Ratlam News: स्वामी विवेकानंद व्याख्यानमाला का पंचम संस्करण 8-9 मार्च को होगा आयोजित  

राजस्व कॉलोनी में समिति की बैठक सम्पन्न, हिंदुत्व और सामाजिक परिवर्तन पर होंगे व्याख्यान  

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: स्वामी विवेकानंद व्याख्यानमाला समिति की बैठक राजस्व कॉलोनी में आयोजित की गई, जिसमें आगामी 8 और 9 मार्च को अमृत गार्डन, सैलाना रोड पर व्याख्यानमाला के पंचम संस्करण के आयोजन का निर्णय लिया गया। नगर के युवा और प्रबुद्ध वर्ग में विशेष रूप से लोकप्रिय इस व्याख्यानमाला में समाज के विभिन्न वर्गों को आमंत्रित करने की योजना भी बनाई गई।  

बैठक में यह तय किया गया कि इस वर्ष समाज में आवश्यक पंच परिवर्तन और हिंदुत्व की प्रासंगिकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। आयोजन में विशिष्ट विद्वानों और समाज सुधारकों को आमंत्रित कर इन विषयों पर गहन चर्चा की जाएगी।  

बैठक में उपस्थित गणमान्य सदस्य  

बैठक की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष विम्पी छाबड़ा ने की। इस दौरान डॉ. हितेश पाठक, सुनीता छाजेड़, विजय जोशी, विनीता ओझा, प्रवीण रामावत, अदिति दवेसर, शिल्पा जोशी, विनीता लोढ़ा, पुष्पराज छजलानी, विजया कुशवाह, प्रवीण ओझा, शगुन बड़जात्या, हेमंत मूणत, विकास शेवाल, गीतांजलि उपाध्याय, संध्या बत्रा, डॉ. खुशबु जांगलवा समेत अन्य सदस्य उपस्थित रहे।  

स्वामी विवेकानंद के विचारों को बढ़ावा देने की पहल  

समिति के अनुसार, स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी समाज और विशेष रूप से युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं। उनके संदेशों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने के लिए यह व्याख्यानमाला आयोजित की जाती है। आयोजन समिति ने सभी नागरिकों से इस कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की है।  

Weather Updates: भारत में बढ़ने लगी गर्मी, कई राज्यों में हीटवेव का असर, जानिए कारण और आगे का अनुमान  

नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Weather Updates: साल 2025 की शुरुआत में ही भारत में गर्मी ने तेजी पकड़ ली है। महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और गुजरात के तटीय इलाकों में तापमान सामान्य से काफी ऊपर चला गया है। मुंबई में 25 और 26 फरवरी को हीटवेव की चेतावनी जारी की गई थी, जहां तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से 5.9 डिग्री ज्यादा था।  

 किन शहरों में कितनी बढ़ी गर्मी  

महाराष्ट्र और गोवा के अलावा कर्नाटक और गुजरात के तटीय इलाकों में भी लू जैसे हालात बने हुए हैं। नीचे दिए गए आंकड़ों में 25 और 26 फरवरी को दर्ज किए गए अधिकतम तापमान को दर्शाया गया है।  

राज्य – स्थान – 26 फरवरी (डिग्री सेल्सियस) – 25 फरवरी (डिग्री सेल्सियस)  

महाराष्ट्र – मुंबई (सांताक्रूज) – 38.5 – 38.7  

महाराष्ट्र – रत्नागिरी – 37.2 – 37  

महाराष्ट्र – दहानू – 38.2 – 38.1  

गोवा – पणजी – 37.6 – 36.5  

कर्नाटक – कारवार – 38.4 – 37.6  

कर्नाटक – होन्नावर – 38.2 – 35.9  

कर्नाटक – मंगलौर – 37 – 36.9  

गुजरात – पोरबंदर – 36.6 – 36.5  

गुजरात – महुवा – 37 – 36.4  

गुजरात – सूरत – 38.4 – 37.8  

गर्मी क्यों बढ़ रही है  

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस साल ठंड के मौसम में बारिश बेहद कम हुई, जिससे तापमान तेजी से बढ़ रहा है।  

एंटी-साइक्लोन का असर – मध्य प्रदेश के ऊपर एक एंटी-साइक्लोन बनने से पश्चिमी तट की ओर गर्म हवाएं आईं।  

