक्षित तरीके से जांचें
   – अगर किसी सरकारी योजना या शादी के निमंत्रण के नाम पर कोई फाइल आए तो उसे खुलने से पहले ध्यान से जांचें।
   – व्हाट्सएप सेटिंग्स में टू-स्टेप वेरिफिकेशन को सक्षम करें ताकि आपका अकाउंट सुरक्षित रहे और हैकर्स आपके अकाउंट का दुरुपयोग न कर सकें।

धोखाधड़ी होने पर तुरंत क्या करें?
   – किसी भी प्रकार की सायबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाने पर तुरंत सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।
   – अपने नजदीकी पुलिस थाने या सायबर सेल पर जाकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराएं ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके।

सायबर सुरक्षा सलाह में बताई गई इन सावधानियों को अपनाकर आप अपने डेटा और आर्थिक जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं। तकनीक के युग में सुरक्षित रहना हमारी अपनी जिम्मेदारी है, इसलिए किसी भी अनजान फाइल को डाउनलोड और इंस्टॉल करने से पहले सावधान रहें।

MP News: विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार रतलाम पहुंचे, जात – पात से ऊपर उठने पर दिया जोर; समाज के प्रबुद्धजनों से मिले

सेवा कार्य सबसे बड़ा कार्य, देश व धर्म को बचाकर सेवा कार्य करना बहुत आवश्यक है – आलोक कुमार

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: विश्व हिन्दू परिषद सामाजिक समरसता विभाग द्वारा रतलाम में सामाजिक समरसता संगोष्ठी व प्रबुद्धजन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में विशेष मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार उपस्थित हुए। इस आयोजन का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों के बीच समरसता और एकता को बढ़ावा देना है। संगोष्ठी से पूर्व अतिथियों ने भारत माता व भगवान श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रांत मंत्री विनोद शर्मा, संगठन मंत्री अर्जुन गेहलोद, समाजसेवी व व्यापारी अनोखीलाल कटारिया, प्रकाश शर्मा सांवरिया आदि मौजूद रहे। मंच का संचालन जिला सामाजिक समरसता प्रमुख मनोज सगरवंशी व विशेष संपर्क प्रमुख मनोज पंवार ने किया।

अपने संबोधन में आलोक कुमार ने भारत में सनातन धर्म में सामाजिक समरसता को लेकर जात-पात से ऊपर उठकर सभी समाज को एक साथ रहने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे मन में भगवान विराजमान हैं, तो छोटा-बड़ा का कोई प्रश्न नहीं उठता। हिंदू धर्म में पहले समय में व्यक्ति हजार कष्टों को सहकर चार धाम तीर्थ यात्रा करता था। उस समय सड़क, परिवहन आदि की व्यवस्था नहीं होती थी। लोग अपने सभी हिसाब-किताब को सुधारते, गलतियों को स्वीकार करते और यह सोचकर जाते कि यदि मृत्यु हुई तो मोक्ष की प्राप्ति होगी, और यदि लौट आए तो ईश्वर की कृपा मानी जाती। यह सब इसलिए होता था क्योंकि लोग देश को एक मानते थे। उन्होंने कहा कि हम सभी को जात, मत, पंथ से ऊपर उठकर हिंदू के रूप में एकजुट रहना चाहिए और बच्चों को हिंदू धर्म की शिक्षा देना अति आवश्यक है। अन्यथा विधर्मी हमारे समाज को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे लव जिहाद जैसे गंभीर मामले सामने आते हैं।

आलोक कुमार ने कहा कि आज कुछ राजनेता आदिवासी समाज को अन्य समाज से अलग करने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें उकसा रहे हैं। जबकि वैज्ञानिक शोध से यह सिद्ध हो चुका है कि आदिवासी समाज और सनातन को मानने वाले अन्य पंथ के सभी बंधु मूल निवासी हैं और हिंदू हैं। डॉ. भीमराव अंबेडकर ने भी बौद्ध धर्म अपनाने से पूर्व ईसाई और इस्लाम मत पर विचार किया, लेकिन निष्कर्ष निकाला कि बौद्ध धर्म भारत के लिए अधिक उपयुक्त है। उन्होंने इस विषय पर “Thoughts on Pakistan” पुस्तक भी लिखी, जिसे सभी को पढ़ना चाहिए।

इस आयोजन में विभाग से सह मंत्री पवन बंजारा, वीनू शर्मा, मोहित चौबे; जिला उपाध्यक्ष राधेश्याम रावल, पवन देवड़ा; जिला संयोजक मुकेश व्यास, मनोज सगरवंशी, मनोज पंवार, मुन्नू कुशवाहा, अक्षय गोमै, योगेश चौहान, आशु टॉक, राजा राम ओहरी, अनिल रौतेला, कृष्ण भामा, पाखंड से विजय, नीरज सतवानी, दीपांशु गुप्ता, जिला प्रचार प्रसार प्रमुख मोंटी जायसवाल, जिला शाह पसार रिकी सेन; शंकर सिंह, हीरालाल सीरवी एवं विभाग, जिला एवं प्रखंड टीम के सदस्य उपस्थित रहे। जानकारी जिला प्रचार प्रसार प्रमुख मोंटी जायसवाल ने दी।

MP News: आपको नहीं मिल रहा है वाहन दुर्घटना का क्लेम, तो कोर्ट का यह फैसला आपके लिए है