समुद्र से ठंडी हवा देर से आई, जिससे तटीय इलाकों में तापमान अचानक बढ़ गया।  

नमी अधिक होने से उमस बढ़ी, जिससे गर्मी असहनीय हो गई।  

 जलवायु परिवर्तन का असर  

ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के मौसम वैज्ञानिक डॉ अक्षय देवरस के अनुसार, जलवायु परिवर्तन का हीटवेव पर सीधा असर दिख रहा है।  

पणजी में 25 से 27 फरवरी के बीच तापमान में 5 गुना बढ़ोतरी जलवायु परिवर्तन की वजह से हुई।  

मुंबई में तापमान 3 गुना ज्यादा बढ़ा, जो सीधे ग्लोबल वॉर्मिंग का असर है।  

हीटवेव के कारण बढ़ रहा है खतरा  

2000 से 2019 के बीच भारत में हीटवेव से होने वाली मौतों की संख्या 62 प्रतिशत तक बढ़ गई है।  

हीटवेव के प्रकार  

शुष्क हीटवेव – जब तापमान बढ़ जाता है लेकिन नमी कम होती है।  

आर्द्र हीटवेव – जब गर्मी के साथ उमस अधिक होती है, जिससे शरीर पसीने के जरिए ठंडा नहीं हो पाता।  

हीट स्ट्रोक का खतरा  

अगर वेट बल्ब तापमान 35 डिग्री के करीब पहुंच जाए, तो शरीर ठंडा नहीं रह पाता और गंभीर हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।  

वातावरण का तापमान 40 डिग्री से ज्यादा हो और नमी अधिक हो, तो शरीर में गर्मी बढ़ती जाती है, जिससे मौत भी हो सकती है।  

बारिश की कमी से और बिगड़े हालात  

जनवरी और फरवरी में कई राज्यों में बारिश बेहद कम हुई, जिससे गर्मी और बढ़ गई है।  

राज्य – 1 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक हुई बारिश (मिलीमीटर) – सामान्य बारिश (मिलीमीटर) – कमी (प्रतिशत)  

गुजरात – 0 – 1.0 – 100  

गोवा – 0 – 1.6 – 100  

महाराष्ट्र – 0 – 7.6 – 99  

कर्नाटक – 0.9 – 4.6 – 80  

केरल – 7.2 – 19.7 – 64  

 आगे क्या होगा  

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक गर्मी और उमस बनी रहेगी। हालांकि हीटवेव में कुछ कमी आ सकती है, लेकिन 2025 भारत के सबसे गर्म सालों में शामिल हो सकता है।  

विशेषज्ञों की राय  

मौसम विशेषज्ञ महेश पलावत के अनुसार, भारत में गर्मी का मौसम अब लंबा होता जा रहा है और सर्दी छोटी। बारिश का पैटर्न भी अनियमित हो गया है। जब तक ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम नहीं किया जाता, हीटवेव की घटनाएं और बढ़ती जाएंगी।  

कैसे करें बचाव  

दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक बाहर जाने से बचें।  

हल्के और ढीले कपड़े पहनें।  

खूब पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें।  

घर से बाहर निकलते समय टोपी या छाता साथ रखें।  

अगर किसी को हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।  

सोर्स – क्लाइमेट कहानी, आईएमडी, स्काईमेट वेदर

Ratlam News: नेत्रदान कर मिसाल बनीं धापूबाई सिसोदिया को श्रद्धांजलि, शोकसभा में मंत्री चेतन्य काश्यप भी रहे शामिल

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam news: साधुमार्गी जैन संघ की धर्मनिष्ठ सुश्राविका नेत्रदानी धापूबाई सिसोदिया (पति स्व. सागरमल सिसोदिया) को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित शोकसभा में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने दिवंगत आत्मा को सामूहिक श्रद्धांजलि अर्पित की।  

 नेत्रदान कर समाज के लिए बनीं प्रेरणा  

धापूबाई सिसोदिया स्व. सौभागमल सिसोदिया की ज्येष्ठ पुत्रवधू थीं। उनके देहावसान के पश्चात परिजनों ने नेत्रदान कर अनुकरणीय पहल की। वे धर्म साधना में लीन रहते हुए आजीवन चार समायिक, रात्रि भोजन त्याग और जमीकंद का त्याग जैसी कठोर धार्मिक साधनाओं का पालन करती रहीं।  

धर्मपरायण परिवार से जुड़ी रही धापूबाई  

सिसोदिया परिवार से दीक्षित रही संपत कुंवर जी मसा एवं उनकी सांसारिक माता गुलाब कुंवर जी मसा ने आचार्य श्री गणेशीलाल जी मसा से दीक्षा ग्रहण की थी। संपत कुंवर जी मसा को पूज्य साध्वी भगवंतों की सेवा करने पर आचार्य श्री नानेश ने सेवा रत्ना की उपाधि प्रदान की थी।  

धार्मिक व सामाजिक सेवा कार्यों की घोषणा  

शोकसभा के दौरान परिवार की ओर से धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की गई। इससे पूर्व चंदन पिरोदिया ने दो लोगस्स का पाठ करवाया एवं मांगलिक श्रवण कराया। कार्यक्रम का संचालन बाबूलाल सेठिया ने किया।  

धापूबाई सिसोदिया के नेत्रदान से जरूरतमंदों को रोशनी मिलेगी और उनकी स्मृति समाज में प्रेरणा बनी रहेगी।

Ratlam News: विरूपाक्ष महादेव मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार का भूमिपूजन, चेतन्य काश्यप फाउंडेशन करेगा निर्माण  

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा निर्मित होने वाले विरूपाक्ष महादेव मंदिर, बिलपांक के मुख्य प्रवेश द्वार का भूमिपूजन संपन्न हुआ। यह भव्य प्रवेश द्वार लगभग 35 लाख रुपये की लागत से निर्मित किया जाएगा। इसका संकल्प कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने कथावाचक जया किशोरी जी के श्रीमुख से आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में लिया था।  

संत महात्माओं और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में हुआ भूमिपूजन  

भूमिपूजन समारोह में अखंड ज्ञान आश्रम के स्वामी देवस्वरूपानंदजी और घटवास के नीलकंठ धाम के संस्कार ऋषि दिनेश व्यासजी का सानिध्य प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम में ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, भाजपा जिला प्रभारी प्रदीप पांडे, जिला अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महापौर प्रहलाद पटेल सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।  

धार्मिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान  

स्वामी देवस्वरूपानंदजी ने कहा कि चेतन्य काश्यप धर्म से जुड़े कार्यों को निरंतर आगे बढ़ा रहे हैं, जिसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं। संस्कार ऋषि दिनेश व्यास ने कहा कि विनम्रता और सेवा भाव से ही राष्ट्र का उत्थान संभव है।  

भाजपा जिला प्रभारी प्रदीप पांडे ने कहा कि चेतन्य काश्यप समाज और धर्म के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। उनका संकल्प और समर्पण रतलाम जिले को एक नई पहचान दिलाएगा। ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर ने बिलपांक को धार्मिक कॉरिडोर के रूप में विकसित करने की मांग रखते हुए सिंहस्थ महाकुंभ से पहले इस कार्य को पूर्ण करने पर जोर दिया।  

विकास कार्यों में भी अग्रणी भूमिका  

महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि भाजपा का हर कार्यकर्ता विरूपाक्ष महादेव मंदिर कॉरिडोर निर्माण के लिए संकल्पित है। अशोक पाटीदार ने चेतन्य काश्यप द्वारा जिले में विशेष निवेश क्षेत्र के विकास को एक अभिनव पहल बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने से लेकर कुपोषण मुक्ति, शिक्षा और खेल के प्रोत्साहन तक, वे समाजहित में सतत कार्य कर रहे हैं।  

विरूपाक्ष महादेव मंदिर बनेगा आस्था का केंद्र  

विरूपाक्ष महादेव मंदिर के भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। इसे क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। कैबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप ने इस पुनीत कार्य के लिए सभी का आभार व्यक्त किया और इसे जल्द पूर्ण करने का संकल्प लिया।  

इस भूमिपूजन समारोह में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और श्रद्धालु उपस्थित रहे। इस पहल से रतलाम जिले को धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान मिलने की उम्मीद है।

MP News: रतलाम से नीमच के बीच पटरियों के पास जाने से पहले सोच ले!; दोहरीकरण कार्य का 19 फरवरी को होगा निरीक्षण व गति परीक्षण

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। MP News: नीमच-रतलाम रेल मार्ग पर दोहरीकरण कार्य तेजी से जारी है। इसी क्रम में पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के अंतर्गत हर्कियाखाल से मल्हारगढ़ के बीच लगभग 13 किलोमीटर लंबे रेल खंड (किमी 254.869 से 267.852) का दोहरीकरण कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है।  