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। MP News: रतलाम में न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण फैसले में वाहन दुर्घटना के पीड़ितों और उनके परिजनों को राहत देते हुए कहा है कि दुर्घटना के छह महीने बाद भी क्लेम किया जा सकता है। न्यायालय के इस फैसले से उन लोगों को बड़ी राहत मिली है जो समय सीमा के कारण क्लेम नहीं कर पा रहे थे। अब वे छह महीने बाद भी मुआवजे के लिए आवेदन कर सकेंगे।

न्यायालय के प्रथम सदस्य, एमएसीसी (मोटर दुर्घटना दावा प्राधिकरण) आदित्य रावत ने एक विशेष मामले पर सुनवाई करते हुए फैसला सुनाया। मामला प्रेमशंकर शर्मा की 22 जनवरी 2022 को हुई एक सड़क दुर्घटना से जुड़ा था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। इस दुर्घटना के बाद, उनकी पत्नी आशा शर्मा ने 26 अप्रैल 2023 को बीमा क्लेम दायर किया। इस क्लेम पर बीमा कंपनी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट 2019 के संशोधन के अनुसार क्लेम की अवधि दुर्घटना के 6 महीने के भीतर होनी चाहिए। लेकिन आशा शर्मा ने दुर्घटना के एक साल से अधिक समय बाद क्लेम दायर किया था।

बीमा कंपनी की आपत्ति के बावजूद न्यायाधीश आदित्य रावत ने बीमा कंपनी की याचिका को खारिज कर दिया और क्लेम को सुनवाई योग्य माना। न्यायालय ने अपने आदेश में कहा कि मोटर यान अधिनियम (मोटर व्हीकल एक्ट) एक कल्याणकारी कानून है, जिसका उद्देश्य दुर्घटना से पीड़ित परिवारों की मदद करना है। न्यायालय ने यह भी कहा कि सिर्फ देर से क्लेम दाखिल करने के आधार पर पीड़ित पक्ष को सुनवाई का अवसर दिए बिना मुआवजे के आवेदन को रद्द करना उचित नहीं है। न्यायाधीश ने कहा कि इस मामले में आवेदिका एक गृहिणी हैं और उन्हें इस प्रक्रिया की पूरी जानकारी नहीं थी, इसलिए विलंब को नजरअंदाज करना न्यायोचित है।

इस मामले में आवेदिका की ओर से एडवोकेट देवेंद्र सिरधाना गुर्जर ने पैरवी की। उन्होंने बताया कि न्यायालय का यह निर्णय उन सभी परिवारों के लिए राहत लेकर आया है जो दुर्घटना की समय सीमा के कारण क्लेम नहीं कर पा रहे थे। वर्ष 2019 के मोटर व्हीकल एक्ट संशोधन में क्लेम दाखिल करने की अवधि छह महीने निर्धारित की गई थी, जिससे कई लोग जानकारी के अभाव में इस सीमा का पालन नहीं कर पाते थे। इस फैसले के बाद, दुर्घटना में घायल या मृतकों के परिजन छह महीने बाद भी मुआवजे का दावा कर सकते हैं, जो उनके लिए एक बड़ी राहत है।

Ratlam News: प्रशिक्षु आईएएस व आईपीएस अधिकारियों ने कलेक्टर राजेश बाथम से की मुलाकात, सर्विस की बारीकियों पर की चर्चा

रतलाम – पब्लिक वार्ता,
जयदीप गुर्जर। Ratlam News: सोमवार को प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस अधिकारियों ने कलेक्टर राजेश बाथम से मुलाकात की। इस अवसर पर कलेक्टर ने उनके साथ बैठक आयोजित कर रतलाम जिले की विशेषताओं और विविधताओं के बारे में जानकारी साझा की। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण रवि गुप्ता, सहायक परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण अरुण पाठक, और अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत निर्देशक शर्मा भी उपस्थित थे।

बैठक के दौरान कलेक्टर ने प्रशिक्षु अधिकारियों को जिले के भ्रमण के लिए विभिन्न स्थानों की बिंदुवार जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि प्रशिक्षु अधिकारी रतलाम जिले में 16 नवंबर तक अध्ययन भ्रमण पर हैं। इनमें छह आईएएस अधिकारी, पांच आईपीएस अधिकारी और एक आईडीएएस अधिकारी शामिल हैं।

आईएएस अधिकारियों (IAS Officers) में सय्यद आदिल मोहसिन, विपिन दुबे, सचिन राहर, आयुषी प्रधान, और सुभांशु कटियार शामिल हैं। आईपीएस (IPS Officers) अधिकारियों में माधव गुप्ता, सिमरन सिंह, कुहू गर्ग, अनिकेत कुलकर्णी, और अजीत सिंह सम्मिलित हैं, जबकि हर्षवर्धन पांडे आईडीएएस (IDAS Officer) कैडर से हैं। आपको बता आईडीएएस कैडर के अंतर्गत भारतीय रक्षा बलों में वित्तीय प्रबंधन के लिए अधिकारी का चयन करना होता है। आईडीएस रेंक भी आईएएस अफसर के बराबरी की रेंक होती है। इसमें शहर या जिला नहीं देखते बल्कि भारतीय सुरक्षा बलों के लिए बेहतर फाइनेंशियल स्टेटस तैयार करने का काम होता है।