 19 फरवरी को होगा गति परीक्षण  

इस नवीन दोहरीकृत रेल खंड का निरीक्षण एवं गति परीक्षण रेल संरक्षा आयुक्त (पश्चिम परिमंडल)  मनोज अरोड़ा द्वारा 19 फरवरी 2025 को किया जाएगा। गति परीक्षण के दौरान तेज रफ्तार ट्रेन चलाई जाएगी ताकि ट्रैक की मजबूती और सुरक्षा का मूल्यांकन किया जा सके।  

 सुरक्षा को लेकर रेलवे ने की अपील  

रेलवे प्रशासन ने क्षेत्र के नागरिकों से 19 फरवरी को इस रेल खंड के पास न जाने एवं अपने पशुओं को भी दूर रखने की अपील की है। सुरक्षा के मद्देनजर लोगों को रेलवे समपार फाटकों, अंडरपास या ओवरब्रिज का ही उपयोग करने की सलाह दी गई है।  

 रेल दोहरीकरण से यात्रियों को होगा लाभ  

हर्कियाखाल-मल्हारगढ़ खंड पर दोहरीकरण पूरा होने से रेल यातायात सुगम होगा, ट्रेनों की गति बढ़ेगी और अधिक गाड़ियों का संचालन संभव होगा। यह यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।  

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Ratlam News: मातृ-पितृ पूजन में भावुक हुए नौनिहाल, लिया आशीर्वाद

रतलाम- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Ratlam News:  भारतीय सनातन संस्कृति से नौनिहालों को जोड़ने के उद्देश्य से योग वेदांत सेवा समिति युवा सेवा संघ और महिला उत्थान मंडल द्वारा श्री कालिका माता गरबा प्रांगण में रविवार को भव्य मातृ-पितृ पूजन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने अपने माता-पिता का विधिवत पूजन कर चरण स्पर्श किया और उनका आशीर्वाद लिया। पूजन के दौरान भावनात्मक माहौल देखने को मिला, जब माता-पिता और संतानें भावुक हो गईं।  

 संस्कारों से ओत-प्रोत रहा आयोजन  

कार्यक्रम में विशेष अतिथि महापौर प्रहलाद पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, संस्कार ऋषि दिनेश व्यास, राजराजेश्वरी देवी (उदासीन अखाड़ा), महर्षि शिवशंकर दवे, एमआईसी सदस्य विशाल शर्मा, प्रवीण तोगड़िया, महावीर भाई और पार्षद प्रतिनिधि राजेश माहेश्वरी उपस्थित रहे।  

आयोजन के दौरान मातृ-पितृ को प्रयागराज के संगम का पवित्र जल प्रदान किया गया। साथ ही बाल संस्कार केंद्र के बच्चों ने एक लघु नाटिका प्रस्तुत कर समाज में माता-पिता के सम्मान का संदेश दिया।  

संस्कारों की सिखलाई  

मातृ-पितृ पूजन के इस धार्मिक अनुष्ठान में योग वेदांत सेवा समिति युवा सेवा संघ, महिला उत्थान मंडल के पदाधिकारी, सदस्य और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। इस आयोजन ने समाज को एक बार फिर से माता-पिता के प्रति श्रद्धा और कर्तव्यबोध की प्रेरणा दी।

Mahakumbh 2025: भारतीय रेलवे युद्धस्तर पर जुटा, अब तक 12.5 लाख श्रद्धालु पहुंचे अपने गंतव्य

प्रयागराज- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 के दौरान तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए भारतीय रेलवे पूरी क्षमता से कार्य कर रहा है। माघी पूर्णिमा के अगले अमृत स्नान से पहले रेलवे द्वारा प्रयागराज क्षेत्र के आठ स्टेशनों से तीर्थयात्रियों की भीड़ को कम करने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। रेलवे ने रविवार को 330 ट्रेनों का संचालन किया, जबकि आज दोपहर 3 बजे तक 201 ट्रेनें यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचा चुकी हैं।  

रेलवे का द्रुत गति से संचालन, हर चार मिनट में एक ट्रेन रवाना  

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि भीड़ कम नहीं हो रही है, लेकिन भारतीय रेलवे हर चार मिनट में एक ट्रेन चलाकर यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित कर रहा है।  

रेलवे ने स्पष्ट किया कि प्रयागराज क्षेत्र के आठ प्रमुख स्टेशन – प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, नैनी, सूबेदारगंज, प्रयाग, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग और झूसी – पूरी क्षमता से संचालित हो रहे हैं। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए रेलवे अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।  

 एक ट्रेन में औसतन 3780 यात्री, प्रयागराज संगम स्टेशन रहेगा बंद  

रेलवे के अनुसार, प्रत्येक ट्रेन में औसतन 3780 यात्री यात्रा कर रहे हैं, जिससे साफ पता चलता है कि श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बनी हुई है। वहीं, प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को अमृत स्नान से दो दिन पहले और दो दिन बाद तक बंद रखना एक नियमित प्रक्रिया है, जिसे प्रयागराज जिला प्रशासन के निर्देशानुसार लागू किया गया है।  

सीसीटीवी निगरानी और मीडिया से सही जानकारी प्रसारित करने की अपील  

रेल भवन के वॉर रूम से रेलवे के सभी स्टेशनों की सीसीटीवी फुटेज की निगरानी की जा रही है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने मीडिया और जनता से अपील की कि वे प्रयागराज जंक्शन पर ट्रेनों के संचालन में बाधा से जुड़ी किसी भी भ्रामक खबर पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि जो भी तथ्य जांचना चाहे, वह आठों स्टेशनों पर जाकर सच्चाई देख सकता है, जहां महाकुंभ विशेष ट्रेनों का संचालन लगातार किया जा रहा है।  

माघी पूर्णिमा और आगे आने वाले स्नानों को ध्यान में रखते हुए रेलवे पूरी तरह से मुस्तैद है। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे किसी भी गलत सूचना से बचें और नवीनतम जानकारी के लिए रेलवे के आधिकारिक स्रोतों का ही अनुसरण करें।  

महाकुंभ में रेलवे की अब तक की उपलब्धियां  

– 12.5 लाख यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया  

– 330 ट्रेनों का रविवार को संचालन  

– आज दोपहर 3 बजे तक 201 ट्रेनें रवाना  

– हर 4 मिनट में एक ट्रेन का संचालन  

– 8 प्रमुख रेलवे स्टेशन पूरी क्षमता से चालू  

यात्रियों से अपील  

भारतीय रेलवे तीर्थयात्रियों की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। श्रद्धालुओं को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट, हेल्पलाइन नंबर और सूचना केंद्रों से सही जानकारी प्राप्त करें और किसी भी अफवाह से बचें।  

PM Kisan KYC Online 2025: पीएम किसान योजना के लिए केवाईसी अपडेट की प्रक्रिया शुरू

नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। PM Kisan KYC Online 2025: केंद्र सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना में नए नियमों के तहत केवाईसी (Know Your Customer) अपडेट को अनिवार्य कर दिया है। अब केवल वही किसान 19वीं किस्त का लाभ प्राप्त कर सकेंगे, जिन्होंने अपनी केवाईसी अपडेट करवा ली है। इस बदलाव का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसानों का रिकॉर्ड आधार कार्ड से लिंक हो और वे योजना के लाभ के योग्य हों।

पीएम किसान योजना के लिए केवाईसी अपडेट का महत्व

पीएम किसान योजना के तहत किसान को हर साल ₹6000 की वित्तीय सहायता मिलती है, जो तीन किस्तों में ₹2000 के रूप में दी जाती है। योजना के तहत अब तक 18 किस्तें किसानों के खातों में भेजी जा चुकी हैं, और अब 19वीं किस्त का इंतजार हो रहा है। केवाईसी अपडेट करने से यह सुनिश्चित होगा कि किसान सही तरीके से योजना का लाभ उठा सकें और उनके बैंक खातों से भुगतान प्राप्त हो सके।

केवाईसी प्रक्रिया का तरीका

अब किसान अपनी केवाईसी को ऑनलाइन पूरा कर सकते हैं, जो पहले की तुलना में बहुत अधिक सुविधाजनक है। किसान अपने आधार कार्ड का उपयोग करते हुए अपनी केवाईसी ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। इस प्रक्रिया को किसी भी कंप्यूटर सेंटर या हल्का पटवारी के माध्यम से भी पूरा किया जा सकता है। इसके अलावा, अगर किसान के पास एंड्रॉयड मोबाइल है, तो वे घर बैठे अपनी केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।

ऑनलाइन केवाईसी करने के लाभ

1. समय की बचत: किसान अपने घर से ही केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।

2. सरल और तेज: ऑनलाइन प्रक्रिया को फॉलो करना बहुत ही आसान है और इसके लिए किसी भी कर्मचारी की आवश्यकता नहीं होती।

3. कम शुल्क: हालांकि सरकारी तौर पर कोई विशेष शुल्क नहीं है, लेकिन यदि किसान हल्का पटवारी या किसी कंप्यूटर सेंटर से केवाईसी करवाते हैं तो ₹50 तक शुल्क लिया जा सकता है।

केवाईसी के फायदे

1. योजना की किस्तों का लाभ समय पर प्राप्त होगा।

2. किसानों को योजना से जुड़ी अन्य कृषि सुविधाओं का भी लाभ मिलेगा।

3. उन किसानों को योजना से बाहर किया जाएगा जो अपात्र हैं लेकिन अभी तक योजना का लाभ ले रहे हैं।

केवाईसी अपडेट कैसे करें?

1. पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

2. होम पेज पर केवाईसी अपडेट का विकल्प दिखाई देगा, उस पर क्लिक करें।

3. अपने आधार नंबर को दर्ज करें और फिर सर्च पर क्लिक करें।

4. रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त करें और उसे वेबसाइट पर डालें।

5. ओटीपी सत्यापन के बाद, आपकी केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

ICAI ने रचा इतिहास: दिल्ली में हुआ विश्व का सबसे बड़ा अकाउंटिंग प्रोफेशनल कॉनक्लेव  

नई दिल्ली- पब्लिक वार्ता,

न्यूज़ डेस्क। ICAI: द इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया (ICAI) ने देश की राजधानी में इतिहास रचते हुए 31 जनवरी से 2 फरवरी तक तीन दिवसीय वर्ल्ड फोरम ऑफ अकाउंटेंट्स (WOFA) का भव्य आयोजन किया। यह विश्व का सबसे बड़ा अकाउंटिंग प्रोफेशनल कॉन्क्लेव था, जिसमें 7000 से अधिक प्रोफेशनल्स, इंटरप्रेन्योर, अकाउंटेंट्स, 400 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि, 46 से अधिक देशों के डेलीगेट्स और 40 से अधिक कॉनकरंट सेशंस आयोजित किए गए।  

इस ऐतिहासिक आयोजन का शुभारंभ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया, जबकि समापन भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया। कार्यक्रम ICAI के प्रेसिडेंट रंजीत अग्रवाल और वाइस प्रेसिडेंट चरणजोत सिंह नंदा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।  

 ICAI के नेतृत्व में वैश्विक भागीदारी  

इस सम्मेलन में अमेरिका, कनाडा, फिलीपींस, मिडिल ईस्ट, दुबई, ओमान, अबू धाबी, सिंगापुर, हांगकांग सहित 46 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। साथ ही, ICAEW, CISA, IFSC, ACCA जैसी अंतरराष्ट्रीय अकाउंटिंग बॉडीज के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।  

ICAI के प्रेसिडेंट रंजीत अग्रवाल ने बताया कि अकाउंटिंग क्षेत्र में इनोवेशन को कैसे जोड़ा जाए, इस विषय पर गहन चर्चा हुई। वहीं, वाइस प्रेसिडेंट चरणजोत सिंह नंदा ने सीए प्रोफेशनल्स को फाइनेंशियल सोल्जर बताया।  

 ICAI UK चैप्टर की सदस्य सीए मयूरी चोरड़िया बनीं खास आकर्षण  

मध्यप्रदेश के रतलाम की बेटी और ICAI UK चैप्टर की सदस्य सीए मयूरी चोरड़िया को गेस्ट स्पीकर के रूप में आमंत्रित किया गया। उन्होंने अपने सेशन में नारी सशक्तिकरण और वित्तीय स्वतंत्रता पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए जेंडर विविधता को अपनाना और वित्तीय शिक्षा को बढ़ावा देना जरूरी है।  

 ICAI का ऐतिहासिक रिकॉर्ड  

इस भव्य आयोजन में 7000 से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थिति के साथ ICAI ने विश्व स्तर पर सबसे बड़ा अकाउंटिंग प्रोफेशनल कॉन्क्लेव आयोजित कर नया इतिहास रच दिया। चौरड़िया ने इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि ICAI और भारत की मातृभूमि का हिस्सा बनना गर्व की बात है। उन्होंने रंजीत अग्रवाल और चरणजोत सिंह नंदा के नेतृत्व को युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया।